क्या बोले बोले शक्तिमान?

सोनाक्षी सिन्हा ने २३ जून को जहीर इकबाल से शादी की। शादी के बाद कपल को काफी ट्रोल किया गया। अब शक्तिमान यानी एक्टर मुकेश खन्ना ने भी उनकी शादी पर रिएक्ट किया है। उनका कहना है कि प्यार का कोई मजहब नहीं होता है। उन्होंने कहा कि इसमें हिंदू-मुस्लिम का एंगल मत डालिए। सोनाक्षी ने जहीर से अचानक शादी नहीं की है। उन्होंने ७ से ८ साल साथ रहने के बाद शादी का पैâसला लिया। ऐसे में हिंदू-मुस्लिम का कोई एंगल ही नहीं है। लव जिहाद का मामला तब होता है, जब कोई छोटी बच्ची को बहला-फुसलाकर शादी कर लेता है। जब साल भर जानने के बाद ही आप किसी के बहकावे में आ जाते हैं तो वहां मामला बिगड़ जाता है। ये एक सेंसीटिव और पॉलिटिकल मैटर है। ये दोनों एक्टर हैं, क्या इससे पहले हिंदू-मुस्लिम ने शादी नहीं की है। हमारे समय में भी कई लोगों ने ऐसे शादी की थी। वो सभी आज भी अपनी लाइफ में खुश हैं।

प्लानिंग बदल गई

अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा २ पहले १५ अगस्त को रिलीज होने वाली थी, जिसे पोस्टपोन कर दिया गया। मेकर्स की तरफ से पोस्टपोन होने की पहली वजह फिल्म की शूटिंग पूरी न होना बताया गया। वैसे चर्चा ये भी चाली कि फिल्म में विलेन बने फहाद फाजिल और डायरेक्टर सुकुमार के बीच सब कुछ सही नहीं चल रहा। फहाद, डायरेक्टर से काफी नाराज हैं। वैसे अल्लू अर्जुन की फिल्म के दो गाने आ चुके हैं। इसमें पहला- ‘पुष्पा पुष्पा’ और दूसरा- ‘अंगारों’ और दोनों ही गानों को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था। हालांकि, इन गानों के बाद मेकर्स की तरफ से आगे कुछ भी एलान नहीं किया गया। वैसे एक रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म की ३१ अगस्त तक शूटिंग पूरी करने की कोशिशें की जा रही हैं। डायरेक्टर सुकुमार भी फिल्म को जल्द पूरा करने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।

`तौबा-तौबा’ शानदार

बॉलीवुड में विक्की कौशल की अपकमिंग फिल्म ‘बैड न्यूज’ से उनका एक शानदार डांस मूव्स सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। कई सेलेब्स ने उनकी डांस मूव्स की तारीफ की। अब सलमान खान ने भी विक्की का डांस वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया है। सलमान ने उनके डांस मूव्स की तारीफ भी की है। उन्होंने इंस्टा स्टोरी पर वीडियो सॉन्ग ‘तौबा तौबा’ शेयर कर वैâप्शन में लिखा- शानदार मूव्स विक्की, गाना बहुत अच्छा लग रहा है। बेस्ट विशेज। सलमान खान से तारीफ पाकर विक्की कौशल को बेहद खुशी हुई। उन्होंने भी सलमान का शुक्रिया अदा किया। विक्की ने इंस्टाग्राम स्टोरी शेयर करते हुए लिखा- सो स्वीट ऑफ यू सलमान सर। थैंक्यू सो मच। मेरे और मेरी टीम के लिए आपके शब्द बहुत मायने रखते हैं। वैसे ऋतिक रोशन ने भी विक्की कौशल के डांस की तारीफ की थी। उन्हें विक्की का डांस मूव्स बेहद पसंद आया। उन्होंने लिखा- वेल डन मैन…स्टाइल पसंद आया। विक्की कौशल ने ऋतिक के उस कमेंट पर लिखा- जीवन सफल हो गया।

बॉबी-आलिया में टक्कर

वाईआरएफ स्पाई यूनिवर्स की अगली फिल्म को लेकर काफी दिनों से अपडेट्स आ रहे थे। अब इसमें एक नया अपडेट आया है। वो अपडेट ये है कि इस फिल्म में आलिया भट्ट और बॉबी देओल की टक्कर होने वाली है। मेकर्स ने इस फिल्म के नाम से भी पर्दा उठा दिया है। आलिया भट्ट, बॉबी देओल और शरवरी वाघ की इस फिल्म का नाम ‘एल्फा’ होने वाला है। मेकर्स ने एक छोटा सा टीजर शेयर करते हुए फिल्म के नाम का अनाउंसमेंट कि है। हालांकि, इस टीजर में किसी भी सितारे की कोई झलक नहीं दिखाई गई है। वीडियो की शुरुआत आलिया भट्ट के वॉइस ओवर के साथ होती है, जिसमें वो कहती हैं, `ग्रीक एल्फाबेट का सबसे पहला अक्षर और हमारे प्रोग्राम का मॉडल, सबसे पहले, सबसे तेज, सबसे वीर। ध्यान से देखो तो हर शहर में एक जंगल है और जंगल में हमेशा राज करेगा एल्फा।’ टीजर के आने के बाद ये भी साफ हो गया है कि ये एक्शन फिल्म होने वाली है, जिसके लिए आलिया भट्ट और शरवरी वाघ ने अपनी-अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है। वैसे मेकर्स ने बॉबी देओल के नाम की ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं की है। माना जा रहा है कि विलेन के किरदार में नजर आने वाले हैं।

 

 

 

क्लीन बोल्ड : १२५ करोड़ का बंटवारा

अमिताभ श्रीवास्तव

विश्वकप तो जीत गए। इनामी राशि का अब बंटवारा वैâसे होगा? वो भी १२५ करोड़ रुपए का? जी हां, बीसीसीआई द्वारा खिलाड़ियों को दी गई १२५ करोड़ रुपए की इनामी रकम आखिर हर खिलाड़ी में वैâसे बंटेगी? चर्चा के अनुसार, १२५ करोड़ रुपए की रकम १५ सदस्यीय टीम, चार रिजर्व खिलाड़ियों और करीब १५ सदस्यीय सपोर्ट स्टाफ के बीच बांटी जाएगी। वहीं सपोर्ट स्टॉफ में हेड कोच राहुल द्रविड़ की अगुवाई में बैटिंग कोच विक्रम राठौर, बॉलिंग कोच पारस म्हांब्रे, फील्डिंग कोच टी, दिलीप, तीन थ्रो-डाउन स्पेशलिस्ट, तीन फिजियो, एक ट्रेनर, मैनेजर, लॉजिस्टिक मैनेजर, वीडियो ऑडियो एनालिस्ट, सिक्योरिटी और इंटेग्रिटी ऑफिसर शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार, टीम के १५ सदस्यीय टीम के हर खिलाड़ी को करीब ५ करोड़ रुपए इनामी राशि मिलने की उम्मीद है, जबकि सपोर्ट स्टाफ (१५ लोग) और चार रिजर्व खिलाड़ियों को एक-एक करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद है। यह अनुपात बताने के लिए काफी है कि टीम की सफलता में मैदान और मैदान के बाहर के खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण रही है।
महाराज की सुनो
विश्वकप संपन्न हुए समय हो गया। विश्व विजेता टीम स्वदेश भी लौट आई, स्वदेश में उनका जमकर स्वागत भी हो गया। इसके बावजूद पूरे क्रिकेट विश्व में जिस एक कैच की चर्चा में दो फाड़ हुए लोग हैं, अपने बयानों से बाज नहीं आ रहे। आज तक सूर्यकुमार यादव द्वारा डेविड मिलर का पकड़ा कैच उन्हें सोने नहीं दे रहा, जबकि वो एकदम सही कैच था और यदि न भी होता, तब भी टीम इंडिया के जीतने के चांसेस ज्यादा थे। बहरहाल, इस विवाद को खत्म करने की अपील दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी केशव महाराज ने की है। एक मीडिया इंटरव्यू में केशव महाराज ने कहा कि उन्हें वर्तमान स्थिति पर ध्यान रहना चाहिए और पैâसले को बदला नहीं जा सकता। उन्होंने कहा- मैं सच कहूं तो मुझे हार से बहुत निराशा हुई है। जो भी फैसला लिया गया या नहीं लिया गया, उसे अब बदला नहीं जा सकता। नकारात्मक चीजों पर चर्चा करने से कभी किसी का फायदा नहीं हुआ है। एक समय आएगा जब हम कुछ अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे, हम एक समय पर ऐसा जरूर करेंगे। जो हो चुका है, उसे हमें भुलाकर आगे बढ़ना होगा।
संन्यास अभी
बहुत दूर है
जब विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा ने टी-२० क्रिकेट को अलविदा कह दिया तो खबर आई कि जसप्रीत बुमराह भी संन्यास लेने वाले हैं। पता नहीं क्यों अफवाह ़पैâलाने वाले बुमराह जैसे खिलाड़ी को जल्दी से टीम इंडिया से दूर रखना चाहते हैं। हालांकि, बुमराह ने खुद ही स्पष्ट कर दिया कि ये सब मनगढ़ंत बातें हैं। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपने संन्यास के प्लान पर बड़ा बयान दिया है, जो पैंâस को बेहद सुकून देने वाला है। ३० वर्षीय तेज गेंदबाज ने `विक्ट्री परेड’ के दौरान कहा, `यह (संन्यास) अभी बहुत दूर है। मैंने अभी शुरुआत की है। उम्मीद है यह अभी बहुत दूर है।’ टी-२० वर्ल्डकप २०२४ में जसप्रीत बुमराह का प्रदर्शन काफी बेहतरीन रहा था। टीम के लिए उन्होंने कुल ८ मुकाबलों में शिरकत की। इस बीच उन्होंने ८ पारियों में ८.२६ की औसत से १५ सफलता प्राप्त की। टूर्नामेंट में उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन ७ रन खर्च कर ३ विकेट रहा। यहां उन्होंने महज ४.१७ की इकोनॉमी से रन खर्च किए थे।

उड़न छू : नंगा राजा

अजय भट्टाचार्य

एक रात नींद में एक राजा को भगवान के वस्त्र पहनने की इच्छा हुई। उसने अपने राज्य में मुनादी करा दी कि जो भगवान के वस्त्र ला कर देगा, उसे मुहमांगा इनाम दिया जाएगा। राजा की मुनादी से प्रजा परेशान, क्योंकि भगवान के वस्त्र लाना लोगों के लिए असंभव था। एक चतुर व्यक्ति ने आकर राजा से कहा कि मैं तीन महीने में भगवान का वस्त्र लाकर दूंगा, लेकिन मुझे तीन करोड़ सोने की अशर्फियां और कुछ सामान चाहिए। राजा ने तुरंत धन और आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति कर दी। उस व्यक्ति ने धन को अपने परिवार को सौंप दिया, तभी मंत्री ने कहा कि महाराज अगर यह भाग गया तो इसे कहां ढूंढ़ते फिरेंगे।
व्यक्ति ने कहा- राजन धन मैंने परिवार को दिया है, लेकिन मैं महल में ही रहूंगा। एक कमरे की व्यवस्था करा दी जाए। तीन महीने बीत गए, नियत समय पर चालाक व्यक्ति को आना था पूरा दरबार सजा था, उत्सुकता थी भगवान के वस्त्र देखने की। तय समय पर वह व्यक्ति एक भव्य संदूक लिए दरबार में हाजिर हुआ और उसने महाराज से कहा कि राजन वस्त्र देते समय भगवान ने दो शर्तें रखी थीं। पहली शर्त वस्त्र पहनने से पहले दूसरा शर्त वस्त्र पहनने के बाद बताने के लिए भगवान ने कहा है। चूंकि राजा अति उत्साहित था, उसने कहा कि जल्दी शर्त बताओ और वस्त्र के दर्शन कराओ। चालाक व्यक्ति ने पहली शर्त बताई कि यह वस्त्र उसी को दिखेगा, जो अपने बाप की औलाद होगा, कहकर वस्त्र निकालने लगा।
उसके हाथ में कुछ भी नही था, लेकिन उसने बहुत आत्मविश्वास के साथ कहा- राजन भगवान का मुकुट कितना सुंदर है, इसे पहनकर आप दिव्य लगेंगे। पूरा दरबार सन्न, क्योंकि किसी को कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। सभी के मन में शंका पैदा हो गई। लोग एक-दूसरे को सशंकित नजरों से देखने लगे। राजा, रानी, मंत्री, राजमाता सभी उस व्यक्ति के झूठ के जाल में फंस चुके थे और पूरा राज दरबार एक साथ बोल पड़ा, सचमुच महाराज ऐसा मुकुट तो आज तक हमने नहीं देखा, इसे पहनकर आप दिव्य लगेंगे। राजा सोचने लगा कि सभी को दिख रहा है, मुझे क्यो नहीं। पूछ भी नहीं सकता था, क्योंकि पूछने पर सबको पता चल जाएगा कि राजा अपने बाप की औलाद नहीं है। बदनामी भी होगी। उसने भी कह ही दिया कि सचमुच मुकुट दिव्य है। अब एक-एक कर राजा के सारे वस्त्र उतरने लगे, दरबारी राजा की जय-जयकार कर रहे थे। राजा समझ रहा था कि लोग भले ही जयकारा लगा रहे हैं, लेकिन वो निर्वस्त्र होता जा रहा है। मरता क्या न करता। उसने सोचा कि चलो इतने ही लोग मुझे निर्वस्त्र देखेंगे। राजा पूरी तरह जब निर्वस्त्र हो गया, तब उस चालाक व्यक्ति ने भगवान की दूसरी शर्त बतानी शुरू की और कहा कि भगवान ने कहा था कि जब राजा मेरा वस्त्र पहनकर सुसज्जित हो जाए तो राजा को पूरे राज्य में भ्रमण करना होगा, ताकि भगवान के वस्त्र का दर्शन सभी प्रजा को मिल सके। राजा को सांप सूंघ गया तो उसने कहा महाराज डरो मत आपके रथ के आगे मुनादी होती रहेगी कि यह वस्त्र उसी को दिखेगा, जो अपनी बाप की औलाद होगा। राजा ने भ्रमण किया, वहां कोई ऐसा नहीं मिला, जो कह दे कि राजा निर्वस्त्र है। ग्रामीणों ने समझा बड़े लोगों के चोचले भी भिन्न होते हैं। कोई इसलिए नहीं बोला कि बोलकर बैर कौन पाले। बहरहाल, चतुर व्यक्ति अपनी चाल में सफल हो चुका था। अचानक राजसी जुलूस के सामने एक बच्चा आकर खड़ा हो गया और बोला राजा तो नंगा है। राजा ने मन में विचार किया कि यह बच्चा इतना छोटा है कि इसे अभी तक यह ज्ञान नहीं हुआ कि बता या जान सके कि वह अपने बाप की औलाद है। राजा की आंख खुल गई। उसने देखा कि यह तो सपना मात्र था।
लोकतंत्र में जनता राजा होती है। १०-११ साल पहले एक चतुर मंडली जनता रूपी राजा के सामने यह कहकर आई कि राजाजी आपके राज में बहुत कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। आप हमें प्रशासन संचालन मंडल में स्थान दें, फिर देखिए आपका राज स्वर्ग से ज्यादा सुंदर होगा। लेकिन ध्यान रखिए कि हमारा कामकाज उन्हीं को दिखाई देगा, जो देशभक्त होंगे, जो खास धर्म को मानने वाले होंगे। खास धर्म वाले भी अगर मंडली के कामकाज में नुक्ताचीनी करेंगे तो वे धर्मविरोधी होंगे। जनता रूपी राजा चतुरों की चाल में आ गया और मंडली को राजकाज सौंप दिया। मंडली ने धीरे-धीरे राजा को ही अपाहिज करना शुरू किया और राजभोग करने वाले राजा को पांच किलो राशन में समेट दिया। हद तो तब हो गई, जब मंडली के नेता ने खुद को भगवान से बड़ा सिद्ध करने की चाल चली। राजा की तरफ से कोई भी मंडली के खिलाफ बोलता तो मंडली उसे देशद्रोही/धर्मद्रोही कहने लगती। लोकतंत्र का राजा अर्थात प्रजा ने मंडली के मायाजाल में जरा सा सुराख कर दिया और मंडली मुखिया समेत हवा से उतरकर जमीन पर आ गई, मगर प्रपंच नहीं छूटा। नौकर/सेवक से राजा बने मंडलाधीश की असली तस्वीर उजागर करने वाले हर व्यक्ति को झुट्ठन राजा का गिरोह बाल बुद्धि साबित करना चाहता है, क्योंकि बाल यानी बच्चा नकली राजा का नंगापन उजागर कर रहा है।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)

सत्विक-चिराग तैयार

पेरिस ओलिंपिक में अब बहुत कम ही दिन बचे हैं। इसके लिए दुनियाभर की टीमें तैयारी में जुट गई हैं। ऐसे में स्टार भारतीय पुरुष युगल जोड़ी सात्विक साईराज रंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी पेरिस ओलिंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। दोनों को अपने प्रतिद्वंद्वी की सर्विस में बहुत सारी विविधता जैसे ‘टंबल’, ‘स्पिन’ और ‘वाइड’ से परेशानी होती रही है, जिसमें विशेष रूप से कोरियाई और इंडोनेशियाई जोड़ियां शामिल हैं, जिन्होंने हाल के टूर्नामेंट में इनका इस्तेमाल किया। चिराग ने कहा कि उन्होंने इस नई चुनौती से पार पा लिया है और पेरिस ओलिंपिक के दौरान इससे निपटने के लिए आत्मविश्वास से भरे हैं। सात्विक ने कहा कि टोकियो ओलिंपिक में खेलने का अनुभव पेरिस ओलिंपिक की हमारी तैयारियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस तरह के ऊंचे स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने से हमें महत्वपूर्ण सीख मिली कि दबाव से वैâसे निपटा जाए, फोकस वैâसे रखा जाए और खेलने की विभिन्न परिस्थितियों के अनुकूल किस तरह हुआ जाए।

राजस्थान का रण : सरकार ने नहीं दिया कोई जवाब

गजेंद्र भंडारी

गुरुवार को राजस्थान में बजट सत्र के दूसरे दिन की चर्चा हंगामेदार रही। मदन दिलावर के इस्तीफे की मांग पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इससे पहले हंगामे की शुरुआत शून्यकाल के दौरान ही हो गई थी, जब शिव के निर्दलीय विधायक रविंद्र भाटी के सवाल पर कोई मंत्री जवाब देने के लिए खड़ा नहीं हुआ। दरअसल, रविंद्र सिंह भाटी ने शून्यकाल के दौरान सरकार से एक सवाल पूछा। सवाल उनके विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा था, लेकिन इस सवाल का जवाब रविंद्र भाटी को नहीं मिल सका। इस पर जब विपक्ष ने नारेबाजी शुरू की तो संसदीय कार्यमंत्री जवाब देने को उठे, लेकिन जब तक मंत्री भाटी के सवाल का जवाब देते, तब तक प्रश्नकाल का समय समाप्त हो चुका था। भाटी ने सवाल पूछा था कि शिव में राजस्थान स्टेट माइंस एंड मिनरल की ओर से २०१८-१९ सीएसआर फंड के तहत कितनी राशि स्वीकृत की गई? इसके साथ ये भी पूछा था कि स्थानीय निवासियों में कितने लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण किए गए? कितनी बीमारियों की राशि की दवाइयां नि:शुल्क वितरित की गई? लेकिन रवींद्र सिंह भाटी के सवाल के जवाब में जब कोई मंत्री नहीं खड़ा हुआ तो विपक्ष ने हंगामा किया।
पक्ष-विपक्ष दोनों आमने-सामने
राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस ने जमकर हल्ला मचाया। इस दौरान हंगामे के बीच बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही एक-दूसरे के सामने हो गई। दोनों ही दलों ने जमकर नारेबाजी की। हंगामा बढ़ते देखकर स्पीकर वासुदेव देवनानी को आधे घंटे तक विधानसभा स्थगित करनी पड़ी। इस बीच सत्र की शुरुआत से ही कांग्रेस ने अपने तीखे तेवर अपनाए। वहीं खाद्य मंत्री सुमित गोदारा ने भी नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली पर बड़ा तंज कसा। उन्होंने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस जूली को अपना नेता नहीं मानती है। ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत और वैर विधायक बहादुर सिंह कोली ने बीते दिनों बयान दिया था कि अफसर जनप्रतिनिधियों की नहीं सुनते हैं। इस बयान को साधते हुए जूली ने भजनलाल सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि बारां जिले के समीपवर्ती इलाके किशनगंज में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है।

किरोड़ीलाल मीणा का छलका दर्द
राजस्थान में लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद से विपक्ष वैâबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा पर हमलावर था। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्प्रâेंस कर पूछा कि अब किरोड़ी इस्तीफा कब देंगे? इधर मीणा के इस्तीफे को लेकर गाहे-बागाहे बयानबाजियां होती रहीं। आखिरकार, गुरुवार को राजस्थान के कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने अपने पद से इस्तीफे का एलान कर दिया। अचानक ऐसा क्या हुआ कि चुनाव परिणाम के बाद इस्तीफे पर लंबी चुप्पी के बाद मीणा ने ऐसा किया। इस पूरे मामले पर मीणा ने कहा कि मुझे दिल्ली बुलाया गया है। मैं जाऊंगा। उनको संतुष्ट करूंगा कि मैं नाकामयाब रहा। पार्टी को जिता नहीं सका। मैंने वचन दिया था कि अगर पार्टी नहीं जीती तो मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। मेरी नैतिक जिम्मेदारी बनती थी कि मैं पार्टी से इस्तीफा दे दूं। जब मेरी पार्टी दौसा में नहीं जीती तो मैंने मुख्यमंत्री जी से मिलकर आग्रह किया पर, उन्होंने इस्तीफा स्वीकार करने से मना कर दिया। उन्होंने पूरी तरह से इस्तीफा ठुकरा दिया था।

क्या बुमराह करेंगे विराट की याचिका पर साइन?

भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों का भारत लौटने के बाद मुंबई में जोरदार स्वागत हुआ। भारतीय टीम जब सम्मान समारोह के लिए वानखेड़े स्टेडियम पहुंची तो इस दौरान विराट कोहली ने जसप्रीत बुमराह की तारीफों के पुल बांध दिए। विराट ने तारीफ करते समय एक ऐसी बात कह दी, जिससे सभी हैरान हैं। दरअसल, उन्होंने बुमराह को राष्ट्रीय खजाना बताते हुए सबसे पहले याचिका पर साइन करने की बात कही। बता दें कि बुमराह ने वर्ल्डकप के दौरान केवल ४.१७ प्रति ओवर के हिसाब रन दिए, जिससे वो टी-२० वर्ल्डकप के इतिहास के सबसे सस्ते गेंदबाज बन गए हैं। उनके इसी घातक गेंदबाजी को देखकर विराट कोहली ने उन्हें वानखेड़े स्टेडियम में भारत का राष्ट्रीय खजाना और दुनिया का आठवां अजूबा बताया। सम्मान समारोह को होस्ट कर रहे गौरव कपूर ने विराट से एक याचिका पर साइन करने को लेकर पूछा, जिसमें जसप्रीत बुमराह को राष्ट्रीय खजाना घोषित किया जाएगा। विराट ने कहा कि वो तुरंत इसके लिए तैयार हैं। बस वो बुमराह से इसके लिए समय मांग लें।

बधाई हो अब हमारी बारी

भारतीय क्रिकेट टीम के विश्वकप जीतने पर भारत में काफी खुशी का माहौल है। भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने भी भारतीय टीम को इस शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी है। भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि एक खिलाड़ी होने के नाते बड़े टूर्नामेंट में जाना और अच्छा प्रदर्शन करके विश्वकप जीतना, उससे बड़ी कोई बात नहीं है। पूरा देश आपके साथ झूम रहा है और इससे बड़ी गर्व की बात और क्या हो सकती है। हरमनप्रीत ने कहा कि हमारी भी यही कोशिश है कि ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर देशवासियों को यही खुशी फिर से दें। देश के साथ इन पलों को हम भी जिएं। मेरे लिए इससे बड़ी गर्व की बात और कोई नहीं होगी। बता दें कि भारतीय हॉकी टीम ने पिछले ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। इस बार के ओलिंपिक में भारत से गोल्ड मेडल की उम्मीद की जा रही है। ओलिंपिक में प्रदर्शन को लेकर हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि जब टोकियो में हमने ४१ साल बाद पदक जीता तो हॉकी के लिए यह टॉनिक की तरह रहा।