सूफी खान
गाजा में हर गुजरता लम्हा फिलिस्तीनियों के लिए एक नई आफत लेकर आ रहा है। लेकिन ये मुसीबत सिर्फ फिलिस्तीनियों के लिए ही नहीं, बल्कि इजरायल के लिए भी आ रही है। खबर है कि इजरायल को गाजा में सैनिकों की भारी कमी पड़ना शुरू हो गई है। इजरायली सेना ने हाल ही में कहा कि गाजा में हमास के साथ जारी युद्ध के कारण उसे दस हजार से अधिक सैनिकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें से लगभग छह हजार की आवश्यकता युद्धक भूमिकाओं के लिए है। इजरायली फौज के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेप्रिâन ने एक टेलीविजन प्रेस कॉन्प्रâेंस के दौरान बताया है कि सेना में दस हजार से अधिक सैनिकों की कमी है। इसके लिए इजरायल जरूरी कदम उठा रहा है।
वे रूढ़िवादी यहूदियों की संभावित भर्ती के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे, जिन्हें लंबे समय से सैन्य सेवा से छूट दी गई है। यह घोषणा उसी दिन की गई जिस दिन दक्षिणी गाजा में चार इजरायली सैनिक मारे गए थे। पिछले दिनों हमास ने एक एंबुश लगाकर गाजा में चार इजरायली सैनिकों की हत्या कर दी थी। उनकी मौतों के साथ गाजा में जमीनी आक्रमण की शुरुआत से अब तक मारे गए इजरायली सैनिकों की कुल संख्या ४२९ हो गई है। इजरायली सेना ने खुद इस बात की पुष्टि की थी। इधर रमजान के बीच में ही मार्च में सीजफायर तोड़कर इजरायल ने कम से कम चार हजार फिलिस्तीनियों का कत्ल कर दिया है। इस तरह इजरायली हमलों में मरने वाले गाजा वालों की तादाद ५४ हजार ६०७ पहुंच गई है, इनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं।
दूसरी ओर हमास के सैन्य प्रवक्ता अबू उबैदा ने इजरायल पर एक बड़े हमले की धमकी दी है। उसका कहना है कि खान यूनुस और जबालिया इलाके में इजराइल को पहुंचाया गया नुकसान सटीक संचालन की एक शृंखला का ही एक हिस्सा है। यह इस बात का एक ट्रेलर है कि कब्जा करने वाली सेनाएं जहां भी कदम रखेंगी, वहां क्या होने वाला है। अबू उबैदा ने इजरायल की आवाम को भी चेतावनी देते हुए कहा कि दुश्मन (इजरायल) की जनता के पास अपने नेतृत्व को नरसंहार रोकने के लिए मजबूर करने या अपने बेटों को ताबूत में रखने के लिए तैयार रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। माना जा रहा है कि हमास ने इजरायली सेना को भी गाजा में भारी नुकसान पहुंचाया है। यही वजह है कि अब इजरायल के पास सैनिकों की कमी हो रही है।
हमास के कमांडर मोहम्मद सिनवार और उससे पहले यह्या सिनवार के इजरायल के हाथों मारे जाने के बाद से हमास की कयादत या नेतृत्व को लेकर जो खबरें आ रही हैं, उनके मुताबिक, अल हद्दाद को हमास की बागडोर सौंपी गई है। हमास में मोहम्मद सिनवार को बाद अल हद्दाद सबसे सीनियर नेता माना जाता है। इजरायल ने उस पर ७.५ लाख डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। माना जाता है कि अल हद्दाद ७ अक्टूबर २०२३ के हमास पर हमले का मास्टरमाइंड भी था। उसे `गाजा के भूत’ के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि वो आठ बार इजरायल के हमलों से बच निकला है। उसके गायब हो जाने के हुनर की वजह से उसे भूत कहा जाता है।