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रमजान शुरू होने के साथ ही पूरे देश में बढ़ी कश्मीरी सेबों की मांग 

सुरेश एस डुग्गर / जम्मू

यह पूरी तरह से सच है कि इस बार रमजान शुरू होने के साथ ही पूरे देश में कश्मीरी सेब की मांग बढ़ गई है। रमजान की शुरुआत के बाद से उत्पादकों ने कोल्ड स्टोरेज में रखे सेब को शेष भारत में भेजना शुरू कर दिया है। उत्पादकों के अनुसार, इस समय पूरे भारत में सेब की अच्छी मांग है, क्योंकि रमजान का पवित्र महीना चल रहा है।
नार्थ कश्मीर फ्रूट ग्रोअर्स एंड डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष फैयाज अहमद मलिक बताते हैं कि कोल्ड स्टोरड भंडारित सेबों की अभी अच्छी मांग है। अभी कश्मीरी सेब भारत के प्रमुख फल बाजारों में भेजे जा रहे हैं। उनका कहना है कि हमारे पास अभी भी कोल्ड चेन सुविधाओं में भारी मात्रा में सेब संग्रहित है, जो भारत के विभिन्न बाजारों में भेजे जाने के लिए तैयार है। उनका दावा है कि चूंकि रमजान फलों और अन्य पौष्टिक खाद्य पदार्थों की बढ़ती खपत का समय है, इसलिए कई घरों में कश्मीरी सेब इफ्तार की मेज पर मुख्य भोजन बन गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बंगलुरु जैसे प्रमुख शहरों में कश्मीरी सेबों की मांग बढ़ गई है।
कश्मीर के सेब उत्पादकों का कहना है कि भारत के विभिन्न फल बाजारों में सेब के एक बाक्स की कीमत 1,500-1,600 रुपए के बीच है। मलिक कहते हैं कि कोल्ड स्टोरड भंडारित सेबों की अच्छी कीमत मिलती है, क्योंकि वे आफ-सीजन के दौरान भारत के विभिन्न शहरों में उपलब्ध हो जाते हैं। अभी एक सेब की पेटी की कीमत 1,500-1,600 रुपए हैा
सेब उत्पादक बताते हैं कि भारत के विभिन्न शहरों में इसकी मांग को देखते हुए रमजान अक्सर कश्मीरी सेब के लिए एक लाभदायक मौसम साबित होता है। सेब उत्पादक शब्बीर अहमद खान बताते हैं कि मौजूदा सीजन के दौरान केवल कश्मीरी सेब भारत के बाजारों में उपलब्ध होते हैं। इसलिए उत्पादक बड़ी मात्रा में सेब विभिन्न फल बाजारों में भेजते हैं। भंडारित सेब अगले तीन महीनों तक बाजारों में उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने भी रमजान के दौरान अपने कोल्ड स्टोरड-भंडारित सेब को नई दिल्ली की आजादपुर फल मंडी में भेजना पसंद किया है। यह कोल्ड स्टोर कश्मीर के सेब उत्पादकों के लिए मददगार साबित हुए हैं, जिन्हें आफ-सीजन के दौरान फसल का अच्छा रिटर्न मिलता है। सेब उत्पादकों के अनुसार, सभी स्टोर पूरी क्षमता से भरे हुए थे, क्योंकि इस सीजन में सेब की दरें तुलनात्मक रूप से बेहतर रही हैं।

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