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रौबीलो राजस्थान :  देवो दाता रै नांव…

बुलाकी शर्मा राजस्थान

कबीर भीख मांगण नै मिरत्यु सूं ई माड़ी बताई है। स्यात बां जिसै फक्कड़ संत कनै कोई मंगतो पूगग्यो हुवैला। आपरै द्वारै ‌आयोड़ै भिखारी नै खाली कियां काढता। सगळा रुपिया-टक्का देय दिया अर आपरी जोड़ायत लोई साथै भूखै पेट रात काढी जणै खिन्न हुयनै बां लिख्यो, `मांगन मरण समान है मत मांगो कोई भीख।’
स्यात दूजै दिन भोरान-भोर बुनाई करावण सारू कोई गिरायक आयग्यो अर कीं पीसा हाथ में आयां दोनूं धापनै जीम्यां‌ जणै सोचण लाग्या, `म्हैं नीं देंवतो तो ल्याई मंगतै नै भूखो सोवणो पड़तो।’
भावुक हुयनै बां आपरी पैला री सीख बिसराय’र नवी सीख दीवी कै दान कियां धन ना घटे, कह गए दास कबीर।
कबीर जी ई मानग्या वैâ भिखारी अर दानी रो जोड़ो अखंड है। दान करियां पुन्न मिलै। आगोतर सुधरै। सुरग मिलै अर जे कोई दान लेवणियो नीं हुवै जणै? साच ओ है वैâ दान लेवणियो ई किणी नै दानवीर बणावै। भिखारी आपरो नीं, दूजां रो आगोतर सुधारण में लाग्यो रैवै। हर भांत री तजबीज ‌काम में लेयनै बो लोगां नै दान करण सारू त्यार करै। मूंजी सूं मूंजी जीव सूं पूंजी कढ़ावणी बो जाणै।
पण सऊदी अरब, कतर, इराक, ओमान आद देस दान री महिमा सूं साव अणजाण लाग्या। बठै रा लोगां नै दानी बणावण नै पाकिस्तान रा भिखारी चोखी तादाद में लाग्योड़ा हा। मांगण री सीख बांनै आपरै देस सूं ई मिली। आं देसां में भीख रो धंधो कर रैया हा पण भागफूट्योड़ां नै बठै सूं धक्का देयनै खदेड़ दिया कै जावो‌ खुद रै भिखारी देस!
आपांरै देस रै भिखारियां अर दानवीरां री महिमा निरवाळी। पश्चिम बंगाल निवासी अ‍ेक भिखारी दस सालां सूं मुंबई में भीख रो धंधो करै। टाबर कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ै अर खुद हवाई जहाज में सफर करै। अ‍ेक भिखारी तो मोटा-मोटा दानवीरां नै लारै छोड़ न्हाख्या। आईआईअ‍ेम कोलकाता सूं आच्छी रैंक में बीई। सात करोड़ रै लगैटगै मासिक आमदनी। अठारह सौ भिखारी काम करै। मुंबई में आठ विला अर आठ अपार्टमेंट किरायै दियोड़ा। अ‍ेक होटल न्यारो। निजू इस्तेमाल सारू दो बंगळा अर चार घरवाळियां। बाइस करोड़ रो नवो बंगलो खरीदण लाग्यो जणै इनकम टैक्सआळां री नजर पड़ी। दोनूं बंगलां री तलासी में मिलिया फकत ४६० करोड़ रोकड़ा।
पकौड़ा तळो जिसा धंधा करण री सीख री ठौड़ भीख मांगण रै धंधै नै प्रोत्साहित करण री जरूरत है। दानदाता नै पुन्न मिलै अर भिखारी नै रुजगार। अ‍ेक पंथ दो काज।

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