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शरद पवार का बड़ा बयान…चार महीने रुकिए, मुझे बदलनी है सरकार

 सामना संवाददाता / मुंबई

बीते दस सालों से सत्ता थी, लेकिन आज की तस्वीर बदल चुकी है। आज लोगों ने भले ही सत्ता उनके हाथों में दे दी, लेकिन पुर्ण बहुमत नहीं मिला। चंद्राबाबू नायडू और नीतिश कुमार की मदद नहीं मिली होती तो उनकी सरकार नहीं बनी होती। इन शब्दों में मोदी पर हमला करते हुए राकांपा (शरदचंद्र पवार) अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि चार महीन रुकिए, मुझे सरकार बदलनी है। सरकार बदले बिना हमें जो नीतियां चाहिए, वह नहीं ला सकते। इसे शरद पवार का बड़ा बयान माना जा रहा है।
राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार इस समय बारामती तालुका के इंदापुर में सूखा निरीक्षण दौरे पर हैं। इस दौरान पवार ने किसानों से बातचीत की। किसानों ने शरद पवार के सामने अपनी समस्याएं रखीं। इस पर बोलते हुए शरद पवार ने किसानों से कहा कि किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए हमें सड़कों पर उतरना होगा। ४-५ महीने दीजिए, मैं सरकार बदलना चाहता हूं। शरद पवार ने कहा कि सभी जाति-धर्म के लोगों को एक साथ आगे बढ़ाने की विचारधारा हम सभी की है। आज के शासक ठीक इसके विपरीत कार्य कर रहे हैं।
देश के बारे में किसी ने नहीं छोड़ा विचार
शरद पवार ने कहा कि मुझे महाराष्ट्र की विधानसभा, लोकसभा, राज्यसभा, देश की विधान परिषद में जाते हुए ५६ साल हो गए। इस दौरान एक भी दिन की छुट्टी लिए बिना चुने जानेवाला दूसरा कोई नहीं है इसलिए इस काल में मैंने कई प्रधानमंत्रियों को देखा। दलगत मतभेद होंगे, लेकिन देश के बारे में विचार किसी ने नहीं छोड़ा। शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें समाज के सभी धर्मों, जातियों और भाषाओं के लोगों के बारे में एक तरह का रणनीतिक निर्णय लेने की जरूरत थी, लेकिन उनके निर्णय लेने का तरीका समाज में कुछ वर्गों के प्रति पक्षपाती है।
आज एक सशक्त विपक्षी दल की जरूरत
शरद पवार ने कहा कि देश में राजनीति बदल रही है। पिछले १० साल से देश में एक खास शासन था। आज भी सत्ता उनके हाथ में चली गई है, लेकिन १० साल की ताकत और इस बार की ताकत में फर्क है। देश और राज्यों में विपक्षी दलों के लोगों को एकजुट करना, विरोध के लिए विरोधी नहीं तो राज्य की जनता के हितों की रक्षा करना, अगर यह काम सत्ताधारियों द्वारा नहीं किया गया तो चुप नहीं रहना है। लोकतंत्र के दायरे में बैठकर अपनी बात रखने के लिए आज एक सशक्त विपक्षी दल की जरूरत है। शरद पवार ने विश्वास जताया कि इसे बनाने का काम हम सब मिलकर करेंगे।

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