खतरों से खेलेंगी मल्लिका

बॉलीवुड की बोल्ड अदाकारा मल्लिका शेरावत अब खतरों से खेलने के लिए तैयार हैं। मल्लिका को साल २००४ में रिलीज हुई ‘मर्डर’ फिल्म से रातोंरात शोहरत मिली थी। इसमें वो इमरान हाशमी के साथ नजर आई थीं। इंडस्ट्री में लंबे समय तक काम किया तो ब्रेक भी लिया। उन्होंने २०२४ में राजकुमार राव और तृप्ति डिमरी की ‘विक्की विद्या का वो वाला वीडियो’ से कमबैक किया। अब कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि वो स्टंट बेस्ड शो ‘खतरों के खिलाड़ी १५’ में नजर आ सकती हैं। इस शो को रोहित शेट्टी होस्ट करते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मल्लिका को पहले भी ‘खतरों के खिलाड़ी १५’ का ऑफर दिया गया था, लेकिन पहले के कुछ कमिटमेंट के कारण वो इसमें हिस्सा नहीं ले पाई थीं। हालांकि, इस साल उनकी तरफ से चीजें पॉजिटिव दिख रही हैं।

गोविंदा का दावा

अब इसे गोविंदा की समझदारी कहें या कुछ और उन्होंने खुद को मिल रहे १८ करोड़ रुपए वाली फिल्म का ऑफर इसलिए ठुकरा दिया क्योंकि फिल्म में ऑफर हुआ रोल उन्हें पसंद नहीं आया। पत्नी सुनीता आहूजा को लेकर चल रही तलाक की खबरें अभी ठंडी हुई ही थीं कि गोविंदा ने दावा करते हुए एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि फिल्म ‘अवतार’ का ऑफर सबसे पहले उन्हें डायरेक्टर जेम्स कैमरून ने दिया था और फिल्म का नाम भी उन्होंने ही सुझाया था। फिल्म का टाइटल कैमरून को देनेवाले गोविंदा ने बताया कि जब उन्होंने पूछा कि क्या सेकंड टाइम ‘अवतार’ बनेगी। इस पर उन्हें बताया गया कि हीरो लंगड़ा है। लंगड़ा सुनते ही उन्होंने कहा कि मैं आपकी पिक्चर नहीं कर रहा हूं। इस पर डायरेक्टर ने उनसे कहा, ‘आपको मैं १८ करोड़ रुपए ऑफर कर रहा हूं।’ इस पर गोविंदा ने कहा, ‘नहीं चाहिए मुझे आपके १८ करोड़।’

सर जडेजा ने तोड़ी चुप्पी

टीम इंडिया की जान ऑल-राउंडर सर रवींद्र जडेजा ने वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने की अटकलों पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘कोई फालतू की अफवाहें न फैलाए, शुक्रिया।’ गौरतलब है, विराट कोहली ने दुबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जडेजा के स्पेल के बाद उन्हें गले लगाया था जिसके बाद उनके संन्यास लेने की अटकलें लगी थीं। हालांकि, सर जडेजा गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाते हैं और कई बार उन्होंने टीम इंडिया को मुश्किलों से निकाला है। चैंपियंस ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है, ऐसे में लगता है अभी लंबी पारी खेलने के मूड में हैं।

ससुर हो तो शेट्टी जैसा

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में टीम इंडिया न्यूजीलैंड को तगड़ी मात देकर ट्रॉफी अपने घर ले आई। रविवार के दिन को इतिहास के पन्नों पर सुनहरे अक्षरों में लिख दिया गया। हर कोई इस पल को एंजॉय कर रहा था और खिलाड़ियों को बधाई दे रहा था। ऐसे में भला सुनील शेट्टी अपने दामाद को विश करना वैâसे भूलते। सुनील ने केएल राहुल की तस्वीर पोस्ट कर उन्हें बधाई दी। अथिया शेट्टी ने भी पति को खास अंदाज में विश किया। बता दें कि केएल राहुल की पत्नी और एक्ट्रेस अथिया शेट्टी जल्द ही मां बनने वाली हैं। ऐसे में कल की जीत को लेकर अथिया की खुशी का ठिकाना नहीं है। अथिया ने जीत के बाद पति-क्रिकेटर केएल राहुल की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की। साथ ही एक रेड हार्ट इमोजी भी बनाया। इस तस्वीर में अथिया ने अपना बेबी बंप भी दिखाया।

रोहित का ‘साइलेंट हीरो’

टीम इंडिया में एक साइलेंट हीरो भी है। उसकी ज्यादा चर्चा भले ही नहीं हुई, पर उसने जीत में महत्वपूर्ण रोल अदा किया है। अब कप्तान रोहित शर्मा ने उस खिलाड़ी का नाम बताया है।
जब-जब टीम इंडिया को चैंपियंस में उस खिलाड़ी की जरूरत पड़ी, तब-तब वह टीम को मुश्किलों से उबारने में सफल रहा। ये खिलाड़ी न तो शुभमन गिल हैं और न ही विराट कोहली, बल्कि हिटमैन ने मिडिल ऑर्डर बैटर श्रेयस अय्यर को टीम का साइलेंट हीरो बताया है। रोहित शर्मा ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को मिली जीत के बाद अय्यर को ‘साइलेंट हीरो’ बताया। अय्यर ने पूरे टूर्नामेंट में अहम भूमिका निभाई, खास तौर पर मध्यक्रम में। वह टूर्नामेंट में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले और कुल मिलाकर दूसरे नंबर के बल्लेबाज रहे। फाइनल के अलावा सेमीफाइनल और लीग मैचों में श्रेयस अय्यर ने कई साझेदारियां कीं, जिनसे भारतीय टीम मुश्किलों से निकली और बाद में फिर चैंपियंस ट्रॉफी की चैंपियन भी बनी। रोहित ने कहा, ‘मुझे इस टीम पर बहुत गर्व है। हम जानते थे कि परिस्थितियां कठिन होंगी, लेकिन हमने अच्छी तरह से अनुकूलन किया।’

पंड्या कोये क्या हुआ?

टीम इंडिया के जबरदस्त ऑल-राउंडर हार्दिक पंड्या ने चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद ट्रॉफी के साथ अपना आइकॉनिक वायरल पोज भी दिया। उन्होंने टी२० विश्व कप जीतने के बाद भी ट्रॉफी के साथ ऐसा ही पोज दिया था। ऐसे में उनके इस पोज को लेकर चर्चा शुरू हो गई कि आखिर वे ये कैसा पोज है और वे क्यों ऐसा करते हैं? दरअसल, हार्दिक इटली के एक मशहूर इन्फ्लुएंसर खाबी लामे की नकल करते हैं। खाबी अपने वीडियोज में कोई भी प्रॉब्लम सॉल्व करने के बाद ऐसा पोज देते हैं। तो अब समझ गए न कि पांड्या ऐसा क्यों करते हैं।

शमी का रोजा, मौलाना का यू-टर्न

टी म इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पर शरियत फतवा लगाने के मामले में सुर्खियों में आए मौलाना शहाबुद्दीन ने टीम इंडिया के जीतने के बाद यू-टर्न ले लिया है। मौलाना ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा सहित मोहम्मद शमी को भी जीत की बधाई दी है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने टीम इंडिया की जीत पर मुबारकबाद पेश करते हुए कहा कि मुझे खुशी हुई कि टीम इंडिया ने कामयाबी हासिल की है। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा तमाम खिलाड़ी और मोहम्मद शमी को कामयाबी पर दिल की गहराइयों के साथ मुबारकबाद पेश करता हूं। मौलाना ने मोहम्मद शमी को लेकर कहा है कि जो रोजे कजा हो गए हैं, नहीं रख सके हैं। कजा रोजे रमजान के बाद रख लें।

आउट ऑफ पवेलियन : वो कौन थी चहल की बगल में?

अमिताभ श्रीवास्तव

धनश्री से तलाक की खबरों के बीच दुबई में फाइनल मैच के दौरान जब युजवेंद्र चहल को एक लड़की के साथ देखा गया तो सबके मन में सवाल आया कौन है जो चहल के बगल में बैठी है? वैâमरा भी बार-बार उन्हीं के ऊपर जा रहा था। इसके पहले भी चहल को इस लड़की के साथ देखा गया था मगर उस वक्त पहचान नहीं हो पाई थी कि ये कौन है? कमाल है सोशल मीडिया का जहां कोई किसी से नहीं बच सकता। आखिरकार पकड़ ही लिया गया कि ये लड़की कौन है? यह आरजे महवाश हैं। यानी क्या चहल महवाश के मोहपाश में हैं? जी हां, आरजे महवाश के साथ पहले भी युजवेंद्र चहल का नाम जुड़ा था। धनश्री वर्मा के साथ जब चहल के तलाक की खबरें चल रही थीं तो उस दौरान दोनों को एक साथ एक पार्टी के बाद स्पॉट किया गया था। हालांकि, उस दौरान महवाश ने ये कहा था कि चहल सिर्फ उनके अच्छे दोस्त हैं, लेकिन दुबई में एक साथ स्पॉट किए जाने के बाद एक बार फिर से चहल के नए रिश्ते की चर्चा होने लगी है। आरजे महवाश दिल्ली की एक रेडियो जॉकी हैं। रेडियो जॉकी के अलावा सोशल मीडिया पर कंटेंट क्रिएटर भी हैं। वह अपनी शानदार आवाज और मनोरंजक स्टाइल के लिए जानी जाती हैं। सोशल मीडिया पर उनकी अच्छी-खासी फॉलोविंग है और इंस्टाग्राम पर उनके १.४ मिलियन से अधिक फॉलोवर्स मौजूद हैं। कथित रूप से महवाश को ‘बिग बॉस’ और नेटफ्लिक्स के एक सीरीज में भी काम करने का ऑफर मिला था, लेकिन किसी वजह से वह काम नहीं कर पाईं।

यहां नहीं मनाते होली
रुकिए, होली भले ही भारत देश का पर्व है मगर भारत में कुछ ऐसी जगहें हैं जहां होली नहीं मनाई जाती। क्या आप जानते हैं? नहीं तो आज इस पर ही नजर डाली जाए। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में खुरजान और क्विली नाम के दो गांव हैं, जहां पिछले १५० सालों से होली नहीं खेली गई है। यहां के लोग मानते हैं कि उनकी कुल देवी को ज्यादा शोर-शराबा पसंद नहीं है। देवी नाराज हो जाएंगी और इस डर के कारण लोग यहां होली के रंगों से दूर रहते हैं। गुजरात में रामसन नामक एक जगह है, जहां २०० सालों से होली का त्योहार नहीं मनाया गया। मान्यता है कि इस गांव का नाम भगवान राम के नाम पर पड़ा, क्योंकि श्रीराम अपने वनवास के दौरान यहां आए थे। होली न मनाने के पीछे दो बड़ी वजहें बताई जाती हैं। २०० साल पहले जब गांव में होलिका दहन किया गया था, तब अचानक आग फैल गई और कई घर जलकर खाक हो गए। इसके बाद से लोगों ने होली मनाना बंद कर दिया। एक मान्यता यह भी है कि साधु-संतों ने गांव को श्राप दिया था कि अगर यहां होलिका दहन किया गया तो पूरे गांव में आग लग जाएगी। इस डर से लोग अब होली नहीं मनाते। ऐसा बताया जाता है कि दुर्गापुर में लगभग १०० सालों से होली नहीं खेली गई। इस गांव के लोग मानते हैं कि होली के दिन उनके राजा के बेटे की मृत्यु हो गई थी। इसके ठीक एक साल बाद राजा भी होली के दिन चल बसे। मरते समय राजा ने गांववालों से कहा कि वे कभी भी होली न मनाएं। तब से लेकर आज तक इस गांव में होली का त्योहार नहीं मनाया जाता है।

झांकी : गद्दाफी ब्रांड सुरक्षा

अजय भट्टाचार्य

अपनी रंगीन मिजाजी के लिए मशहूर लीबिया के तानाशाह मुअम्मर अल-गद्दाफी ने त्रिपोली पर ४२ साल तक शासन किया। उसको अपने आसपास सुंदर महिलाओं की मौजूदगी पसंद आती थी। यही वजह है कि उसके सुरक्षा दस्ते में भी हमेशा खूबसूरत महिलाएं तैनात रहती थीं। इन महिलाओं का चयन सनकी तानाशाह खुद करता था। गद्दाफी के दस्ते में शामिल होने के लिए सबसे अहम शर्त में महिलाओं को बला की खूबसूरत, मार्शल आर्ट की माहिर और जेट उड़ाने में भी पारंगत होना होता था। इसके अलावा गद्दाफी की इन बॉडीगार्ड महिलाओं को हर वक्त शानदार ज्वैलरी, खुशबू और महंगी लिपस्टिक के साथ हाई हील की सैंडिल पहननी होती थी। सबसे जरूरी बात, गद्दाफी सिर्फ कुंवारी महिलाओं को ही अपने सुरक्षा दस्ते में शामिल करता था। सुना है डंकापति की भी इसी तरह की निजी सुरक्षा व्यवस्था पर विचार हो रहा है। ट्रायल महिला दिवस पर पूरा भी कर लिया गया है।
बिगड़ैल लाड़ले
महाराष्ट्र की संस्कारधानी पुणे में सरेआम सिग्नल पर मूत्र विसर्जन कांड चर्चा में है। शहर में शराबी बच्चे उत्पात मचा रहे हैं। पैसे, ताकत और राजनीतिक रसूख से सुरक्षित! पुणे के अमीर परिवारों के बिगड़ैल, शराबी बेटों ने शहर को आतंक का अपना निजी खेल का मैदान बना लिया है। अपने पिता की दौलत और प्रभाव से लैस वे मानते हैं कि वे कानून से ऊपर हैं। वे लग्जरी कारों में लापरवाही से गाड़ी चलाते हैं, आम नागरिकों को डराते हैं और बिना किसी परिणाम के डर के सार्वजनिक उपद्रव करते हैं। इसके लिए सूबे के गृहमंत्री को बधाई दीजिए।
४३ वोटर, एक बाप
वाराणसी लोकसभा क्षेत्र स्थित शंकुलधारा में एक चमत्कारी पुरुष रहते हैं, जिनका नाम है राजकमल दास। वे अपने ४३ पुत्रों के साथ अपने मकान नंबर बी २४/१९ में रहते हैं। जगतपिता और सृष्टि के रचयिता को सीधी चुनौती देते हुए इनके १३ बेटे तो एक ही साथ पैदा हुए। इन सभी की उम्र ३७ वर्ष है। तीन-तीन बेटे तो तीन-चार बार में ही पैदा हो गए, जिनकी उम्र क्रमश: ३५, ३६ और ४७ वर्ष है। शेष बेटों में कुछ ४८ वर्ष के एक दो ४९ वर्ष के और कुछ ३७ और ४९ वर्ष के बीच के हैं। इस बात का उद्घोष भारत का कर्मठ, निष्पक्ष, ईमानदार चुनाव आयोग कर रहा है। १२ अप्रैल, २०२३ को किसी ने वोटर लिस्ट की तस्वीर खींची थी, जो अब वायरल हो रही है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)

रौबीलो राजस्थान : सनी महाराज री साढ़ै साती

बुलाकी शर्मा राजस्थान
देवां रा देव सनीदेव। सगळां सूं करूड़। सूरज भगवान रा मोबी बेटा पण आपरै बापूजी‌ रै अन्याव सूं ‌नाराज हुय’र बां नै दुसमी मानणिया।
जद बे आपरी मां छियां रै गर्भ में हा, तद बांरी मां शिव-भगती में खावण-पीवण री सुध नीं राखी। बां री कमजोरी रो असर कोख में पळतै सनी देव माथै हुयो। बे कोयलै जिसा काळा जलमिया। सूरज‌ बां नै आपरो बेटो मानण सूं नटग्या अर बां री मां माथै भूंडा इल्जाम लगावण लाग्या।
मां साथै हुवतै अन्याव रो बदळो लेवण सारू बां शंकर भोळै री साधना करी। शंकर वरदान दियो कै सगळा नवग्रहां में सबांसूं श्रेष्ठ ठौड़ थारी हुसी अर मान‌खो कांई, सगळा देवता ई थारै नांव सूं कांपसी। बां रै समदीठ व्यवहार सूं राजी हुय’र‌ परमात्मा बां नै तीनूं लोक रा न्यायाधीश थरप दिया।
बे अन्याव रा बैरी है। सूरज, चांद, मंगळ, बुध, बिस्पति, शुक्र, सनी, राहू अर केतु- आं नवग्रहां में स्सै सूं मोटो कुण, इणरो फैसलो करण में उज्जैन नगरी रा राजा विक्रमादित्य पखापखी करी। सोने, चांदी, पीतळ, लोह आद धातु रा नव सिंघासणां में बां नै लोहै‌ रै सिंघासण बैठाया। जणै बां रीस में कैयो कै थूं गलत फैसलो कर’र न्याय री मजाक बणाई है राजन। अबै थनै साढ़ै साती री सजा भुगतणी पड़सी। विक्रमादित्य रो राजपाट चौपट हुयग्यो, दर-दर भटकणो पड़ियो, जेल री हवा खावणी पड़ी।
सनी महाराज री लीलावां म्हनैं शनि शिंगणापुर मिंदर रै भगतां सारू जारी नवै फरमान री जाणकारी मिल्यां पछै अचाणचक चेतै आयगी। अठै आखै देस रा भगत पूगै।‌ मनोकामना पूरण करण री अरदास करै। भेंट-चढ़ावै सूं पुजारी राजी हुवै, सनी देव तो भगतां री भावनावां रा भूखा है। भगत ब्रांडेड तेल सूं अभिषेक करै वैâ ऑर्डेर्नरी सूं, बां सारू अ‍ेक बरोबर। पण अबै पंचायत अर मिंदर ट्रस्ट भगतां नै मिंदर रै बारै, फिक्स दुकानां सूं ब्रांडेड तेल खरीदण सारू पाबंद करिया है। ब्रांडेड तेल सूं ई बां रो अभिषेक करियो जासी। दूजै तेल माथै रोक लगा दीवी।
लागै वैâ मिंदर ट्रस्टी अर पंचायत ‌सनी महाराज रै न्यायाधीश रूप सूं अणजाण है अर इण आदेश रै ओळावै आपरी जेब भरण री जुगत भिड़ाई है। आपरै बापू री गलती नै माफ नीं करणिया सनी महाराज आपरै भगतां री भावना री मखौल बणावणिया नै कियां बखसैला! फरमान‌ जारी करणिया नै जे साढ़ै साती री सजा सुणा दीवी जणै? सोचतां ई डर लागै।