-अब भी नहीं सुलझा है ५ सीटों का मामला
धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
भाजपा ‘अबकी बार ४०० पार’ का नारा भले ही दे रही है पर असलियत तो यह है कि महायुति के भीतर सीटों के लिए जबरदस्त घमासान मचा हुआ है। खासकर महाराष्ट्र में तो भाजपा व शिंदे गुट व अजीत पवार गुट के बीच काफी तनाव नजर आ रहा है। भाजपा नेता फडणवीस की शह पर शिंदे भले ही शिवसेना से घात करके मुख्यमंत्री बन गए पर अब उन्हें भाव नहीं मिल रहा है। इस कारण राज्य की ५ सीटों दक्षिण मुंबई, नासिक, ठाणे, कल्याण, और पालघर पर पेंच फंसा हुआ है।
फिलहाल दो चरण के चुनाव हो चुके हैं, लेकिन महायुति में सीट बंटवारे को लेकर अभी तक पेच फंसा हुआ है। इसे लेकर अजीत पवार गुट, शिंदे गुट और भाजपा के बीच राड़ा मचा हुआ है। महायुति में जिन पांच सीटों पर विवाद है, वहां कोई भी अपनी दावेदारी से पीछे हटने को तैयार नहीं है, ऐसे में विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच महायुति में अभी तक पांच लोकसभा सीटों ठाणे, पालघर, दक्षिण मुंबई, कल्याण और नासिक को लेकर फंसा पेच अभी तक सुलझ नहीं पाया है। इसलिए अब सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा है कि आखिर यह पेच वैâसे सुलझेगा और ये सीटें किसकी झोली में जाकर गिरेंगी? ठाणे की लोकसभा सीट शिंदे गुट के साथ ही भाजपा को चाहिए इसलिए इस सीट को लेकर अभी भी चर्चा जारी है। इसके साथ ही यहां से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जोर देकर कहा है कि यह सीट उनके गुट को मिलनी चाहिए। उन्होंने इसे मान-सम्मान का मुद्दा बना लिया है। कल्याण में शिंदे के बेटे डॉ. श्रीकांत शिंदे की उम्मीदवारी तय मानी जा रही है। हालांकि, ठाणे सीट का पैâसला नहीं होने से कल्याण सीट पर भी पैâसला अटका हुआ है। इसलिए, जब तक ठाणे सीट का मसला हल नहीं हो जाता, तब तक कल्याण सीट का पेच बरकरार रहेगा।