यूरोप में पहली बार सुस्ती से उत्पन्न होने वाले तथा मच्छरों द्वारा फैलने वाले एक घातक वायरस के फैलने का मामला सामने आया है। यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के अनुसार, जून और जुलाई में यूरोप में ओरोपोच वायरस के १९ आयातित मामले सामने आए। इनमें से १२ स्पेन में, पांच इटली में और दो जर्मनी में सामने आए।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह रोग मुख्य रूप से कीड़ों के काटने से फैलता है, जिसमें मच्छर भी शामिल हैं और यह पीले गले वाले स्लोथ, गैर-मानव प्राइमेट और पक्षियों में उत्पन्न होता है। इस वायरस के इलाज के लिए फिलहाल कोई टीका नहीं है, क्योंकि यह उसी रोग परिवार से आता है, जिसमें जीका वायरस और डेंगू बुखार शामिल हैं। इंपीरियल कॉलेज लंदन में इम्यूनोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. डैनी ऑल्टमैन ने कहा, `हमें निश्चित रूप से चिंतित होना चाहिए। चीजें बदल रही हैं और शायद उन्हें रोकना असंभव हो जाए।’ ओरोपोच से सिरदर्द, मतली, उल्टी, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और कभी-कभी अधिक गंभीर लक्षण हो सकते हैं। ये लक्षण चार दिनों के बाद कम हो सकते हैं। ईसीडीसी ने कहा कि घातक परिणाम अत्यंत दुर्लभ हैं और बीमारी से ठीक होना आम बात है।अब तक दक्षिण अमेरिका, मध्य अमेरिका और कैरिबियन के कई देशों में वायरस के प्रकोप की सूचना मिली है। २०२४ में ब्राज़ील, बोलीविया, कोलंबिया, पेरू और हाल ही में क्यूबा में विशिष्ट प्रकोप दर्ज किए गए हैं।
यूरोप में दर्ज मामलों में से अठारह मामले हाल ही में क्यूबा की यात्रा से आये थे, तथा इटली में दर्ज एक मामले में ब्राजील की यात्रा से आये थे। ओरोपोच से सिरदर्द, मतली, उल्टी, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और कभी-कभी अधिक गंभीर लक्षण हो सकते हैं। ये लक्षण चार दिनों के बाद कम हो सकते हैं। ईसीडीसी ने कहा कि घातक परिणाम अत्यंत दुर्लभ हैं और बीमारी से ठीक होना आम बात है।
लैंसेट के अनुसार, २५ जुलाई को ब्राजील में पहली बार दो युवतियों की ओरोपोच के कारण मृत्यु की सूचना मिली, जिनमें कोई अन्य अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या नहीं थी। जनवरी से मध्य जुलाई के बीच ब्राज़ील, बोलीविया, पेरू, कोलंबिया और क्यूबा में ८,००० से अधिक मामले दर्ज किये गये हैं।
अमेरिका में रिपोर्ट किए गए मामलों की उच्च संख्या के कारण, महामारी वाले क्षेत्रों में यात्रा करने वाले या वहां रहने वाले यूरोपीय संघ के नागरिकों के लिए संक्रमण की संभावना को वर्तमान में ईसीडीसी द्वारा मध्यम माना गया है।
यूरोप में ओरोपोच की आफत…मच्छरों से फैलने वाले वायरस की चपेट में आए २९ लोग
ट्रेन की चपेट में आने से कीमैन व उसकी २ बेटियों की मौत
तेलंगाना के गौडावल्ली रेलवे स्टेशन पर रविवार को रायलसीमा एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से रेलवे के एक ३८ वर्षीय कीमैन और उसकी २ बेटियों की मौत हो गई। जीआरपी के मुताबिक, कीमैन ड्यूटी पर तैनात था और इस दौरान उसकी दोनों बेटियां खेलते हुए पटरियों की तरफ चली गईं, जिन्हें बचाने के चक्कर में यह हादसा हुआ।
हैदराबाद के गौडावल्ली रेलवे स्टेशन पर एक यात्री ट्रेन की चपेट में आने से रेलवे का एक कीमैन और उसकी दो बेटियों की मौत हो गई। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि घटना उस समय हुई, जब कीमैन रेलवे ट्रैक पर आई अपनी बेटियों को बचाने की कोशिश कर रहा था।
निरीक्षक ने एक बयान में कहा
सिकंदराबाद के जीआरपी के एक निरीक्षक ने एक बयान में कहा, ‘‘कीमैन वहां ड्यूटी पर आया था, ड्यूटी करते समय उसकी दोनों बेटियां पटरियों की तरफ चली गईं। उन्हें बचाने के लिए वह भी पटरियों पर आ गया, लेकिन तभी तीनों रायलसीमा एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।’’
भाजपा की अंदरूनी सोच आरक्षण विरोधी… अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरा
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट ने बीते हफ्ते अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के कोटे में कोटा दिए जाने को मंजूरी दी थी। कोर्ट ने कहा था कि एससी-एसटी कैटेगरी के भीतर नई सब कैटेगरी बनाकर अति पिछड़े तबकों को अलग से रिजर्वेशन दे सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर बीएसपी, कांग्रेस समेत अनेक राजनीतिक दल असहमति दिखा रहे हैं। वहीं अब इसको लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
अखिलेश यादव ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा की विश्वसनीयता शून्य हो चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार हर बार अपने गोलमोल बयानों और मुकदमों के माध्यम से आरक्षण की लड़ाई को कमजोर करने की कोशिश करती है, फिर जब पीडीए के विभिन्न घटकों का दबाव पड़ता है तो दिखावटी सहानुभूति दिखाकर पीछे हटने का नाटक करती है।
मायावती ने भी किया विरोध
इससे पहले बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी इसको लेकर कोर्ट के पैâसले का विरोध किया था। मायावती ने कहा था कि एससी और एसटी को दिए गए आरक्षण को खुद खत्म करने के बजाय, वे इसे कोर्ट के जरिए से खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं और वे इसमें ज्यादातर सफल भी रहे हैं। एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार ने भी कोर्ट में इसका विरोध नहीं किया।
वसई में जल्द ही बनेगा आरटीओ
राधेश्याम सिंह
वसई। जिला उपक्षेत्रीय परिवहन कार्यालय बनने का काम पिछले आठ वर्षों से बंद था। 12 मीटर रोड के लिए आवश्यक अनापत्ति एवं निर्माण अनुमति जिला एवं मनपा से अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल चुकी है। परिवहन कार्यालय बनने का रास्ता साफ हो गया है, कुछ दिनों में कार्यालय निर्माण का कार्यादेश दे दिया जाएगा।
पालघर जिले के लिए उप-क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय 2011 में विरार के चंदनसार भाटपाड़ा में शुरू किया गया था। यह उप-क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय किराये के जगह में चलाया जा रहा है। अपर्याप्त जगह, खतरनाक स्थिति में इमारत, सुविधाओं की कमी जैसी समस्याएं इस जगह पर हैं। एक नया उप-क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय बनाने के निर्णय के अनुसार, गोखिवरे में सर्वेक्षण संख्या 233/ए/1 और 4 को 2016 में सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था। 2017 में इस स्थान को परिवहन विभाग के नाम पर रखकर 3.3 हेक्टेयर क्षेत्र में एक कार्यालय भवन और एक वाहन पासिंग और निरीक्षण प्रमाणपत्र केंद्र बनाने की योजना बनाई गई थी।
लेकिन जगह को लेकर कोर्ट में मुकदमा दायर होने के बाद पांच साल तक काम रुका रहा। लोक निर्माण विभाग द्वारा 2022 में मामला निस्तारित होने के बाद
एक योजना तैयार की गई। लेकिन जिस जगह पर उप-क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय बनाया जा रहा था उस प्लॉट पर जाने के लिए रास्ते नहीं थे। युक्त कार्यालय में जाने के लिए 12 मीटर रास्ते को लेकर दिक्कतें थीं।
सर्वे क्रमांक 233/ए/4 का 2 हजार 351 वर्ग मीटर गुरुचरण क्षेत्र प्रस्तावित सड़क के अंतर्गत था,जिसके लिए जिला स्तर से अनुमति की आवश्यकता थी। हाल ही में पालघर कलेक्टर ने रास्ते का अनुमति दे दिया है। उधर मनपा के शहरी नियोजन विभाग ने निर्माण की अनुमति दे दी है। इससे रुके हुए नए उपक्षेत्रीय परिवहन कार्यालय का रास्ता साफ हो गया है। लोक निर्माण विभाग की तरफ से कहा गया है कि अगले कुछ दिनों में कार्यादेश दे दिया जायेगा और जल्द ही काम शुरू कर दिया जायेगा।
शासन, मनपा ,कलेक्टर स्तर से आवश्यक अनुमति नहीं मिलने के कारण काम रुका हुआ था। ये अनुमतियाँ हाल ही में प्राप्त हुई हैं। इसलिए जल्द ही नया परिवहन कार्यालय बनाया जाएगा।
अतुल आडे, उपक्षेत्रीय परिवहन अधिकारी वसई
12 मीटर पहुंच सड़क कार्य एवं कार्यालय निर्माण हेतु अनापत्ति अनुमति प्राप्त कर ली गई है।
अत: इस कार्य का कार्यभार निकालकर वास्तव में कार्य प्रारम्भ किया जायेगा।
-संजय यादव, उपयंत्री लोक निर्माण वसई
ऐसा होगा ऑफिस
उप क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय का दो मंजिला इमारत
का निर्माण 2 हजार 200 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में किया जाएगा। वाहन मालिकों को वाहन पंजीकरण, लाइसेंसिंग,बैच,पासिंग सहित विभिन्न सेवाएं प्रदान करने के लिए 24 खिड़कियां स्थापित की जाएंगी। इसके अलावा बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके लिए13.78 करोड़ का फंड खर्च किया जाएगा
यूपी में भ्रष्टाचार बेमिसाल! …विवाहित जोड़ों की दुबारा शादी करा अफसर खा गए अनुदान की सरकारी रकम
विक्रम सिंह / सुल्तानपुर
यूपी की सरकारी मशीनरी में व्याप्त भ्रष्टाचार की ये इंतेहा है! मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में लाभार्थियों को दी जाने वाली सरकारी सहायता राशि गड़प करने की खातिर सुल्तानपुर जिले के विकास विभाग के अफसरों ने आधा दर्जन विवाहित जोड़ों की दोबारा शादी करा डाली और बंदरबांट कर हजारों रुपए की धनराशि हजम कर गए। प्रकरण संज्ञान में आने के बाद जिले से लेकर राजधानी लखनऊ तक हड़कंप मच गया है। राज्यमंत्री असीम अरुण ने जांच के आदेश दे दिए हैं और आरोपों के घेरे में आए एडीओ, वीडीओ को निलंबित कर दिया गया है।
बता दें कि यूपी में निर्बल वर्ग के परिवारों की कन्याओं का विवाह कराने के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना संचालित है। जिसके अंतर्गत लाभार्थी महिलाओं को ३५ हजार रुपए की धनराशि प्रदान की जाती है। साथ ही विवाह का खर्च और उपहार आदि का व्यय भी सरकार वहन करती है। सीएम की ये महत्वाकांक्षी योजना होने के बावजूद भ्रष्ट अफसरों ने इस योजना में भी सेंध लगा दी। सुल्तानपुर के कुड़वार व बल्दीराय ब्लॉक में गत १२ जुलाई को संपन्न सामूहिक विवाह में १०-१० हजार रुपए घूस लेकर ऐसी विवाहिता महिलाओं की दुबारा शादी करा दी गई जिनका विवाह हुए आठ से पंद्रह वर्ष तक हो चुके हैं।इनमें कुछ तो दो-दो, तीन-तीन बच्चों की मां भी हैं। लाभार्थियों में शामिल बल्दीराय विकास खंड के महुली गांव निवासी विवाहिता सुनीता, संजू, रीना, मायावती, मीना, मंजू को सामूहिक विवाह योजना की सूची में शामिल कर लिया गया। जबकि सुनीता का विवाह १५ वर्ष पूर्व अयोध्या में हो चुका है। उनके दो पुत्रियां और एक पुत्र है। यहीं की संजू का विवाह ६ वर्ष पूर्व हो चुका है। उनकी एक बेटी-बेटा है। दो बेटों की मां रीना का विवाह आठ वर्ष पहले, एक बेटी की मां मीना व मंजू भी पूर्व से शादीशुदा हैं। इन सभी की सरकारी धन हड़पने का लिए अधिकारियों ने दुबारा शादी करा दी। ११ जुलाई को बल्दीराय में ८१ और १२ जुलाई को कुड़वार में ५७ जोड़ों की शादी कराकर अफसरों ने खूब वाहवाही लूटी। कुड़वार में तो वर्षों से ननद-भौजाई सरिता व शांति, दोनों की सामूहिक विवाह योजना में शादी कराकर अनुदान के ३५०००रुपये हजम कर लिए गए। महुली गांववासी रामावती ने बताया कि उनकी पुत्री उमा की शादी दो साल पहले बल्दीराय ब्लाक में कराई गई थी। 12 जुलाई को फिर उसी की शादी कुड़वार ब्लाक में करा दी गई। आरोप है कि शादी कराने के नाम पर १०-१० हजार रुपये लिए गए हैं। प्रकरण संज्ञान में आने के बाद दोनों तहसीलों में हड़कंप मच गया है।
मंत्री असीम अरुण गुस्से में, दो सस्पेंड
समाज कल्याण राज्य मंत्री असीम अरुण ने समाज कल्याण विभाग की फजीहत पर प्रथमदृष्टया महुली के ग्राम विकास अधिकारी राहुल यादव को बल्दीराय के सहायक विकास अधिकारी (समाज कल्याण) अभिषेक गिरि को निलंबित करने का आदेश दिया है। साथ ही अयोध्या मंडल के विभागीय उच्चाधिकारी को जांच सौंप कर रिपोर्ट तलब कर ली है।
सावन के चौथे सोमवार को भी श्री काशी विश्वनाथ के दरबार में भक्तों का उमड़ा हुजूम
बाढ़ के चलते गंगा द्वार के बंद रहने के कारण सड़कों पर दो किलोमीटर लंबी लगी लाइन
उमेश गुप्ता / वाराणसी
सावन के चौथे सोमवार पर काशी विश्वनाथ धाम में भोले भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। आधी रात के बाद से ही गंगा स्नान के बाद कतारबद्ध होकर भक्तों ने बाबा दरबार में मत्था टेका। इस दौरान गोदौलिया से लेकर दशाश्वमेध घाट और काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर हर-हर महादेव व हर- हर गंगे के उद्घोष से गूंजता रहा।
सावन के चौथे सोमवार पर नाथों के नाथ बाबा विश्वनाथ के दर पर भक्तों का 2 किलोमीटर लंबी कतार लगी और मंदिर के आसपास का इलाका कावड़ियों से भरा हुआ रहा। बोल बम, हर हर महादेव के जयघोष के बीच शिव भक्त सुबह से ही बाबा का जलाभिषेक करते रहे।
मंदिर प्रशासन के अनुसार काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों का स्वागत रेड कारपेट पर हो रहा है। इसके अलावा उन पर फूल भी बरसाए गए।काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुगम दर्शन का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। वहीं भक्त भी मंदिर प्रशासन की व्यवस्थाओं से खुश दिखे।
सावन के चौथे सोमवार को 3 लाख भक्तों ने बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। रविवार को भी 2 लाख से ज्यादा भक्त काशी विश्वनाथ मंदिर आए थे। बीते सोमवार को भी 3 लाख से ज्यादा भक्तों ने दर्शन किए थे।
शाम को दरबार में बाबा विश्वनाथ का रूद्राक्ष श्रृंगार हुआ। गोदौलिया से गेट नंबर चार, दशाश्वमेध से ढुंढिराज बांसफाटक, चौक से गेट नंबर चार तक की बैरिकेडिंग में श्रद्धालु बाबा का रुद्राक्ष श्रृंगार का झांकी दर्शन पाने के लिए शाम से एक बार फिर कतारबद्ध हुए। इसमें शहरी भीड़ अधिक रही।
गंगा बाढ़ बाढ़ का पानी होने की वजह से मंदिर के गंगा द्वारा को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया था शायद यही वजह थी की मंदिर के तीनों अन्य द्वारों पर श्रद्धालुओं की लंबी कतार रही। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह चौकस रहा। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल अपने मातहतों संग स्वयं मंदिर परिसर के साथ ही आसपास का जायजा ले रहे थे।
अंधेरी में भगवा सप्ताह
सामना संवाददाता / मुंबई
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी द्वारा अंधेरी पश्चिम वीरा देशाई कदम चाल में मुफ्त चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) शाखा क्रमांक 63 के शाखाप्रमुख सुबोध चिटनिस द्वारा आयोजित मुफ्त चिकित्सा शिविर में ब्लड प्रेशर, ई सी जी, मोतियाबिंद परीक्षण, मधुमेह, हृदय रोग परीक्षण, साधारण जांच परीक्षण कर लोगों को मुफ्त दवाइयां दी गई। डाॅक्टर उज्वल जाधव तथा उनकी टीम ने मरीजों की जांच कर नागरिकों का उपचार किया। इस अवसर पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के उप विभाग प्रमुख हारुन खान, शाखाप्रमुख सुबोध चिटनिस, महिला शाखा संगठक नंदिता खान, चंद्रकांत मोरे, संजय पावसकर, आशुतोष तलेकर, कस्तूरी कुशालकर, सुभाष जाधव, सचिन नायक उप शाखाप्रमुख, सुजाता सिल्वन, वरिष्ठ शिवसैनिक एम के मेनन (मामा) डेनियल रोजारियो (जानी) सचिन भोसले युवासेना शाखा अधिकारी सहित भारी संख्या में शिव सैनिक उपस्थित थे।
अगर हो सके
अगर हो सके तो,
लिखो तो, रूह में जान आ जाए,
किसी की तन्हाई की टूटन
तेरे शब्दों से मिट जाए।
बोलो तो फूल झरे तेरी वाणी से
उदासी की पतझड़ का
आखिरी पत्ता भी गिर जाए।
सोचो तो नवीन रास्ते खुल जाएं,
नई जागृति का सैलाब आ जाए।
चलो तो होंसले बुलंद हों,
एक बड़ा कारवां आपके
साथ या पीछे आ जाए।
सुनो तो केवल मंदिर,गिरजे की घंटियां नहीं,
भूखे पेटों से निकली आवाज़ भी सुनो।
छुओ तो ऐसे कि
किसी का दर्द अपना लो,
उसकी चोटिल आत्मा पर
मरहम सा लग जाए।
खाओ तो खाने के लिए
अपने गम ही बहुत हैं
किसी और के बदले की
बद्दुआएं पचा पाओ।
पिओ तो खून के घूंट भी
पीने पड़ सकते हैं,
किसी के टूटते रिश्ते को बचा कर
उसके दर्द को पी जाओ।
ओढ़ो तो सम्मान की चादर ओढ़ो,
किसी बहन बेटी की लुटी
इज्जत को ढक दो।
बुनो तो एसा रिश्ता जिसके
ताने-बाने में केवल
मिठास ही मिठास हो।
-बेला विरदी।
प्यारा भारत महान
है गुलिस्तान सबसे महान ये देश है मेरा l
इस पर न्यौछावर मेरी जान ये देश है मेरा ll
गांधी सुभाष टैगोर तिलक सब थे इसके वासी l
इनका मत भूलो तुम बलिदान ये देश है मेरा ll
इसकी आजादी की खातिर कितनों का खून बहा l
सदा रहा हम सबकी शान ये देश है मेरा ll
जाति पाती के बंधन झूठे इनका मोल नहीं कोई l
हर कण इसका हम पर अहसान ये देश है मेरा ll
देश की खातिर जीना मरना है सौभाग्य सभी का l
मातृभूमि पर सब कुर्बान ये देश है मेरा ll
धनी हो कोई या निर्धन ये धरती सबकी मां है l
करते इसको सभी सलाम ये देश है मेराll
है सौभाग्य कनक जन्मे जो इस धरती पर l
सबसे सुंदर भारत महान ये देश है मेरा ll
-डॉ.कनक लता तिवारी
ध्वज लिपटकर वीर
हुई लहू के मोल पर, मातृभूमि आजाद।
होने ना देंगे कभी, हम इसको बर्बाद।।
लिए तिरंगा मर मिटे, भारत-मां के लाल।
धन्य-धन्य वो मात है, जिसने जन्मे लाल।।
सही सलामत देश ही, है मेरा अभिमान।
मिलजुलकर रक्षा करें, रखें हथेली जान।।
शांति भंग कर लोग फिर, करते खडे़ सवाल।
प्रेम, अहिंसा,शांति से, उत्तर सभी निकाल।।
आज़ादी के जश्न पर, भारी मन की पीर।
आएंगे कितने अभी, ध्वज लिपटकर वीर।।
जय हो हिंदुस्थान की, विनती है भगवान।
राष्ट्रभक्त के रूप में, गाएं बस गुणगान।।
सभी धरे संकल्प यह, हर जन पहरेदार।
तभी मनेगा देश में, आजादी का त्योहार।।
आज जरूरत है यही, रहे सदा वो ध्यान।
आजादी की चाह में, दे दी जिन ने जान।।
-डॉ. सत्यवान सौरभ