सिरोसिस से परेशान सना

‘बिग बॉस ओटीटी-३’ की विजेता अभिनेत्री सना मकबूल इन दिनों काफी परेशान हैं। वे लीवर सिरोसिस से पीड़ित हैं। सना ने बताया, ‘मैं कुछ समय से ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस से जूझ रही हूं और इलाज के दौरान मुझे लीवर सिरोसिस से पीड़ित होने का पता चला।’ उन्होंने कहा, ‘डॉक्टर और मैं लीवर ट्रांसप्लांट से बचने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने इम्यूनोथेरेपी शुरू की है, जिसमें बहुत थकान होती है।’ अब इस बीमारी से सना तो परेशान हैं ही, उनके पैंâस भी परेशान हो गए हैं और उनके जल्द सवस्थ होने की दुआ कर रहे हैं।

मां-बेटी दोनों का प्यार

अभिनेत्री अनुष्का शर्मा जब भी कुछ करती हैं तो वह खास हो जाता है। अब देखिए न, उन्होंने अपने पिता और पति को फादर्स डे की शुभकामनाएं दी हैं। पिता तो ठीक, पर पति को? चलिए ये राज आपको बता देते हैं। अनुष्का ने अपनी पोस्ट में २ तस्वीरें साझा की हैं, पहली उनके पिता की है और दूसरी फोटो वामिका की लिखे एक ग्रीटिंग की है। वामिका के बनाए ग्रीटिंग को पढ़कर बाप-बेटी की जोड़ी के बारे में कुछ क्यूट चीजें पता चलती हैं। जैसे विराट कोहली अपनी बेटी के साथ मेकअप-मेकअप खेलते हैं और उनका बेटा अकाय पिता पर गया है। अनुष्का ने अपनी पोस्ट के कैप्शन में लिखा, ‘उस पहले इंसान के नाम जिसे मैंने प्यार किया और उस पहले इंसान के नाम जिसे मेरी बेटी ने प्यार किया!

`मेरे मित्र ‘, क्या बदलने वाला है यूपी का सियासी चित्र ?

हिमांशु राज

लखनऊ में आयोजित 60,000 पुलिस भर्ती अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक शब्द ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में नए सिरे से चर्चा शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम को भव्य तरीके से आयोजित किया था और गृह मंत्री को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था। हालांकि, अमित शाह ने अपने संबोधन में योगी की कानून-व्यवस्था की प्रशंसा करने के बाद उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को “मेरे मित्र” बताकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी।
इस छोटे से शब्द ने योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर आश्चर्य और तनाव की लकीरें खींच दीं, जबकि केशव मौर्य मुस्कुराते नजर आए। यह घटना इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उत्तर प्रदेश में भाजपा के भीतर नेतृत्व को लेकर चल रहे मौन संघर्ष को उजागर करती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अमित शाह ने जानबूझकर यह शब्द इस्तेमाल किया होगा, जिससे यह संकेत मिलता है कि पार्टी 2027 के विधानसभा चुनावों में केशव मौर्य को प्रमुख भूमिका में ला सकती है।
कुछ लोग इसे योगी के प्रभुत्व को चुनौती देने वाला कदम मान रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि भाजपा उत्तर प्रदेश में एक नया नेतृत्व विकसित करना चाहती है। केशव मौर्य पिछड़ी जातियों में अपनी पकड़ रखते हैं, जो भाजपा के लिए महत्वपूर्ण वोट बैंक है। ऐसे में, अगर पार्टी योगी के बजाय मौर्य को आगे करती है, तो यह सामाजिक समीकरण को ध्यान में रखकर लिया गया रणनीतिक निर्णय हो सकता है।
इस घटना के बाद अब यह देखना दिलचस्प होगा कि योगी आदित्यनाथ और केशव मौर्य के बीच तनाव बढ़ता है या फिर पार्टी इसे सामंजस्यपूर्ण तरीके से संभालती है। साथ ही यह भी स्पष्ट होगा कि क्या भाजपा वास्तव में 2027 में मौर्य को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाने की तैयारी कर रही है।

यूपी में सड़क हादसों में सात की मौत!

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ

उत्तर प्रदेश में रविवार को एक बार फिर सड़क दुर्घटनाओं में हुई मौतों ने हिला दिया है। अमेठी के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार एंबुलेंस और पिकअप की जोरदार हुई टक्कर में एंबुलेंस में बैठे 5 लोगों की मौके पर दर्दनाक मौत गई, जबकि एक व्यक्ति घायल है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक, लखनऊ से गाजीपुर तक जाने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर अमेठी जिले में 59.7 किलोमीटर पर तेज रफ्तार प्राइवेट एंबुलेंस अनियंत्रित होकर सामने धीरे-धीरे चल रही पिकअप वाहन से टकरा गई। बताया जा रहा है कि टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि एंबुलेंस के परखच्चे उड़ गए। हरियाणा के सोहना से बिहार का रहने वाला शर्मा परिवार अपने परिजन की एक डेड बॉडी लेकर प्राइवेट एंबुलेंस से बिहार जा रहे थे।
इस एंबुलेंस पर एंबुलेंस का ड्राइवर तथा उसके साथी के मृतक के चार अन्य परिजन सवार थे। एंबुलेंस लखनऊ से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर चढ़ी ही थी कि सुबह साढ़े पांच बजे जैसे ही अमेठी जिले के बाजार शुकुल थाना क्षेत्र अंतर्गत 59.7 किलोमीटर पर पहुंची थी, तभी वह दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मरने वालों में एंबुलेंस का ड्राइवर और उसका साथी सरफराज निवासी हरियाणा एवं आबिद पुत्र हामिद फिरोजपुर जनपद हरियाणा भी शामिल है। साथ मृतक के तीन परिजनों की भी मौत हो गई है, जिनमें बिहार निवासी राजकुमार शर्मा उर्फ सतीश शर्मा पुत्र अशोक शर्मा, दूसरा रवि शर्मा पुत्र बलराम शर्मा, तीसरा फूलों शर्मा पुत्र स्व. राम प्रसाद शर्मा का नाम शामिल है। इसी के साथ एकमात्र बच्चा गंभीर रूप से घायल व्यक्ति शंभू राय पुत्र योगेश्वर राय निवासी पुरीनाही थाना वारिसनगर समस्तीपुर बिहार के रहने वाले हैं।
दूसरी घटना अमरोहा में दिल्ली हाईवे पर ट्रैक्टर टाॅली में बाइक घुसने से रामपुर के शाहबाद थाना क्षेत्र के गांव अनवे निवासी विशाल (20) और उसके चचेरे भाई राजेश (19) की मौत हो गई। दोनों चचेरे-तहेरे भाई नाईपुरा के सामने बने अंडरपास के ढाल पर हादसे का शिकार हुए। सीओ श्वेताभ भास्कर ने बताया कि रविवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि हाईवे पर नाईपुरा के सामने हादसा हो गया है। जब बाइक सवार दोनों युवक अंडरपास के ढाल पर आए तो सामने से ट्रैक्टर टाॅली आ गया, जिसमें बाइक घुस गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रैक्टर टाॅली घूमकर हाईवे पर आ गई, जिससे हाईवे पर वाहनों का आवागमन बाधित हो गया। जाम की स्थिति बन गई। पुलिस ने ट्रैक्टर टाॅली को हटवाया, तब जाकर यातायात सुचारु हो सका।

आकाशीय कहर : बदलापुर और चंदवक में गिरी बिजली…4 की मौत, 3 घायल

मंगलेश्वर त्रिपाठी / जौनपुर

जिले में रविवार की शाम आसमान से मौत बरसी। तेज बारिश, हवा और गरज के बीच बदलापुर और चंदवक क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने से कुल 4 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए।
बदलापुर : किशोरी की मौत, दो घायल
कोतवाली क्षेत्र के खजुरन गांव में तेज बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से सुल्तानपुर जनपद के लउआ गांव निवासी धीरेंद्र गौतम की 14 वर्षीय बेटी अनामिका की मौके पर ही मौत हो गई। वह अपने ननिहाल उमाकांत गौतम के घर आई थी और आम बीनने के लिए बाग में गई थी, वहीं महराजगंज के मीरापुर केवल निवासी पप्पू की बेटी अंकिता घायल हो गई, जो अपने फूफा के घर आई थी।
दूसरी घटना जमुनीपुर गांव में हुई, जहां घनश्यामपुर निवासी 35 वर्षीय रमाशंकर बर्फ बेच रहे थे। बिजली गिरने से वह गंभीर रूप से झुलस गए। रमाशंकर को जिला अस्पताल रेफर किया गया है, जबकि अनामिका को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
चंदवक : बगीचे में आम बीनते समय तीन की मौत
इधर चंदवक क्षेत्र में भी आकाशीय बिजली का कहर टूटा। एक बगीचे में आम बीनने के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से दो सगे भाइयों समेत तीन लोगों की मौत हो गई।
घटना के बाद गांव में मातम का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है।

भाजपा का एक और शिगूफा-31 मार्च 2026 तक देश नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा

प्राथमिकी दर्ज होने के तीन वर्ष के भीतर हो मुकदमों का निस्तारण!

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि सरकार अगले पांच साल में ऐसी व्यवस्था बनाने जा रही है जिससे हर नागरिक को प्राथमिकी दर्ज होने के तीन साल के अंदर न्याय मिल सके। शाह ने यह भी दावा किया कि 31 मार्च 2026 तक देश नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा। गृह मंत्री ने उत्तर प्रदेश पुलिस में 60,244 नवनियुक्त सिपाहियों को नियुक्ति पत्र वितरण के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम, यह तीनों कानून “मैं आज आप सबके सामने बोलकर जा रहा हूं कि पांच साल के अंदर देश में ऐसी व्यवस्था बन जाएगी कि कोई भी प्राथमिकी दर्ज हुई तो नागरिक को उच्चतम न्यायालय तक तीन साल के अंदर न्याय मिल जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘सीसीटीएनएस, आईसीजेएस और फॉरेंसिक साइंस की सारी सुविधाओं और तकनीक के आधार पर न्याय को आगे बढ़ाने की व्यवस्था करनी है।’ शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के 11 साल के कार्यकाल में देश सुरक्षित हुआ है। ‘सबसे बड़ी बात है कि मोदी जी के 11 साल में देश सुरक्षित हुआ है। देश के 11 राज्यों में नक्सलवाद हुआ करता था। अब 11 सालों में 11 राज्यों में से नक्सलवाद तीन जिलों में बचा है और मेरी बात याद रखना, 31 मार्च 2026 को यह देश नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा।’

 

मिशन सिंदूर के आगे भाजपा नेता हुआ धड़ाम!…पूर्व विधायक ने उर्मिला को पत्नी के रूप में स्वीकारा

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ

भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर और फिल्म अभिनेत्री उर्मिला सनावर के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद पर रविवार को विराम लग गया। पूर्व विधायक ने उर्मिला को पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया है। उर्मिला ने इस पल को अपने मिशन सिंदूर की जीत बताया। एक होटल में ज्वालापुर के पूर्व विधायक सुरेश राठौर और फिल्म अभिनेत्री उर्मिला सनावर ने पत्रकार वार्ता की। उन्होंने कहा कि आपसी मतभेद को लेकर कुछ विवाद हो गया था, लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं है। अभिनेत्री ने कहा कि अपना हक पाने के लिए व्यक्ति को संघर्ष करना पड़ता है। आज उन्हें उनके पति सुरेश राठौर मिल गए हैं, इसको लेकर काफी उत्साहित हूं। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों के बीच कुछ लोगों ने साजिश कर जो गलतफहमियां बनाई हुई थीं, वह अब खत्म हो चुकी हैं। वह अपने एक नए जीवन की शुरुआत करने जा रही हैं।

पूर्व विधायक सुरेश राठौर ने कहा कि राजनीतिक, सामाजिक और वैवाहिक जीवन में धूमिल छवि को संवारने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने उर्मिला को सार्वजनिक रूप से पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया है। उनकी पहली पत्नी और परिजनों ने भी स्थिति को समझा है। उन्होंने माना कि वह उर्मिला के सच्चे प्यार के आगे झुक गए हैं। पूर्व विधायक और अभिनेत्री के बीच पिछले काफी समय से विवाद था। यहां तक कि थाने में तहरीर भी दे दी गई थी। सोशल मीडिया पर भी कई बार मामला उछला था। मगर इस विवाद का अब पटाक्षेप होता दिख रहा है।

पापा

पापा ने अपनी खुशियां बेच दी,
हमें पढ़ाने में अपने जूते बेच दिए,
हमारी फीस चुकाने में
तपती धूप में दिन भर रिक्शा चलाया
हमारी भूख मिटाने में
अपनी इच्छा को त्याग कर दो-दो रुपए
बचाए, हमें पहनाने में
कितना भी कष्ट सहूं,पर कितना कुछ कर लूं
अपने बच्चे के खिलखिलाने में
पापा की अंगुली थामे, हम बाजार जाते
सब कुछ दिला दिया, हमारे मुस्कराने में
पापा का हाथ सर पे परमात्मा का हाथ है
जीवन की रंग-बिरंगी, खुशियों की सौगात है
पिता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
-वंदना मौर्या, इंदौर

हरजाई मौका

मिलना था मौका
मिल गया धोखा
चुरा ली मेरी अमानत
अदृश्य हो गई कामना
मौसम हुआ बेगाना
बहारें हुईं हरजाई
सोच रहे थे ख्यालों में
हमें नहीं पता था
हम भी खड़े हैं सवालों में
दिल में खुद ही उत्तर गए जवाबों में
हाथ में आते-आते छिन गया
पड़ गए हम बवालों में
सोच रहे थे अभी आज कल मिल जाएगा
पर मिले हमको सालों में
कितनी शिद्दत से रखा था
मन में घरौंदा बनाने का
पर सिक्के फिसल गए पाताल में
जिंदगी कब चलेगी सवेरे के आकार में
गुजारिश है मेरी आसमानी सरकार से
पुकारे मुझे भी सब कोई अच्छे खिताब से।
-अन्नपूर्णा कौल, नोएडा

पिता क्या है!

पिता की बाहें अपार हैं
पिता की बाहों में विस्तार है
अम्बर सा फैला तेरा प्यार है
पिता, तू परिवार का संसार है।
पिता, तू अवनी सा उदार है
जीवन तेरा दिया उपहार है
अपना रखें न लेशमात्र ध्यान
परिवार के सुख का आधार है।
पिता, तू मां के माथे की बिंदिया है
उसके मांग का सिंदूर है
हमें दे कर जन्म तूने
मां को पूर्ण नारित्व का दिया उपहार है।
पिता, तू सागर सा गहरा है
जिसमें भरा असीम प्यार है
कभी-कभी कुछ लहरें क्रोध की उठती
उत्तरदायित्व निभाने की पकड़ी पतवार है।
पिता, तू मंदिर सा पावन है
अपनत्व की मूरत है
गुस्से में भी पिता का
वरद हस्त ही उठता है।
पिता, तू परिवार का कल्पवृक्ष है
सभी सुविधाएं जुटाता है
प्यार से सिचों पिता के सम्मान को
भविष्य पिता ही संवारता है।
पिता, तू कामधेनु है
बिन मांगे अमृत सा पोषण देता है
मौन, शांत चित्त हो रहता
आत्मीयता का झरना है।
पिता की गोद में बैठना कभी-कभी ही मिलता
उसकी उंगली पकड़ चलना सबने सीखा
कंधों पर चढ़ना भी भाता है।
संतान को बोझ नहीं मानता
बच्चों के लिए चिंतातुर रहता
बुढ़ापे तक काम करने की ठानता है।
पिता तुम्हारे लिए वर्ष में एक दिन नहीं
मेरा जीवन ही समर्पित है।
-बेला विरदी