चिरंजीवी भी निकले धक्केबाज

फिल्मी सितारे इन दिनों धक्केबाज बन गए हैं। कुछ दिनों पहले मुंबई एयरपोर्ट पर तेलुगु स्टार नागार्जुन के बॉडीगार्ड ने अपने एक दिव्यांग फैन को धक्का दे दिया था। बाद में जब यह मामला सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियों में आ गया तो वापसी में नागार्जुन ने उस दिव्यांग फैन को गले लगाकर सेल्फी खिंचवाई थी। अब बारी चिरंजीवी की है। पेरिस ओलिंपिक देखकर स्वदेश लौटे चिरंजीवी द्वारा एयरपोर्ट पर उनके साथ सेल्फी लेने की कोशिश कर रहे फैन को धक्का देकर साइड किए जाने का वीडियो सामने आया है। अपनी यूनिफॉर्म से यह फैन एयरपोर्ट स्टाफ का सदस्य लग रहा था। कुछ यूजर्स ने वीडियो को लेकर चिरंजीवी की आलोचना की है, जबकि कुछ ने उनका बचाव किया है।

घर से निकलने में लगता था डर

घर से निकलते ही, कुछ दूर चलते ही…लगता था डर। अरे यह गाना हम नहीं बल्कि अभिनेत्री जरीन खान गाने लगी थीं। दरअसल, बात ही कुछ ऐसी थी। उनकी पहली फिल्म फ्लॉप हो गई थी। खैर, हिट-फ्लॉप का दौर तो यहां चलता रहता है। बात यह है कि वो सलमान खान के साथ थी और लोग उनकी तुलना कटरीना कैफ से करने लगे थे। जरीन ने हाल ही में बताया है कि फिल्म ‘वीर’ से डेब्यू के बाद कटरीना कैफ से तुलना किए जाने का उनके करियर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। उन्होंने बताया, ‘मुझे घर से निकलने तक से डर लगता था क्योंकि…लोग मेरे कपड़ों पर कमेंट करते थे। ‘वीर’ के बाद उन्हें लंबे समय तक कोई काम नहीं मिला। बॉलीवुड में ऐसा भी होता है।

४ दिनों तक कार में सोई

बॉलीवुड की चकाचौंध के पीछे काफी स्याह खबरें भी छिपी होती हैं। अब खूबसूरत अभिनेत्री रश्मि देसाई ने हाल ही में एक ऐसा खुलासा किया है कि उसे सुनकर आपके भी होश उड़ जाएंगे। मुंबई में रश्मि को चार दिनों तक अपनी कार में बिताना पड़ा था। हाल ही में रश्मि देसाई ने एक इंटरव्यू में बताया कि अभिनेता नंदीश संधू से तलाक के बाद वह आर्थिक समस्याओं से जूझ रही थीं। उन्होंने कहा, ‘एक घर खरीदा था। मुझ पर ३.२५-३.५ करोड़ रुपए का कर्ज था। मेरा शो अचानक बंद हो गया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘४ दिनों तक सड़क पर थी। अपनी ऑडी ए६ में सोई थी। २० रुपए में मिलने वाला खाना खाया था।’ अब २० रुपए में तो वडा-पाव ही आएगा। सो एक टॉप की अभिनेत्री ने वडा-पाव खाकर गुजारा किया। तो मुंबई में ऐसा भी होता है।

अब ‘पुष्पा २’ का सीन लीक

डिजिटल दुनिया में इन दिनों कब क्या और कहां लीक हो जाए, कहा नहीं जा सकता। हाल ही में सिंघम अगेन का सीन लीक हो गया था। अब खबर है कि अल्लु अर्जुन की आगामी फिल्म ‘पुष्पा २: द रूल’ का एक सीन लीक हो गया है। अब लोग तो ऐसे सीन का मजा ले रहे हैं पर मेकर्स का तो कलेजा मुंह में आ गया होगा। जानकारी के अनुसार, इस फिल्म के सेट से क्लाइमेक्स फाइट सीन का एक वीडियो लीक हो गया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि, वीडियो में किसी एक्टर का चेहरा नजर नहीं आ रहा है। अब सीन का मजा लेने के बाद पैंâस फिल्म के मेकर्स से इस वीडियो को वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

दारू बेच रहे मुन्नाभाई

मुन्नाभाई इन दिनों काफी लिमिटेड काम कर रहे हैं। वैसे भी अब फिल्मों में रखा ही क्या है। चार दशक से ऊपर हो गए एक्टिंग करते हुए। वो फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस को वो सीन याद है न जिसमें मुन्ना और सर्किट नाले के पाए पर बैठकर दारू गटक रहे हैं। खैर, वो तो हुई फिल्म की बात अब खबर है कि रीयल लाइफ में मुन्नाभाई दारू बिजनेस में उतर गए हैं। उनका यह धंधा अब बहुत जोर-शोर से चल रहा है। संजय दत्त के शराब ब्रांड ग्लेनवॉक की एक बोतल की कीमत १,६०० रुपए के करीब है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ग्लेनवॉक की १,२०,००० बोतलें केवल चार महीने में ही बिक गर्इं। मुंबई, ठाणे और पुणे में ही इस कंपनी ने तीन महीने में १८ फीसदी बाजार हिस्सेदारी हासिल कर ली थी। अब मुन्नाभाई जिस धंधे में जुटेंगे, वह उड़ान तो भरेगा ही।

डबल धमाके के बाद हैट्रिक की मनुकामना! … २ अगस्त को होगा गोल्डन चांस

भारत की इस बेटी ने तो कमाल कर दिया। युवा शूटर मनु भाकर ने इतिहास रचते हुए लगातार इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए हैं। मनु ने विमेंस १० मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। उसके बाद उन्होंने १० मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में यह उपलब्धि हासिल की। डबल धमाके के बाद हिंदुस्थान की अब यही मनोकामना है कि २ अगस्त को होनेवाले विमेंस २५ मीटर एयर पिस्टल इवेंट के क्वालिफिकेशन राउंड में अच्छा प्रदर्शन करके फाइनल में जाएं। अगर ऐसा होता है तो उनके पास मेडल की हैट्रिक लगाने का गोल्डन चांस होगा। उनके पास मेडल की हैट्रिक लगाने का सुनहरा अवसर है। मनु अगर २ अगस्त को क्वालिफिकेशन राउंड में बेहतर प्रदर्शन से फाइनल में जाती है तो वह अगले दिन कमाल कर सकती है। ऐसे में ३ अगस्त को वह दोपहर १ बजे फाइनल में खेलेंगी। मनु तीसरा मेडल जीतकर ३ अगस्त की तारीख को अपने लिए खास बना सकती हैं। अब तक भारत के किसी भी एथलीट ने अकेले ३ मेडल नहीं जीते हैं। हालांकि, टीम इवेंट में कई हॉकी खिलाड़ियों ने यह उपलब्धि हासिल की है, लेकिन कोई अकेले ३ मेडल नहीं जीत पाया है।

दमदार सूर्यकुमार

तीसरा टी-२० मैच भारत ने सुपरओवर में जीत लिया। भारतीय टीम सीरीज में श्रीलंका का पूर्ण सफाया करने में सफल रही। तीसरे टी-२० मैच में कप्तान सूर्यकुमार यादव की कप्तानी काफी शानदार रही है। इसीके साथ ही उन्होंने अपनी पहली कप्तानी में धांसू प्रदर्शन से पैंâस का दिल जीत लिया। भारतीय टीम के युवा ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर ने कहा है कि टी-२० के नए कप्तान सूर्यकुमार यादव का श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टी-२० मैच में अहम मौके पर रिंकू सिंह को गेंदबाजी देना और आखिरी ओवर खुद करना उनकी जोखिम लेने की क्षमता को बताता है और इसी के दम पर भारत को आखिरी मैच में जीत मिली। भारत और श्रीलंका के बीच मंगलवार को पल्लेकेले में खेले गए आखिरी टी-२० मैच में भारत ने श्रीलंका के मुंह से जीत छीन ली। श्रीलंकाई टीम १३८ रनों के टारगेट का पीछा कर रही थी। आखिरी दो ओवरों में उसे १२ रनों की जरूरत थी जबकि उसके छह विकेट बचे थे। सूर्यकुमार ने यहां दांव चला और १९वां ओवर रिंकू सिंह को दे दिया। इस ओवर में रिंकू ने दो विकेट निकाले। आखिरी ओवर सूर्यकुमार ने खुद फेंका, जिसमें दो विकेट लेकर सभी को हैरान कर दिया। मैच सुपर ओवर में गया। यहां श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी की और चार गेंदों के अंदर दो विकेट खो दिए। भारत को तीन रनों का टारगेट मिला जो सूर्यकुमार ने पहली गेंद पर चौका मार कर हासिल करते हुए भारत को जीत दिला दी। मैच के बाद सुंदर ने सूर्यकुमार की कप्तानी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, `ईमानदारी से कहूं तो, ये शानदार था। उनकी कप्तानी शानदार है। १२ गेंदें बची थीं और १२ रन चाहिए थे। ऐसे मौके पर उनका रिंकू सिंह को लाना, खासकर तब जब कुसल परेरा बल्लेबाजी कर रहे हों, रिंकू ने उन्हें आउट कर दिया। आखिरी ओवर में सूर्यकुमार खुद गेंदबाजी करने आ गए और हमें मैच जिता दिया।’

रेल हादसों को रोकने के लिए पटरी की पूजा

वैशाली जिले के हाजीपुर में राष्ट्रीय जनता दल के कई कार्यकर्ता एक पुजारी को लेकर पटरी के पास पहुंचे और मंत्र पढ़ावाया। इस दौरान लोगों ने पटरी की आरती भी उतारी। पूजा में शामिल लोगों ने बताया कि भगवान विश्वकर्मा और भोलेनाथ ही लगातार हो रहे रेल हादसों को होने से बचा सकते हैं। २०२४ में रेल हादसों में काफी बढ़ोतरी देखी गई है। सिर्फ जून और जुलाई में ही करीब ४ बड़ी दुर्घटनाएं हुर्इं। इसके अलावा कई मालगाड़ियां पटरी से उतरी। बता दें कि मंगलवार को झारखंड में जमशेदपुर से ८० किलोमीटर दूर चक्रधरपुर मंडल में बड़ाबांबू के पास मुंबई-हावड़ा सीएसएमटी मेल के १८ डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसमें २ यात्रियों की मौत हो गई। इससे कुछ दिन पहले गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी से उतरी थी, जिसमें ४ की मौत हुई थी।

इजरायल को नक्शे से मिटाने वाले दुश्मन मिट गए! …हिजबुल्लाह कमांडर फउद शुकर और हमास के मुखिया इस्माइल हानिया की मौत

इजरायल ने एक के बाद एक अपने दो बड़े दुश्मनों को मार गिराया है। हिजबुल्लाह कमांडर फउद शुकर और हमास के मुखिया इस्माइल हानिया की मौत हो चुकी है। बता दें कि हिजबुल्लाह और हमास दोनों ही इजरायल को नक्शे से मिटा देना चाहते हैं। इजरायल के खिलाफ कई बड़े हमलों को अंजाम देने वाले फउद शुकर की तलाश काफी समय से इजरायल और अमेरिका को थी। पिछले कई दशकों से उसकी तलाश जारी थी।
वह हिजबुल्लाह के लिए रणनीति बनाने और उसे अंजाम देने के लिए काम करता था। फउद शुकर पर ४० करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इस बीच इजरायली सेना की तरफ से दावा किया गया है कि उन्होंने कई मासूमों की मौत का बदला ले लिया है और फउद शुकर को मार गिराया है। मिली खबरों के मुताबिक, लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के सीनियर कमांडर और बेरूत पर इजरायल हमले का निशाना बने फउद शुकर को आतंकी संगठन के मुखिया का करीबी सलाहकार माना जाता था। साल १९८३ में बेरूत में हुए बमबारी के बाद से अमेरिकी सरकार को फउद शुकर की तलाश थी।
बेरूत में हुए इस हमले में ३०० अमेरिकी और प्रâांसी०सी सैनिक मारे गए थे। हालांकि, अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि क्या फउद शुकर इजरायली हमले में मारा गया है या नहीं। बता दें कि फउद शुकर पर इजरायल के गोलन हाईट्स इलाके में एक फुटबॉल ग्राउंड पर हमला करने का आरोप है। इस हमले में १२ बच्चों की मौत हो गई थी। इसके बाद इजरायल ने फउद शुकर को मार गिराने का पैâसला लिया था।

क्लीन बोल्ड : ओलिंपिक में कोरोना की एंट्री

अमिताभ श्रीवास्तव

वैश्विक महामारी कोरोना आज भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। आज भी इसको लेकर एक डर का माहौल है जबकि काफी हद तक इस पर काबू पा लिया गया है। बावजूद पेरिस ओलिंपिक में इसकी एंट्री से खलबली मच गर्इं है। दरअसल, ब्रिटेन के तैराक एडम पीटी ने १०० मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक इवेंट में रजत पदक जीता था। २८ जुलाई को उन्होंने पदक जीता और अगले दिन ही कोरोना पॉजिटव पाए गए हैं। एडम पीटी के संपर्क में आए सभी एथलीट को विशेष सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। ब्रिटिश तैराकी अधिकारियों के अनुसार, एडम रविवार से ही ठीक महसूस नहीं कर रहे थे, लेकिन इसके बाद भी वह फाइनल मुकाबले में हिस्सा लेने उतरे। अन्य एथलीट के साथ भी उन्हें बातचीत करते हुए देखा गया। फाइनल के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और सोमवार सुबह जांच करने पर उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया। अमेरिका के तैराकी दल की तरफ से कहा कि वे आवश्यक सावधानी बरत रहे हैं। हालांकि, यह नहीं बताया है कि क्या फिंक का टेस्ट कराया गया है या नहीं।
सिराज के सिर विराट का हाथ
कहते हैं मोहम्मद सिराज के सिर विराट कोहली का हाथ है इसलिए वो टीम इंडिया में बने हुए हैं। यदि उनके प्रदर्शन के लिहाज से आकलन किया जाए तो वो बुरी तरह एक फ्लॉप गेंदबाज हैं। श्रीलंका के साथ खत्म हुई टी-२० सीरीज में वो मुख्य गेंदबाज के रूप में थे मगर उन्होंने पूरी तरह निराश किया। बहरहाल, माना जाता है कि विराट कोहली की वजह से ही टीम इंडिया से डेब्यू करने का मौका मिला और अब लगातार खराब प्रदर्शन के बाद भी उन्हें टीम में शामिल किया गया है। सिराज ने पहली बार साल २०१७ में टीम के लिए डेब्यू किया और उस सीजन उन्होंने आईपीएल में ६ मैचों में करीब १० की इकोनॉमी से रन खरच करते हुए १० विकेट अपने नाम किए थे। हालांकि, टेस्ट मैच में डेब्यू करने के बाद से उनके प्रदर्शन में सुधार आया लेकिन अब वे एक बार फिर से फ्लॉप साबित हो रहे हैं। टीम इंडिया ने अब तक श्रीलंका के खिलाफ दो टी-२० मैच खेले हैं और इसमें सिराज का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। उन्होंने पहले मैच में ३ ओवर में २३ रन खर्च करते हुए १ विकेट अपने नाम किया था। इसके अलावा दूसरे मैच में उन्होंने ३ ओवर में २७ रन खर्च किए और उन्हें कोई सफलता भी नहीं मिली। जबकि वहीं रिंकू सिंह और सूर्यकुमार जैसे बल्लेबाज गेंदबाजी में विकेट ले गए थे।
कमजोर मुक्के
मुक्केबाजी में उम्मीद के नाम पर केवल निकाहत जरीन और लवलीना ही हैं। एक समय हिंदुस्थानी मुक्कों की गूंज हुआ करती थी मगर अभी तक के मुकाबले में मुक्के कमजोर निकले। अपने पहले ही मैच में जहां पुरुष वर्ग में अमित पंघाल हारकर बाहर हुए वहीं महिला वर्ग में जैस्मिन भी हार गर्इं। अमित पंघाल शुरुआती दौर (५१ किग्रा) में हार गए। जाम्बिया के मुक्केबाज और तीसरी वरीयता प्राप्त पैट्रिक चिनेम्बा से वह १:४ से हारे। तो जैस्मिन लैंबोरिया बॉक्सिंग के शुरुआती दौर (५७ किग्रा) में बाहर हो गर्इं। उन्‍हें पूर्व विश्व चैंपियन और टोक्यो रजत पदक विजेता नेस्टी पेटेसियो से ०:५ से हार मिली। दोनों मुक्केबाज अपना प्रदर्शन नहीं दिखा सके। फुर्ती में भी कमजोर रहे और थकान भी स्पष्ट देखी गई। ऐसे में उनके सिलेक्शन पर भी सवाल खड़ा होता है मगर जब नेशनल स्तर पर मुक्केबाज ही कोई न निकले तो ओलिंपिक जैसे खेलो में ऐसे कमजोर हो रहे मुक्केबाजों का ही सिलेक्शन होता है।

(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)