बिहार के चुनावी वर्ष में होली और जुम्मे की नवाज को लेकर राजनीतिक दलों में बवाल

अनिल मिश्र / पटना

जुम्मे के नवाज को लेकर होली ब्रेक लेने की सलाह देने वाली दरभंगा की मेयर अंजुम आरा के बयान पर बवाल बढ़ गया है। अंजुम आरा जदयू की नेता भी हैं, लेकिन अब अंजुम आरा को पार्टी से निकालने की बात कही जाने लगाी है। नीतीश सरकार के मंत्री और पार्टी नेता अशोक चौधरी ने अंजुम आरा को पार्टी से निष्कासित कर देने की बात कही है। अशोक चौधरी ने कहा कि दरभंगा मेयर को पार्टी से निकाल देना चाहिए। ऐसे बयान बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। दरभंगा मेयर के बयान पर ग्रामीण विकास मंत्री मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सामाजिक और राजनीतिक जीवन जीने वाले ऐसे नेताओं को इस तरह के बयान से परहेज करना चाहिए। होली पर्व के मौके पर सौहार्दपूर्ण तरीके के साथ होली खेलना चाहिए।इससे पहले नीतीश सरकार के मंत्री और बीजेपी नेता नितिन नवीन ने दरभंगा मेयर के इस बयान को भड़काऊ कहा है। नितिन नवीन ने कहा कि सरकार दरभंगा मेयर के बयान पर संज्ञान लेकर कार्रवाई करेगी। मुस्लिम भाई निकल कर नमाज पढ़ने जाएं तो किसको आपत्ति होगी, किसी ने रोक नहीं लगाई है। इस पर जदयू की नेता और मंत्री मदन सहनी ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोई परेशानी ना हो, होली भी होगी और जुमे की नमाज भी पढ़ी जाएगी। वहीं इस मसले पर बीजेपी विधायक हरिभूषण बचौल ने कहा कि दरभंगा मेयर की बात किसी तरह से स्वीकार नहीं है। यह लोग आग लगाने वाली बात कर रहे हैं। गजवा-ए-हिंद और खलीफागिरी तथा इस्लामिक स्टेट बनाना चाहते हैं, जिसका प्रतिक्रार होगा। धर्मनिरपेक्षता के ठेकेदार जो लोग मेरी बात पर बयान दे रहे थे, उन लोगों की बकार क्यों बद हो गई? वोट बैंक की लालच में जुबान पर ताला क्यों लग गया? उनको भी दरभंगा की मेयर पर बोलना चाहिए कि मेयर के बारे में उनका क्या विचार है? मेयर के परिवार की गतिविधियां संदिग्ध रही हैं। उनका परिवार भी संदिग्ध है।
इससे पहले भी होली पर्व और जुमे की नमाज को लेकर लगातार बयानबाजी हो रही है। दरअसल दरभंगा की मेयर ने सलाह दी है कि जुमे की नमाज को देखते हुए डेढ़ घंटे तक होली को रोका जाना चाहिए। दरभंगा नगर निगम की मेयर अंजुम आरा ने अपील करते हुए कहा है कि नमाज का समय तो मुकर्रर है और उसे नहीं रोका जा सकता है इसलिए होली डेढ़ घंटे तक के लिए रोक दी जाए। समाहरणालय परिसर स्थित डॉ. आंबेडकर सभागार में आयोजित जिला शांति समिति की बैठक आयोजित की गई थी। डीएम राजीव रौशन ने कहा कि होली के दौरान किसी व्यक्ति को जबरदस्ती रंग या अबीर नहीं लगाकर विवाद पैदा नहीं करें। अश्लील गाने पर प्रतिबंध रहेगा। डीजे को भी प्रतिबंधित किया गया है। इस बैठक में मेयर अंजुम आरा भी मौजूद थी। लेकिन बैठक से वो अचानक बीच में ही बाहर निकल आईं। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं यहीं कहना चाहती हूं कि जहां पर भी आप लोगों को जरा सा भी लगता है तो प्रशासन की मदद लीजिए, ताकि कोई भी दुर्घटना होने से बचे। साढ़े बारह बजे से दो बचे के बीच होली को रोक दिया जाए। नमाज के लिए दो घंटे होली का ब्रेक होना चाहिए, क्योंकि जुमा के टाइम को तो आगे किया नहीं जा सकता है। इसलिए सभी लोगों से आग्रह है कि साढ़े बारह बजे से दो बजे तक होली का कार्यक्रम रोका जाए और मस्जिद तथा जहां नमाज पढ़ने जाते हैं, लोग उससे थोड़ा दूरी बना कर रहा जाए।

होली विशेष : रंग-बिरंगी होती है राजस्थान में होली

रमेश सर्राफ धमोरा

होली का त्योहार हर साल पूरे भारत में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। राजस्थान में भी ठीक उसी तरह होली मनाई जाती है। होली जिसे मूल रूप से ‘होलिका’ के नाम से जाना जाता है। केवल एक आधुनिक उत्सव नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति में गहराई से अंतर्निहित एक सदियों पुरानी परंपरा है। इसके शुरुआती संदर्भ जैमिनी के पूर्व मीमांसा-सूत्र और कथक-गृह्य-सूत्र जैसे प्राचीन धार्मिक कार्यों में पाए जा सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि होली आर्य सभ्यता में मनाई जाती थी।
होली वसंत ऋतु की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। होली महोत्सव की विशिष्ट तिथि हर साल अलग-अलग हो सकती है, क्योंकि यह हिंदू कैलेंडर में फागुन महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। होली के अवसर पर राजस्थान के विभिन्न शहरों में कईं तरह के आयोजन किए जाते हैं। राजस्थान में होली के विविध रंग देखने में आते हैं। होली के दिनों में जयपुर के इष्टदेव गोविंद देव मंदिर में नजारा देखने लायक होता है। राजस्थान के मंदिरों में होली पर रंग-गुलाल के साथ फाग उत्सव का आयोजन किया जाता है।
बीकानेरी होली का सबसे आकर्षण का केंद्र होता है पुष्करणा समाज के हर्ष व व्यास जाति के बीच खेला जाने वाला डोलची। पानी का खेल डोलची चमड़े से बना एक ऐसा पात्र है, जिसमें पानी भरा जाता है व जोरदार प्रहार के साथ सामने बाले की पीठ पर इस पानी को मारा जाता है। बाड़मेर में पत्थर मार होली खेली जाती है तो अजमेर में कोड़ा अथवा सांतमार होली लोग बहुत धूम-धाम से मनाते हैं। हाड़ोती क्षेत्र के सांगोद कस्बे में होली के अवसर पर नए हिजड़ों को हिजड़ों की जमात में शामिल किया जाता है। इस अवसर पर बाजार का न्हाण और खाड़े का न्हाण नामक लोकोत्सवों का आयोजन होता है। खाडे के न्हाण में जम कर अश्लील भाषा का प्रयोग किया जाता है।
भरतपुर के ब्रजांचल में फाल्गुन का आगमन कोई साधारण बात नहीं है। ब्रज के गांव की चौपालों पर ब्रजवासी ग्रामीण अपने लोकवाद्य बम के साथ अपने ढप, ढोल और झांझ बजाते हुए रसिया गाते हैं। डीग क्षेत्र की ग्रामीण महिलाएं अपने सिर पर भारी भरकम चरकुला रखकर उस पर जलते दीपकों के साथ नृत्य करती हैं। संपूर्ण ब्रज में इस तरह आनंद की अमृत वर्षा होती है। यह परम्परा ब्रज की धरोहर है। बरसाने, नंदगांव, कामां, डीग आदि स्थानों पर ब्रज की लठमार होली की परंपरा आज भी यहां की संस्कृति को पुष्ट करती है। चैत्र कृष्ण द्वितीया को दाऊजी का हुरंगा भी प्रसिद्ध है। ब्रहृमानगरी पुष्कर की कपड़ा फाड़ होली ने देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी धाक जमा ली है। यहां विदेशी सैलानियों के साथ स्थानीय और देशी पर्यटक बड़ी धूमधाम के साथ होली खेलते हैं और एक-दूसरे के कपड़े भी फाड़ते हैं।
मेवाड अंचल के भीलवाड़ा जिले के बरून्दनी गांव में होली के सात दिन बाद शीतला सप्तमी पर खेली जाने वाली लठमार होली का अपना एक अलग ही मजा रहा है। माहेश्वरी समाज के स्त्री-पुरूष यह होली खेलते हैं। डोलचियों में पानी भरकर पुरूष महिलाओं पर डालते हैं और महिलाएं लाठियों से उन्हें पीटती हैं। यहां होली के बाद बादशाह की सवारी निकाली जातीहैं।वहीं शीतला सप्तमी पर चित्तौड़गढ़ वालों की हवेली से मुर्दे की सवारी निकाली जाती है। इसमें लकड़ी की सीढी बनाई जाती है और जिंदा व्यक्ति को उस पर लिटाकर अर्थी पूरे बाजार में निकालते हैं। इस दौरान युवा इस अर्थी को लेकर पूरे शहर में घूमते हैं। लोग इन्हें रंगों से नहला देते हैं।
राज्य के डूंगरपुर जिले की होली सबसे अनोखी मानी जाती है।यहां वांगड़वासी होली के एक महीने पहले ही तैयारियों में जुट जाते हैं और होली के खुमार में मस्त हो जाते है। होली के दिन जिले के कोकापुर गांव में लोग होलिका के दहकते अंगारों पर नंगे पांव चलने की परंपरा आज भी निभाते है। लोगों का मानना है कि होलिका दहन के अंगारों पर चलने से घर में कोई भी विपदा नहीं आती है। डूंगरपुर के भीलूड़ा में पिछले 200 साल से धुलंडी पर लोग पत्थरमार होली खेल रहे है। लोग रंगों के स्थान पर पत्थर बरसा कर खून बहाने को होली के दिन शगुन मानते है। इस दिन भारी संख्या में लोग रघुनाथ मंदिर परिसर में दो टोलियों बनाकर एक दूसरे पर पत्थर बरसाना शुरू कर देते है। इस खेल में घायल लोगों को तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया जाता है। इसके अलावा मथुरा के लगता जिला होने के चलते भरतपुर और करौली के नंदगाव में लोग आज भी लठ्ठमार होली खेलते है।
शेखावाटी की होली पूरे देश में प्रसिद्ध है। फाल्गुन में सांझ ढलते ही धमाल सुनाई देने लगे हैं। चंग की थाप पर पांव थिरकने लगे हैं और बांसुरी की सुरीली आवाज कानों में मिश्री घोलने लगी है। होली नजदीक आने पर शेखावाटी में अंचल के गांव-गांव और ढाणी-ढाणी में ऐसा माहौल देखने को मिल रहा है। उमंग व मस्ती भरे पर्व होली की शुरुआत तब होती है, जबकि बसन्त अपने पूर्ण यौवन पर होता है और बांसुरी की मदहोश करती धुनें और चंग की थाप पर मानव का मन-मयूर नाचने लगता है। होली नजदीक आने पर शेखावाटी में अंचल के गांव-गांव और ढाणी-ढाणी में ऐसा माहौल देखने को मिल रहा है।
शेखावाटी में होली के अवसर पर बजाया जाने वाला चंग भी इसी क्षेत्र में ही विशेष रूप से बनाया जाता है। चंग की आवाज तो ढोलक की माफिक ही होती है, मगर बनावट ढोलक से सर्वथा भिन्न। चंग ढोलक से काफी बड़ा व गोल घेरे नुमा होता है। होली के प्रारम्भ होते ही गांवों में लोग अपने-अपने चंग (ढप) संभालने लगते हैं। होली चूंकि बसंत ऋतु का प्रमुख पर्व है तथा बसंत पंचमी बसंत ऋतु प्रारंभ होने की द्योतक है। इसलिए इस अंचल में बसंत पंचमी के दिन से चंग (ढप) बजाकर होली के पर्व की विधिवत शुरुआत कर दी जाती है। क्षेत्र में होली के पर्व पर चंग की धुन पर गाई जाने वाली धमालों में यहां की लोक संस्कृति का ही वर्णन होता है।
शेखावाटी अंचल में होली पर कस्वों में विशेष रूप से गींदड़ नृत्य किया जाता है। गुजराती नृत्य गरवा से मिलता-जुलता गींदड़ नृत्य में काफी लोग विभिन्न प्रकार की चिताकर्षक वेशभूषा में नंगाड़े की आवाज पर एक गोल घेरे में हाथ में डंडे लिए घूमते हुए नाचते हैं तथा आपस में डंडे टकराते हैं। प्रारंभ में धीरे-धीरे शुरू हुआ यह नृत्य धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ता जाता है। इसी रफ्तार में डंडों की आवाज भी टकरा कर काफी तेज गति से आती है तथा नृत्य व आवाज का एक अद्भुत दृश्य उत्पन्न हो जाता है।
लोगों का कहना है कि अगर होली के त्यौहार से लोक वाद्य चंग और धमाल को निकाल दिया जाये तो होली का त्योहार बेजान हो जायेगा। ग्रामीण चंग और धमाल को होली पर्व की आत्मा मानते है। आज ये परंपरा धीरे धीरे लुप्त होती जा रही है। पहले यहां होली का त्योहार प्यार के साथ मनाया जाता था, सब साथ मिलकर चंग पर धमाल गाते थे लेकिन आजकल वो सब खत्म सा हो गया है। क्षेत्र में बढ़ते शराब के प्रचलन के कारण लोग रात्रि में घरों से बाहर निकलने से डरने लगे हैं तथा गांवों में भी पहले की तरह सामंजस्य नहीं रहा। इसके अलावा ऑडियो कैसेटों के बढ़ते प्रचलन से भी इस लोक पर्व को कृत्रिम सा बना दिया है। कैसेटों की वजह से पर्व की मौलिकता ही समाप्त होने जा रही है। यदि समय रहते होली पर व्याप्त हो रही कुरीतियों व शराब के चलन की समाप्ति का प्रयास नहीं किया गया तो यह पर्व अपना मूल रूप खो बैठेगा।
(लेखक राजस्थान सरकार से मान्यता प्राप्त स्वतंत्र पत्रकार है।)

कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधिमंडल टिकारी प्रखंड के पूरा गांव का दौरा कर शहीद प्रवीण शर्मा के परिवार से मिला

अनिल मिश्र / पटना

बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह के दिशानिर्देश पर गया जिला कांग्रेस कमिटी का प्रतिनिधिमंडल जिला अध्यक्ष डॉ. गगन कुमार मिश्रा के नेतृत्व में टिकारी प्रखंड के पूरा गांव का दौरा कर शहीद प्रवीण शर्मा के परिवार से मिल कर सांत्वना देते हुए ढांढस बंधाया तथा शहीद प्रवीण शर्मा के हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन से किया है।
प्रतिनिधिमंडल में जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. गगन कुमार मिश्रा, बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो. विजय कुमार मिट्ठू, बिहार प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के उपाध्यक्ष डॉ. विजय शर्मा, टिकारी प्रखंड अध्यक्ष नाथून पासवान, मेन ग्राम पंचायत के मुखिया मनोज शर्मा, नरेंद्र कुमार शर्मा, बृज मोहन शर्मा, मोहन पासवान, लड्डू शर्मा आदि शामिल थे।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल कॉंग्रेस नेताओ ने कहा कि नीतीश सरकार में सम्पूर्ण राज्य में महाजंगलराज कायम है, इसका साक्षात प्रमाण सेना के हवलदार को अपराधियों, माफियाओं द्वारा मामूली विवाद पर बेरहमी से पिटाई के दो दिनों बाद उनकी मृत्यु से स्थानीय लोगों में सरकार एवं पुलिस प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश है।
नेताओ ने सरकार एवं स्थानीय प्रशासन से सभी अभियुक्तों की अविलंब गिरफ्तारी सुनिश्चित कर स्पीडी ट्रायल कर कठोर से कठोर सजा दिलाने, पूरा में स्थित विद्यालय का नामकरण शहीद प्रवीण शर्मा के नाम पर करने, टिकरी-बेलागंज सड़क का नामकरण इनके नाम पर रखने तथा शहीद प्रवीण शर्मा का आदमकद प्रतिमा टिकारी अनुमंडल कार्यालय परिसर में लगवाने, परिवार को केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा एक, एक करोड़ राशि देने तथा एक परिवार के सदस्य को नौकरी देने की मांग किया है।
नेताओ ने कहा कि राज्य सरकार अगर इन मांगों को 15 दिनों के अंदर पूरा नहीं करती है, तो पार्टी धरना-प्रदर्शन कर चरणबद्ध आंदोलन करेगी।

महज सत्रह साल की उम्र में अमन साहू ने थामी थी बंदूक और जेल से चलाया साम्राज्य… पड़ोसी देश नेपाल के होटलों में दो सौ करोड़ का निवेश…विदेशी नेताओं से भी अच्छे संबंध

अनिल मिश्र / रांची

झारखंड प्रदेश का कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू झारखंड की राजधानी रांची जिले के ठाकुरगंज इलाके के मतवे गांव का रहने वाला वाला था। अभी उसकी महज उम्र तीस के अंदर ही होगी, यानी अमन साहू काफी कम उम्र से ही अपराध की दुनिया की में अपने पैर जमा चुका था। अमन साहू का पैतृक गांव मतवे में है, लेकिन उसके पिता पतरातू में कारोबार करते थे, इसलिए वह पतरातू में ही रहता था। यहीं पर उसने महज सत्रह साल की उम्र में ही बर्नपुर सीमेंट फैक्टरी में फायरिंग की थी, जिसके बाद वह दस महीने तक जेल में रहा था। जेल से बाहर आने के बाद उसने बारहवीं तक की शिक्षा पूरी की और डिप्लोमा भी किया, जिसके बाद उसने एक मोबाइल दुकान भी खोला था, यहीं से उसका संपर्क सुशील श्रीवास्तव गैंग के अपराधियों से हुआ। वह उसने अपराध की दुनिया में इस तरह कदम रखा कि फिर मुड़कर नहीं देखा। झारखंड पुलिस पहले भी अमन साहू गैंग के कई शूटरों को पकड़ चुकी है। जांच में नेपाल कनेक्शन सामने आया था। यह भी पता चला था कि अमन का नेपाल के कई बड़े गैंगस्टर, हवाला कारोबारियों और राजनेताओं से अच्छा संबंध है। उसने रंगदारी में वसूले गए पैसे का बड़ा निवेश काठमांडू के कई होटलों और रियल एस्टेट कारोबार में कर रखा है। साहू ने करीब दो सौ करोड़ रुपये नेपाल के रॉयल इंपावर बुटिक होटल, होटल डायनेस्टिक और टिप टॉप होटल काठमांडू में निवेश किया है। ये पैसे झारखंड के साथ-साथ अन्य व्यवसायियों से रंगदारी में वसूले गए हैं।
इस रंगदारी से मिली रकम का निवेश भी क्रिप्टोकरेंसी के साथ साथ जमीन और होटल कारोबार में किया गया था। बीते दिनों एटीएस ने जांच में पाया था कि अमन साहू ने अपने करीबी सहयोगी नारायण थापा के जरिए नेपाल में पैसों का निवेश किया था। रंगदारी के पैसों को बाहर भेजने के लिए हवाला ऑपरेटिव की मदद भी गिरोह के द्वारा ली जाती थी। सिंगापुर के बाद अमन साहू के गैंग के सुनील मीणा ने अजरबैजान को ठिकाना बनाया था, जहां दिसंबर 2024 में उसकी गिरफ्तारी हो गई थी। लेकिन सुनील की गिरफ्तारी के बाद भी मयंक सिंह के नाम से लगातार कारेाबारियों को धमकी भरे कॉल किए जा रहे थे। अमन साहू का भाई आकाश साहू के बैंकिंग ट्रांजेक्शन गैंग के शंकर यादव के साथ भी मिला था। शंकर यादव को आकाश साहू के द्वारा सत्रह लाख देने की पुष्टि भी जांच में हुई थी। एनआईए ने जांच में पाया था कि आकश साहू ने रंगदारी के पैसों का बिहार व झारखंड में चल व अचल संपत्ति के तौर पर निवेश किया। एनआईए ने मौखिक व ड्राक्यूमेंटी साक्ष्य पाया था। एनआईए ने अमन साव के रांची स्थित आवास से एक फार्च्यूनर गाड़ी जब्त की गई थी।जो अमन साहू के ही बताये जाते हैं। वहीं रांची के बुढ़मू में 75 डिसमिल जमीन परिवार के नाम पर खरीदी जबकि रांची के मानसिक आरोग्यशाला कांके में 44 एकड़ जमीन सुजीत सिन्हा ने कल्लूबंगाली के नाम पर एग्रीमेंट किया, काठमांडू के रायल एम्पायर के बुटिक होटल में सुजीत सिन्हा का पार्टनर, रांची में सुजीत सिन्हा के नाम पर फ्लैट है। इसके साथ ही कई अन्य जगहों पर काफी चल और अचल संपत्ति बनाने की जानकारी पुलिस को मिली है।गैंगस्टर अमन साहु ने अपने अपराध का दायरा बढ़ाने के लिए झारखंड के उग्रवादी संगठन टीएसपीसी, पीएलएफआई, जेजेएमपी और आपराधिक गिरोह झांगुर ग्रुप से अपना संपर्क बढ़ाया। उसने लेवी के लिए उग्रवादियों के सहयोग से भी कुछ घटनाओं को अंजाम दिलाया।इसमें तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी और फायरिंग की घटना प्रमुख थी। उसने गिरोह का दायरा बढ़ाने के लिए दूसरे राज्यों के अपराधियों से भी संपर्क किया। कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू ने 17 वर्ष की उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था।उसे पहली बार 2019 में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, वह फरार हो गया था। दुबारा उसे तीन साल बाद जुलाई 2022 में गिरफ्तार किया गया था।उस पर दो से ज्यादा हत्या, लूट, रंगदारी, अपहरण समते अन्य संगीन अपराध के दर्ज थे। अमन साहू का झारखंड और खास करके कोयला से जुड़े कंपनी और व्यापारियों के बीच डर और दहशत था। कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को अब तक झारखंड पुलिस के द्वारा करीब आधा दर्जन से ज्यादा जेलों में समय-समय पर उसे ट्रांसफर किया गया था। 13 अक्टूबर 2024 को चाईबासा जेल से उसे रायपुर (छत्तीसगढ़) जेल शिफ्ट किया गया था। कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू 2024में झारखंड में विधानसभा चुनाव भी लड़ना चाहता था। उसने बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए पर्चा भी खरीदा था हालांकि उसे न्यायालय के द्वारा अनुमति नहीं मिली थी।अमन साहू काफी कुख्यात अपराधी था। उसने पिछले दिनों झारखंड की राजधानी रांची के बरियातू थाना क्षेत्र में चर्चित कोयला कार्रवाई विपिन मिश्रा पर दिनदहाड़े गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया था, इसके बाद झारखंड के ही हजारीबाग जिला में एनटीपीसी के डीजीएम डिस्पैच कुमार गौरव की गोली मारकर घर हत्या कर दी थी।
दोनों ही घटनाओं में अमन साहू गिरोह की संलिप्ता को लेकर पूछताछ करने के लिए झारखंड पुलिस के द्वारा रिमांड पर लेकर उसे रायपुर से रांची कल लाया जा रहा था, लेकिन उसके कुछ सहयोगियों ने पुलिस वाहन पर हमला कर दिया, जिसके बाद अमन साहू पुलिस की इंसास राइफल लेकर भाग खड़ा हुआ, जिसके कारण पुलिस मुठभेड़ में वह कल मारा गया। इधर झारखंड पुलिस इसके अन्य साथियों और इसके रंगदारी से जमा किए अकूत संपत्ति के चिन्हित करने में जुटी हुई है।

 राजेंद्र सिंह चौहान को किया राजद मुंबई का सहायक राज्य निर्वाचन पदाधिकारी नियुक्त 

सामना संवाददाता / मुंबई

राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. रामचंद्र पूर्वे के निदेशानुसार निर्वाचन सत्र 2025-2028 के लिए मुंबई का राजद का सहायक राज्य निर्वाचन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। पार्टी संविधान के प्रावधानों के अनुसार, प्रदेश का निर्वाचन संपन्न कराकर राष्ट्रीय कार्यालय 13 विठ्ठलभाई पटेल भवन, नई दिल्ली एवं कैंप कार्यालय 02 वीरचंद पटेल पथ, पटना को पूर्ण विवरण सहित प्रतिवेदन भेजना सुनिश्चित करेंगे। इनकी नियुक्त को लेकर राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा स्वीकृत चुनाव कार्यक्रम की प्रति भी संलग्न की गई है। इससे इनके समर्थकों में खुशी की लहर छाई है। राजेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि हमको जो जिम्मेदारी पार्टी के द्वारा दी गई है, उसको हम ईमानदारी पूर्वक निभाएंगे।

 

पिस्तौल और कारतूस के साथ तीन लोग गिरफ्तार

राधेश्याम सिंह / विरार

क्राइम ब्रांच यूनिट-3, विरार (मीरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय) ने अवैध हथियार बेचने वाले गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। यह पूरी कार्रवाई क्राइम डीसीपी अविनाश अंबुरे और एसीपी मदन बल्लाल के मार्गदर्शन में यूनिट 3 के पुलिस निरीक्षक शाहुराज रणवरे के नेतृत्व में सहायक पुलिस निरीक्षक सुहास कांबले की टीम ने की है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 11 मार्च को लगभग 8 बजे, क्राइम ब्रांच यूनिट -3, विरार के एपीआई सुहास कांबले द्वारा प्राप्त एक गोपनीय रिपोर्ट के अनुसार, यह पता चला था कि कुछ लोग बिना लाइसेंस के पिस्तौल बेचने के लिए वैगनार कार में नालासोपारा-पश्चिम, साईं सिटी के पास खारटन क्षेत्र में आने वाले हैं। उसके बाद एपीआई सुहास कांबले और उनकी टीम ने उक्त स्थान पर जाल बिछाया और एक सफेद रंग की वैगनार कार (एमएच 01 – ई.एम. 1724), कार में 3 लोग को हिरासत में लिया। उसकी तलाशी के दौरान उसके पास से एक लोहे की पिस्तौल, मैगजीन, 5 जिंदा कारतूस, एक वैगनार कार सहित कुल 3,55,000 रुपए का माल बरामद किया गया है। आरोपियों के खिलाफ नालासोपारा पुलिस स्टेशन में अपराध शस्त्र अधिनियम,1959 की धारा 3, 25 (1) (ए) और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम, 1951 की धारा 37 (1) (ए), 135 के तहत मामला दर्ज करके आगे की जांच पुलिस कर रही है।

मंदिर से चांदी की मूर्ति व दान पेटी चुराने वाला चोर गिरफ्तार

राधेश्याम सिंह / पालघर

पालघर पुलिस ने मंदिर में चोरी और सेंधमारी की वारदात को सुलझाने में सफलता प्राप्त की तथा आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यह जानकारी पुलिस अधिकारी ने बुधवार को दी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 27 फरवरी 2025 को वानगांव पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत बंद पड़े समुद्री माता मंदिर, चिंचनी पिंपलनाका तालुका दहानू के पिछले दरवाजे का ताला तोड़कर अज्ञात चोर मंदिर में घुस गया तथा मंदिर में रखे चांदी के मुकुट और शंकर देव की चांदी की मूर्ति, दान पेटी में रखी नकदी तथा हरिहरेश्वर मंदिर की दान पेटी में रखी नकदी कुल 2,35,000 रुपए चुरा ले गया। वानगांव पुलिस स्टेशन में अज्ञात चोर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 331 (4), 305 (ए) के तहत मामला दर्ज किया गया था।पुलिस अधिकारी ने बताया कि,अपराध की गंभीरता को देखते हुए पालघर के पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटील ने जांच दल गठित कर पुलिस निरीक्षक/प्रदीप पाटिल, स्थानीय अपराध शाखा, पालघर और वानगांव पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी एपीआई तुषार पाचपुते को उचित निर्देश दिए। स्थानीय अपराध शाखा, पालघर और वानगांव पुलिस स्टेशन की एक संयुक्त पुलिस टीम गठित की गई। उक्त टीम ने गुप्त मुखबिर की मदद से और तकनीकी साधनों के माध्यम आरोपी को हिरासत में लिया गया है ।
गहन पूछताछ करने पर उसने अपराध कबूल कर लिया। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और अपराध में शामिल सामग्री जब्त कर ली गई है। आगे की जांच वानगांव पुलिस स्टेशन के पुलिस उपनिरीक्षक भारत वनवे द्वारा की जा रही है।

तलाक औरत दे या मर्द नुकसान परिवार का होता है 

 रवीन्द्र मिश्रा / मुंबई

तीन तलाक़ मुद्दे पर आधारित जी 5 पर दिखाई जाने वाली फिल्म (रिवाज) लोगों के मन को प्रभावित कर रही है। निर्माता कशिश खान की एक घंटे 54 मिनट की इस फिल्म में कुछ डायलॉग ऐसे हैं, जो मन को छूए बिना नहीं रहते। जब इस फिल्म की अभिनेत्री मायरा सरीन कहती हैं कि जब इनका मन करेगा तलाक देंगे, जब मन करेगा माफी मांग कर निकाह की बात करेंगे। औरतों के दर्द बयान करने वाले इस बयान के बाद अभिनेत्री ऐसे लोगों का गुरूर तोड़ने की कसम खाती है। इस फिल्म के कुछ डायलॉग तीन तलाक खत्म होने से देश के मुसलमान खुश नहीं होंगे। वकील का अभिनय करते जब मिथुन चक्रवर्ती कहते हैं कि अल्लाह को तलाक पसंद नहीं, तब दर्शक सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि हमारा समाज कहां जा रहा है। मनोज सती के निर्देशन में बनी इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, आफताब शिवदासानी, मायरा सरीन, जया प्रदा, अनिता राज, अद्विक महाजन, अश्विनी कपूर आदि की भूमिका सराहनीय है। इस फिल्म की रेटिंग साढ़े तीन और चार के बीच बताई जा रही है।

महानगरपालिका अस्पतालों में अति दक्षता विभाग शुरू करने की सुनील प्रभु ने की सरकार से मांग

सामना संवाददाता / मुंबई

मुंबई की महानगरपालिका तथा शासकीय अस्पतालों में अति दक्षता विभाग खोलने की शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के विधायक सुनील प्रभु ने विधानसभा में प्वाइंट आफ इनफार्मेशन के तहत मांग किया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस को लिखे पत्र में सुनील प्रभु ने कहा है कि मुंबई की मनपा तथा सरकारी अस्पतालों में अति दक्षता विभाग न होने से नवजात शिशुओं तथा उनकी माताओं को बहुत परेशानी होती है। प्रभु ने कहा कि पहला 28 दिन नवजात शिशुओं के जीवन के लिए अधिक सावधानी की जरूरत होती है। समय से पहले तथा कम वजन के बच्चों को अतिदक्षता विभाग (एनआईसीयू) में भर्ती करना पड़ता है। मुंबई शहर में सरकारी तथा मनपा द्वारा चलाए जा रहे अस्पतालों में पूरी सुविधा न होने से परिजनों को इधर-उधर भटकना पड़ता है। नवजात शिशुओं अर्भक के लिए वाडिया अस्पताल के शिवाय कोई दूसरा विकल्प नहीं है। वाडिया अस्पताल में वेटिंग लिस्ट अधिक होती है। इसलिए परिजनों को ज्यादा इंतजार करना पड़ता है। कभी-कभी ऐसा भी देखा गया है कि मां दूसरे अस्पताल में तथा उसका बच्चा अन्य अस्पताल में अपना उपचार करवा रहा है और निजी अस्पतालों का रेट इतना हाई होता है कि वह उसके वश से बाहर होता है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका के अंतर्गत चार प्रमुख अस्पताल महाविद्यालय तथा 16 उप नगरीय अस्पताल तथा 29 प्रसूति गृह है। इसी तरह महाराष्ट्र सरकार के अंतर्गत एक मेडिकल अस्पताल तथा 3 सामान्य अस्पताल है। प्रभु ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि अगर इन अस्पतालों में ज्यादा से ज्यादा अति दक्षता विभाग शुरू किया जाय तो महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग को और सक्षम बनाया जा सकता है।

सोशल मीडिया पर वायरल…हाथ में तलवार लहराते युवक को विरार पुलिस ने किया गिरफ्तार

सामना संवाददाता / विरार

होली त्योहार में लोग एक दूसरे के रंग लगाकर की ख़ुशी का माहौल बनाये रखने के लिए इसमें मीरा-भायंदर, वसई-विरार शहर की मुख्य भूमिका रही हैं। ऐसे में मंगलवार की देर रात गुप्त सूचना के आधार पर सोशल मिडिया इंस्ट्राग्राम पर फोटो अपलोड करने के मामले में मुद्देमाल और दो आरोपी और नाबालिक को गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, एमबीवीवी आयुक्तलय अंतर्गत विरार डीसीपी जयंत बजबले, एसीपी बजरंग देसाई के मार्गदर्शन में विरार वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक लालू तुरे, क्राइम पुलिस निरीक्षक सुरेश गायकवाड़, नेतृत्व में सहायक पुलिस निरीक्षक ज्ञानेश फड़तरे की टीम को गुप्त जानकारी मिलने पर मनवेल पाड़ा क्षेत्र के कारगिल से आरोपी सूरज उर्फ़ सुरेश दांडेकर 18 वर्षीय, आतुल आजित पटेल 19 वर्षीय और एक नाबालिग तीनों आरोपियों को बुजल पाड़ा से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस तुरे ने बताया कि महाराष्ट्र सायबार सेल की टीम ने पालघर सायबर में ट्रांसफर कर MBVV आयुक्तलय में आने के बाद विरार पुलिस को फोटो (युवक हाथ में तलवार दिखा रहा है) मिलने पर इस पर लगातार काम कर रही थी, इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के घर से तलवार, लाकड़ी का बांबू, लोखंडी, फायटर मुक्का चूड़ी तमाम हथियार बरामद कर धारा महाराष्ट्र पुलिस एक्ट 37 (इ), 1 के तहत आगे की जांच में जुट गई हैं और मामले की जांच सहायक पुलिस निरीक्षक ज्ञानेश फड़तरे कर रहे हैं।