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तप रही मुंबई, झुलस रहा बदन …हीट स्ट्रोक का बढ़ा खतरा …स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी 

सामना संवाददाता / मुंबई
सूरज की किरणों के धरती पर आते ही चिलचिलाती धूप से लोग बेहाल हो रहे हैं। मुंबई में ज्यों-ज्यों दिन चढ़ता जा रहा है आग उगलती गर्मी लोगों को व्याकुल कर रही है। दोपहर में ऐसा लग रहा मानों आसमान से आग बरस रही हो। भीषण गर्मी और धूप की वजह से जहां लोग बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं, तो अंदर भी उमस से राहत नहीं मिल रही है। हालांकि, इस भाग-दौड़ भरे शहर में मजबूरन लोगों को बाहर निकलना पड़ रहा है, लेकिन इस तपती गर्मी में उनके बदन झुलस रहे हैं। ऐसे में हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी कर दी है। इसके साथ ही स्वास्थ्य संस्थानों को गर्मी से संबंधित बीमारियों की निगरानी के लिए आवश्यक उपाय लागू करने और सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, मु्ंबई में वर्तमान में अधिकतम तापमान ३५ से ४० डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। इसके साथ ही अनुमान है कि पारा के स्तर में और वृद्धि हो सकती है। ऐसे में मनपा ने चेतावनी जारी की है, जिसमें नागरिकों से एहतियाती उपायों का पालन करने का आग्रह किया गया है।  
हीट स्ट्रोक से बचने के लिए ये करें उपाय 
हीट स्ट्रोक गर्मी से संबंधित एक गंभीर आपात स्थिति है। इसमें जब शरीर लंबे समय तक गर्मी के संपर्क में रहता है, तब अपने आंतरिक तापमान को नियंत्रित करने में विफल हो जाता है। ऐसे मामलों में वृद्धि की आशंका को देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने अलर्ट और एडवाइजरी जारी की है, जिसमें हीटवेव के प्रभाव को कम करने के लिए पर्याप्त पेय पदार्थों का सेवन, हल्के कपड़े पहनने और उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के सेवन के महत्व पर जोर दिया है। दूसरी तरफ चिकित्सक भी बेहोशी जैसे लक्षण होने पर तत्काल चिकित्सा सहायता लेने के महत्व पर जोर दे रहे हैं। उनका कहना है कि इससे बचने के लिए ओआरएस और घर पर बने पेय जैसे लस्सी, नींबू पानी और छाछ का सेवन करना चाहिए।

पिछले साल हुई थी २२ की मौत 
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मार्च और अगस्त २०२३ के बीच हीट स्ट्रोक के ३,१९१ मामले दर्ज किए गए, जबकि इससे २२ मौतें भी हुर्इं। रायगड में सबसे अधिक घटनाएं ४१२ दर्ज की गर्इं। इसके बाद पुणे में ४०९, नागपुर में ३६२, वर्धा में ३४०, चंद्रपुर में १९८, लातूर में १९०, ठाणे में १५६ और मुंबई में १५५ हीट स्ट्रोक के मामले सामने आए थे।

गर्मी से थकावट और लू लगने का खतरा 
जेजे अस्पताल के डॉ. मधुकर गायकवाड़ ने गर्मी से थकावट और हीट स्ट्रोक के खतरे पर जोर देते हुए मानव शरीर पर हीटवेव के गंभीर परिणामों के बारे में चेतावनी दी है।

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