कैंसर का नाम सुनकर जहां अच्छे-भले इंसान की रूह कांप जाती है, वहीं स्टेज-३ ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हिना खान ने सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर शेयर की है, जिसमें वे यूरिन और ब्लड बैग के साथ अस्पताल के कॉरिडोर में नजर आ रही हैं। उन्होंने लिखा, ‘उपचार के इन गलियारों से होकर उजाले की ओर बढ़ते… एक-एक कदम। ग्रैटिट्यूड, ग्रैटिट्यूड और सिर्फ ग्रैटिट्यूड… दुआ।’ कीमोथेरेपी के कारण हिना ने अपने झड़ चुके बालों और पलकों को लेकर लिखा था, ‘ये पलकें जो मेरी आंखों का हिस्सा थीं, जो मेरी आंखों को खूबसूरत बनाती थीं। अब बस मेरी एक आईलैश बची है, जो बाकी पलकों से थोड़ी ज्यादा हिम्मती निकली क्योंकि यह अब तक बची हुई है। मैं अपनी कीमोथेरपी सेशन के आखिरी पड़ाव पर हूं और मेरी यह आखिरी पलक मेरी मोटिवेशन है। हम इस कठिन समय को भी पार कर ले जाएंगे।’ हिना की हिम्मत बढ़ाते हुए एक यूजर ने लिखा, ‘मेरा दिल रो रहा है, आप बाउंस बैक करेंगी मेरी स्ट्रॉन्ग गर्ल, सिर्फ प्रॉसेस पर यकीन रखना।’ एक ने लिखा, ‘तुम जल्दी से ठीक हो जाओगी, ऊपर वाला है तुम्हारे साथ में।’
तेरा मेरा साथ रहे…
पारंपरिक अंदाज में अपनों की मौजूदगी में एक-दूसरे का हाथ थामकर सात जन्मों के बंधन में बंधनेवाले नागा चैतन्य और शोभिता धूलिपाला पर पिता नागार्जुन प्यार लुटाते नजर आए। विवाह के मौके पर शोभिता सुनहरे रंग की कांजीवरम साड़ी में तो नागा चैतन्य सफेद धोती और कुर्ते में नजर आए।
करती हैं एक-दूसरे को सपोर्ट
फिल्म ‘गोलियों की रासलीला: रामलीला’ और ‘बाजीराव मस्तानी’ में काम करनेवाली प्रियंका चोपड़ा और दीपिका पादुकोण के बीच बेहद अच्छी बॉन्डिंग है, इसका खुलासा करण जौहर के शो ‘कॉफी विद करण’ के चौथे सीजन में हुआ, जब दोनों शो में एक साथ आई थीं। दीपिका और प्रियंका भले ही अच्छी दोस्त न रही हों पर जब भी जरूरत पड़ी दोनों एक-दूसरे को सपोर्ट करती नजर आती हैं। शो में जब करण जौहर ने दीपिका पादुकोण से पूछा, क्या वजह थी जो उन्होंने रणवीर सिंह के संग अपने रिश्ते को छुपाकर रखा था। बता दें कि जब दीपिका ने रणवीर को डेट करना शुरू किया था, तो उन्होंने अपने रिश्ते को सीक्रेट रखा था। करण के इस सवाल पर दीपिका ने कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन प्रियंका ने दीपिका का बचाव करते हुए कहा, ‘दीपिका और रणवीर ने इसलिए रिश्ता छुपाया क्योंकि कुछ लोग इसे निजी रखना चाहते हैं। कुछ लोग डिनर टेबल पर होने वाली गप्प का हिस्सा नहीं बनना चाहते। मैं इनका पक्ष नहीं ले रही, पर ये बिल्कुल सही हैं। अगर इनकी ९० पर्सेंट लाइफ पब्लिक है, तो १० पर्सेंट लाइफ इनकी खुद की भी होनी चाहिए, जो प्राइवेट हो।’ अब करण जौहर ने प्रियंका से पूछा कि क्या उन्हें दीपिका और रणवीर के रिलेशनशिप के बारे में पता था। इस पर प्रियंका ने जवाब दिया कि इस बारे में बताने का पैâसला सिर्फ और सिर्फ दीपिका का था।
१० साल से नहीं खाया बटर-चिकन …अनुष्का ने कोहली के फिटनेस का खोला राज
विराट कोहली दुनिया के सबसे फिट क्रिकेटर्स में से एक हैं। उनकी फिटनेस की दुनिया दीवानी है। हैरानी की बात यह है कि विराट ने १० साल से बटर-चिकन नहीं खाया है। यह दावा उनकी वाइफ अनुष्का शर्मा ने किया है। बता दें कि, कोहली फिटनेस के मामले में किसी फिल्म स्टार से कम नहीं हैं। वह अपने हेल्थ का खास ध्यान रखते हैंैं। इसलिए ३५ साल की उम्र में भी उनकी फिटनेस और एथलेटिकिज्म के लिए लगभग हर समय लोगों की नजरों में रहते हैं। उन्हें मैदान पर चीते जैसी फुर्ती दिखाते हुए वैâच लपकते हुए देखा जा सकता है, जिसके बाद हर कोई उनकी तारीफ करते हुए थकता नहीं हैं। फैंस को ये जानने की काफी बेताबी रहती है कि कोहली आखिर क्या डाइट फॉलो करते हैं, लेकिन कोई सही से जान नहीं पाया। इस बीच उनकी वाइफ अनुष्का शर्मा ने कोहलीr की सीक्रेट डाइट का खुलासा किया है। अनुष्का शर्मा का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह कोहली की सीक्रेट प्लान के बारे में बताती नजर आ रहीं हैं। अनुष्का कह रही हैं कि ‘मैं सच कहूं कि विराट अपनी फिटनेस और हेल्थ को लेकर काफी ईमानदार और अनुशासित हैं। उनकी हर दिन की आदतें एक जैसी है’, जिससे उन्हें अपनी फिटनेस को बरकरार रखने में और मदद मिलती है। हर सुबह वो उठकर सबसे पहले कार्डियो करते हैं। उसके बाद वो मेरे साथ क्रिकेट की प्रैक्टिस करते हैं। उनके खाने में जंक फूड जैसी कोई चीज नहींR होती। हैरानी तब हुई जब अनुष्का ने बताया कि विराट ने १० साल से बटर-चिकन नहीं खाया है। अनुष्का ने आगे कहा कि विराट नींद से समझौता नहीं करते।
पाक के पास आखिरी रास्ता! …चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर आईसीसी की मीटिंग फिर हुई स्थगित
इससे पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी से कहा था कि वह अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी के लिए ‘हाइब्रिड मॉडल’ को स्वीकार करने को तैयार है, लेकिन विश्व संस्था को २०३१ तक भारत में होने वाले टूर्नामेंट के लिए भी यही व्यवस्था अपनाने की अनुमति देनी होगी। हालांकि, बीसीसीआई ने पीसीबी की इस शर्त का कड़ा विरोध किया है। आगामी चैंपियंस ट्रॉफी को शुरू होने में १०० दिन से भी कम बचे हैं। लेकिन शेड्यूल का एलान नहीं हो सका है। वहीं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पास ज्यादा विकल्प भी नहीं हैं। पीसीबी ने पहले टूर्नामेंट के बहिष्कार की धमकी दी थी, जिससे यह प्रस्ताव थोड़ा नरमी भरा है। उसने कहा था कि अगर उसे मेजबानी के पूर्ण अधिकार नहीं दिए गये और भारत की तटस्थल की मांग स्वीकार कर लीr गई तो वह टूर्नामेंट का बहिष्कार करेगा। भारत को २०३१ तक आईसीसी के तीन पुरुष टूर्नामेंट की मेजबानी करनी है,जिसमें श्रीलंका के साथ मिलकर २०२६ टी२० विश्व कप, २०२९ चैंपियंस
ट्रॉफी तथा बांग्लादेश के साथ मिलकर २०३१ वनडे विश्वकप का आयोजन किया जाएगा। अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर अनिश्चितता की स्थिति अब अगले कुछ दिनों में सुलझने की उम्मीद है, क्योंकि अब आईसीसी कार्यकारी बोर्ड पाकिस्तान की नई मांगों पर विचार करेगा।
भारत ने मेन्स हॉकी जूनियर एशिया कप में पाक को हराया
भारत ने पाकिस्तान को ५-३ से हराकर ५वीं बार जीता मेन्स हॉकी जूनियर एशिया कप का खिताब भारत ने बुधवार को ओमान के मस्कट में मेन्स हॉकी जूनियर एशिया कप २०२४ के फाइनल में पाकिस्तान को ५-३ से हराकर रिकॉर्ड ५वीं बार टूर्नामेंट जीत लिया। फाइनल में भारत के लिए अरजीत सिंह हुंडल ने ४ गोल दागे। गौरतलब है कि टूर्नामेंट के पिछले २ संस्करणों के फाइनल में भी भारत ने पाकिस्तान को ही हराया था।
इरफान ने बताया जीत का फॉर्मूला
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ६ दिसंबर के एडिलेड ओवल मैदान पर डे-नाइट टेस्ट मैच खेला जाना है। पांच मैचों की सीरीज का यह दूसरा टेस्ट मैच होगा और पिंक बॉल से खेला जाना है। इस बीच टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने भारतीय टीम की जीत का सीक्रेट बताया है। उन्होंने कहा कि रोहित किसी भी ऑर्डर पर बैटिंग करने में सहज होंगे, क्योंकि वह अलग-अलग बैटिंग ऑर्डर पर खेलने उतरे हैं। इरफान पठान ने कहा कि रोहित शर्मा और गिल की वापसी से देवदत्त पडीक्कल और ध्रुव जुरेल का पत्ता कटेगा। पठान ने यह भी कहा कि उन्हें लगता है कि केएल राहुल पारी का आगाज करेंगे। मैच से एक दिन पहले रोहित शर्मा ने भी डिक्लेयर कर दिया कि वह मिडिल ऑर्डर में खेलने उतरेंगे और केएल राहुल ही पारी का आगाज करेंगे। इरफान पठान ने डे-नाइट टेस्ट मैच में जीत दर्ज करने का सीक्रेट फॉर्मूला टीम इंडिया को बताया है और कहा है कि अगर टीम इंडिया ने ऐसा कर लिया, तो डे-नाइट टेस्ट भारत की मुट्ठी में हो सकता है। पठान ने कहा, ‘एक बात और जो बहुत ज्यादा जरूरी है, जिसको लेकर बात होती है।
८५ मिनट में तोड़े २ वर्ल्ड रिकॉर्ड
सैयद मुश्ताक अली टी-२० ट्रॉफी में बड़ौदा के प्लेयर्स के कारनामे
भारत के घरेलू टी-२० टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के ग्रुप बी के मुकाबले में बड़ौदा का सामना सिक्किम से था। किसी ने ये नहीं सोचा था कि कुणाल पंड्या की टीम ८५ मिनट में इतिहास रच देगी। बड़ौदा की टीम ने २० ओवर में ३४९ रन बनाए। शाश्वत रावत ने २६८ से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से १६ गेंदों में ४३ रन बनाए, उन्होंने ४ छक्के लगाए। अभिमन्यु सिंह ने ५ छक्कों के साथ १७ गेंदों में ५३ रन बनाए। इस ऐतिहासिक मैच में भानु पानिया का रोल सबसे अहम रहा। टीम के लिए सबसे ज्यादा रन और सबसे ज्यादा छक्के उन्होंने ही लगाए। उन्होंने १५ छक्कों के साथ सिर्फ ५१ गेंदों में नाबाद १३४ रन ठोंके। शिवालिक शर्मा और विष्णु सोल ने ६-६ छक्के लगाए और तेज-तर्रार अर्धशतकीय पारी खेली। बड़ौदा ने टी-२० क्रिकेट में एक नहीं, बल्कि दो वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़े। बड़ी बात ये है कि ये दोनों वर्ल्ड रिकॉर्ड ४२ दिन पहले ही बने थे। इनमें पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड सबसे ज्यादा रन का रहा और दूसरा टी-२० की एक पारी में सबसे ज्यादा सिक्स का। ये दोनों वर्ल्ड रिकॉर्ड पहले जिंबाब्वे के नाम पर थे, जो उसने २३ अक्टूबर २०२४ को खेले गए मुकाबले में गाम्बिया के खिलाफ बनाए थे। जिंबाब्वे ने २७ छक्के जड़ते हुए अपनी इनिंग में ३४४ रन बनाए थे, लेकिन अब बड़ौदा ने ८५ मिनट की अपनी इनिंग में ३७ छक्के के साथ ३४९ रन बनाकर जिंबाब्वे को पीछे कर दिया।
बीमार कांबली के लिए आगे आए कपिल देव
टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज और दिग्गज सचिन तेंदुलकर के बचपन के दोस्त विनोद कांबली इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं। हाल ही में कांबली को महान कोच रमाकांत आचरेकर के स्मृति कार्यक्रम में देखा गया था, जहां वह दिग्गज तेंदुलकर से मिलते हुए दिखाई दिए। इस दौरान कांबली कीr खराब तबीयत साफ नजर आ रही थी। सचिन से मिलते समय वह ठीक से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे । अब कांबली की इस कंडीशन को देखते हुए १९८३ वर्ल्ड कप विजेता स्टार्स ने उनकी मदद करने की बात की। इवेंट के कुछ दिन बाद कांबली के बचपन के दोस्त और फर्स्ट क्लास अंपायर मार्कस कूटो ने कहा कि उन्हें तमाम गंभीर स्वास्थ्य समस्याएंं। कांबलीr पहले १४ बार रिहैब के लिए जा चुके हैं। तीन बार हम उन्हें वसई में रिहैब के लिए ले जा चुके हैं। अब कांबली की वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव और गेंदबाज बलविंदर सिंह ने मदद के लिए आगे आएं हैं। कांबली की मदद करने से पहले कहा गया कि पहले उन्हें खुद अपनी मदद करनी होगी। रिपोर्ट में बलविंदर सिंह के हवाले से कहा गया, ‘कपिल (देव) ने मुझसे साफ कहा है कि अगर वह रिहैब के लिए जाना चाहते हैं, तो हम उनकी आर्थिक मदद करने को तैयार हैं।’ हालांकि, उन्हें पहले खुद रिहैब की जांच करनी होगी। अगर वह ऐसा करते हैं तो हम बिल का भुगतान करने के लिए तैयार हैं भले ही इलाज कितना भी लंबा चले।’
मुंबई का माफियानामा : ‘यादें’ पर सट्टे की रोक
विवेक अग्रवाल
हिंदुस्थान की आर्थिक राजधानी, सपनों की नगरी और ग्लैमर की दुनिया यानी मुंबई। इन सबके इतर मुंबई का एक स्याह रूप और भी है, अपराध जगत का। इस जरायम दुनिया की दिलचस्प और रोंगटे खड़े कर देनेवाली जानकारियों को अपने अंदाज में पेश किया है जानेमाने क्राइम रिपोर्टर विवेक अग्रवाल ने। पढ़िए, मुंबई अंडरवर्ल्ड के किस्से हर रोज।
जुलाई २००१ के पहले सप्ताह में एक बार फिर मुंबई के तमाम सटोरियों में हड़कंप मचा…
इस बार सटोरियों को अबू सालेम ने फोन किया…
इस बार अबू ने सटोरियों को एक धमकी दे डाली…
इस बार फिर से सटोरियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा…
इस बार नुकसान का कारण बना अबू का फिल्म ‘यादें’ पर जारी फतवा…
….अबू ने फोन पर सटोरियों से कहा कि ‘यादें’ पर सट्टा न लगाएं वरना अंजाम बुरा होगा।
मुंबई गिरोहों के इतिहास में पहला मौका था, जब किसी फिल्म पर सट्टा न लगाने के लिए एक गिरोहबाज ने बुकियों को धमकाया हो। मुंबई में फिल्मों पर सट्टाखोरी जोरों पर थी। हर फिल्म पर ५०० से ८०० करोड़ रुपए के आसपास सट्टा लग रहा था। दो सप्ताह से जारी धमकियों के कारण सटोरियों और बुकियों में ऐसी घबराहट पैâली कि कई मुंबई से भाग निकले।
‘यादें’ बालीवुड की बड़ी फिल्म थी। उसके सुपरहिट होने के आसार पर जहां फिल्म बाजार में तगड़ा उफान था, वहीं सट्टा बाजार खासा गर्म था। ‘यादें’ पर भाव खोलने की पूरी तैयारी थी। बुकियों- सटोरियों को ‘लगान’ व ‘गदर’ पर कुल १,५०० करोड़ रुपए का सट्टा लगने से भारी लाभ हुआ था। बुकियों ने लगभग ४५० करोड़ रुपए कमाए थे। इससे तमाम बड़े बजट और कलाकारों की फिल्मों से अच्छी कमाई की उम्मीद रखते थे। इसके अलावा मानसून वक्त से पहले और बढ़िया होने से सटोरियों को अच्छा लाभ हुआ था। बारिश पर ५०० करोड़ रुपए का सट्टा लगा, जिसमें सटोरियों-बुकियों ने लगभग २०० करोड़ रुपए कमाए थे।
इस मोटी कमाई की जानकारी अबू को मिली। फिल्मों व बारिश की सट्टेबाजी पर दाऊद को सटोरिए-बुकी हफ्ता नहीं देते थे। फिल्मों पर सट्टे से शानदार कमाई की खबरें छपीं तो अबू को होश आया कि उसे सटोरियों से पैसे वसूलने चाहिए। उसने मुंबई, दिल्ली, जयपुर, कलकत्ता के सटोरियों को खुद फोन करके कहा कि बारिश के अलावा ‘लगान’ व ‘गदर’ पर लगाए सट्टे से हुई कमाई पर उसे हफ्ता दें वरना सबको हैरान कर देगा। उसने चेतावनी जारी कर दी कि ‘यादें’ पर सट्टा लगाने के पहले उसे हफ्ता पहुंच जाए। मुक्ता आर्ट्स निर्मित ‘यादें’ के निर्देशक सुभाष घई थे। करीना कपूर, रितिक रोशन, जैकी श्रॉफ अभिनीत फिल्म पर बढ़िया सट्टे की उम्मीद थी। एक सटोरिए के मुताबिक बड़ी फिल्मों ‘लज्जा’, ‘प्यार-इश्क-मोहब्बत’, ‘देवदास’ और ‘शरारत’ पर भी अच्छा भाव खुल सकता था। अबू की धमकी से इनका भाव भी नहीं खुलेगा। इनका प्रदर्शन इसलिए लटका क्योंकि ‘लगान’ और ‘गदर’ ने मुंबई के कुल ५५ बड़े व अच्छे सिनेमाघरों पर कब्जा जमा लिया था। अन्य फिल्मों के लिए थिएटर खाली न थे। इसी कारण सट्टा बाजार चुप बैठा था। उन्हें उम्मीद थी कि अबू की धमकी का कोई हल तब तक निकल आएगा। ‘लगान’ और ‘गदर’ के तब भी उतरने की उम्मीद न थी। एक तरफ जहां ‘गदर’ ने उत्तर भारत में चौथे सप्ताह में ९८ फीसदी कारोबार किया, वहीं लगान का प्रदर्शन ८७ फीसदी के साथ कुछ हल्का था।
डी-कंपनी को बतौर संरक्षण राशि सट्टा बाजार से एकमुश्त रकम जाती रही है। दाऊद उनसे एक से पांच करोड़ रुपए लेता था। इतनी ही रकम अबू ने भी मांगी। इससे सट्टा बाजार सहम गया। उन्हें चिंता सताने लगी कि अबू को पैसे दिए तो दाऊद नाराज होगा। पैसा न दिया तो अबू नाराज होगा। दोनों हालात में मौत का पैगाम तय था। अगर दोनों को पैसा दें, तो और गिरोहबाज पैसे मांगेंगे। बस, सट्टा बाजार ने तय किया कि जब तक मामले का निपटारा नहीं होता, तब तक फिल्मों पर सट्टे का भाव न खोलें। कुछ ही दिनों में सब कुछ अपने-आप तय हो गया। अबू लिस्बन में गिरफ्तार होकर भारत की गिरफ्त में आ गया। सटोरियों ने चैन की सांस ली। सट्टा फिर शुरू हो गया। लेकिन जब अबू ने धमकियां दीं तो एक बुकी ने बुरी तरह घबराकर कहा था:
– ‘खरबूजे पर चाकू गिरे या चाकू पर खरबूजा, हर हाल में कुरबान खरबूजा होगा। इधर खरबूजा अपुन लोग हैं।’
(लेखक ३ दशकों से अधिक अपराध, रक्षा, कानून व खोजी पत्रकारिता में हैं, और अभी फिल्म्स, टीवी शो, डॉक्यूमेंट्री और वेब सीरीज के लिए रचनात्मक लेखन कर रहे हैं। इन्हें महाराष्ट्र हिंदी साहित्य अकादमी के जैनेंद्र कुमार पुरस्कार’ से भी नवाजा गया है।)