सामना संवाददाता / मुंबई
आरे जंगल को काटनेवाली भाजपा सरकार के साथ मिलकर घाती सरकार छात्रों को पर्यावरण का महत्व समझाएगी। छात्रों को पर्यावरण के बारे में पढ़ाने के लिए पर्यावरण विभाग महाराष्ट्र के सरकारी स्कूलों के छात्रों को प्रकृति का पाठ पढाएगी। इसके लिए उन्हें आस-पास के जंगलों की सफारी कराते हुए तीन घंटों तक पर्यावरण से रूबरू कराया जाएगा। इसके तहत शुरुआत में १२ जिलों के ५० स्कूलों में यह पहल कार्यान्वित की जाएगी। उल्लेखनीय है कि बीते कई सालों से पर्यावरण में काफी तेजी से बदलाव को देखा जा रहा है। इसके लिए काफी हद तक खुद इंसान ही जिम्मेदार हैं। लोग विकास के नाम पर बेतहाशा पेड़ों की कटाई कर रहे हैं। इसके साथ ही अन्य तरीकों से इसे क्षति पहुंचा रहे हैं। इन सभी कारणों से आज प्रकृति में बदलाव आ चुका है और कभी बारिश होने लग रही है, तो कभी गर्मी और ठंड का अहसास हो रहा है। इसका असर इंसानों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। लोग कई तरह की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। कई बीमारियां तो जानलेवा भी साबित हो रही है। ऐसे में नई पीढ़ी को पर्यावरण के महत्व को समझाने के लिए राज्य में पांच सालों के दौरान ७,५०० स्कूलों में पर्यावरण सेवा योजना शुरू किया जा रहा है, जिसके लिए करीब छह करोड रुपए के निधि को मंजूरी मिली है। बताया गया है कि शुरुआत के चरणों में १२ जिलों के ५० स्कूलों में योजना लागू की जाएगी। इसके बाद इस साल के अंत तक ३६ जिलों के १,५०० स्कूलों तक योजना को पहुंचा दिया जाएगा।