सामना संवाददाता / मुंबई
मनपा ने मुंबई सेंट्रल के बेलासिस ब्रिज के पास स्थित ५० साल पुराने मछली बाजार का शौचालय तोड़ दिया। ब्रिज के विस्तार के लिए इस तीन पीढ़ी पुराने मछली बाजार को भी हटाया जाएगा। ऐसे में यहां कई दशक से रोजगार कर अपनी जीविका चलाने वाले लोगों को बेरोजगार होने का डर सता रहा है। मनपा ने बेलासिस ब्रिज के मरम्मत कार्य के लिए काम तो शुरू कर दिया है, लेकिन वहां की जनता की सुविधाओं का जरा भी ख्याल नहीं रखा गया है। वहां महिला शौचालय हटा दिया गया है। मछली बाजार को हटाने की योजना है, लेकिन मछुआरों से पुनर्वसन की बात नहीं हुई है। ऐसे में उन्हें बेरोजगार होने का डर सता रहा है। मछली विक्रेता रंजना वर्लीकर ने बताया कि जब मनपा के डी वॉर्ड कार्यालय ने ब्रिज के पास की दुकानों को नोटिस जारी किया, तो हमें पता चला कि हमारे बाजार को भी हटाने की योजना है। अखिल महाराष्ट्र मच्छीमार कृति समिति के अध्यक्ष देवेंद्र तांडेल ने कहा कि हमने मनपा के खिलाफ डी वॉर्ड कार्यालय (ग्रांट रोड) पर १० दिसंबर को शांतिपूर्ण प्रदर्शन आयोजित किया है। हमारी मांग है कि इस बाजार का पुनर्वास ताडदेव इलाके में ही किया जाए।
मछुआरों के बेरोजगार होने का डर! …पुनर्वास किए बिना ही तोड़क कार्रवाई शुरू
महाराष्ट्र में बेमौसम बरसात! …हल्के बादल के साथ बारिश की संभावना
सामना संवाददाता / मुंबई
प्रदेश की आबोहवा में अमूल-चूल परिवर्तन हुआ है। दिसंबर माह में मई माह जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। मुंबई का तापमान काफी बढ़ गया है। प्रदेश से ठंड गायब हो गई है। तापमान में इस बढ़ोतरी के साथ ही राज्य पर बेमौसम बारिश का संकट भी मंडरा रहा है। कुछ जिलों में बादल छाए हुए हैं और तूफानी हवाओं के साथ बारिश हो रही है। अगले कुछ दिनों तक राज्य में बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के कारण ८ दिसंबर से पहाड़ी और मैदानी इलाकों में बारिश की आशंका जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, रत्नागिरी, रायगढ़, सिंधुदुर्ग, पुणे, कोल्हापुर, सतारा, सांगली, सोलापुर, लातूर, धारशिव में कुछ अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश हुई है। इसके अलावा अगले कुछ दिनों तक महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश का संकट बना रहेगा। ऐसे में कड़ाके की ठंड से निजात पाने के लिए अभी और इंतजार करना होगा। बता दें कि पिछले १६ सालों में दिसंबर में सबसे ज्यादा तापमान मुंबई में दर्ज किया गया है। तापमान ३७ डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
महिला सिपाही के टॉर्चर से तंग आकर … पहले पिता फिर २ बेटों ने कर ली आत्महत्या
लखीमपुर खीरी के मैलानी थाना क्षेत्र के बाबूपुर गांव में बुजुर्ग ग्रामीण ने बुधवार रात फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद उसके दो पुत्रों ने भी जान दे दी। शुक्रवार सुबह छोटे पुत्र का शव रेल पटरी पर मिला। बड़ा पुत्र घर में फंदे से लटका मिला। एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें एक महिला सिपाही और उसके परिवार पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है। एक दिन पहले बुजुर्ग की आत्महत्या के बाद पुलिस ने महिला सिपाही समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया था।
दो दिन में पिता-पुत्रों की मौत से पुलिस महकमे में खलबली मच गई। एएसपी नैपाल सिंह ने बताया कि मकान को लेकर विवाद था। इस मामले में समझौते के बाद रामनरेश ने आत्महत्या कर ली थी। चारों आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। सुधीर का शव शुक्रवार को रेल पटरी पर मिला। मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें लिखा है कि रमेश भैया मुकेश का ख्याल रखना है। हम जा रहे हैं। आरती, शिवम और रामदेवी पर कठोर कार्रवाई कराना। रामदेवी ने हमारा घर बर्बाद कर दिया। पापा को मार दिया। रामदेवी से ५० हजार रुपए ले लेना। जमीन विवाद में मेरे पिता की मृत्यु हो गई। रामदेवी और आरती के कहने पर हम आत्महत्या करने जा रहे हैं। आरती ने मेरा सबकुछ बर्बाद कर दिया।
चैनल एग्जिट पोल कर सकते हैं, गांव वाले चुनाव नहीं? …सुप्रिया सुले का सरकार पर हमला
सामना संवाददाता / मुंबई
सोलापुर जिले के मारकडवाडी गांव में विधानसभा चुनाव के ईवीएम द्वारा जारी परिणाम को अस्वीकार करते हुए ग्रामीणों ने बैलट पेपर से मतदान आयोजित करने का प्रयास किया। लेकिन प्रशासन ने वहां धारा १४४ लागू कर पुलिस बल की मदद से इस मतदान को रोक दिया। इस मुद्दे पर एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर चैनल एग्जिट पोल कर सकते हैं, तो एक गांव को मतदान करने का अधिकार क्यों नहीं हो सकता। सुप्रिया सुले ने संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए यह गंभीर सवाल उठाया। सरकार पर निशाना साधते हुए सुले ने कहा कि सत्ता स्थापना के बाद सरकार को तुरंत लाडली बहनों के लिए २,१०० रुपए की आर्थिक मदद शुरू करनी चाहिए थी। लेकिन इनके शपथ विधि कार्यक्रम के लिए ही नवंबर महीना खत्म हो गया है।
डांस ग्रुप के नाम व ट्रेडमार्क का किया दुरुपयोग …2९ के खिलाफ केस दर्ज
सामना संवाददाता / मुंबई
एक प्रसिद्ध डांस ग्रुप के नाम और ट्रेडमार्क के दुरुपयोग का मामला सामने आया है। आरोप है कि दूसरे डांस ग्रुप ने इस नाम और ट्रेडमार्क का गलत इस्तेमाल कर देश-विदेश में विभिन्न डांस प्रतियोगिताओं में भाग लिया और आर्थिक लाभ कमाया। इस मामले में ग्रुप के संस्थापक ओमप्रकाश चौहान ने उनके साथ मारपीट और धमकी देने का भी आरोप लगाया है। इस मामले में मीरा रोड पुलिस थाने में महेश मोरे सहित २९ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और मारपीट का केस दर्ज कराया गया है।
इस ग्रुप ने २०१९ में `डांस प्लस सीजन ४’ में चौथा स्थान प्राप्त किया और इसके बाद अमेरिका के प्रसिद्ध शो `अमेरिका गॉट टैलेंट सीजन १४’ में भाग लिया। यहां उन्होंने बड़ी सफलता हासिल करते हुए शो में पहला स्थान प्राप्त किया। ग्रुप को शो में भाग लेने के लिए धन की आवश्यकता थी, जिसके लिए चौहान ने अपनी मोटरसाइकिल बेचकर और उधारी लेकर पासपोर्ट और वीजा बनवाया था। आरोप है कि २०२१ में महेश मोरे को ग्रुप का मैनेजर नियुक्त किया गया, लेकिन समय के साथ महेश ने ग्रुप के सोशल मीडिया एकाउंट्स और ईमेल के पासवर्ड बदल दिए। २०२४ में महेश ने ग्रुप छोड़ दिया और २५ अन्य सदस्यों के साथ मिलकर `विकास अनबीटेबल ड्रीम टीम एलएलपी’ नामक एक नया डांस ग्रुप शुरू किया। इसके बाद महेश और उसके सहयोगियों ने `वी अनबीटेबल’ के नाम और ट्रेडमार्क का इस्तेमाल कर कतर (दोहा) जैसे स्थानों पर शो किए। वी अनबीटेबल ग्रुप के मालिक ओमप्रकाश चौहान ने बताया कि कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा और उन्हें बदनाम करने के लिए साजिश की जा रही है। महेश मोरे नामक व्यक्ति ग्रुप के सभी लोगों को गुमराह कर रहा है। पुलिस का कहना है कि दोषियों पर जल्द ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पहले इसी ग्रुप के कुछ सदस्यों ने चौहान और कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा व उनकी पत्नी लिजेल डिसूजा पर भी धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मोदानी घोटाले से ध्यान भटकाना बीजेपी की रणनीति-जयराम रमेश
`इंडिया’ गठबंधन ने अडानी समूह पर लगे आरोपों की जेपीसी जांच की मांग को लेकर संसद और संसद के बाहर हंगामा किया। पूरे देश में इसकी चर्चा हो रही है। यही वजह है कि केंद्र में पीएम मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार संकट में आ गई है। सरकार की छवि खराब होने से सरकार बिखर गई है। इस बीच शुक्रवार को राज्यसभा में उस समय हंगामा मच गया जब अचानक कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की बेंच के नीचे ५०० रुपए के नोटों का बंडल मिला। स्पीकर जगदीप धनखड़ ने इसे गंभीर बताते हुए जांच के आदेश दिए। इस मामले में कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने सटीक जवाब देते हुए बीजेपी पर मूल सवालों से लक्ष्य हटाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, `यह मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने की भाजपा की रणनीति है। हम जो मुद्दे उठा रहे हैं, किसानों के मुद्दे, वो खुद स्पीकर ने उठाए हैं और ऐसे कई बड़े मुद्दे हैं। हम मोदी-अडानी यानी `मोदानी’ घोटाले में रिश्वतखोरी के आरोपों पर चर्चा चाहते हैं। इसलिए, इससे ध्यान हटाने के लिए अब नए मुद्दे बनाए और उठाए जा रहे हैं।’ जयराम रमेश ने कहा कि मैंने पहली बार देखा कि बीजेपी सांसद आज सत्र स्थगित करने के लिए इतने उत्सुक थे। हमारी मांग है कि मोदानी घोटाले पर लोकसभा में चर्चा हो, लेकिन लोकसभा स्थगित की जा रही है।
जीत लिया दिल!
ओवरसाइज्ड टॉप, पैंट और हाथों में दो लाख रुपए का बोट्टेगा वेनेटा मिनी बैग लिए एयरपोर्ट पहुंची श्रद्धा कपूर ने अपने शानदार लुक से सभी का दिल जीत लिया।
श्रेयस ने खोला राज
सिनेमा के पर्दे पर फिल्म को एन्जॉय करनेवाले दर्शकों को कई बार इस बात का बिल्कुल भी इल्म नहीं होता कि फिल्म के एक-एक सीन और डायलॉग के पीछे एक्टर-डायरेक्टर कितनी मेहनत करते हैं। फिल्म ‘पुष्पा-२’ में पुष्पा का किरदार निभानेवाले अल्लू अर्जुन के संवादों को अपनी आवाज में डब करनेवाले श्रेयस तलपदे ने एक इंटरव्यू में खुलासा करते हुए बताया कि फिल्म ‘पुष्पा’ को मिले जबरदस्त प्रतिसाद के बाद ‘पुष्पा-२’ के लिए उन पर प्रेशर था। उन्होंने २ घंटे के १४ सेशन लिए, ताकि वो पुष्पाराज की पर्सनैलिटी के साथ अपनी आवाज को मैच कर सकें और जो किरदार का स्वैग है वो उनकी आवाज में आए। श्रेयस ने यह भी बताया कि फिल्म में पुष्पाराज का किरदार शराब पीने के साथ ही तंबाकू भी खाता है और कभी-कभी स्मोक भी करता था इसलिए पुष्पाराज के संवादों की डबिंग के दौरान वो अपने मुंह में रुई रखते थे। अल्लू अर्जुन से न मिलनेवाले श्रेयस ने न तो अल्लू से कोई बात की है और न ही उनसे कोई फीडबैक ही उन्हें मिला है।
सिंगल हैं ममता!
अपने करियर के चरम पर फिल्में छोड़ विदेश में बस जानेवाली ममता कुलकर्णी ने अपनी वापसी के बाद एक इंटरव्यू में खुलासा करते हुए कहा, ‘जब मैंने वर्ष २००० में भारत छोड़ा था, तब मैं इंडस्ट्री में शीर्ष अभिनेत्री थी और मेरे पास ४३ फिल्मों के ऑफर थे।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने ये सब छोड़ दिया है और अब फिल्मों में वापस नहीं आना चाहती… कुंभ मेला शुरू होनेवाला है इसलिए मैं यहां आई हूं।’ विकी गोस्वामी के बारे में पूछने पर ममता ने कहा, ‘मैं केन्या में विकी से मिलने गई थी, लेकिन मुझे नहीं पता था कि उसने वहां किसके साथ मीटिंग की। मेरा नाम पुलिस ने ड्रग्स केस में डाला, लेकिन उसके बिजनेस के साथ मेरा कोई लेना-देना नहीं है। आज कोर्ट ने मुझे सब आरोप से बरी कर दिया है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘विकी के बारे में मुझे जब पता चला तो मैंने उसे छोड़ दिया। विकी से मेरी शादी नहीं हुई है। वह मेरा पति नहीं है। मैं अभी भी सिंगल हूं। मैंने किसी से शादी नहीं की है। मेरा और विकी का रिश्ता रहा है, लेकिन मैंने ४ साल पहले उसे ब्लॉक कर दिया। अब वह मेरा पास्ट है और मैं उसे छोड़ चुकी हूं।’
जब रेड्डी ने क्रिकेटर बनने की ठानी
पर्थ टेस्ट में अपनी छाप छोड़ने वाले नीतीश कुमार रेड्डी शुरुआती दिनों में क्रिकेट के प्रति गंभीर नहीं थे, लेकिन आर्थिक तंगी से जूझ रहे पिता को देखकर उन्होंने क्रिकेटर बनने की ठानी। उन्होंने क्रिकेटर बनने के लिए खूब मेहनत की। उनकी यह मेहनत आईपीएल में रंग लाई और उन्हें पर्थ में भारत के लिए पहला टेस्ट मैच खेलने का अवसर मिला। नीतीश ने पर्थ में ४१ और ३८ रन की पारियां खेला थीं और एक विकेट भी लिया था। बीसीसीआई की ओर से जारी वीडियो में नीतीश बताते हैं, ‘अगर ईमानदारी से कहूं तो जब वे छोटे थे तो क्रिकेट के प्रति गंभीर नहीं थे। पिता ने मेरे लिए अपनी नौकरी छोड़ दी। मेरी सफलता के पीछे उनका बहुत बड़ा त्याग है। हम लोग उस दौरान आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। मुझे लगा कि ‘मैं ऐसा नहीं हो सकता हूं, मेरे पिता त्याग कर रहे हैं और मैं सिर्फ मजे के लिए क्रिकेट खेल रहा हूं। उस समय मैं क्रिकेट के प्रति गंभीर हुआ और खूब मेहनत की। इसके बाद मैं सफलता की सीढ़ियां चढ़ता गया। एक मध्यवर्गीय परिवार से होने के नाते मुझे गर्व है कि मैं अपने पिता को खुश कर पाया। मैंने जब अपनी पहली जर्सी अपने पिता को दी तो उनके चेहरे पर खुशी देखते बनती थी।’ २०१८ में नीतीश ने बीसीसीआई अवॉर्ड नाइट के दौरान विराट और उनकी पत्नी अनुष्का के साथ सेल्फी ली थी। नीतीश बताते हैं कि मैं बचपन से विराट भइया का बड़ा प्रशंसक हूं। मैं उनका हर मैच देखता था। मुझे उनका शतक के बाद जश्न मनाने का अंदाज पसंद था।