हम पंचायत चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार-अखिलेश यादव

 

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ

लोकसभा चुनाव 2024 में मिली सफलता से उत्साहित सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पीडीए एक राजनीतिक नहीं बल्कि भावनात्मक गठबंधन है। जो भी पीड़ित, दलित, वंचित और गरीब है वो पीडीए का हिस्सा है। मुझे खुशी है कि आज पसमांदा समाज भी इसमें शामिल हो गया है। पी का एक मतलब पसमांदा समाज भी होता है। हम पंचायत चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं और भाजपा लगातार सपा के वोट कम करने के लिए काम कर रही है लेकिन अब लोग भी समझ रहे हैं। जाति जनगणना की अधिसूचना जारी होने पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि ये लोग (भाजपा) अभी तक तो कोई ढंग का काम करवा नहीं सके जाति जनगणना क्या करवाएंगे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों की हालत खराब है। अभी नीट का परिणाम आया है अगर कॉलेजों में स्टॉफ नहीं होगा तो हम कैसे डॉक्टर्स तैयार करेंगे। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं अभी सुल्तानपुर में मरीज के जिस हाथ में फैक्चर नहीं था उसमें प्लास्टर चढ़ा दिया। बीते 10 साल में न जाने कितने मामले हो चुके हैं जहां पर डॉक्टर की लापरवाही से मरीजों की जान गई है। यही हाल शिक्षा का है। सरकार बजट में शिक्षा के लिए बड़े ऐलान करती है पर सच तो ये है कि सरकारी प्राथमिक स्कूलों को बर्बाद किया जा रहा है। जिससे कि गरीबों का बच्चे वहां न जा सकें। यही हाल माध्यमिक शिक्षा का भी किया जा रहा है।

टीएमयू 21 तक योग के रंगों में डूबा नज़र आएगा

सामना संवाददाता / मुरादाबाद

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2025 की सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। यूनिवर्सिटी 18 जून से लेकर 21 जून तक योग के जुदा-जुदा रंगों में डूबी नज़र आएगी। यह जानकारी साझा करते हुए स्टुडेंट्स वेलफेयर के डीन प्रो.एमपी सिंह ने बताया,हमारी यूनिवर्सिटी छात्र- छात्राओं के शारीरिक फिटनेस के प्रति हमेशा संजीदा रही है। इस वर्ष इंटरनेशनल योगा डे-25 की थीम – योग फोर वन अर्थ,वन हेल्थ को लेकर भी टीएमयू संकल्पित है। उल्लेखनीय है, यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की पहल पर यूएनओ ने 2014 में 21 जून को हर साल योग दिवस मनाने की ऐतिहासिक घोषणा की थी।

फिजियोथैरेपी डिपार्टमेंट, फैकल्टी ऑफ एजुकेशन और फिजिकल एजुकेशन की ओर से साझा योगा इंपैक्ट पर 18 जून को नेशनल सेमिनार होगी। फिजियोथैरेपी डिपार्टमेंट की एचओडी एवम् प्रोग्राम कॉर्डिनेटर प्रो. शिवानी एम. कौल ने बताया, पब्लिक हेल्थ पर योग की भूमिका का एक दशकीय प्रभाव का आकलन विषय पर आयोजित सेमिनार पर योग में पीएचडी एवम् देव संस्कृति यूनिवर्सिटी के डीन एकेडमिक्स डॉ. ईश्वर भारद्वाज के संग- संग मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर ऑफ मेडिसिन डॉ. तुंगवीर सिंह आर्य आदि व्याख्यान देंगे। यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. वीके जैन मेडिकल के एलटी 2 में सुबह साढ़े दस बजे सेमिनार का उद्घाटन करेंगे। फैकल्टी ऑफ एजुकेशन के प्रिंसिपल डॉ. विनोद जैन ने बताया, सेमिनार में योग पर करीब दो दर्जन एक्सपर्ट्स अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे।

19 जून ग्रीन योगा के रूप में मनाया जाएगा। प्रोग्राम कॉर्डिनेटर प्रो. एमपी सिंह ने बताया, कैम्पस में विभिन्न प्रकार के फूल,फलों के पौधे रोपे जाएंगे। साथ ही क्लीन अप ड्राइव भी चलेगी। इसके तहत ग्रीन टीएमयू,क्लीन टीएमयू के अपने सपनों को भी साकार करेंगे। 20 जून को वर्चुअली योगा कॉन्क्लेव होगा। इसमें योग एक्सपर्ट्स, हेल्थकेयर्स प्रोफेशनल्स आदि अपने विचार साझा करेंगे। यह जिम्मेदारी आईकेएस के यूनिवर्सिटी सेंटर की कॉर्डिनेटर डॉ. अलका अग्रवाल को दी गई है। 21 जून को योग के संग-संग मेडिटेशन का सत्र होगा। यह प्रोग्राम टिमिट फिजिकल एजुकेशन कॉलेज की ओर से प्रिंसिपल प्रो. मनु मिश्र की देखरेख में होगा।

दिंडोशी बीएमसी स्कूल में धूमधाम से मनाया गया प्रवेशोत्सव

सामना संवाददाता / मुंबई

बृहन्मुंबई महानगरपालिका शिक्षण विभाग द्वारा संचालित दिंडोशी बीएमसी स्कूल संकुल में धूमधाम से प्रवेशोत्सव मनाया गया तथा बच्चों को मुफ्त शैक्षणिक वस्तुओं का वितरण किया गया।शिक्षणाधिकारी राजेश कंकाल तथा शिक्षणाधिकारी सुजाता खरे के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यक्रम में पी/उत्तर विभाग के सहायक आयुक्त कुंदन रामचंद्र वलवी प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। सम्मानित अतिथि के रूप में पूर्व उप महापौर सुहास वाडेकर, पूर्व नगर एमसेवक तुलसीराम शिंदे, शाखाप्रमुख संपत मोरे तथा प्रशासकीय अधिकारी सुचिता खाड़े उपस्थित रहे। सहायक आयुक्त वलवी ने बच्चों का मार्गदर्शन किया। शाला संकुल के सभी मुख्याध्यापको और शिक्षकों ने फूल देकर विद्यार्थियों और अभिभावकों का स्वागत किया। सभी ने उत्साह और जोश के साथ प्रवेशोत्सव मनाया।

कल्याण में जरूरतमंद विद्यार्थियों को मुफ्त नोटबुक वितरित

सामना संवाददाता / कल्याण

एम. जे.पंडित चैरिटेबल ट्रस्ट और संस्कृति संगम गोल्डन द्वारा आयोजित मुफ्त नोटबुक वितरण कार्यक्रम का सफल आयोजन कल्याण पश्चिम के यशोदा हॉल में किया गया। पिछले 40 वर्षों से लगातार यह कार्यक्रम समाजसेवी डॉ. विजय पंडित के मार्गदर्शन में किया जा रहा है, जिसमें सैकड़ों जरूरतमंद छात्रों को निशुल्क नोटबुक वितरित की जाती है।इस पहल का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को शिक्षा के संसाधनों में मदद पहुँचाना है।कार्यक्रम के दौरान डॉ. विजय पंडित ने कहा, शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि किसी भी छात्र की पढ़ाई आर्थिक कारणों से प्रभावित न हो।

कार्यक्रम में स्थानीय गणमान्य नागरिकों, शिक्षकों और अभिभावकों की भी उपस्थिति रही। इस अवसर पर विधायक विश्वनाथ नाथ भोईर, पूर्व विधायक नरेंद्र पवार, शिक्षाविद डॉ पद्मिनी कृष्णा, शिवसेना के कल्याण अध्यक्ष रवि पाटिल आदि मान्यवरों की उपस्थिति और जयनारायण मुन्ना पंडित की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन डॉ विजय पंडित ने किया और आभार प्रदर्शन हृदय पंडित ने किया।

यूपी में 504 ग्राम पंचायत घटी, अप्रैल 2026 में चुनाव कराने की उल्टी गिनती शुरू!

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ

यूपी में 504 ग्राम पंचायत कम हो गई हैं और अब 57695 ग्राम पंचायतों में चुनाव होगा। पंचायतीराज विभाग ने आंशिक पुनर्गठन की अधिसूचना जारी कर दी है। अब ग्राम पंचायतों की संख्या में कोई फेरबदल नहीं होगा। अगले साल अप्रैल में उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव कराए जाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। प्रधानों के अलावा 826 ब्लॉक प्रमुख और 75 जिला पंचायत अध्यक्ष भी चुने जाएंगे। यूपी के पंचायत चुनाव परिणामों को विधानसभा 2027 के चुनाव परिणामों का सेमी फाइनल बताया जा रहा है।

पंचायती राज निदेशालय की ओर से ग्राम पंचायतों की संख्या निश्चित कर दी गई है। वर्ष 2021 के पंचायत चुनावों में 58199 ग्राम पंचायतों में चुनाव हुआ था। शहरी सीमा का विस्तार होने के कारण बड़ी संख्या में ग्राम पंचायतें शहरों में शामिल हो गईं। जिनके कारण इस बार बीते पंचायत चुनाव के मुकाबले ग्राम पंचायतों की कम सीटों पर चुनाव कराया जाएगा। करीब 36 जिले ऐसे हैं, जहां पर ग्राम पंचायतें घटी हैं। देवरिया में 64, आजमगढ़ में 47, प्रतापगढ़ में 45, अमरोहा व गोरखपुर में 21-21, गाजियाबाद में 19, फतेहपुर में 18, अलीगढ़ में 16 और फर्रुखाबाद में 14 सहित विभिन्न जिलों में ग्राम पंचायतों की संख्या कम हुई है। अब शहरी क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों के शामिल होने के बाद जो मजरे बचे हैं, उन्हें अगल-बगल की ग्राम पंचायतों में सम्मिलित किया जा रहा है। ऐसे में वार्डों की संख्या में बदलाव होगा और उसी के अनुसार क्षेत्र पंचायत की गणित में फेरबदल होगा। फिलहाल, पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। ब्लॉक प्रमुख व जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव सीधे आम जनता से वोटिंग के माध्यम से कराए जाने की तैयारी है। पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर केंद्र व राज्य सरकार से इसकी मांग कर चुके हैं। राज्य सरकार इसका प्रस्ताव केंद्र को भेज सकती है। अगर केंद्र ने मंजूरी दी तो इन पदों के लिए भी जनता वोट डालेगी।

शिवसेना ने किया 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का सम्मान

रवीन्द्र मिश्रा / मुंबई

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) द्वारा युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे के जन्मदिन के उपलक्ष्य में दक्षिण मुंबई के मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। यह आयोजन दक्षिण मुंबई विभाग क्रमांक 12 की ओर से किया गया, जिसमें एस.एस.सी. और एच.एस.सी. परीक्षाओं में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में एस.एस.सी. परीक्षा में 99% अंक प्राप्त करने वाले कुमार राजेश विनायक पंडित और एच.एस.सी. परीक्षा में 97.33% अंक प्राप्त करने वाले कुमार अमेय राजेश पवार को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इन दोनों छात्रों को सम्मानित करने का सौभाग्य शिवसेना नेता एवं सांसद अरविंद सावंत को प्राप्त हुआ।

इसके अतिरिक्त, कुल 133 छात्रों को उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शिवसेना उप नेता अशोक धात्रक, पूर्व विधायक अरविंद नेरकर, विभाग संगठिका युगंधरा सालेकर, तथा शिवसेना और युवा सेना के अनेक पदाधिकारी, छात्र और उनके अभिभावक भारी संख्या में उपस्थित रहे।

यह समारोह दक्षिण मुंबई के गिरगांव स्थित आर्यन विद्यालय में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का आयोजन विभाग प्रमुख संतोष शिंदे के नेतृत्व में किया गया था, जिन्होंने छात्रों की मेहनत और उनके भविष्य की सफलता के लिए शुभकामनाएँ दीं।

शिवसेना द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम न केवल विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणा बना, बल्कि समाज में शिक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को भी सुदृढ़ करता है।

कल्याण में वरिष्ठ नागरिक ‘सुसंवाद सम्मेलन’ का आयोजन, सुरक्षा और अधिकारों पर मिला मार्गदर्शन

सामना संवाददाता / कल्याण

ठाणे पुलिस आयुक्त आशुतोष डुंबरे की संकल्पना के अंतर्गत बाजारपेठ पुलिस थाना क्षेत्र में सोमवार शाम को कल्याण डीसीपी अतुल झेंडे के मार्गदर्शन और एसीपी कल्याणजी घेटे के उपस्थिति में अभिनव विद्यामंदिर विद्यालय के सभागृह में वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘सुसंवाद सम्मेलन’ का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर एडवोकेट तृप्ति पाटील ने वरिष्ठ नागरिकों को उनके कानूनी अधिकारों और सुरक्षा से जुड़ी जानकारी सहज और सरल भाषा में दी। सम्मेलन के दौरान वरिष्ठ नागरिकों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनी गईं और उनके निराकरण के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन भी दिया गया।

इस मौके पर एसीपी घेटे ने वरिष्ठ नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया और भरोसा दिलाया कि पुलिस विभाग उनके साथ हर परिस्थिति में मजबूती से खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी है और उनकी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

कार्यक्रम के सफल आयोजन के पीछे डीसीपी अतुल झेंडे की संकल्पना और दूरदर्शी नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उनके मार्गदर्शन में वरिष्ठ नागरिकों के लिए इस प्रकार का संवादमूलक सम्मेलन आयोजित कर, समाज में सुरक्षा और सहयोग का भाव मजबूत हुआ है।

कार्यक्रम की सफलता में विद्यालय के प्रधानाध्यापक संपत गीते का विशेष सहयोग रहा, जिन्होंने सभागृह उपलब्ध कराकर आयोजन में अहम भूमिका निभाई। सम्मेलन में बाजार पेठ पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुरेश गौड़ सहित अन्य अधिकारीगण तथा संबंधित क्षेत्र के लगभग 100 से 125 वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे।

शिवसेना के 59वें स्थापना दिवस पर महिलाओं व वरिष्ठ नागरिकों को छतरियों का वितरण

रवीन्द्र मिश्रा | मुंबई

शिवसेना के 59वें स्थापना दिवस के अवसर पर वर्सोवा विधानसभा की ओर से लोखंडवाला, समर्थ नगर और आदर्श नगर में रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं को मुफ्त छतरियों का वितरण किया गया। यह आयोजन शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष की वर्सोवा विधानसभा के उप विभाग प्रमुख राजेश शेट्ट्ये के नेतृत्व में संपन्न हुआ।

यह कार्यक्रम 16 जून, सोमवार शाम 6 बजे, लोखंडवाला गार्डन (क्रॉस नंबर 2 की गली) में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर शिवसेना के उप नेता अमोल कीर्तिकर, विधानसभा संगठक शैलेश फणसे, महिला विधानसभा समन्वयक मेघना काकडे माने, 60 के शाखा प्रमुख सिद्धेश चाचे, महिला शाखा संगठक अश्विनी खानविलकर, उप शाखा प्रमुख किशोर नार्वेकर, महिला उपशाखा संगठक स्नेहल दलवी, और ग्राहक संरक्षण कक्ष संगठक सचिन आंबेकर सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

इस पहल के माध्यम से शिवसेना ने न केवल अपने सामाजिक उत्तरदायित्व को निभाया, बल्कि स्थानीय नागरिकों के साथ सीधा जुड़ाव भी स्थापित किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिकों की भागीदारी ने इसे सफल और सार्थक बना दिया।

पेड़ों की कातिल सरकार के खिलाफ जनता का यलगार!..मेट्रो के नाम पर आरे के बाद उत्तन में १२,४०० पेड़ों के कत्ल का प्लान

-मीरा-भाईंदर के २१ हजार लोगों ने किया सरकारी निर्णय का विरोध

-शहीद मेजर कौस्तुभ राणे की मां ने भी दिया व्यक्तिगत निवेदन

सुरेश गोलानी / मुंबई

राज्य की ‘ईडी’ २.० सरकार को पर्यावरण व लोगों के स्वास्थ्य की बिल्कुल भी चिंता नहीं है। यही वजह है कि विकास का बहाना बनाकर पेड़ों का कत्ल किया जा रहा है। आरे में कारशेड के नाम पर भाजपा सरकार ने यही काम किया था। अब मीरा-भार्इंदर में भी ऐसा ही किया जा रहा है, जिससे यहां के स्थानीय नागरिकों में भारी आक्रोश है। इस सरकार ने मेट्रो के नाम पर उत्तन में १२,४०० पेड़ों के कत्ल का प्लान बनाया है। पेड़ों की इस कातिल सरकार के खिलाफ अब यहां की जनता ने यलगार कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, मीरा-भाईंदर के २१ हजार लोगों ने सरकार के इस निर्णय का विरोध करते हुए एक निवेदन पर हस्ताक्षर किए हैं। उत्तन के डोंगरी इलाके में मेट्रो-९ रेल कॉरिडोर के लिए कारशेड के निर्माण हेतु १२,४०० पेड़ों को काटने के प्रस्ताव का विरोध करने के लिए शहर के पर्यावरण प्रेमियों और विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा पिछले महीने एक हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया था।

शहर में बनाए गए थे बूथ
शहर के अनेक स्थानों पर बूथ भी स्थापित किए गए थे, जहां नागरिक स्वेच्छा से निवेदन पर हस्ताक्षर करने के लिए आ रहे थे। यह निवेदन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और दोनों डिप्टी सीएम के अलावा वन मंत्री, पर्यावण मंत्री, मुख्य सचिव, स्थानीय विधायक और अन्य सरकारी विभागों के आला अफसरों के नाम संबोधित है।
मनपा आयुक्त को सौंपा निवेदन
कल सोमवार को २१ हजार से ज्यादा हस्ताक्षर युक्त निवेदन मीरा-भाईंदर महानगरपालिका आयुक्त राधा बिनोद शर्मा को सौंप दिया गया। इस अवसर पर शहीद मेजर कौस्तुभ राणे की मां ज्योति राणे ने भी निर्धार प्रतिष्ठान के माध्यम से इन पेड़ों की कटाई प्रस्ताव के खिलाफ अपना व्यक्तिगत निवेदन आयुक्त को अपने हाथों से सौंपा। इस अभियान में स्वयंसेवकों ने घर-घर जाकर लोगों को जागृत किया।
‘ईडी’ सरकार का लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़!
मेट्रो कारशेड के नाम पर उत्तन में हरे पेड़ों को काटने की साजिश रची जा रही है। ईडी सरकार की यह साजिश बताती है कि उसे न तो लोगों के स्वास्थ्य की चिंता है और न ही वह पर्यावरण और ग्लोबल वॉर्मिंग जैसी समस्याओं के प्रति थोड़ी भी गंभीर नहीं है। अब शहर के नागरिकों ने सरकार के इस निर्णय के खिलाफ २१ हजार हस्ताक्षर जुटाकर उसे मनपा आयुक्त को सौंपा है। आयुक्त को सौंपे गए इस निवेदन में प्रमुखता से पेड़ों को न काटे जाने और पहाड़ों को सुरक्षित रखे जाने की मांग की गई है। इसके साथ ही बताया गया है कि शहर में कई अन्य वैकल्पिक खुले स्थान हैं, जहां मेट्रो कारशेड का निर्माण किया जा सकता है।

पेड़ों का संरक्षण सरकार का दायित्व
पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि नागरिकों के लिए ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत बरकरार रखने के अलावा पक्षियों और जानवरों की रक्षा की जानी भी जरूरी है। ग्लोबल वॉर्मिंग के खतरे को देखते हुए तापमान को संतुलित रखने में मदद करने वाले पेड़ों और पहाड़ों का संरक्षण करना हर सरकार का कर्तव्य और दायित्व होता है, जिसको निभाना अति आवश्यक है।

संपादकीय :  क्रूर सरकार के शिकार!

देश में और महाराष्ट्र में एक के बाद एक ऐसी दुर्घटनाएं हो रही हैं। इससे खुद को ‘विकास पुरुष’, ‘जनता के तारनहार’ आदि कहनेवालों की हवा निकल गई है। दुर्घटनाएं हो रही हैं। उनमें लोग अपनी जान गवां रहे हैं, यह सरकार की निष्क्रियता है। महाराष्ट्र में तो बड़ी आपदा आई है। मावल तालुका के कुंडमाला में इंद्रायणी नदी पर बना एक लोहे का पुल ढह गया। कम से कम ३५-४० पर्यटकों के इसमें बह जाने की खबर धक्कादायक है। पुल पुराना था। उस पर पर्यटकों की भीड़ थी। अधिक भार के कारण यह ढह गया। मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस पर गहरा दुख व्यक्त किया और इसकी जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री का दुख, चिंता और जांच के आदेश दिखावा हैं। वे मगरमच्छ के आंसू हैं। मुख्यमंत्री के कोषाध्यक्ष गिरीश महाजन को मानो ऐसी दुर्घटनाओं का इंतजार रहता है। जब कोई दुर्घटना होती है तो वे तुरंत मृतकों और घायलों के परिवारों को ५-५ लाख रुपए की सहायता की घोषणा करते हैं। सरकारी लापरवाही के कारण जो जान जाती है, उस जान की कीमत गिरीश महाजन पांच-पांच लाख लगाते हैं। लेकिन जान क्यों जा रही है? जान किसकी वजह से जा रही है? इन सवालों का जवाब कौन देगा? इंद्रायणी नदी पर बना पुल पुराना हो चुका है। सरकार ने इसके नवनिर्माण के लिए आठ करोड़ रुपए मंजूर किए। ये आठ करोड़ रुपए कागजों में ही रह गए। चूंकि, सारा पैसा राजनीतिक लाभ वाली योजनाओं पर खर्च हो गया इसलिए राज्य सरकार ने
तिजोरी में ठनठन
गोपाल है।परिणामस्वरूप, इंद्रायणी नदी पर बने पुल की मरम्मत नहीं की गई और लोग बह गए। यह सदोष मानव वध का अपराध है। इस पुल दुर्घटना में लोगों की जान लेने वाली सरकार के मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस हैं। पुणे के पालक मंत्री अजीत पवार हैं और मावल जहां यह भयानक दुर्घटना हुई, वहां के विधायक सुनील शेलके, अजीत पवार के खास हैं। विधायक को अपने गांव का जर्जर पुल नहीं दिखाई दिया, लेकिन उन्होंने खुद चुनाव जीतने के लिए सौ करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए। पालक मंत्री के रूप में अजीत पवार पुणे के विकास पर ध्यान देते हैं, पर वास्तव में क्या करते हैं? बिल्डरों और जमींदारों का विकास होता है, लेकिन इंद्रायणी नदी पर बना जर्जर पुल गिर जाता है और लोग बह जाते हैं। गरीबों के ये काम विकास की परिभाषा में फिट नहीं बैठते। महाराष्ट्र दुर्घटनाओं और हादसों की मार झेल रहा है। अमदाबाद विमान दुर्घटना में महाराष्ट्र के १७ लोग मारे गए। केदारनाथ में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में अकोला का एक परिवार मारा गया। गोदावरी नदी में पांच युवक डूब गए। माथेरान में चार्लोट झील में तीन पर्यटक डूब गए। हर तरफ सिर्फ दुखद,
निराशाजनक खबरें
ही कानों में आ रही हैं। इसी समय राजकोट, मालवण में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के चबूतरे के नीचे की जमीन दरकने की खबर चिंताजनक है। पहले वहां पहली भव्य मूर्ति ढह गई और अब नई मूर्ति के नीचे की जमीन ढह गई है। यह लोक निर्माण विभाग की विफलता है। इधर, इंद्रायणी नदी पर बना पुल ढह गया और उधर, शिवाजी महाराज की मूर्ति के नीचे का निर्माण खराब हो गया तो वास्तव में इस पर खर्च किए गए करोड़ों रुपए गए कहां? यदि आप इसकी जांच नहीं करानेवाले हैं तो आपकी जांच और छानबीन की घोषणाएं व्यर्थ हैं। मुंबई की लोकल ट्रेन से गिरकर पांच यात्रियों की मौत, इसका दुख और सदमा राज्य को परेशान कर रहा है। इस राज्य में रेलवे, नदियां, सड़कें, हवाई परिवहन सभी असुरक्षित हो गए हैं। अमदाबाद विमान दुर्घटना के बाद देश पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उस दुख की परवाह किए बिना, प्रधानमंत्री मोदी साइप्रस जैसे देशों की यात्रा पर चले गए। विमान दुर्घटना में मरनेवालों की चिताएं बुझी नहीं हैं। परिवारों के आंसू नहीं रुके हैं और प्रधानमंत्री अमदाबाद आए और चले गए। महाराष्ट्र के शासकों के बारे में भी यही कहा जा सकता है। अनावश्यक परियोजनाओं पर पैसा बर्बाद करनेवाली सरकार इंद्रायणी नदी पर पुल नहीं बनाती, पल भर में पुल टूट जाता है और लोग जिंदा बह जाते हैं। मुख्यमंत्री अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं और उनके कोषाध्यक्ष मृतकों के लिए पांच लाख के मुआवजे की घोषणा करते हैं। अब यही कहना होगा कि महाराष्ट्र पर निर्दयी इंसान शासन कर रहे हैं।