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केसरी के जमाने का कर बाकी है! …आईटी ने कांग्रेस को भेजी गजब की नोटिस

३० साल पुराना मामला बनाकर किया तलब

सामना संवाददाता / मुंबई
केंद्र सरकार की ओर से इन दिनों कांग्रेस के खिलाफ जमकर खीझ निकाली जा रही है। कांग्रेस को हर तरफ से दबाने की कोशिश केंद्र की भाजपा सरकार की ओर से की जा रही है। इसी के तहत केंद्र के इनकम टैक्स विभाग ने कांग्रेस को गजब की नोटिस भेजा है। ३० साल पुराने मामले का हवाला देकर इनकम टैक्स ने कांग्रेस के नेताओं को तलब किया है। आईटी अधिकारियों ने वर्ष १९९४-९५ के समय कांग्रेस का कर बकाया बताया है। तब कांग्रेस के कोषाध्यक्ष सीताराम केसरी हुआ करते थे। केसरी जमाने के कर बाकी होने का हवाला देकर कांग्रेस को आईटी ने नोटिस थमाया है।
कांग्रेस के प्रवक्ता अजय माकन ने बताया कि कांग्रेस के दो पुराने कोषाध्यक्ष सीताराम केसरी और मोतीलाल वोरा के समय के इनकम टैक्स नोटिस को लेकर कल कांग्रेस के बैंक खाते सील कर दिए गए हैं। ३० साल पहले के नोटिस पर चुनाव के समय कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि इन दिनों भाजपा सरकार के अधीन आनेवाली तमाम जांच एजेंसियां कांग्रेस को खत्म करने की साजिश में हैं। हमारे खिलाफ भाजपा सरकार के लोग घातक और गहरी साजिश कर रहे हैं। यह टाईमिंग बता रही है कि खेल बड़ा है, साजिश गहरी है। कांग्रेस ने गुरुवार को पार्टी के विभिन्न बैंक खातों को प्रâीज करने का मुद्दा उठाते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। एक प्रेस कॉन्प्रâेंस में कांग्रेस नेताओं ने चुनाव से पहले पार्टी के बैंक खातों को ‘प्रâीज’ किए जाने पर आरोप लगाया कि ३० साल पुराना मामला लेकर हमारे खाते प्रâीज किए जा रहे हैं। ऐसे ही कल महात्मा गांधी के समय की कुछ चीज निकालकर हमारे खाते प्रâीज कर दिए जाएंगे। इतना साल पुराना हिसाब निकालकर हमारे खाते प्रâीज किए जा रहे हैं, ताकि हम चुनाव न लड़ सकें। कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने बताया कि पार्टी को १९९४-९५ मूल्यांकन वर्ष का इनकम टैक्स का नोटिस मिला है, जब सीताराम केसरी पार्टी के कोषाध्यक्ष हुआ करते थे। इसी तरह एक और नोटिस लगभग सात साल पहले का है। सीताराम केसरी के समय का नोटिस हमें पिछले हफ्ते आया है।

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