संदीप पांडेय
आज की यंग जनरेशन चाइनीज फूड आइटम को काफी ज्यादा लाइक करती है। इसमें मंचूरियन से लेकर नूडल्स तक कई वेराइटीज शामिल हैं। अगर आप भी चाइनीज फूड लवर हैं तो यह खबर खासकर आपके लिए ही है। जी हां, आज मैं आपको एक ऐसे रेस्टोरेंट से रूबरू करवाऊंगा जो चाइनीज फूड आइटम का भंडार है। यहां आप चाइनीज के १०-२० आइटम नहीं बल्कि, आप यहां इतने आइटमों का स्वाद ले सकते हैं कि उसे आप अपनी उंगलियों पर नहीं गिन सकते। यहां वेज के साथ-साथ नॉनवेज लोगों के लिए भी कई ऑप्शंस मिल जाएंगे। यंग जनरेशन के लोगों का दिलखुश करनेवाला यह रेस्टोरेंट कोई और नहीं बल्कि बांद्रा ईस्ट में स्थित `फ्लेवर्स ऑफ चाइना’ है।
इस बार मैं अपनी स्वाद यात्रा के लिए बांद्रा पहुंचा। रेलवे स्टेशन से पूर्व की तरफ बाहर निकलकर चेतना
कॉलेज जानेवाले रिक्शा में बैठ गया। चेतना कॉलेज पहुंचकर मैं रिक्शा से उतर गया और इसी चेतना कॉलेज के अपोजिट में उजाला बार के बगल में फ्लेवर्स ऑफ चाइना है। मैं अंदर गया और सोफा पर बैठकर मेन्यू पलटने लगा तो मुझे वेज और नॉनवेज दोनों सेक्शन में कई नए चाइनीज आइटम देखने को मिले। मैंने वेज मून फान राइस के साथ रेड पेपर पनीर ऑर्डर किया। यह क्या इन दोनों के कॉम्बिनेशन ने तो दिल खुश कर दिया। इसके बाद मैंने आइस क्रॉफ्ट से लाइव आइसक्रीम ऑर्डर किया। वैसे तो मैंने आज तक कई प्रकार के अनेकों फ्लेवर में आइसक्रीम खाया है, लेकिन ये आइसक्रीम का कोई विकल्प ही नहीं है। एक पल के लिए तो ऐसा लगा कि मैं इस स्वाद में कहीं गुम सा गया।
हर बार की तरह इस बार भी रेस्टोरेंट और उसके स्पेशल मेन्यू के बारे में जानने की रुचि हुई तो मैं पूरी जानकारी लेने के लिए काउंटर पर पहुंचा तो वहां मौके पर रेस्टोरेंट के
ऑनर सुशील शरद राउत से मुलाकात हुई। जिनसे बातचीत के दौरान उन्होंने अपने विचार बताते हुए बताया कि लोगों को चाइनीज फूड आइटम खाने के लिए अलग-अलग शॉप पर जाना होता है इसी बात को उन्होंने ध्यान में रखते हुए वे फ्लेवर ऑफ चाइना में लोगों के लिए एक से बढ़कर एक चाईनीज फूड आइटम उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनका ये रेस्टोरेंट १८ अगस्त २०१८ से सेवा दे रहा है। रेस्टोरेंट प्रतिदिन सुबह १२ बजे से दोपहर ४ बजे तक और शाम ७ बजे से रात ११.३० बजे तक खुला रहता है। सुशील ने बताया कि वेज और नॉनवेज दोनों सेक्शन में कई स्पेशल चाईनीज फूड आइटम हैं, जहां वेज में मून फान राइस के साथ रेड पेपर पनीर, वेज सेसमी प्रâाइड पनीर, कुंग पाव पोटेटो, पनीर मशरूम बेबी कॉर्न, वेज बर्न गार्लिक प्रâाइड राइस के साथ पनीर हॉट गार्लिक सॉस, वेज मलेशियन राइस है तो वहीं नॉनवेज में प्रâाई पेपर चिकन, रेड पेपर प्रॉन्स और रोस्ट पेपर चिकन स्पेशल है। आगे बताया कि इस रेस्टोरेंट के कुल १० आउटलेट हैं, जिसमें बांद्रा के अलावा ठाणे, मलाड, बोरिवली पूर्व-पश्चिम, माटुंगा, दादर, लालबाग, परेल और प्रभादेवी शामिल हैं। कस्टमर के लिए होम डिलीवरी की सुविधा के साथ-साथ यहां के फूड आइटम स्विगी और जोमैटो पर भी उपलब्ध हैं।
वेज कॉर्नर – मंचूरियन, मशरूम चिली, बेबी कॉर्न चिली, पनीर चिली, हक्का नूडल्स, मशरूम नूडल्स, फाइव स्पाइस नूडल्स, सिंगापुर नूडल्स, हॉन्ग कॉन्ग नूडल्स, कोरियन राइस, चॉपर राइस इत्यादि।
नॉनवेज कॉर्नर – चिकन मोमो, मंचूरियन चिकन, थाई प्रâाइड राइस, जय थाई नूडल्स, थाई ग्रीन करी, पैड थाई नूडल्स, कुंग पाव चिकन, क्रिस्पी चिकन, ब्लैक पीपर चिकन, लेमन ग्रास चिली चिकन, हॉट गार्लिक प्रॉन्स, ड्रैगन चिकन, चिकन प्रâाइड राइस, चिकन फाइव स्पाइस प्रâाइड राइस, चिकन मलेशियन नूडल्स, प्रॉन्स हक्का नूडल्स, चिकन ओरिएंटल नूडल्स इत्यादि।
मॉक्टेल – ओसिएनिक ऑरेंज, ग्रे मैंगो
वफल्स – टेराकोटा, टेला न्यूटेला
आइस्क्रीम – आइस क्रॉफ्ट, लाइव आइसक्रीम, आउट एंड आउट चॉकलेट, रॉकी रोड
पता- सरकारी वसाहत, प्लॉट नं. ओल्ड १७, अपो. चेतना कॉलेज, उजाला बार के बगल में गवर्नमेंट कॉलोनी बांद्रा-पूर्व, मुंबई-४०००५१
मोबाइल नं.- ९८९२७९८४८४ / ९८९२७६३३९९
स्वाद यात्रा : चाइनीज फूड है खाना … `फ्लेवर्स ऑफ चाइना’ जरूर आना
दसवीं तक स्कूल न होने के कारण पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हैं विद्यार्थी
सगीर अंसारी / मुंबई
लाखों की आबादी वाले गोवंडी क्षेत्र में मनपा द्वारा संचालित स्कूलों में अगर एक स्कूल को छोड़ दें तो किसी भी स्कूल में दसवीं तक कक्षा न होने के कारण ज्यादातर विद्यार्थी बीच में ही अपनी शिक्षा छोड़ने के लिए मजबूर हैं। हालांकि, इस क्षेत्र में उर्दू माध्यम से शिक्षा प्राप्त करनेवाले विद्यार्थियों की तादाद ज्यादा है। इस मसले को लेकर स्थानीय एनजीओ ने भी आवाज को उठाना शुरू कर दिया है।
बता दें कि शिवाजी नगर व बैगनवाड़ी में मनपा द्वारा सात स्कूलों का संचालन किया जाता है। इन स्कूलों में हिंदी, उर्दू और मराठी माध्यम से पढ़ने वाले बच्चे शिक्षा हासिल करते हैं, परंतु उर्दू माध्यम से शिक्षा प्राप्त करनेवाले विद्यार्थियों की तादाद ज्यादा होने की वजह से मनपा ने संजय नगर मनपा स्कूल में उर्दू माध्यम के लिए दसवीं तक कक्षा की शुरुआत कर दी है, लेकिन विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा होने के कारण दूसरे स्कूलों से आठवीं तक शिक्षा प्राप्त करनेवाले विद्यार्थियों में से कुछ ही प्रतिशत बच्चों को यहां दाखिला मिल पाता है। इस स्कूल में दाखिला लेनेवाले बच्चों को बोर्ड की परीक्षा के दौरान सेंटर भायखला में पड़ने की वजह से काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों की मांग है कि यहां पर मौजूद सभी मनपा स्कूलों को दसवीं तक किया जाए और इसके साथ ही उन्हें नया इंडेक्स नंबर दिया जाए, ताकि बच्चों को परीक्षा के दौरान क्षेत्र से बाहर न जाना पड़े।
बचके रहना रे बाबा… बारिश में बच्चों पर अटैक कर रहा खतरनाक वायरस!
गुजरात में वायरल एन्सेफलाइटिस ने ली ५९ की जान
गुजरात में वायरल एन्सेफलाइटिस के कारण ५९ लोगों की मौत हो गई है। व् ाायरल एन्सेफलाइटिस तेज बुखार का कारण बन सकता है और कई मामलों में दिमाग को प्रभावित करता है। मानसून के मौसम में भारत के कई हिस्सों में ये बीमारी पैâलती है। एन्सेफलाइटिस अधिकतर १५ साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, इस साल जून व जुलाई महीने में गुजरात में १५-वर्ष से कम आयु के बच्चों में ऐक्यूट एन्सेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के १४० मामले सामने आए, जो पूरे देश में सर्वाधिक हैं। इस सिंड्रोम से प्रभावित ५९ लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से ५१ मामलों में चांदीपुरा वायरस की पुष्टि हुई है। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी एन्सेफलाइटिस के मामलों की निगरानी कर रहे हैं और जिन क्षेत्रों में मामले सामने आए हैं, वहां निगरानी बढ़ा दी गई है। वायरल एन्सेफलाइटिस के मामले सबसे पहले पिछले महीने गुजरात के दो उत्तरी जिलों में सामने आए थे। हालांकि, अब तक दो दर्जन से अधिक जिलों में अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें से कुछ चांदीपुरा वायरस के मामले भी हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक, इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। ज्यादातर लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है, ताकि लक्षण के आधार पर इसका ट्रीटमेंट किया जा सके। इससे बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध है। एक साल से कम उम्र के बच्चों और ५५ साल से ज्यादा के बुजुर्गों को इसका खतरा अधिक रहता है, इसलिए कीड़े-मकोड़े वाली जगह पर जाने से बचें। लंबी बाजू के कपड़े पहनें और हेल्दी डाइट लें।
मेहनतकश : व्यापार के साथ कर रहे हैं समाज सेवा
राधेश्याम सिंह
जब कोई नेकदिल इंसान सच्चे मन और कड़ी मेहनत से कोई कर्म करता है तो भाग्य भी उसका साथ देता है। अपनी मेहनत के बलबूते अपना कारोबार खड़ा करनेवाले शहजाद मलिक अपने पिता के साथ धारावी में रहते थे। २००५ में रोजी-रोटी की तलाश में नालासोपारा आए शहजाद मलिक ने कभी सपने में नहीं सोचा था कि एक दिन वे कंस्ट्रक्शन का व्यवसाय करने के साथ ही समाजसेवा करेंगे। मलिक ने बताया जब वे नालासोपारा आए तब रोजी-रोटी की तलाश में संघर्ष करते हुए बतौर इंडस्ट्रीयल कॉन्ट्रेक्टर अपना काम शुरू किया। कंस्ट्रक्शन व्यवसाय में मेहनत कर मलिक अपनी किस्मत को बुलंद करना चाहते थे। अत: उन्होंने प्रॉपर्टी लाइन में अपनी किस्मत को आजमाया और वे कामयाब हो गए। मलिक इंडस्ट्रीयल गाले बनाते और बेचते गए। इसके साथ वो जमीन खरीदने और बेचने का भी व्यवसाय करते रहे। ‘जय हो फाउंडेशन’ संस्था में बतौर पालघर जिला अध्यक्ष नियुक्त होते ही वे अपने व्यापार के साथ-साथ समाजसेवा करने लगे। जरूरतमंदों को अन्न देकर उनकी सहायता करनेवाले मलिक आर्थिक मजबूरी के कारण पढ़ाई न कर पानेवाले बच्चों की पढ़ाई से संबंधित खर्च उठाकर उसकी हर तरह से मदद करते हैं। मालिक ने बताया कि वे कांग्रेस पार्टी के बोईसर विधान सभा के मैनुवर्टी विभाग के जिला उपाध्यक्ष थे। उसके बाद २०२२ में वे कांग्रेस पार्टी के नालासोपारा ब्लॉक अध्यक्ष के तौर पर चुनकर आए। समय-समय पर फ्री ब्लड चेकअप कैंप, ब्लड डोनेशन कैंप, फ्री आई चेकअप, फ्री में चश्मा वितरण कैंप लगा चुके हैं। शहजाद मलिक कहते हैं कि लोगों से मैं अनुरोध करता हूं कि जिससे जितना भी हो सके उतना गरीब और बेसहारा लोगों को अन्न देकर उनकी मदद करें। मानवता का यही धर्म है। एक बेटा और एक बेटी के पिता शहजाद मलिक अपने दोनों बच्चों को पढ़ा-लिखाकर उन्हें होनहार बनाना चाहते हैं। शहजाद मलिक चाहते हैं कि जिस तरह वो जरूरत मंदों की मदद कर रहे हैं उनके बच्चे बड़े होकर लोगों की मदद करते रहें।
ऑस्ट्रेलियन ब्लफ!
प्रियंका चोपड़ा ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक दिल को छू लेने वाला पल शेयर किया है। ऑस्ट्रेलिया में अपनी नई फिल्म, ‘द ब्लफ’ की शूटिंग के बीच उन्होंने ब्रेक लिया और अपनी बेटी मालती मैरी की एक प्यारी सी तस्वीर साझा की है।
शादी न बाबा न…
अभिनेत्री जरीन खान इन दिनों खबरों में छाई हुई हैं। सलमान खान के साथ जिस हीरोइन का करियर शुरू हुआ हो, वह मामूली तो हो नहीं सकती। पर कटरीना वैâफ के जैसे चेहरेवाली ने जरीन का खेल खराब कर दिया। खैर, वो तो तब की बात थी। अब मसला यह है कि जरीन शादी नहीं करना चाहतीं। जरीन ने हाल ही में कहा, ‘मेरी जिंदगी की यही सच्चाई है कि मैं कभी शादी नहीं करना चाहती। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप इसे क्या कहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आजकल जिस तरह से लोग मोबाइल फोन पर खाना स्वाइप कर घर मंगा रहे हैं, उसी तरह से इंसान भी स्वाइप करके घर बुला रहे हैं।’ आप समझ गए न जरीन का इशारा किधर है!
छोटी सी उमर में लग गया रोग
छोटी सी उमर में लग गया रोग… ये गाना तो सायरा बानू ने पर्दे पर गाया था, तो फिर डिंपल कपाडिया का इससे क्या लेना-देना? बात तो सही है। पर यहां जिक्र गाने का नहीं हो रहा है। यहां जिक्र डिंपल का ही हो रहा है। असल में जब डिंपल छोटी थीं तो उन्हें एक गंभीर रोग हो गया था, जिससे बड़ी मुश्किल से वे ठीक हुई थीं। हाल ही में डिंपल ने बताया है कि १२ साल की उम्र में उन्हें कुष्ठ रोग हो गया था। इसके लक्षण मेरी कोहनी पर दिखे थे…एक शख्स ने कहा था कि मुझे स्कूल से निकाल दिया जाएगा।’ बकौल डिंपल, उसी के कुछ दिन बाद उनकी मुलाकात राज कपूर से हुई और उन्हें फिल्म ‘बॉबी’ के लिए कास्ट किया गया।
सुंदर नहीं दिखा सकते भंसाली
संजय लीला भंसाली की फिल्में बड़ी खूबसूरत होती हैं। उनके हीरो-हीरोइन के तो कहने ही क्या। ऐसा लगता है मानों सीधे इंद्रलोक से तशरीफ लेकर आए हों। पर भंसाली की फिल्मों में मनोज बाजपेयी जैसे अभिनेताओं का काम नहीं है। ऐसा हम नहीं खुद मनोज ही कह रहे हैं। उन्होंने हाल ही में कहा है, ‘वह भंसाली के साथ काम करना चाहते हैं लेकिन शायद वे उन्हें कास्ट नहीं करेंगे, भंसाली जैसी फिल्में बनाते हैं, उन्हें मेरे जैसे ऐक्टर्स की जरूरत नहीं है। वह मुझे वैâसे सुंदर दिखाएंगे।? फिल्म में मुझमें दिखाने के लिए कुछ भी नहीं होगा।’ अब बंदे की बात में दम तो है।
रोहित पाजी, तोंद क्यों छिपाई?
भारत के कप्तान रोहित शर्मा फिटनेस को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। इस बार भी वे अपनी बढ़ी तोंद को लेकर चर्चा में हैं। `हिटमैन’ रोहित शर्मा पर बड़ा आरोप लगा है। ये आरोप फोटो के साथ छेड़छाड़ करने का है। हालांकि, इन आरोपों में कितना दम है उसकी हम पुष्टि नहीं कर सकते। लेकिन, सोशल मीडिया पर रोहित शर्मा पर हमला इसी बात को लेकर किया गया है कि उन्होंने फोटो से छेड़छाड़ की है। दरअसल, रोहित शर्मा एक सोशल मीडिया पोस्ट को डिलीट करने के कारण चर्चाओं में घिर गए हैं। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इंस्टाग्राम पर ट्रेनिंग की तस्वीर शेयर की थी, लेकिन कुछ ही घंटों में यह फोटो `हिटमैन’ के लिए मुसीबत का सबब बन बैठी थी। इसी कारण उन्हें इस तस्वीर को डिलीट करना पड़ा है। रोहित शर्मा ने सोशल मीडिया पर टी-२० सीरीज जीतने की बाद की एक फोटो शेयर करते हुए बधाई दी। उन्होंने फोटो के कैप्शन में लिखा, `परफेक्ट स्टार्ट वेल डन टीम।’ लेकिन अगर आप सोच रहे हैं कि रोहित पर आरोप जीत की इसी तस्वीर से छेड़छाड़ करने का लगा है तो आप गलत हैं। उन पर जिस फोटो के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप है, वो उनकी खुद की है। फोटो को लेकर रोहित पर इल्जाम लगा है कि उन्होंने उसके साथ छेड़छाड़ की है। वैसे रोहित पाजी…आप तोंद क्यों छिपा रहे हो…?
आलिया के रोमांस से नहीं पड़ता फर्क
फिल्मी दुनिया पर्दे पर सारा कारोबार ही रोमांस पर टिका होता है। ऐसे में अगर पति-पत्नी दोनों हीरो-हीरोइन हों तो मुश्किल हो ही सकती है। अब दीपिका दूसरे से पर्दे पर रोमांस करेंगी तो रणवीर सिंह का दिल नहीं जलेगा क्या? खैर, रणवीर का तो पता नहीं पर रणबीर कपूर का तो नहीं जलेगा। रणबीर ने आलिया भट्ट के दूसरे हीरो संग रोमांटिक सीन्स करने को लेकर कहा है, ‘मैं इनसिक्योर पार्टनर नहीं हूं। दूसरे शख्स के साथ आलिया ने पर्दे पर कई बार रोमांस किया है, उसे देखकर मैं कभी इनसिक्योर नहीं हुआ।’ उन्होंने आगे कहा, ‘अगर १० साल पहले मेरा पार्टनर ऐसा कुछ कर रहा होता…तो शायद मैं इनसिक्योर होता।’ बंदा वाकई काफी समझदार है।