मुख्यपृष्ठनए समाचारशरद पवार को मिटाकर राज्य पर काबू कर लेंगे! ... यह भाजपा...

शरद पवार को मिटाकर राज्य पर काबू कर लेंगे! … यह भाजपा की गलतफहमी है

शरद पवार की बहन ने लिया
भाजपाइयों को आड़े हाथों
सामना संवाददाता / मुंंबई
पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर शरद पवार की बहन सरोज पाटील के बयान चर्चा में हैं। इससे पहले उन्होंने शरद पवार के इस्तीफे के वक्त हुए घटनाक्रम पर टिप्पणी की थी। भाजपा को लगता है कि अगर शरद पवार को खत्म कर दिया जाए, तो राज्य पूरी तरह से अपने काबू में कर लेंगे, यह भाजपा की गलतफहमी है। भाजपा अजीत पवार के जरिए यह साजिश शुरू की है, ऐसे शब्दों में सरोज पाटील ने भाजपाइयों को एक बार फिर आड़े हाथों लिया। इसके साथ ही उन्होंने अजीत पवार और सुप्रिया सुले पर भी अपनी भूमिका स्पष्ट की।
चुनाव खत्म होते ही काले बादल छंट जाएंगे’
राकांपा में फूट की तरह ही पवार परिवार में फूट भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है। अजीत पवार द्वारा शरद पवार की आलोचना की भी चर्चा हो रही है। इस पृष्ठ भूमि में पवार परिवार में फूट की तस्वीर बन गई है, इस पर सरोज पाटिल ने कहा है कि ये सब सिर्फ चुनाव के लिए है। मुझे विश्वास है कि चुनाव समाप्त होते ही काले बादल छट जाएंगे। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि अजीत पवार ने शरद पवार के बारे जो कुछ बोला है, उसको लेकर पछता रहे होंगे।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सारा पैसा शरद पवार को राजनीतिक रूप से समाप्त करने लिए खर्च कर रही है। भाजपा को लग रहा है कि शरद पवार को खत्म किया तो राज्य उनके हाथ में आ जाएगा। इसलिए जिस प्रकार से आम के पेड़ पर पत्थर मारे जाते है, उसी प्रकार से शरद पवार पर पत्थर मारे जा रहे हैं। सरोज पाटील ने आगे कहा कि भाजपा सुप्रिया सुले को गिराकर सुनेत्रा को चुनना चाहती है। भाजपा को लगता है कि सुप्रिया हार गर्इं तो शरद पवार हार जाएंगे। लेकिन बारामती में शरद पवार द्वारा किया गया काम, उनके प्रति लोगों का प्यार यह सब महत्वपूर्ण हैं।
सुप्रिया सुले की प्रशंसा
इस बीच सरोज पाटील ने सुप्रिया सुले की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि सुप्रिया सोने की चम्मच लेकर पैदा हुई थीं, बचपन से उनके साथ फूल जैसा व्यवहार किया जा रहा है। लेकिन उन्होंने जिस प्रकार से खुद में जो बदलाव किया है उनकी कोई तोड़ नहीं है। वह लोकसभा में इतनी खूबसूरती से बोलती हैं, उसकी जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है। इसके अलावा वह खूद पढ़ाई करती है। सुप्रिया ने अपने आप में बहुत सुधार और प्रगति की है। वह ठीक से मराठी नहीं बोल पाती थीं, इसमें उन्होंने बहुत सुधार किया है, ऐसा उन्होंने कहा। उन्होंने पूरे विश्वास के साथ कहा कि हमारा परिवार नहीं टूटेगा, अब लोगों को तय करना है कि वे किसके पक्ष में जाते हैं। सुप्रिया सुले को परिवार का साथ बुआ सरोज पाटील ने खुलकर समर्थन किया है।

अन्य समाचार