रमेश ठाकुर / नई दिल्ली
‘गांधी को गांधी’ से लड़ाने की भाजपाई रणनीति अब पूरी तरह से नाकाम हो गई है। उनकी इस योजना की हवा कल रविवार को उस वक्त निकल गई, जब सांसद वरूण गांधी ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को चिट्टी लिखकर दो टूक कह दिया कि वह अपने परिवार के किसी भी सदस्य के सामने चुनाव नहीं लड़ेंगे। रायबरेली से संभावति कांग्रेस प्रत्याशी प्रियंका गांधी और अमेठी से लड़ने का मूड बना चुके राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव में न उतरने का संदेश वरूण ने शीर्ष नेतृत्व को लिखित में पहुंचवा दिया है। वरूण का पीलीभीत से टिकट काटने पर भाजपा को तगड़ा विरोध झेलना पड़ रहा है। पीलीभीत से टिकट कटने से लोग भाजपा से काफी नाराज हैं। मालूम हो कि भाजपा वरुण को लेकर ऐसा खेल खेलना चाहती थी, जिससे गांधी परिवार में और फूट पड़ती। भाजपा ने वरुण को राहुल गांधी या प्रियंका गांधी के सामने चुनाव लड़ाने की योजना बनाई हुई थी जिसकी चर्चा कई दिनों से मीडिया में थी। लेकिन ऐसी संभावनाओं पर खुद वरूण गांधी ने पूर्ण विराम लगा दिया। उन्होंने जेपी नड्डा को खत लिखकर दोनों के खिलाफ चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया है। खबर के अनुसार पीलीभीत से टिकट कटने के बाद वरुण ने अपनी नाराजगी जाहिर कर दी थी पर मां मेनका गांधी के समझाने के बाद उन्होंने अपना मुंह नहीं खोला था। इसके बाद भाजपा ने रायबरेली में गांधी परिवार के भीतर फूट डालने की नीति के तहत प्रियंका और वरुण के बीच चुनावी लड़ाई की साजिश रचनी शुरू की थी। मगर वरुण इसे भांप गए और उन्होंने भाजपा की चाल सफल नहीं होने दी।