मांगा तुझे है रब से सनम इस दुआ के साथ
बीते ये जिंदगी मेरी तेरी वफा के साथ
निर्मल हो गंगाजल जैसा बंधन ये प्रीत का
जैसे रहा था राम का उनकी सिया के साथ
ये है दुआ खुदा से मेरी हो खुशी सदा वहां
घर में जहां रहे सभी माता पिता के साथ
मैखने चाहे जितने बुला लो करीब तुम
पैमाना तो बनेगा सिर्फ साकिया के साथ
ये इम्तिहां ही जिंदगी का सोज है कनक
होता है लाल संग भी घिस कर हिना के साथ
-डॉ. कनक लता तिवारी