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‘मन’से विरोध! …नए पार्टनर से नहीं मिल रहा एक फुल, एक हाफ का मन

शिंदे अड़ गए, अजीत नड़ गए
महायुती में महापंचायत
सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा ने मनसे के रूप में राज्य में एक नया पार्टनर ढूंढ लिया है, पर इसके साथ ही अब बाकी के दो पार्टनर ने ‘मन’से इसका विरोध शुरू कर दिया है। असल में नए पार्टनर से राज्य सरकार में शामिल एक फुल और एक हाफ का मन नहीं मिल रहा है। यही वजह है कि नए पार्टनर के आते ही जहां एक तरफ शिंदे अड़ गए हैं, वहीं दूसरी तरफ अजीत पवार नड़ गए हैं। इन दोनों को मनसे का साथ रास नहीं आ रहा है इसलिए अब महायुति में महापंचायत शुरू हो गई है।
बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के साथ ही राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। एक तरफ जहां मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की, वहीं उपमुख्यमंत्री अजीत पवार दूसरे उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सागर स्थित बंगले पर मिलने पहुंचे। लोकसभा चुनाव में महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर अभी तक अंतिम पैâसला नहीं हुआ है इसलिए अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस की ये मुलाकात अहम मानी जा रही है। मगर इस बात की चर्चा तेज है कि शिंदे और अजीत पवार दोनों को मनसे की एंट्री पसंद नहीं आई है और वे भाजपा से खफा हैं। एक तरफ जहां इन घटनाक्रमों के कारण राज्य की राजनीति में सरगर्मी तेज हो गई है, वहीं दूसरी तरफ इन्हें देखते हुए महायुति में बड़ी हलचल की संभावना जताई जा रही है। लोकसभा चुनाव को लेकर सबकी नजर इस बात पर है कि भाजपा की ओर से घाती गुट और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार गुट को कितनी सीटें मिलती हैं। हालांकि, इस समय भाजपा ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। इस वजह से यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि घाती गुट और अजीत पवार गुट को कम सीटें मिलेंगी।

इस बीच एक नई पार्टी मनसे के भी महायुति में शामिल होने की खबर है। चर्चा है कि मनसे को भी एक या दो सीटें मिल सकती हैं। इससे अजीत पवार और घाती गुट की हिस्सेदारी और कम हो जाएगी। कहा जा रहा है कि इसीलिए अजीत पवार उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा करने के लिए सागर स्थित उनके बंगले पर पहुंचे थे।
दोनों के बीच विस्तृत चर्चा
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के साथ-साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार भी देवेंद्र फडणवीस के आवास पर उपस्थित थे। इन चारों नेताओं के बीच आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर विस्तृत चर्चा चली। दूसरी तरफ मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने मुंबई में सभी सांसदों की बैठक बुलाई है। इस मुलाकात से पहले उन्होंने फडणवीस और अजीत पवार से मुलाकात कर चर्चा की। इसलिए संकेत हैं कि सीट आवंटन का फैसला अंतिम चरण में है।
ठाणे में गद्दार सांसदों की हुई बैठक
ठाणे में असंवैधानिक मुख्यमंत्री के आवास पर भी गद्दार सांसदों की बैठक हुई। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि इस गुट में भी भविष्य में घोषित होनेवाली सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई। गद्दार सांसदों ने उम्मीद जताई है कि सीट बंटवारे में उनका निर्वाचन क्षेत्र वही रहेगा। लेकिन इस तरह से राज्य की राजनीति में महायुति के बीच सीट बंटवारे को लेकर उठापटक चल रही है, उसे देखते हुए लग रहा है कि महायुति में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। संभावना है कि भाजपा दोनों गुटों को उनकी औकात में रखेगी।

भाजपा ने रगड़ा उत्तर भारतीयों के जख्मों पर नमक
सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा ने राज ठाकरे की मनसे को महागठबंधन में शामिल कर न केवल उत्तर भारतीयों को धोखा दिया है, बल्कि उनके जख्मों पर नमक रगड़ने का भी काम किया है। साथ ही इस गठबंधन ने उत्तर भारतीय समाज के स्वाभिमान को भी ठेस पहुंचाने का काम किया है। अब बड़ा सवाल यह है कि उत्तर भारतीय समाज के लोगों को लाठियों से पीटनेवाले राज ठाकरे के साथ भारतीय जनता पार्टी इस समाज के लोगों से वोट वैâसे मांगेगी? ये तीखा सवाल महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने उठाया है। लोंढे ने तंज कसते हुए कहा कि राज से सिर्फ ‘चुनावी’ हाथ भाजपा ने मिलाया है।
इस संबंध में प्रतिक्रिया देते हुए अतुल लोंढे ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी छठ पूजा का विरोध करनेवाले, उत्तर भारतीयों को पीटने वाले और हमेशा इस समाज से नफरत करनेवाले राज ठाकरे की मनसे को चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन में शामिल कर रही है। यह सभी हिंदी भाषियों के अपमान के साथ-साथ विश्वासघात है।

 

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