अपनी फिटनेस के लिए मशहूर शिल्पा शेट्टी ने सोशल मीडिया पर ब्लैक जिम आउटफिट में अपनी फिट बॉडी और टोंड एब्स क्या दिखाई, उनकी फिटनेस को देख लोग दंग रह गए।
अब डॉ. अय्यर कहिएगा
वेंकटेश अय्यर को कोलकाता नाइट राइडर्स ने आईपीएल २०२५ में २३.७५ करोड़ रुपए में खरीदा था! वेंकटेश टीम के नए कप्तान भी हो सकते हैं, लेकिन इस पर केकेआर की तरह से किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आयी है। बहरहाल, अब वेंकटेश के नाम के आगे जल्द ही डॉक्टर लिखा जाएगा। उन्होंने फिर से पढ़ाई शुरू की है। वेंकटेश पीएचडी कर रहे हैं।ं उन्होंने कहा कि मुझे पढ़ाई की वजह से ग्राउंड पर फैसले लेने में आसानी रहती है। मैं चाहता हूं क्रिकेटर सिर्फ क्रिकेट नहीं, बल्कि सामान्य ज्ञान भी रखे, मैं अभी पीएचडी कर रहा हूं। उन्होंने बताया कि वे फाइनेंस में पीएचडी कर रहे हैं। लिहाजा अब जल्द ही उनके नाम के आगे डॉक्टर लग जाएगा। वेंकटेश क्रिकेट के साथ-साथ पढ़ाई में भी अच्छे रहे हैं और उन्होंने इसे क्रिकेट के साथ जारी रखने का पैâसला किया है।
ऑस्ट्रेलिया की छीन गई बादशाहत
साउथ अफ्रीका ने आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) पॉइंट्स टेबल में बादशाहत हासिल कर लीr है। साउथ अफ्रीका ने सोमवार को श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में १०९ रनों से धमाकेदार जीत दर्ज की। साउथ अफ्रीका ने एक दिन में ही ऑस्ट्रेलिया से बादशाहत छीन लीr। ऑस्ट्रेलियाई टीम रविवार को भारत को दूसरे टेस्ट मैच में १० विकेट से हराकर टॉप पर पहुंची थी। वहीं भारत तीसरे स्थान पर खिसक गया था। साउथ अफ्रीका ६३.३३ प्रतिशत अंकों के साथ शीर्ष पर है। उसने श्रीलंका का दो टेस्ट की घेरलू सीरीज में हालांकि, भारत को यदि ऑस्ट्रेलिया में अब एक हार मिली और एक ड्रॉ खेलना पड़ा तो समीकरण काफी बिगड़ सकते हैं। साथ ही अन्य टीमों के नतीजों पर भी निर्भर रहना पड़ेगा।
पीवी सिंंधु ने सचिन को शादी का दिया न्योता
इंडियन बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु २२ दिसंबर को वेंकट दत्ता साई के सााथ शादी के बंधन में बंधने वाली हैं। सिंधु दिग्गज भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को अपनी शादी का कार्ड देने के लिए उनके घर पहुंचीं, जहां उनके मंगेतर भी साथ नजर आए। सचिन तेंदुलकर ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर एक पोस्ट साझा कर पीवी सिंधु और वेंकट दत्ता को उनकी नयी पारी के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं दी हैं। सचिन तेंदुलकर ने अपने पोस्ट में लिखा ‘बैडमिंटन में स्कोर हमेशा ‘प्यार’ से शुरू होता है, और वेंकट दत्ता साई के साथ आपकी खूबसूरत जर्नी सुनिश्चित करती है कि यह हमेशा ‘प्यार’ के साथ जारी रहे। हमें अपने खास दिन का हिस्सा बनने और पर्सनली इनवाइट करने के लिए धन्यवाद।!
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भगवान के फैन
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें ये खिलाड़ी क्रिकेट के भगवान यानी सचिन तेंदुलकर को लेकर बात कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम के कई खिलाड़ी मास्टर-ब्लास्टर के फैन निकले। खिलाड़ियों ने बताया कि बड़े होने के दौरान कौन उनका फेवरेट भारतीय खिलाड़ी था। हेड के अलावा स्मिथ, पैट कमिंस और मैक्सवेल ने सचिन तेंदुलकर का नाम लिया था। इस दौरान मिशेल मार्श ने भी सचिन का नाम लिया और उस्मान ख्वाजा ने वीरेंद्र सहवाग कहा, वहीं एलेक्स कैरी ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान धोनी का नाम वीडियो में लिया। टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच कुल ५ टेस्ट मैचों की सीरीज है, जिसे २ मैच हो चुके हैं और ३ टेस्ट मैच खेले जाने हैं। तीसरे टेस्ट मैच का आगाज १४ तारीख से होगा, वहीं चौथा टेस्ट मैच २६ तारीख से खेला जाएगा और आखिरी टेस्ट मैच ३ जनवरी से खेल जाएगा।
आउट ऑफ पवेलियन : दौड़ में हुआ नामकांड
अमिताभ श्रीवास्तव
दुनिया जिसे दूसरा उसैन बोल्ट कह रही है दरअसल वो एक नामकांड का शिकार है। हाल ही में एक बच्चे ने दौड़ में विश्व रिकार्ड बनाया तो दुनिया उसे बोल्ट के रूप में देखने लगी है। यह भी उसके लिए बड़ा मायूसीभरा क्षण था जब उसके रिकॉर्ड को विश्व रिकॉर्ड की गिनती में ही नहीं लिया गया। साथ ही उसके नाम की जो गड़बड़ी है वो भी दुखदायी है। यह आरोप उसके ही माता- पिता ने लगाया है।
बात की जा रही है,गाउट गाउट की जिसके क्रोधित पिता ने खुलासा किया है कि इस धावक का नाम वर्षों से गलत रखा गया है और वह भी एक चौंकाने वाली वर्तनी त्रुटि के कारण। जी हां यह १६ वर्षीय वो बालक है, जिसने अपनी छोटी आयु में १०० और २०० मीटर दौड़ के कई रिकॉर्ड बना लिए हैं। २०० मीटर की दौड़ में २०.०४ सेकेंड के उनके समय ने ऑस्ट्रेलियाई रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया, जो पीटर नॉर्मन द्वारा १९६८ ओलंपिक में रजत जीतने के बाद से कायम था।
लिहाजा अब उसे अगला उसैन बोल्ट कहा जाने लगा है, मगर इससे उसके माता-पिता को बड़ा क्षोभ है, क्योंकि उसके नाम को बदल दिया गया। उसके माता-पिता ने इस अस्वीकार्य गलतीr के लिए अधिकारियों को दोषी ठहराया और बताया कि उसका असली नाम क्या होना चाहिए। पिता बोना ने इस बड़ी गलती पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है, जिसके कारण उनके बेटे को दूसरे के नाम से बुलाया जा रहा है। यह मुद्दा तब सामने आया जब यह परिवार शरणार्थी के रूप में दक्षिण सूडान से मिस्र चला गया। बोना ने बताया कि वे कनाडा जाने की योजना बना रहे थे। लेकिन आस्ट्रेलियाई सरकार के दस्तावेज पहले ही आ गए थे, इसलिए परिवार ने अपना भविष्य ऑस्ट्रेलिया में तय कर लिया। बोना का मानना है कि सूडान सरकार ने संबंधित फॉर्म में गलती से गाउट गाउट लिख दिया है। जबकि, उसका नाम गुओट है, यह गुओट ही होना चाहिए। मगर दुनिया अब उसे गाउट के नाम से ही जान-पहचान रही है। बता दें कि गाउट अंडर-१८ विश्व रिकार्ड से ०.०२ सेकंड अधिक तेज दौड़ा, लेकिन इसे आधिकारिक तौर पर नहीं गिना गया, क्योंकि माना गया कि दौड़ के वक़्त गाउट को बहुत अधिक हवा का सहयोग मिला था।
चलाओ ना नैनो’ से बाण रे…
क्या आप जानते हैं खेलों की दुनिया में एक खेल है डार्ट्स नामक? ये कौनसा खेल है? दरअसल, डार्ट्स एक पेशेवर थ्रोइंग खेल है। छोटे-छोटे तीर से अंकों वाले चक्र में निशाना साधना। यह एक पारंपरिक पब गेम भी कहा जाता है । डार्ट्स आमतौर पर ब्रिटिश द्वीपों में खेला जाता है, और दुनिया भर में मनोरंजन के लिए इसका आनंद लिया जाता है। इसकी विश्व चैंपियनशिप चल रही थी और चल रहे थे नैनो से तीर भी। जी हां, एक डार्ट्स स्टार खिलाड़ी के विश्व चैंपियनशिप से बाहर हो जाने के बाद लेकसाइड में एक शानदार विवाह समारोह का आयोजन किया गया। अमांडालोच एक शानदार खिलाड़ी हैं जो डब्ल्यूडीएफ महिला चैंपियनशिप से बाहर हो गर्इं। लोच इंग्लैंड में जन्मी थीं। मगर वो खेलती हैं ऑस्ट्रेलिया से। टूर्नामेंट के शुरुआती दौर में ही वो फिन किर्सी विनीवैâनेन के खिलाफ मुकाबला २-० से हार गर्इं। दिलचस्प यह रहा, जब कई सितारे अपना बैग पैक करके घर चले गए थे तो लोच के पास अभी भी लेकसाइड स्थल के लिए योजना थी। उन्होंने अपने दीर्घकालीक साथी लॉॅरी के साथ मंच पर विवाह बंधन में बंधकर भीड़ को चौंका दिया। लोच और लॉरी ने खिलाड़ियों, अधिकारियों, मित्रों और परिवार के सामने अपने मिलने का जश्न मनाया। इस समारोह में डार्ट्स स्टार भी शामिल थे तथा उनके साथी ऑस्ट्रेलियाई पीटर मैकिन- जो शेन मैकगुइर्क द्वारा बाहर किए जाने से पहले क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे थे, ने बेस्ट मैन की भूमिका निभाई। लोच और लॉॅरी वर्षो से प्यार के बंधन में बंधे हुए थे। इस आयोजन में जब उसकी प्रेमिका बोर्ड पर निशाना साध रही थीं तो वे अपने नैनो से बाण चला रहे थे। बहरहाल,दोनों ने विवाह कर लिया और अपनी नई जिंदगी शुरू की।
हत्यारे यूनुस पर भड़कीं हसीना! … बांग्लादेश को बताया आतंकवादी देश
बांग्लादेश की राजनीति में आने वाले वक्त में कुछ बड़ा हो सकता है। पूर्व पीएम शेख हसीना अब खुलकर मैदान में उतर आई हैं। उन्होंने मौजूदा अंतरिम सरकार पर जमकर निशाना साधा है और कहा है कि अंतरिम सरकार के मुखिया प्रोफेसर यूनुस हत्यारे हैं। उन्होंने अवामी लीग के कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि हमें एकजुट होना होगा और अपने देश को बचाना होगा। इससे कुछ ही दिन पहले शेख हसीना ने अमेरिका में भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को वर्चुअली संबोधित किया था। यूनुस सरकार पर बड़ा खुलकर हमला बोलते हुए शेख हसीना ने कहा कि बांग्लादेश एक आतंकवादी राष्ट्र में तब्दील होता जा रहा है। उन्होंने कहा, `कई लोगों की हत्या की गई है और लोगों को पीटा गया है, जिनमें अवामी लीग के कार्यकर्ता, मुक्ति योद्धा और अल्पसंख्यक शामिल हैं। मैं इसकी निंदा करती हूं।’ शेख हसीना ने आगे कहा, `बांग्लादेश शांति चाहता है।’ बता दें कि शेख हसीना इस वक्त दिल्ली में हैं। इस बीच बांग्लादेश में प्रोफेसर यूनुस की अंतरिम सरकार में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार हिंसा बढ़ रही है।
शेख हसीना ने आगे कहा, ‘यह अंधेरा दूर होगा, इस फासीवाद, हत्यारी, षड्यंत्रकारी यूनुस सरकार को बांग्लादेश के लोगों से सबक मिलेगा। वे हमारे देश को नष्ट कर रहे हैं, उन्होंने वहां आतंक मचा रखा है। यह सब देखकर तो यही कहना पड़ रहा है कि बांग्लादेश एक आतंकवादी राष्ट्र बनता जा रहा है। कृपया सभी एकजुट हों और इस फासीवादी सरकार को हटाएं ताकि बांग्लादेश का भविष्य अच्छा हो सके।’ यूनुस सरकार झूठे मामले दर्ज कर रहे हैं। उन्होंने सांसदों के कमरे और संसद भवन क्यों लूटे हैं। वे देश को लूट रहे हैं। वे आर्थिक व्यवस्था को क्यों नष्ट कर रहे हैं। वे ऐसा क्यों कर रहे हैं, हत्यारे यूनुस और उसके सलाहकारों को इसका जवाब देना होगा।’
१३ साल की लड़ाई, १३ दिन में खत्म!
सीरिया में ५० साल पुरानी असद परिवार की सत्ता एक झटके में ढह गई। राष्ट्रपति बशर अल असद को देश छोड़कर भागना पड़ा और रूस में राजनीतिक शरण लेनी पड़ी। वैसे तो सीरिया में विद्रोह का दौर और गृह युद्ध पिछले १३ साल से चल रहा है, लेकिन पिछले १३ दिन में हालात इतनी तेजी से बदले कि असद सरकार उसे संभाल नहीं पाई। विद्रोहियों ने अचानक हमला तेज कर दिया और देखते ही देखते सीरिया के बड़े शहरों के साथ-साथ राजधानी दमिश्क पर भी कब्जा कर लिया। विद्रोही समूह को तुर्किए से भी मदद मिली है। ईरान-समर्थित हिजबुल्लाह और सीरियाई हथियारों पर इजरायल के हमले से भी असद कमजोर हुए। एक रिपोर्ट के अनुसार, १३ साल के गृहयुद्ध के बाद, सीरिया के विपक्षी मिलिशिया को राष्ट्रपति बशर अल-असद की सत्ता पर पकड़ ढीली करने का मौका मिला। लगभग छह महीने पहले उन्होंने तुर्की को एक बड़े हमले की योजना के बारे में बताया और महसूस किया कि उन्हें तुर्की की मौन स्वीकृति मिल गई है। योजना के बारे में जानकारी रखने वाले दो सूत्रों ने एजेंसी को यह बात बताई।
जमीन के अंदर भी बसा था असद का आशियाना
सीरिया में बशर अल-असद के भाई माहेर अल-असद के घर के नीचे बंकर व गुप्त सुरंग मिली है जिसका वीडियो ऑनलाइन सामने आया है। सामने आए वीडियो में सुरंग से बंकर तक पहुंचने के लिए पटरियां बिछी हुई दिख रही हैं। गौरतलब है, विद्रोही गुटों के दमिश्क में घुसने के बाद बशर राष्ट्रपति पद छोड़कर भाग गए हैं।
सीरिया में राष्ट्रपति भवन में लूटपाट
सीरिया में विद्रोह के बीच राष्ट्रपति बशर अल-असद के देश से भागने के बाद विद्रोहियों ने राष्ट्रपति भवन में घुसकर हंगामा किया है और कई सारे सामान लूटकर ले गए। लूटपाट की तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें लोग झूमर उतारते व सोफा उठाकर ले जाते दिखाई दिए।
सीरिया में ISIS फिर हो सकता है सक्रिय
अमेरिकी रक्षा विभाग के मध्य पूर्व के उप-सहायक सचिव डैनियल शापिरो ने रविवार को कहा कि सीरिया में पैâली अराजकता और वहां की परिस्थितियां आईएसआईएस को दोबारा सक्रिय होने का मौका दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वी सीरिया में अमेरिका अपनी उपस्थिति बनाए रखेगा और इस्लामिक स्टेट को दोबारा ऐक्टिव होने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।
मुंबई का माफियानामा : अली-राजन गठबंधन
विवेक अग्रवाल
हिंदुस्थान की आर्थिक राजधानी, सपनों की नगरी और ग्लैमर की दुनिया यानी मुंबई। इन सबके इतर मुंबई का एक स्याह रूप और भी है, अपराध जगत का। इस जरायम दुनिया की दिलचस्प और रोंगटे खड़े कर देनेवाली जानकारियों को अपने अंदाज में पेश किया है जानेमाने क्राइम रिपोर्टर विवेक अग्रवाल ने। पढ़िए, मुंबई अंडरवर्ल्ड के किस्से हर रोज।
अली बुदेश के गिरोह सरगना अरुण गवली और सुभाष सिंह ठाकुर से संबंध टूट गए…
अचानक उसे बीमारी हो चली…
बीमार अली के कुछ समय में आपराधिक संसार से संपर्क टूट गए…
अब वह फिर एक गठबंधन बनाना चाहता था…
…जब वह काम करने लायक हुआ, उसके कुछ समय बाद ही बहरीन गुप्तचर पुलिस ने खूंखार इस्लामी आतंकवादी ओसामा बिन लादेन और अल कायदा नेटवर्क से संबंधों के शक में उसे गिरफ्तार कर ३ माह से अधिक जेल की सलाखों के पीछे सड़ा दिया। उसके खिलाफ कुछ न मिला तो बहरीन गुप्तचर विभाग ने रिहा कर दिया, लेकिन तब तक मुंबई के आपराधिक संसार पर उसका नियंत्रण खत्म हो गया।
बैंकॉक में छोटा शकील और दाऊद द्वारा छोटा राजन पर करवाए जानलेवा हमले के बाद अली ने उससे हाथ मिलाने की कोशिश की। राजन ने इसमें रुचि न दिखाई। इसके बाद अली पूरी तरह अकेला पड़ गया और लाख कोशिशों के बावजूद वापसी नहीं कर पाया।
वह लगभग जून २००३ के अंतिम सप्ताह की बात होगी, जब फजलू, बंटी पांडे, हेमंत पुजारी, एजाज लकड़ावाला के राजन गिरोह से बाहर आने के बाद अली को फिर मौका मिला। उसने फजलू को बबलू के जरिए अपने साथ काम करने के लिए पटाया और वे साझा संगठन बनाकर साथ काम करने लगे। फजलू ने दिल्ली में कई लोगों का अपहरण कर भारी मात्रा में फिरौती वसूली की।
मुंबई में फजलू द्वारा फिल्मी हस्तियों को हफ्ते के लिए धमकाने और हफ्तावसूली करने के पीछे अली बुदेश का ही दिमाग माना गया। अली को मुंबई की भौगोलिक, राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, वित्तीय बल्कि आपराधिक गतिविधियों की अच्छी जानकारी है, क्योंकि उसका बचपन घाटकोपर की मख्दूम शाह दरगाह के इर्द-गिर्द बीता है। उसने आपराधिक दुनिया में प्रवेश ही दाऊद गिरोह के सिपहसालारों और शूटरों के बीच रहते किया था।
उनके गठबंधन की काफी सूचनाएं बांद्रा अपराध शाखा के अफसरान द्वारा अली-फजलू के एक हफ्ताखोर दिनेश शेट्टी की गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ से मिली थीं। और हां, यह बताना तो रह ही गया कि अली और राजन के बीच गठबंधन नहीं हो सका तो उसके पीछे अविश्वास ही एक बड़ा कारण रहा था।
गिरोहों में ये आम कहा जाता है:
-जबी दिल नहीं मिलेंगा, तो हाथ मिलाके फायेदा क्या।
(लेखक ३ दशकों से अधिक अपराध, रक्षा, कानून व खोजी पत्रकारिता में हैं, और अभी फिल्म्स, टीवी शो, डॉक्यूमेंट्री और वेब सीरीज के लिए रचनात्मक लेखन कर रहे हैं। इन्हें महाराष्ट्र हिंदी साहित्य अकादमी के जैनेंद्र कुमार पुरस्कार’ से भी नवाजा गया है।)
बात-जज्बात : अब नहलायेगी मशीन…!
राज ईश्वरी
‘ठंडे-ठंडे पानी से नहाना चाहिए गाना आए ना आए गाना चाहिए…’ फिल्म ‘पति पत्नी और वो’ का यह गीत कभी न कभी आपने सुना ही होगा। अब चॉइस आपकी है कि आपको ठंडे पानी से नहाना है या गर्म पानी से और खुद नहाना है या नहाते हुए गाना है या फिर मशीन से खुद को ‘नहलवाना’ है। बिल्कुल सही सुना आपने ‘नहलवाना’ है और वह भी मशीन से!
जी बिल्कुल, एक ऑप्शन आपके सामने जल्दी ही आ जाएगा! जिस तरह से कपड़े धोने की वॉशिंग मशीन है, बर्तनों को धोने की डिशवॉशर है… इस तरह इंसान को ‘धोने’ की भी मशीन भी बन गई है। इस मशीन का नाम है ‘मिराई निंगेन सेंटाकुकी’ (भविष्य की मानव वॉशिंग मशीन)। यह मशीन एक पॉड की तरह दिखती है। जब आप इसमें प्रवेश करते हैं, तो यह गर्म पानी से भर जाती है। फिर छोटे-छोटे बुलबुले निकलते हैं जो आपके शरीर को साफ करते हैं। इस मशीन में लगे सेंसर आपके शरीर का तापमान और अन्य चीजों को एनलाइज करते हैं और फिर उसके अनुसार मशीन काम करती है। १५ मिनट में आप तरोताजा होकर बाहर निकल सकते हैं।
सच तो यह है कि नहाने-धोने की इस मशीन का ईजाद १९७० में ही हो गया था, लेकिन रिस्पांस न मिलने की वजह से यह बीते जमाने की चीज बनकर रह गई थी।
१९७० में कक्षा चार का एक विद्यार्थी एग्जीबिशन में इस मशीन को देखकर अभिभूत हो गया था। आओयामा नाम था उसका। उस जमाने में कई घरों में बाथरूम नहीं थे और लोग नियमित रूप से पब्लिक हमामों का इस्तेमाल करते थे। वक्त गुजरता चला गया उसके दिमाग में वह मशीन घर कर गई थी। आओयामा की कंपनी ऐसे बाथटब और शॉवरहेड्स का कारोबार करती है, जो ऐसी टेक्नोलॉजी से विकसित किए गए हैं, जो स्नान करनेवाले के शरीर को साफ करने के लिए सूक्ष्म बुलबुलों का उपयोग करते हैं, तो उन्होंने एक्सपो के समय में ही अपने सपनों की मशीन बनाने का निर्णय लिया और दुनिया के सामने आया ‘मिराई निंगेन सेंटाकुकी’। फिलहाल अगर आपको नहाने का मजा लेना है तो जापान जाना होगा। वहां पर एक्सपो के दौरान आपको यह मौका मिल सकता है! क्या पता हो सकता है कि आपका दिमाग भी आओयामा की तरह दौड़ने लगे और भविष्य में आप इसे भी ज्यादा विकसित टेक्नोलॉजी की ह्यूमन वॉशिंग मशीन बनाने में सफल हो जाएं! भविष्य को किसने देखा है? क्योंकि हमारा हिंदुस्थान एक ऐसा देश है, जहां आमतौर पर लोग रोज नहाने पर विश्वास करते हैं! चाहे कड़ाके की ठंड हो। हिंदुस्थानी कल्चर में भी नहाने को पवित्रता से जोड़कर अलग और जरूरी नजरिये से जोड़ा गया है।
क्या आप जानते हैं सारी दुनिया में सबसे ज्यादा लोग रोजाना हिंदुस्थान में नहाते हैं? क्या रोज नहाना जरूरी है? लेकिन विज्ञान इसे सही नहीं मानता! इस विषय में कल बात करेंगे… तब तक गुनगुनाइए ‘ठंडे-ठंडे पानी से नहाना चाहिए…!’