मुंबई लोकल ट्रेन सेवा के लिए बन रहे नए प्रोजेक्ट्स में देरी … ४५ प्रतिशत काम होने के बाद ऐरोली-कलवा खंड का प्रोजेक्ट पड़ा है बंद

अभिषेक कुमार पाठक / मुंबई
मुंबई की लोकल ट्रेन सेवा, जिसे शहर की लाइफलाइन कहा जाता है, उसके विस्तार और सुधार के लिए कई महत्वाकांक्षी परियोजनाएं शुरू की गई हैं। हालांकि, इन परियोजनाओं की धीमी प्रगति और विभिन्न समस्याओं ने शहरवासियों की उम्मीदों को ठेस पहुंचाई है।
पनवेल-कर्जत खंड
पनवेल-कर्जत खंड, जो मुंबई और उसके बाहरी इलाकों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए शुरू किया गया था, अभी तक केवल ५६ प्रतिशत तक ही पूरा हो सका है। यह प्रगति एक सकारात्मक संकेत हो सकती है, लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आधे से अधिक काम अभी भी बाकी हैं। इस धीमी प्रगति ने उन यात्रियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है, जो इस खंड के जल्द से जल्द पूरा होने की उम्मीद कर रहे थे।
ऐरोली-कलवा खंड की स्थिति और भी चिंताजनक है। इस खंड का ४५ प्रतिशत काम ही पूरा हुआ है और बाकी काम रुक गया है। मुख्य कारण पुनर्वास और पुनर्स्थापन के मुद्दों को लेकर स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों का विरोध है। इस विरोध ने न केवल परियोजना की प्रगति को बाधित किया है, बल्कि सरकार और रेलवे प्रशासन की योजनाओं पर भी सवाल खड़े किए हैं।
करना पड़ेगा लंबा इंतजार
इन परियोजनाओं की धीमी गति और रुकावटों ने यात्रियों के लिए समस्याएं खड़ी कर दी हैं। मुंबई जैसे महानगर में जहां हर दिन लाखों लोग लोकल ट्रेनों पर निर्भर होते हैं, वहां इन परियोजनाओं की देरी से यातायात व्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मुंबई के दूर-दराज वाले स्टेशनों की स्थिति में सुधार की उम्मीदें अब धूमिल होती जा रही हैं। इन परियोजनाओं की समय पर पूर्णता और प्रभावी कार्यान्वयन के बिना, मुंबई की लोकल ट्रेन सेवा की समस्याएं बनी रहेंगी और यात्री बेहतर सेवा की प्रतीक्षा में ही रहेंगे। सरकार और संबंधित विभागों को इन परियोजनाओं की गति बढ़ाने और संबंधित मुद्दों का समाधान करने की दिशा में तेजी से कार्य करने की आवश्यकता है, ताकि मुंबई की लोकल ट्रेन सेवा को बेहतर बनाया जाए और यात्रियों को राहत मिले।

आज से उद्धव ठाकरे दिल्ली दौरे पर …तीन दिवसीय दौरे में ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं से मिलेंगे

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे आज से तीन दिवसीय दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं। वे ६, ७ और ८ अगस्त तक दिल्ली में रहेंगे। उनके साथ शिवसेना नेता, युवासेनाप्रमुख व विधायक आदित्य ठाकरे और सौ. रश्मि ठाकरे भी रहेंगी। इस तरह की जानकारी शिवसेना नेता व सांसद संजय राऊत ने दी। वे दिल्ली में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
लोकसभा चुनाव में शिवसेना को मिली सफलता के बाद उद्धव ठाकरे पहली बार दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरे में कई मुलाकातें होंगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी समेत दिल्ली में मौजूद महाराष्ट्र के कई नेताओं से ये मुलाकातें होंगी। इसके अलावा संसद सत्र चलने के कारण ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रमुख नेता भी उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे। उद्धव ठाकरे और शरद पवार की भी मुलाकात होगी। इस तरह की जानकारी संजय राऊत ने दी।

दिल्ली आएंगे रमेश चेन्निथला
संजय राऊत ने कहा कि कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला भी दिल्ली आएंगे और उनके साथ भी चर्चा होगी। इसके साथ ही ६ अगस्त की शाम उद्धव ठाकरे दिल्ली में मराठी मीडिया से, जबकि सात अगस्त को राष्ट्रीय मीडिया से संवाद साधेंगे।

कोस्टल रोड परिसर में होर्डिंग को लेकर आक्रामक हुए आदित्य ठाकरे … दुर्घटना होने पर मनपा होगी जिम्मेदार… दी दो टूक चेतावनी

सामना संवाददाता / मुंबई
शिवसेना के प्रयासों से बनी महत्वपूर्ण कोस्टल रोड परिसर में खाली जगह में अब घाती-भाजपा सरकार की तरफ से होर्डिंग लगाने के लिए अनुमति देने की साजिश रची गई है। यहां घाटकोपर के छेड़ानगर जैसा हादसा होने पर जान-माल को खतरा होने का अंदेशा है। इसके बावजूद घाती सरकार इसका ठेका अपने पसंदीदा ठेकेदार को देने के इरादे से टेंडर में भी घोटाला होने की बात स्पष्ट होती हुई दिखाई दे रही है। इसे देखते हुए कल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने चेतावनी देते हुए कहा है कि घातियों के लिए लाडला ठेकेदार योजना न लाएं। इसके साथ ही यदि कोस्टल रोड परिसर में किसी तरह की दुर्घटना घटित हुई तो इसकी जिम्मेदार मनपा होगी।

आदित्य ठाकरे ने कल मुंबई में विभिन्न मुद्दों को लेकर मनपा आयुक्त भूषण गगरानीr से मुलाकात कर चर्चा की। उन्होंने आयुक्त के संज्ञान में लाया कि शिवसेना की होर्डिंग मुक्त कोस्टल रोड संकल्पना के खिलाफ जाकर घाती-भाजपा सरकार की तरफ से मामूली मुनाफे के लिए खाली स्थान पर होर्डिंग लगाने की मंजूरी देने की जानकारी सामने आई है। कोस्टल रोड के कारण बननेवाले गार्डन में छोटे बच्चों, वरिष्ठ और आम नागरिक बड़ी संख्या में आएंगे इसलिए ऐसे स्थानों पर होर्डिंग के कारण किसी तरह का हादसा होता है तो आप ही जिम्मेदार होंगे। इस तरह की चेतावनी उन्होंने आयुक्त को दी। इसके अलावा होर्डिंग टेंडर में भी वित्तीय अनियमितता है इसलिए इस टेंडर प्रक्रिया की गहनता से जांच करने की भी मांग आदित्य ठाकरे ने आयुक्त से की।

बेस्ट को करो मदद
मुंबई की दूसरी लाइफलाइन बेस्ट को आर्थिक समस्या से बाहर निकालने के लिए मनपा को उसकी मदद करनी चाहिए। इस तरह की मांग भी आदित्य ठाकरे ने आयुक्त से की। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बेस्ट के आधुनिकीकरण, र्इंधन की बचत और पर्यावरण की रक्षा के लिए इलेक्ट्रिक बसों को बढ़ाया जाना चाहिए। साथ ही बेस्ट के किराए में वृद्धि न की जाए, कर्मचारियों का वेतन और पेंशन समय पर दिया जाए।

गणेशोत्सव के लिए करें
आवश्यक तैयारी
आदित्य ठाकरे ने आयुक्त से यह भी मांग करते हुए कहा है कि मुंबई में बड़ी तादाद में मनाए जानेवाले गणेश उत्सव को महज कुछ ही दिन शेष बचे हुए हैं इसलिए मंडलों और भक्तों को परेशानियों से बचाने के लिए सड़कों की मरम्मत, आगमन-विसर्जन स्थल मार्गों के पेड़ों की बढ़ी डालियों की छंटाई और गणेशोत्सव के लिए यंत्रणा को तैयार रखें।

लोअर परेल में उड़ान पुल पर यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इसलिए इस पुल पर स्ट्रीट लाइट, बस स्टॉप और सीढ़ियों का प्रबंध करें। मनपा के सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में इंटर्नशिप छात्रों के वजीफे को ११ हजार से १८ हजार तक बढ़ाएं। घाती सरकार के ११ जनवरी २०२३ की सूचना के अनुसार, मनपा के कनिष्ठ व दुय्यम अभियंताओं के ८,४९० रिक्त स्थानों को भरने की कार्रवाई पूरा करें। निवासियों, मुसाफिरों और छात्रों की समस्याओं को टालने के लिए भुलाभाई देसाई रोड पर श्याम निवास को. ऑपरेटिव सोसायटी के निकट बैरिकेड्स को हटाएं।
-आदित्य ठाकरे,शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख

सोसायटी की बैठक में अंगूठा चबा गया चेयरमैन … पुलिस कर रही है मामले की जांच

सामना संवाददाता / मुंबई
दहिसर पश्चिम की एक हाउसिंग सोसायटी में हैरान करने वाली घटना हुई है। यहां सोसायटी की बैठक के दौरान एक सदस्य के साथ चेयरमैन की गर्मागर्म बहस हुई। देखते ही देखते बहस झगड़े में तब्दील हो गई। इसके बाद सोसायटी के चेयरमैन ने सदस्य को धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया और फिर खुद उसकी छाती पर बैठकर मारपीट करते हुए उसके बाएं हाथ का अंगूठा चबा गया। इस संबंध में पीड़ित सदस्य ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के बाद पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

हाउसिंग सोसायटी की मीटिंग में हिंसक झड़प
दहिसर की एक हाउसिंग सोसायटी में बड़ी विचित्र घटना घटी है। वहां सोसायटी की मीटिंग में हिंसक झड़प हो गई। सोसायटी के चेयरमैन ने एक सदस्य का अंगूठा काट डाला। यह मामला म्हात्रे वाड़ी स्थित अमरनाथ अपार्टमेंट सोसायटी का है। रविवार की दोपहर सोसायटी के चेयरमैन नित्यानंद परिहार ने सदस्यों की मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में सभी सदस्य अपनी अपनी बातें रख रहे थे। इसी दौरान एक सदस्य आदित्य देसाई ने अपनी समस्या उठाई और इसके लिए चेयरमैन को जिम्मेदार बताया। इसी बात को लेकर दोनों में काफी बहस हुई। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि सोसायटी के चेयरमैन अपनी जगह से उठे और आदित्य देसाई को धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया। इतने से भी मन नहीं भरा तो चेयरमैन नित्यानंद परिहार मारपीट करते हुए आदित्य देसाई की छाती पर बैठ गए। आदित्य देसाई ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो चेयरमैन उनका अंगूठा अपने दांतों से चबा गए। इस घटना में आदित्य देसाई का अंगूठा दो हिस्सों में बंट गया है। इस अस्पताल से आने के बाद देसाई ने पुलिस में शिकायत कराई। पुलिस के मुताबिक, सोसायटी चेयरमैन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

हिम्मत है तो फडणवीस का करो नार्को टेस्ट …खोका घोटाला सामने आएगा! … संजय राऊत का जोरदार हमला

सामना संवाददाता / मुंबई
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नार्को टेस्ट कराओ, मतलब खोका घोटाला, एंटीलिया की साजिश, विधायकों की तोड़फोड़ यह सब बाहर आएगा। इस तरह का जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के नेता व सांसद संजय राऊत ने बोला है। राऊत ने कल नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि भाजपा अनिल देशमुख का नार्को टेस्ट कराने के लिए कह रही है। अगर फडणवीस का नार्को टेस्ट कराया जाए तो अनिल देशमुख पर १०० करोड़ की वसूली के आरोप, शिवसेना नेताओं पर आरोप जैसे तमाम मामले वैâसे किए, यह सब बाहर आएगा।
राजनीति में फडणवीस हैं कच्चे नींबू
उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस राजनीति के कच्चे नींबू हैं। मोदी-शाह ने उन्हें फुगाकर तरबूज कर दिया। चांदिवाल रिपोर्ट पेश होने के अगले १०-१२ दिनों में उन्होंने हमारी सरकार गिरा दी थी। इसमें बहुत ही विस्फोटक जानकारी है और यह रिपोर्ट किसी के सामने न आने पाए, इसीलिए फडणवीस ने हमारी सरकार गिरा दी। इसलिए उन्हें अति होशियार होने का दिखावा नहीं करना चाहिए। उनकी होशियारी हमने लोकसभा में निकाल दी है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि फडणवीस राजनीति नहीं करते, बल्कि लफंगों का गिरोह चला रहे हैं। यह महाराष्ट्र के लिए लगा हुआ प्रत्यक्ष अभिशाप है। इसीलिए ही महाराष्ट्र की संस्कारी राजनीति खत्म हो गई है। इस तरह का आरोप भी संजय राऊत ने लगाया। वे दिल्ली में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। अनिल देशमुख ने जो खुलासा किया और उस पर जवाब देने के लिए फडणवीस को जेल के एक अपराधी प्रवक्ता की मदद लेनी पड़ती है, इसी से ही वे उस चक्रव्यूह में खुद ही फंस गए हैं। अब यह स्पष्ट होता हुआ दिखाई दे रहा है। अनिल देशमुख ने कल एक मुद्दा रखा, जिसमें उन्होंने कहा कि फडणवीस चांदिवाल आयोग की रिपोर्ट का खुलासा क्यों नहीं कर रहे। इस आयोग की ११ महीने तक सुनवाई हुई है और यह रिपोर्ट १,४०० पन्नों की है। इसमें अत्यधिक विस्फोटक जानकारी है। संजय राऊत ने कहा कि इससे पहले कि यह विस्फोटक जानकारी सामने आती, फडणवीस ने शिवसेना विधायकों को तोड़कर सरकार गिरा दी। संजय राऊत ने कहा कि शिवसेना धारावी पुनर्विकास परियोजना में किसी तरह का घोटाला अथवा मुंबई को लुटने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि वर्षा बंगले पर धारावी के बदले मुंबई के २० भूखंडों को अडानी को देने की साजिश रची जा रही है।

मोदी हमेशा पंडित नेहरू का उदाहरण देते हैं, लेकिन नेहरू की संसदीय लोकतंत्र पर अपार श्रद्धा थी। जिस दिन विरोधी पक्षनेता का भाषण होता था, उस दिन वे संसद में उपस्थित रहते थे। नेहरू, लालबहादुर शास्त्री समेत अन्य ने भी इस संसदीय परंपरा का पालन किया, लेकिन मोदी के मन में मजबूत विरोधी पक्षनेता का भय है और राहुल गांधी के रूप में जो तूफान पैदा हुआ है, उसका वे सामना नहीं कर सकते हैं।
-संजय राऊत, शिवसेना नेता व सांसद

धर्मांतरण के नए रैकेट का हुआ खुलासा … निशाने पर गैर मुस्लिम लड़कियां …दोस्ती कर करते हैं ब्रेन वॉश, बदलवाते हैं धर्म

-दिखाते हैं विवादित धर्मगुरु जाकिर नाईक का वीडियो 
-मुंब्रा के बाद अब उल्हासनगर से सामने आया मामला 
-१० के खिलाफ मामला दर्ज, २ गिरफ्तार

नागमणि पांडेय /  मुंबई
धर्मांतरण का रैकेट मुंब्रा के बाद अब उल्हासनगर में भी सक्रिय हो गया है। बताया जाता है कि इस रैकेट में शामिल लोगों के निशाने पर गैर मुस्लिम लड़कियां रहती हैं। ये लोग पहले लड़कियों से दोस्ती करते हैं फिर उन्हें विवादित धर्मगुरु जाकिर नाईक का वीडियो दिखाकर ब्रेन वाश करते हैं फिर उनसे कलमा और नमाज पढ़वाते हैं और उनका धर्म परिवर्तन करा देते हैं। इसी तरह का चौंकानेवाला मामला मुंब्रा के बाद अब उल्हासनगर के विट्ठलवाड़ी से सामने आया है, जहां एक लड़की को इसी तरह से फंसाकर उसका धर्म परिवर्तन करा दिया गया। मामले का खुलासा होने पर लड़की के परिवार के होश उड़ गए, जिसके बाद उन्होंने विट्ठलवाड़ी पुलिस थाने में इस बात की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने भी अपनी जांच में १० लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
कैसे सामने आया मामला?
विट्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले गणेश नगर चाल में रहने वाली पलक (नाम बदला हुआ) जेईई की तैयारी करती थी। लॉकडाउन के दौरान उसके पड़ोस में रहनेवाली महिला आफिदा शेख ने पलक से उसके बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने की गुजारिश की, जिसके बाद पलक महिला के घर जाकर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने लगी। थोड़े समय बाद नवरात्रि के दौरान पलक की मां ने जब उसे नवरात्रि का प्रसाद दिया तो पलक ने यह कहकर प्रसाद लेने से मना कर दिया कि उसका रोजा शुरू है। यही नहीं आफिदा शेख पलक की मां पर पलक का रोजा न तुड़वाने का दबाव डालने लगी। पलक की मां को इस बात का भी पता चला कि पलक ने आफिदा शेख और एक अन्य महिला शबाना शेख के कहने पर नमाज और कलमा पढ़ना, रोजा रखना शुरू किया है। पलक की मां की मानें तो पलक अपने लैपटॉप पर हमेशा जाकिर नाईक का वीडियो देखा करती थी।
फर्जी नोटरी ओर एफिडेविट
जून २०२२ में किसी काम से पलक की मां और पिता कुछ दिनों के लिए घर से बाहर गए थे, तभी इस रैकेट में शामिल एक वकील के माध्यम से फर्जी नोटरी ओर एफिडेविट तैयार किया गया। जिसमें पलक की मां और पिता के फर्जी हस्ताक्षर किए गए। इसके आधार पर पलक का धर्मांतरण कराया गया। जब पलक के माता-पिता वापस आए तो बेटी ने बताया कि उसने इस्लाम अपना लिया है। पलक की मां और पिता ने कागजात और एफिडेविट पर अपने फर्जी हस्ताक्षर देखे तो उनके होश उड़ गए। इसके बाद दोनों ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। इस मामले में पुलिस ने शबाना शेख, महक शेख, अमीना, आफिदा खातून, वसीम, बाबू दास, काजी इलियास निजामी और एड. कमरुद्दीन अंसारी के खिलाफ मामला दर्ज किया। जबकि पलक और सलीम चौधरी को गिरफ्तार किया है।

पूजा खेडेकर मामले के बाद एक्शन मोड में पुलिस : अधिकारियों की गाड़ियों पर लगी बत्ती गुल …मंत्रालय से हो गई शुरुआत पूरे महाराष्ट्र में होगी कार्रवाई

सामना संवाददाता / मुंबई
पुणे में पूजा खेडेकर मामले के बाद नींद से जागी मुंबई पुलिस अब एक्शन मोड में आ गई है। इसके तहत मंत्रालय परिसर में अधिकारियों की गाड़ियों पर लगी बत्तियों को हटाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही लाल बत्ती निकलवाने के बाद संबंधित अधिकारियों को नोटिस भेजने की शुरुआत भी कर दी गई है। इतना ही नहीं, यदि लाल बत्ती लगाने की अनुमति नहीं होगी और फिर भी गाड़ी पर लाल बत्ती को लगा हुआ पाया गया तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई तक की जाएगी। इतना ही नहीं मामला भी दर्ज हो सकता है। बताया गया है कि यह कार्रवाई अब पूरे महाराष्ट्र में हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि पूजा खेडेकर का मामला सामने आने के बाद मुंबई पुलिस की यह महत्वपूर्ण और बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। बताया गया है कि अनुमति न होने के बावजूद किसी अधिकारी ने गाड़ी के ऊपर बत्ती लगाई है तो उस पर कार्रवाई होगी। इसके तहत मुंबई पुलिस ने मंत्रालय के अधिकारियों और बाहर से आनेवाले अधिकारियों की गाड़ियों की जांच करने के लिए विशेष टीम का गठन किया है। ऐसे में जिलाधिकारी से लेकर सचिव तक सभी ने अब गाड़ियों के ऊपर लगी बत्तियों को हटाने की शुरुआत कर दी है।
केंद्र सरकार ने वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए सरकारी गाड़ियों के ऊपर लगनेवाली बत्तियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि, कुछ अधिकारियों को इसे लगाने की अनुमति है, लेकिन मंत्रालय परिसर में आनेवाले कई वाहनों पर पीली बत्ती लगी रहती है और उस पर महाराष्ट्र शासन भी लिखा हुआ रहता है। ऐसे में इनके साथ ही सभी ने गाड़ियों से बत्ती को निकालने की शुरुआत कर दी है। इसके साथ ही, जिन्होंने बत्ती नहीं निकाली तो उन्हें नोटिस भेजी जाएगी।
साल २०१७ से बंद है वीआईपी कल्चर
साल २०१७ के बाद से मंत्रियों और अधिकारियों की गाड़ियों पर लगी लाल बत्ती इतिहास बन गई है। वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार ने कार पर लाल बत्ती न लगाने का पैâसला किया। इसके साथ ही यह भी पैâसला लिया गया कि नीली बत्ती का प्रयोग केवल आवश्यक सेवाओं के लिए किया जाएगा, जिसमें पुलिस, एंबुलेंस, फायरब्रिगेड, आपदा प्रतिक्रिया दल जैसी आवश्यक सेवाओं के लिए इस्तेमाल होनेवाली गाड़ियों पर नीली बत्ती का उपयोग किया जाएगा। लाल बत्ती से संबंधित प्रावधान क्रमांक १०८ को हटा दिया गया है।

बेरोजगार युवाओं पर लॉरेंस गैंग की नजर! …मोटी कमाई का झांसा देकर यूपी और बिहार के लड़कों को करा रहे गैंग में शामिल 

-हथियारों की सप्लाई और शूटरों के तौर पर कर रहे इस्तेमाल
नागमणि पांडेय / मुंबई 
हत्या, हत्या की कोशिश, किडनैपिंग जैसे अन्य दर्जनों मामलों में जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई जेल में बैठकर अपने गिरोह की ताकत बढ़ाने में जुटा है। लॉरेंस के इशारे पर उसके गुर्गे बिहार-यूपी सहित अन्य राज्यों के बेरोजगार युवाओं को मोटी कमाई का झांसा देकर अपने गिरोह में शामिल कर रहे हैं। युवाओं को नेपाल के रास्ते हथियारों की तस्करी के साथ ही इन लड़कों का इस्तेमाल गैंगवार, हथियारों की सप्लाई या फिर हवाला का पैसा इधर-उधर भिजवाने के लिए किया जाता है। ऐसे में अब लॉरेंस गैंग को कंट्रोल करना पुलिस के लिए बेहद मुश्किल हो रहा है। इस बात का खुलासा हाल ही में मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा यूपी के दो शूटरों को गिरफ्तार करने के बाद किया गया था, उसके बाद बिहार के गोपालगंज में चार युवकों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार युवक लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के लिए नेपाल के रास्ते हथियारों की सप्लाई करते थे।
७०० से ज्यादा शार्प शूटरों की भर्ती
जानकारी के मुताबिक, जेल में बंद लॉरेंस का भाई अनमोल बिश्नोई गैंग की जिम्मेदारी संभाले हुआ है, जबकि लॉरेंस का सबसे खासमखास संपत नेहरा इस समय जेल मे बंद है। ऐसे में अनमोल बिश्नोई ने नए लड़कों की भर्ती करने की जिम्मेदारी अपने गुर्गों को दी है। पहले लॉरेंस के लिए इन कामों को नेहरा ही अंजाम दे रहा था। जेल में बंद रहकर भी संपत नेहरा लॉरेंस के गैंग को बढ़ाने काम कर रहा था। सूत्रों की मानें तो पिछले वर्ष जुलाई तक संपत नेहरा ने लॉरेंस गैंग में ७०० से ज्यादा शार्प शूटरों की भर्ती कर चुका है। जब इस बात की भनक पुलिस को लगी तो उस पर नजर  रखा जाने लगा, जिसके बाद से अभी वर्तमान में नेहरा के जेल से एक्टिविटी बंद है।
नेपाल से हथियारों की तस्करी 
अनमोल अब पूरी ताकत के साथ नए-नए लड़कों को बिश्नोई गैंग का हिस्सा बनाकर उन्हें अपराध की दुनिया में धकेल रहा है, जिसका नतीजा है कि इस गैंग में शामिल लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसमें सर्वाधिक संख्या यूपी, बिहार, मुंबई, पुणे के साथ ही साउथ के लड़कों का समावेश है। इसमें यूपी-बिहार के लड़कों का इस्तेमाल अधिक किया जा रहा है, क्योंकि बिहार और यूपी नेपाल से सटा हुआ है, नेपाल के रास्ते हथियारों की तस्करी कर अन्य राज्यों तक ले जाना आसान होता है।

सलमान को मारने की साजिश रचते समय हुआ गिरफ्तार 
साल २०१८ में संपत नेहरा को वापस हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त यह बात सामने आई थी कि वो बॉलीवुड स्टार सलमान खान को मारने की साजिश रच रहा था। लॉरेंस बिश्नोई ने सलमान को मारने का काम संपत को सौंपा हुआ था। तेलंगाना में पहचान छुपाकर वो अपने काम में जुटा हुआ था, लेकिन हरियाणा पुलिस ने उसे धर दबोचा। तब से जेल में रहकर ही यह लॉरेंस के गैंग के लिए काम कर रहा है। इसके लिए शूटरों को भर्ती भी कर रहा है।

एनडीए का राज : धर्म की आड़ में हो रहे कांड! …अयोध्या में जमीनों की खुल्लमखुल्ला लूट

– उद्योगपति और धर्मगुरुओं के लिए बदले गए नियम
– कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप
सामना संवाददाता / लखनऊ
राम की भूमि अयोध्या में भी जमीनों की बेधड़क खरीद-फरोख्त शुरू है और सरकार भी जमीन के दलालों, उद्योगपतियों और फर्म के ठेकेदारों के लिए नियम बदल रही है तथा इस तरह सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है। दरअसल, कुछ महीने पहले उद्योगपति गौतम अडानी, योगगुरु रामदेव और धार्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर से जुड़ी इकाइयों ने अयोध्या में सेना के बफर जोन की जमीन को खरीदा। ये सारे मामले आरटीआई से प्राप्त जानकारी में सार्वजनिक हुए हैं, लेकिन अब उसके आगे की कहानी यह है कि जमीन के ये सभी टुकड़े, जिनकी रजिस्ट्रियां हुई हैं, उन्हें राज्य सरकार ने सेना बफर जोन के रूप में अधिसूचित किया था, क्योंकि यह जमीन सेना की फील्ड फायरिंग और तोपखाना अभ्यास के लिए आरक्षित सेना की जमीन के ठीक बगल में है। अब सरकार ने राज्यपाल की मदद से उन विशेष गांव को डीनोटिफाई कर दिया। आखिर, यह सब किसके लिए किया गया है। यह बताने की जरूरत नहीं है, सभी को सरकार और उद्योगपतियों सहित धर्म के नाम पर सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वालों के नाम पता चल गया होगा।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि देखिए धर्म और राष्ट्रवाद की आड़ में लोग क्या कांड कर रहे हैं। बता दें कि पैâजाबाद में एक छावनी और डोगरा रेजिमेंटल सेंटर के साथ-साथ एक आवास और पैदल सेना ब्रिगेड भी है। अयोध्या में राम मंदिर मूर्ति के अभिषेक से ठीक दो महीने पहले नवंबर २०२३, अडानी समूह की सहायक कंपनी होमक्वेस्ट इंप्रâास्पेस ने सरयू नदी के तट पर स्थित एक निर्जन क्षेत्र माझा जमथरा में १.४ हेक्टेयर से अधिक जमीन खरीदी। यह जगह मंदिर परिसर से मात्र ६ किमी पर है। अडानी समूह की सहायक कंपनी ने यह जमीन पूर्व भाजपा विधायक सी.पी. शुक्ला द्वारा स्थापित फर्म से खरीदी थी। शुक्ला ने इसको पिछले साल अयोध्या के एक निवासी से खरीदी थी। फरवरी २०२२ में श्रीश्री रविशंकर द्वारा स्थापित फाउंडेशन, ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ ने माझा जमथरा के उसी क्षेत्र में ५.३१ हेक्टेयर से अधिक जमीन खरीदी। श्रीश्री की संस्था खुद को धर्मार्थ ट्रस्ट बताती है। जुलाई २०२३ में हरियाणा योग आयोग के अध्यक्ष जयदीप आर्य, जो योग गुरु और उद्यमी रामदेव के भारत स्वाभिमान ट्रस्ट से भी जुड़े हैं।

झूठ बोल रहे देवेंद्र फडणवीस परमवीर सिंह के साथ हुई थी डील … पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख का गंभीर आरोप

सामना संवाददाता / मुंबई
देवेंद्र फडणवीस झूठ बोल रहे हैं। परमवीर सिंह और फडणवीस के बीच डील हुई थी। इस तरह का गंभीर आरोप पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने लगाया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर अनिल देशमुख ने सवाल पूछा था कि महायुति सरकार ने आज तक चांदिवाल रिपोर्ट सार्वजनिक क्यों नहीं की? इसका जवाब देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि यह रिपोर्ट महाविकास आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में पेश हुई थी। इस पर अनिल देशमुख ने कहा कि फिलहाल, वह रिपोर्ट सार्वजनिक करने से पहले ही ४० विधायकों को ५० करोड़ रुपए देकर फडणवीस ने सरकार को ही गिरा दिया।

परमवीर सिंह थे मास्टरमाइंड
अनिल देशमुख ने कहा कि जब मैं गृहमंत्री था, तब परमवीर सिंह मुंबई के पुलिस आयुक्त थे और फडणवीस विरोधी पक्षनेता थे। फडणवीस ने कहा था कि मैं परमवीर सिंह को यह वैâसे कह सकता हूं कि अनिल देशमुख पर आरोप लगाओ, लेकिन जिस समय मैं गृहमंत्री था, उस समय मुकेश अंबानी के आवास के सामने एक स्कॉर्पियों में विस्फोटक रखा गया था। उसके बाद कार मालिक की भी हत्या हो गई। इन दोनों अपराधों में मुंबई पुलिस के तत्कालीन आयुक्त परमवीर सिंह मास्टरमाइंड थे। सिंह को एनआईए गिरफ्तार करनेवाली थी, तब परमवीर सिंह और फडणवीस में बातचीत हुई।

परमवीर सिंह फडणवीस की शरण में पहुंचे और गिरफ्तार न करने का उन्होंने आग्रह किया। इसका लाभ उठाते हुए उस समय हमारी सरकार को गिराने के लिए फडणवीस ने सिंह को मुझ पर आरोप लगाने के लिए कहा। इस तरह की डील उनमें हुई थी, इसीलिए ही सिंह ने मुझ पर आरोप लगाए थे।
-अनिल देशमुख, पूर्व गृहमंत्री