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सामने आया अमित शाह का सच … केजरीवाल की गिरफ्तारी ही थी मेन मकसद! … `आप’ ने पहले ही उठाए थे सवाल

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
ईडी और सीबीआई भाजपा के इशारे पर काम कर रही है। या यूं कहें कि भाजपा कार्यालय से ईडी और सीबीआई को निर्देश जाता है, तब वह कार्रवाई करती है। यह किसी और नहीं बल्कि भाजपा नेता व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयानों से साबित होता है। ऐसा सनसनीखेज आरोप आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने लगाया है। आतिशी ने कहा कि एक कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को ईडी पहली ही नोटिस में गिरफ्तार करने वाली थी। शाह के इस बयान से भाजपा एक्सपोज हो गई है। दिल्ली में मीडिया के समक्ष अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने भाजपा नेता और गृहमंत्री अमित शाह पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हम शुरू से कह रहे हैं कि ये भाजपा के समन थे, लेकिन भाजपा कहती थी ईडी एक स्वतंत्र जांच एजेंसी है। लेकिन गृहमंत्री अमित शाह खुद कह चुके हैं कि भाजपा शासित केंद्र सरकार और ईडी की मंशा पहले दिन से ही अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की थी।
इस बयान से साफ जाहिर होता है कि यह पूरा का पूरा शराब नीति मामले में एक सोची समझी साजिश और षड्यंत्र है।
आतिशी ने आगे कहा कि जब अरविंद केजरीवाल भाजपा के १० साल के कार्यकाल की पोल खोलते, तो भाजपा डर जाती थी। इसलिए भाजपा की ईडी व सीबीआई ने फर्जी केस बनाकर आप पार्टी के एक-एक नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। इसीलिए भाजपा द्वारा पहले सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया और अब अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करवाया। शाह ने अपने एक इंटरव्यू बयान दिया कि अगर केजरीवाल पहले नोटिस पर जाते तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता। इससे साफ पता चलता है कि भाजपा और उसकी ईडी शुरू से ही उनको गिरफ्तार करना चाहती थी। आतिशी ने यह भी दावा किया कि भाजपा दो साल से ईडी और सीबीआई की मदद से आप पार्टी को खत्म करने की साजिश रच रही है। आतिशी ने कहा कि भाजपा वाले यौन शोषण के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना के बारे में सबकुछ पहले से जानते थे, फिर भी उन्हें चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया है। ऐसे ही अब महिला आयोग जैसी संस्था को बंद करने की कोशिश की जा रही है, जो परेशान व पीड़ित महिलाओं के लिए काम करती है। इससे साफ पता चलता है कि भाजपा एक महिला विरोधी पार्टी है। जिन महिला आयोग की कर्मचारियों को हटाया गया है, उसमें कई सारी खुद एसिड अटैक पीड़िता हैं।

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