सिगरेट वाली बिरयानी! …हैदराबाद के रेस्टारेंट में चिकन बिरयानी में सिगरेट के टुकड़े मिलने से मचा बवाल

सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें चिकन बिरयानी में सिगरेट का एक आधा जला टुकड़ा निकला है। ये घटना हैदराबाद के आरटीसी ‘एक्स’ रोड पर स्थित एक लोकप्रिय रेस्टोरेंट की है। यहां कुछ दोस्त चिकन बिरयानी खाने के लिए निकले थे, लेकिन उनके साथ ऐसा एक्सपीरियंस हुआ, जिसने इनको चौंका दिया। बता दें कि उनमें से एक दोस्त को अपनी प्लेट में सिगरेट मिली। उस व्यक्ति ने दावा किया कि उसे खाने के आखिर में जली हुआ सिगरेट मिली। सोशल मीडिया पर सामने आए इस वीडियो में आप लगभग १० लोगों को टेबल पर बैठे देख सकते हैं, जो अपनी प्लेट में आधा खाया हुआ खाना छोड़कर बैठे हैं। वीडियो में आपको एक प्लेट में आधी जली सिगरेट का टुकड़ा दिखाई देता है। इसको देकर दोस्तों के ग्रुप में गुस्से की लहर दौड़ पड़ी और वे रेस्टोरेंट के कर्मचारियों पर चिल्लाते हुए और मैनेजमेंट को बुलाने के लिए कहते हैं।
इसके बाद होटल के स्टाफ इस टेबल के आसपास इकट्ठा हो गए जबकि दोस्तों का ग्रुप शिकायत करता रहा। रेस्टोरेंट का माहौल तब खराब हो गया जब रेस्टोरेंट के कर्मचारियों के साथ दोस्तों की बातचीत तीखी बहस में बदल गई। ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। बताया जा रहा है कि रेस्टोरेंट के मैनेजमेंट ने कस्टमर्स से माफी मांगी है। यहां हम वीडियो शेयर कर रहे हैं। बता दें कि यह पहली बार नहीं है, किसी रेस्टोरेंट में ऐसी घटना सामने आई है। इसी तरह के एक मामले में भुवनगिरी के एक रेस्टोरेंट में एक ग्राहक को चिकन बिरयानी में एक कनखजूरा मिला था।

एमपी हुआ शर्मसार:  चलती एंबुलेंस में नाबालिग से बलात्कार

मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में शर्मसार कर देनेवाली घटना सामने आई है। यहां चलती एंबुलेंस में १६ साल की नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म करने की घटना सामने आई है। पुलिस ने यह जानकारी दी है। पुलिस के मुताबिक `१०८’ आपातकालीन सेवा के तहत संचालित की जा रही एंबुलेंस में चौंकाने वाली घटना २२ नवंबर को हुई थी। इस घटना के सिलसिले में चार आरोपियों में से चालक समेत दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। उप महानिरीक्षक (रीवा रेंज) साकेत पांडे ने बताया कि लड़की अपनी बहन और बहनोई के साथ एंबुलेंस में यात्रा कर रही थी। उन्होंने बताया कि इन तीनों के अलावा, दो अन्य व्यक्ति, चालक और उसका सहयोगी, एंबुलेंस में मौजूद थे। उप महानिरीक्षक पांडे ने बताया कि नाबालिग अपनी बहन और बहनोई के साथ एंबुलेंस में अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई। नाबालिग की बहन और बहनोई के खिलाफ अपराध में सहायता करने का आरोप लगाया गया है।सभी आरोपियों पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

दुआ में याद रखना…

मजाक करने और किसी की टांग खींचने का मौका अगर किसी को मिल जाए तो वो ये मौका अपने हाथ से जाने नहीं देगा और मौका मिलते ही चौका या छक्का जरूर जड़ देगा। भारत आने के लिए कोई न कोई बहाना ढूंढने वाली ग्रैमी अवॉर्ड विनर सिंगर दुआ लीपा हाल ही में ३० नवंबर को एमएमआरडीए, बीकेसी में होनेवाले अपने कॉन्सर्ट के लिए एक बार फिर हिंदुस्थान पहुंच गई हैं। हिंदुस्थान पहुंचते ही एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत हुआ। स्वागत के बाद ढीली शर्ट और ब्लैक पजामे में लिपटी दुआ जैसे ही अपनी कार की ओर बढ़ी वहां मौजूद एक पैपराजी ने जोर से चिल्लाते हुए उन्हें पोज देने के लिए ‘दुआ… दुआ…’ कहते हुए उनके नाम की आवाज लगाई, लेकिन पैपराजी की आवाज को अनसुना कर दुआ अपनी कार में बैठ गर्इं। दुआ द्वारा इस तरह अनसुना किए जाने पर पैपराजी भी चिढ़ गया। उसने दुआ को चिढ़ाते हुए मजाक में कहा, ‘दुआ… दुआ… दुआ… दुआ में याद रखना।’ अब दुआ उसे अपनी दुआ में याद रखती हैं या भूल जाती हैं ये तो दुआ ही जानें!

मोहब्बत पर चढ़ा हल्दी का रंग!

हैदराबाद में शुरू हुए हल्दी समारोह के साथ नागा चैतन्य और शोभिता धुलिपाला के विवाह की तैयारियां शुरू हो गईं। हल्दी के मौके पर नागा चैतन्य और शोभिता की खुशियों का पारावार न था।

संभव है सुलह!

अपनों से जुदा होना किसी के लिए भी आसान नहीं होता। ए.आर. रहमान और सायरा के तलाक की खबर सुन फैंस को यकीन नहीं हुआ था। खैर, एक बातचीत में जब सायरा की वकील वंदना शाह से पूछा गया कि तलाक के बाद बच्चों की कस्टडी किसे मिलेगी? इस पर उन्होंने कहा कि बच्चे एडल्ट हैं और वे खुद तय कर सकते हैं कि उन्हें किसके साथ रहना है। बातचीत में वंदना ने यह भी बताया कि ऐसा नहीं है कि दोनों के बीच सुलह मुमकिन नहीं है। मैं आशावादी हूं और हमेशा प्यार और रोमांस के बारे में बात करती हूं। दोनों लंबे वक्त शादी के रिश्ते में थे और इस निर्णय पर पहुंचने में बहुत विचार किया गया है, लेकिन मैंने कहीं भी नहीं कहा कि सुलह संभव नहीं है।

बाल-बाल बची मौनी

कहते हैं ‘सावधानी हटी, दुर्घटना घटी’। टीवी के मशहूर शोज में से एक ‘नागिन’ की नागिन सॉरी… सॉरी… नागिन का किरदार निभानेवाली मौनी राय का एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें मौनी गिरने से बाल-बाल बचती दिखाई देती हैं। दरअसल, एक इवेंट में पहुंची मौनी को देख पैप्स के बीच उन्हें अपने कैमरे में कैद करने की होड़ मच गई। इवेंट में पहुंची मौनी ने जैसे ही पैप्स के कैमरे की ओर देखा, एक पैप्स उन्हें आवाज देते हुए ‘मौनी जी’ कहता है और मौनी जैसे ही उस पैप्स को ‘हाय’ कहती हैं, उसी बीच नीचे बिछे कालीन में उनका पांव फंस जाता है और वे औंधे मुंह गिरने से बाल-बाल बच जाती हैं। खैर, इसके बाद किसी तरह खुद को संभालते हुए मौनी इवेंट में शामिल हो जाती हैं। वीडियो देखने के बाद एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, ‘अरे, संभलकर।’ वहीं दूसरे ने लिखा, ‘मौनी मुंह के बल गिरतीं, लेकिन उन्होंने संभाल लिया।’

नहीं देना चाहता था कोई घर

लोग कहते हैं कि मुंबई में हर चीज मिल सकती है, लेकिन सिर छुपाने के लिए छत नहीं। कुछ हद तक यह बात सही भी है। लोग अपना घर उसी को किराए पर देना चाहते हैं, जिनका परिवार होता है। सिंगल आदमी या औरत को घर देने से लोग हिचकते हैं। ‘देव डी’, ‘लागा चुनरी में दाग’, ‘जिंदगी ना मिलेगी दोबारा’ जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी कल्कि कोएचलिन ने एक बातचीत में बताया कि मुंबई में सिंगल वुमेन के लिए किराए का घर ढूंढ़ना आसान नहीं है। अनुराग कश्यप से जब उनका तलाक हुआ, तब तक उनकी दो फिल्में ‘जिंदगी ना मिलेगी दोबारा’ और जवानी दीवानी’ रिलीज हो चुकी थी और वो एक जाना-पहचाना नाम बन चुकी थीं। बतौर कल्कि, ‘तलाक के बाद मुझे रहने के लिए जगह नहीं मिली। कोई भी मुझे मुंबई में अकेली महिला के रूप में किराए पर घर नहीं देता था। मैं सोचती थी, मैं फेमस हूं। आप मेरे साथ सेल्फी लेना चाहते हैं, लेकिन आप मुझे घर नहीं देना चाहते।’

नहीं था तिशा को कैंसर!

अपनों को खोना किसी के लिए भी आसान नहीं होता। जुलाई के महीने में अपनी २० वर्षीय बेटी तिशा कुमार को खो चुकीं किशन कुमार की पत्नी तान्या सिंह के लिए भी अपनी बेटी को भुला पाना आसान नहीं है। तिशा आज भले ही इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर अपनी हालिया पोस्ट में खुलासा करते हुए तान्या ने बताया कि उनकी बेटी तिशा की मौत कैंसर की वजह से नहीं, बल्कि लापरवाही की वजह से हुई। इसके साथ ही माता-पिता को आगाह करते हुए उन्होंने एक जरूरी मैसेज भी लिखा। तान्या ने अपनी पोस्ट में लिखा कि तिशा बहुत बहादुर और निडर थी। शुरू में उसे ‘कैंसर’ नहीं था। १५-१६ साल की उम्र में उसे एक वैक्सीन लगी थी, जिससे एक ऑटोइम्यून स्थिति शुरू हो गई थी, जिसका गलत इलाज हुआ। इस बारे में हमें पता नहीं था। उन्होंने माता-पिता को सलाह देते हुए लिखा कि बोन मैरो टेस्ट या बायोप्सी करवाने से पहले डॉक्टर से दूसरी-तीसरी राय जरूर ले लें। हम इन जानकारियों के मिलने से बहुत पहले ही ‘मेडिकल ट्रैप’ में फंस चुके थे। मैं रोज प्रार्थना करती हूं कि बच्चे कभी इस निर्दयी मेडिकल ट्रैप और छिपी नकारात्मक ताकतों के जाल में न फंसें।

आउट ऑफ पवेलियन : जिम में मौत …स्टेरॉयड बना यमदूत

अमिताभ श्रीवास्तव

विश्व का एक बेहतरीन बॉडी बिल्डर अपने दोस्तों के साथ जिम में कसरत कर रहा था। देखते ही देखते वो नीचे गिरा और उसकी मौत हो गई। उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी। २८ वर्षीय जोस मैटियस कोरेया सिल्वा ने हाल ही मे १०० किलोग्राम की बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में भाग लिया था। अपने शरीर को अधिक से अधिक मजबूत बनाने के लिए जोस ब्रासीलिया अगुआस क्लारस में अपने मित्रों के साथ जिम में कसरत कर रहा था कि अचानक वो नीचे गिर पड़ा। उसके दोस्त कुछ समझ पाते इतने में ही बेहोश हुए जोस की धड़कने बंद हो गर्इं। हालांकि, उसके मित्रों ने जोस को निकटवर्ती अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उन्हें बचाने के सारे प्रयास असफल रहे। जिम में मौत होना कोई नई बात नहीं है। इसके पहले भी कई ऐसे बॉडी बिल्डर हैं, आम लोग हैं जो अचानक चल बसे हैं। क्यों होता है ऐसा? जोस की मृत्यु के बाद एक बार फिर इस बात की बहस छिड़ गई है कि वो कौन से कारण हैं जिससे मौत हो जाती है? कुछ लोगों ने जोस मैटीयस की मौत का कारण एनाबोलिक स्टेरॉयड के सेवन को बताया है, हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि उन्हें अचानक दिल का दौरा क्यों पड़ा? मगर स्टेरॉयड ही यमदूत बना है ऐसा लगभग सारे जानकार बताते हैं। सिलीन रोड्रिग्स डी ब्रिटो ने फेसबुक पर जोस की प्रतिस्पर्धा के दौरान की तस्वीरों को पोस्ट किया है, पहले की और उनकी हाल की तस्वीरों की तुलना करते हुए लिखा है कि यह आश्चर्यजनक है कि एनाबोलिक स्टेरॉयड के उपयोग से ये बॉडीबिल्डर इतनी जल्दी बूढ़े हो जाते हैं। उसने लिखा कि, ‘वह २८ साल का था लेकिन उसकी उम्र दोगुनी लग रही थी। कितना दुखद है यह! मुझे उम्मीद है कि भगवान उसे अच्छी जगह पर रखेगा।’ एक अन्य ने कहा, ‘मैं किसी पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन वह व्यक्ति २८ वर्ष का था और उसका चेहरा ५० वर्षीय व्यक्ति जैसा था। उसने लिखा, ‘हम जानते हैं कि कुछ एनाबॉलिक स्टेरॉयड लोगों की उम्र बढ़ाते हैं, यह एक तथ्य है। आप मांसपेशियों का द्रव्यमान बढ़ाते हैं लेकिन आप कई अन्य चीजें खो देते हैं। मैंने एक युवा मित्र भी खो दिया, जो जोस की ही उम्र का था। उन्होंने कहा, ‘वह शराब नहीं पीते थे और न ही नशीली दवाएं लेते थे और उन्होंने मुश्किल से ही प्रशिक्षण लिया था। लेकिन उन्होंने अपनी मांसपेशियों को मजबूत करने और प्रशिक्षण के दौरान अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए पोटेने नामक एक मल्टी-विटामिन दवा का उपयोग करना शुरू कर दिया। एक दिन उन्होंने इसके साथ वैâफीन लेने का पैâसला किया और दुर्भाग्यवश उन्हें दिल का दौरा पड़ गया।’
हालांकि, रिपोर्ट से जो पुष्टि हुई है वह बताती है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि जोस अपने शारीरिक प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए एनाबोलिक स्टेरॉयड का उपयोग कर रहे थे। फिटनेस के प्रति उत्साही व्यक्ति को श्रद्धांजलि दी गई है, जो एक ऑनलाइन सप्लीमेंट स्टोर के भी मालिक थे। उनके भाई टियागो ने कहा, ‘आप अविश्वसनीय थे। बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं आपसे प्यार करता हूं। स्वर्ग को एक देवदूत मिल गया है। जोस एक बहुत प्रिय व्यक्ति था।’ जोस के अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोग शोक संतप्त हुए, इतने अधिक कि वे अंतिम संस्कार स्थल से बाहर ही निकल गए। टियागो ने टिप्पणी की, ‘वहां इतने सारे लोग थे कि वे चैपल के अंदर समा नहीं सके।’
बताया जाता है कि जब जोस की मौत हुई तो वह पेशेवर प्रतियोगिताओं में भाग नहीं ले रहे थे, लेकिन वह स्वयं को व्यस्त रखते थे। वह अन्य बॉडीबिल्डरों को प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने के लिए जाने जाते थे और वह एक योग्य वकील भी थे। फिटनेस के इस दीवाने ने २०१८ दक्षिण अमेरिकी चैंपियनशिप में १७९ सेमी तक के पुरुष फिजिक वर्ग में नौवां स्थान हासिल किया था। इससे एक वर्ष पहले अर्नाल्ड क्लासिक साउथ अमेरिका में १०० किग्रा तक के पुरुष बॉडी बिल्डिंग वर्ग में ११ वां स्थान प्राप्त करने के बाद यह उपलब्धि प्राप्त हुई।
क्यों बैन हुई टेनिस सुंदरी?
विश्व की दूसरे नंबर की टेनिस खिलाड़ी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब वो टेनिस खेलते हुए नहीं दिखेगी जबकि हाल ही में कई टूर्नामेंट हैं जिसमें उसे भाग लेना था। उस पर बैन की खबर से पैंâस में जहां निराशा छा गई, वहीं सवाल था कि आखिर क्यों बैन कर दिया गया? दरअसल, इगा स्वियाटेक को प्रतिबंधित पदार्थ सेवन करने के मामले में रिपोर्ट पाजेटिव आई थी इसके बाद उसे एक महीने का डोपिंग निलंबन दिया गया है। पोलैंड की इस खिलाड़ी को उस वक्त विश्व में नंबर एक स्थान प्राप्त हुआ था, जब उन्होंने १२ अगस्त को प्रतियोगिता से इतर नमूने में एनजाइना की दवा ट्राइमेटाजिडाइन युक्त नमूना दिया था।
अंतर्राष्ट्रीय टेनिस इंटीग्रिटी एजेंसी के एक बयान में कहा गया है, ‘आईटीआईए ने स्वीकार किया कि सकारात्मक परीक्षण पोलैंड में निर्मित और बेची गई एक विनियमित गैर-पर्चे वाली दवा (मेलाटोनिन) के संदूषण के कारण हुआ था, जिसे खिलाड़ी जेट लैग और नींद की समस्याओं के लिए ले रही थी। स्वियाटेक, जो अब दूसरे स्थान पर हैं, उन्हें अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया गया है, जिसके कारण वे तीन टूर्नामेंटों में भाग नहीं ले पाएंगी तथा उन्हें आठ दिन और सजा काटनी होगी। डब्ल्यूटीए के एक बयान में कहा गया है, ‘डब्ल्यूटीए अंतर्राष्ट्रीय टेनिस अखंडता संघ (आईटीआईए) – जो टेनिस एंटी-डोपिंग प्रोग्राम (टीएडीपी) का प्रबंधन करता है – द्वारा इगा स्वियाटेक को एक महीने का निलंबन जारी करने के निर्णय को स्वीकार करता है, क्योंकि प्रतिबंधित पदार्थ ट्राइमेटाजिडाइन के लिए उनके सकारात्मक परीक्षण के स्रोत के रूप में एक दूषित विनियमित दवा (मेलाटोनिन) की पहचान की गई थी।’ इस कठिन समय में डब्ल्यूटीए इगा का पूर्ण समर्थन करता है। इगा हमेशा निष्पक्ष खेल और स्वच्छ खेल की भावनाओं को बनाए रखने के लिए पहचानी जाती है। मगर अनजाने में ली गई दवा उसके लिए बैन का कारण बन गई।

‘लॉर्ड’ का जलवा फीका 

शार्दुल ठाकुर को भारतीय क्रिकेट ड्रेसिंग रूम में ‘लॉर्ड’ कहा जाता है, लेकिन लगता है इस समय उनके सितारे गर्दिश में चल रहे हैं। चोट से वापसी कर रहे शार्दुल हाल ही में संपन्न आईपीएल मेगा ऑक्शन में भी अनसोल्ड रहे। पिछले तीन सीजन में शार्दुल के प्रदर्शन में गिरावट आई है। लेकिन अब उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के इतिहास में सबसे खराब गेंदबाजी की। शार्दुल ठाकुर ने केरल के खिलाफ ६९ रन देकर १ विकेट लिया, जो संयुक्त रूप से सबसे महंगा ओवर है। शार्दुल से पहले अरुणाचल प्रदेश के रमेश राहुल टूर्नामेंट के सबसे महंगे गेंदबाज थे। उन्होंने कुछ दिन पहले हरियाणा के खिलाफ ६९ रन लुटाए थे। पिछला रिकॉर्ड हैदराबाद के पगडाला नायडू (१/६७) के नाम था। उन्होंने २०१० में मुंबई के खिलाफ यह कारनामा किया था। शार्दुल ठाकुर को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में भी नहीं चुना गया। पर्थ रवाना होने से पहले टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने कहा था कि प्रबंधन शार्दुल ठाकुर से आगे बढ़ चुका है, जो ऑस्ट्रेलिया में पिछली बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने वाली टीम के हीरो में से एक थे। हालांकि, ३३ वर्षीय खिलाड़ी ने भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है। २०२४ सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए ९ मैचों में शार्दुल ने ६१.८० की औसत से सिर्फ पांच विकेट लिए। हालांकि, इकॉनोमी उनकी सबसे बड़ी ताकत नहीं रही है, लेकिन जब वह अच्छे फॉर्म में थे तो विकेट लेने और महत्वपूर्ण साझेदारियों को तोड़ना उनकी खूबी थी। पिछले कुछ वर्षों में वे विकेट नहीं ले पा रहे हैं।