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कट्टरपंथी इस्लामिक धर्मगुरुओं की ब्रिटेन में नो एंट्री! … मुस्लिम देशों पर रहेगी खास नजर

एजेंसी / नई दिल्ली
देश में बढ़ते इस्लामिक कट्टरपंथ से परेशान ऋषि सुनक ने अब इस पर लगाम कसने का प्लान तैयार किया है। इसके तहत अफगानिस्तान, पाकिस्तान और इंडोनेशिया के कट्टरपंथी इस्लामिक धर्मगुरुओं की ब्रिटेन में एंट्री बैन कर दी गई है। इसके लिए वीजा वॉर्निंग लिस्ट तैयार की जा रही है। नए प्लान के मुताबिक, इस लिस्ट में जो भी नाम शामिल होंगे, उनको ब्रिटेन में एंट्री नहीं मिलेगी। इसके लिए ऑटोमैटिक एंट्री बैन प्रोग्राम भी तैयार कर लिया गया है।
इजराइल-हमास की जंग शुरू होने के बाद से ब्रिटेन में फिलिस्तीन के समर्थन में कई प्रदर्शन हुए। पुलिस-प्रदर्शनकारियों में झड़पें हुर्इं। ब्रिटिश सांसदों को खुलेआम धमकियां दी गर्इं। लंदन में विगत दिनों हुए इजराइल विरोधी प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई थी। इसके बाद सरकार ने कुछ कड़े कदम उठाए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटिश सरकार ने इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स की स्टडी के बाद माना है कि देश में कट्टरपंथियों की हरकतें और तादाद हैरान करने वाली है। ऐसे लोगों पर लगाम कसने के पैâसले के तहत दूसरे देशों से आने वाले कट्टरपंथियों की एंट्री रोकने के उपायों पर विचार किया गया। इसके तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और इंडोनेशिया जैसे देशों से आने वाले कट्टरपंथी धर्मगुरुओं की एंट्री पर रोक लगाने का पैâसला किया गया, ताकि ब्रिटेन आकर ये लोग भड़काऊ बयानबाजी न कर सकें। इसके लिए एक लिस्ट तैयार की गई है, इसमें कट्टरपंथियों के नाम होंगे। जैसे ही ये लोग ब्रिटिश वीजा के लिए अप्लाय करेंगे, उनका नाम कंप्यूटर प्रोग्राम क्रॉस चेक करेगा। अगर वो बैन लिस्ट में पाया गया तो उन्हें एंट्री नहीं मिलेगी। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने गत महीने कहा था कि जो हमारे देश में आकर लोगों को भड़काते हैं या दूसरे समुदायों के खिलाफ जहर उगलते हैं, उन्हें हम यहां नहीं रहने देंगे। ब्रिटेन के पूर्व होम सेक्रेटरी ने पिछले दिनों कहा था कि अगर कट्टरपंथी गुटों पर रोक नहीं लगाई गई तो देश की सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो जाएगा।
ऋषि सुनक और होम मिनिस्टर जेम्स क्लेवरली ने पिछले हफ्ते देश के टॉप पुलिस अफसरों के साथ लंबी मीटिंग की, जहां सुनक ने अफसरों से कहा कि देश में कट्टरपंथी लोकतंत्र के लिए चुनौती बनते जा रहे हैं। अगर वो किसी तरह की हिंसा करते हैं या कानून तोड़ते हैं तो इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

ब्रिटेन को तोड़ने की साजिश
सुनक ने कहा था कि वो वक्त आ चुका है, जब हमें बांटने वाली ताकतों के खिलाफ एकजुट होना होगा। ये हमारे देश को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं। शनिवार को भी ब्रिटेन में फिलिस्तीन के समर्थन में हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया। ब्रिटेन की होम मिनिस्ट्री ने एक बयान जारी कर कहा है कि यहां कट्टरपंथ की कोई जगह नहीं है। हम इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त भी नहीं करेंगे।

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