बिजली के बिल से परेशान

फिल्म ‘पीपली लाइव’ का गाना ‘सखी सैंया तो खूबय कमात हैं महंगाई डायन खाए जात है…’ खूब बजा था। यह गीत बढ़ती हुई महंगाई पर एक तंज था, लेकिन महंगाई है कि सुरसा की तरह अपना मुंह फैलाए बढ़ती ही चली जा रही है। बढ़ती महंगाई से आज देश का हर नागरिक भले ही परेशान हो, लेकिन महंगाई है कि कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। हाल ही में काजोल ने सोशल मीडिया पर एक ऐसा पोस्ट लिखा, जिसे देखकर लोग हैरान हो गए। काजोल ने पोस्ट में लिखा, ‘मैंने अपना बिजली का बिल देखा और मुझे लग रहा है कि ये सिर्फ बिजली का नहीं, बल्कि सूरज की रोशनी, डिवाइन लाइट और टनल के आखिर में जलने वाली लाइट का भी बिल है।’ अब यह बात सोचने वाली बात है कि लग्जीरियस लाइफ जीनेवाली काजोल जब महंगाई से इतनी परेशान हैं तो महंगाई के बोझ तले दबे गरीबों का क्या हाल होता होगा?

कार्तिक को दर्शकों पर भरोसा

बिना गॉडफादर के फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बना पाना आसान नहीं होता। बेहतरीन फिल्मों में काम करनेवाले कार्तिक आर्यन की चुनौतियां भी ‘भूल भुलैया-३’ जैसी सफल फिल्म देने के बाद भी खत्म नहीं हुई हैं। एक इंटरव्यू में कार्तिक ने कहा कि भूल भुलैया-३’ जैसी हिट फिल्म के बावजूद इंडस्ट्री से समर्थन की उन्हें उम्मीद नहीं है। इंडस्ट्री की बजाय अपने दर्शकों पर उम्मीद रखनेवाले कार्तिक कहते हैं कि मैंने अपने दम पर अपना रास्ता खुद बनाया है। मैं एक अकेला योद्धा हूं, जिसने यहां तक पहुंचने के लिए पागलों की तरह संघर्ष किया है। यह संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है और आगे भी अपनी अगली फिल्मों के लिए संघर्ष करना है। अपने संघर्ष में बेहतरीन लोगों से मिलनेवाले कार्तिक का कहना है कि यहां एक बड़ा वर्ग ऐसा है मैं कभी उनका दिल नहीं जीत पाऊंगा और मैं उनका दिल नहीं, बल्कि अपने दर्शकों का जीतना चाहता हूं। मेरे दर्शक ही हैं जो मेरा समर्थन करते हैं और मुझे बस मेरे दर्शक चाहिए।

रिश्तों में समझदारी जरूरी

रिश्तों में प्यार और समझदारी बेहद जरूरी है, लेकिन कई बार नासमझी की वजह से रिश्ते दरक जाते हैं। हाल ही में ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में भाग लेनेवाले एक कंटेस्टेंट ने अमिताभ बच्चन से जीवन में चल रही परेशानियों के बारे में बात की तो ‘बिग बी’ ने उसे अपने परिवार का एक ऐसा उदाहरण दिया, जिसे सुनने के बाद दर्शक ‘बिग बी’ के मुरीद हो गए। ‘केबीसी’ में भाग लेनेवाले सॉफ्टवेयर डेवलपर आशुतोष सिंह ने अमिताभ बच्चन को बताया कि लव मैरिज के कारण पांच वर्षों से उनके माता-पिता उनसे बातचीत नहीं कर रहे हैं और वे चाहते हैं कि इस एपिसोड को देखने के बाद उनकी बातचीत उनके माता-पिता से शुरू हो सके। आशुतोष की बात सुनने के बाद ‘बिग बी’ ने अपने परिवार का उदाहरण देते हुए कहा, हम उत्तर प्रदेश के हैं, लेकिन हमारे परिवार में विविधता का उदाहरण बहुत है। मेरे भाई ने एक सिंधी परिवार में विवाह किया, मेरी बेटी पंजाबी परिवार में ब्याही है और बेटे का विवाह मैंगलोर में हुआ है। मेरे पिता हमेशा कहा करते थे कि हम देश के हर कोने से बहू लेकर आए हैं।’ ‘बिग बी’ ने कहा कि उनके परिवार में कोई भी बंधन नहीं था, बल्कि प्यार और समझदारी थी जो रिश्तों को मजबूत बनाती है। खैर, हम भी दुआ करेंगे कि ‘बिग बी’ के परिवार की तरह आशुतोष के परिवार में भी रिश्तों की मजबूती आ जाए और उनके माता-पिता सारे गिले-शिकवे भूलकर आशुतोष से बातचीत करना शुरू कर दें!

डब्ल्यूटीसी टेबल सिस्टम पर सवाल … कोई टीम ६ मैच जीतकर टॉप पर कैसे?

साल २०१९ से आईसीसी ने टेस्ट क्रिकेट को रोमांचक बनाने के लिए आईसीसी ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत की थी। इसमें टॉप की ९ टीमों को अपनी पसंद की ६ टीमों से टेस्ट सीरीज दो साल के चक्र में खेलनी थी। इनमें तीन सीरीज घर पर और इतनी ही सीरीज टीमों को विदेश में खेलने का प्रस्ताव था। अगस्त २०१९ से इसकी शुरुआत एशेज के साथ हुई। कहा गया कि जो टीम पॉइंट्स टेबल में शीर्ष पर होगी, उसको डब्ल्यूटीसी फाइनल में खेलने का मौका मिलेगा। हालांंकि, इसके बाद कोरोना के कारण मैच और सीरीज कम हो गर्इं। कुछ वैंâसिल हो गर्इं। ऐसे में आईसीसी ने एक सिस्टम अपनाया कि जीत प्रतिशत के हिसाब से टीमें फाइनल में पहुंचेंगी। सबसे बड़ा सवाल इस टूर्नामेंट के फॉर्मेट को लेकर है, क्योंकि कोई टीम महज १२ मैच खेलती है और कोई टीम २२ मैच खेलती है। अगर जीत के हिसाब से भी देखा जाए तो मौजूदा डब्ल्यूटीसी पॉइंट टेबल में सबसे ज्यादा मैच जीतने वाली टॉप २ तो छोड़िए टॉप ४ में भी नहीं है। वहीं, महज१० मैच खेलकर उनमें से ६ मुकाबले जीतने वाली टीम शीर्ष पर है। साउथ अफ्रीका ने इस डब्ल्यूटीसी साइकिल में १० मैच खेले हैं और ६ जीते हैं। एक मैच टीम का ड्रॉ रहा है और तीन मैच गंवाए हैं। इस तरह साउथ अफ्रीका का जीत प्रतिशत सबसे ज्यादा है, लेकिन इसी साइकिल में इंग्लैंड की टीम अब तक २१ मैच खेल चुकी है और ११ मुकाबले जीत चुकी है, लेकिन टीम पांचवें नंबर पर है। साउथ अफ्रीका एक दिन पहले ही डब्ल्यूटीसी की रैकिंग में शीर्ष पर पहुंच गया है। इंडिया ने १६ में से ९ मैच जीते हैं और टीम तीसरे नंबर पर है। ऐसे में सवाल उठता है कि या तो आईसीसी को पॉइंट टेबल में बदलाव करने चाहिए, ताकि उन टीमों को नुकसान ना हो, जो ज्यादा मैच खेलती हैं।

भज्जी ने बताया ‘सिरदर्द का इलाज’

भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने गाबा फतह करने के लिए भारतीय प्लेयर्स को थ्री-इन-वन फॉर्मूला दिया है। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय टीम एक ही मैच में उनकी तीनों सलाह को अपनाती हैं तो जीत निश्चित है। उन्होंने भारत के लिए सिरदर्द बने ट्रैविस हेड से भी छुटकारा पाने के बारे में बात की। हरभजन सिंह ने कहा, ‘पहली बात यह है कि भारत को बैटिंग अच्छी करनी है। एडिलेड में बल्लेबाजी अच्छी नहीं थी। पार्टनरशिप नहीं हुई। ३०-४० रन की छोटी-छोटी पार्नटरशिप कीजिए, फिर उसके बाद मौका बनता है तो लंंबी साझेदारी करें। भज्जी ने कहा, ‘दूसरी बात यह है कि बॉलिंग में प्लान अच्छा करना है। ट्रैविस हेड ने सिरदर्द बने हैं। बहुत मैचों में हमने उन्हें देखा। वह प्वाइंट और कवर की दिशा में रन बनाते हैं। आप एक काम करिए कि हेड को सीधा खिलाइए। बॉल आगे डालें। उन्हें लेग स्टंप की तरफ रन बनाने दें। थोड़ा बाउंसर भी डालिए। वह बाउंसर अच्छा नहीं खेलते हैं। मुझे लगता है कि यह प्लान उनके खिलाफ काम कर सकता है।’ ‘तीसरी बात है कि एक चेंज होना चाहिए। तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा और आकाशदीप में से किसी एक को गाबा में खिलाना चाहिए। हर्षित राणा की जगह मौका देना चाहिए।

 

नौ साल के कपिल ने ग्रैंडमास्टर को हराया

दिल्ली के आरित कपिल ने सोमवार को आईआईटी इंटरनेशनल ओपन टूर्नामेंट के नौवें और अंतिम दौर में अमेरिका के रासेट जियातदीनोव को हराया। इसके साथ ही नौ वर्षीय आरित कपिल शतरंज ग्रैंडमास्टर को हराने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। कपिल आरित ने यह उपलब्धि नौ साल, दो महीने और १८ दिन की उम्र में हासिल की। वह क्लासिकल टाइम कंट्रोल में ग्रैंडमास्टर को हराने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय और दुनिया के तीसरे खिलाड़ी हैं।

आउट ऑफ पवेलियन : सबकुछ खो देगी टेनिस सुंदरी

अमिताभ श्रीवास्तव

क्या आप जानते हैं एम्मा रादूकानू को? जानते ही होंगे, क्योंकि वही तो टेनिस की युवा सनसनी बनकर दुनिया के सामने आई थीं, जब उसने यूएस ओपन जीता था। उसके टेनिस जगत में मशहूर होते ही बाजार में वो टॉप नम्बर की ब्रांड एम्बेसेडर बन गईं। करोड़ों रुपए में खेलने लगीं। टेनिस से से मिलने वालीr राशि तो अलग बल्कि इससे अधिक विज्ञापनों से होने वाली, प्रयोजकों द्वारा दी जाने वाली दौलत ने एम्मा को छोटी उम्र में कुबेर बना दिया, मगर जबसे चोटिल होकर टेनिस जगत से दूर हुर्र्इं तबसे उनके ग्रह नक्षत्र खराब होने लगे। स्थिति यह है कि वो सबकुछ खो देने की कगार पर जा पहुंची हैं।
जी हां, एम्मा राडुकानू को चेतावनी दी गई है कि उन्हें अपने बड़े प्रायोजन सौदों को खोने का खतरा है। टेनिस स्टार ने २०२१ में यूएस ओपन में अपनी चौंकाने वाली जीत के साथ प्रसिद्धि हासिल की। २२ वर्षीय राडुकानू से उम्मीद की जा रही थी कि वह इस सफलता को बरकरार रखते हुए महिला टेनिस में शीर्ष खिलाड़ियों में से एक बनेंगी। परिणामस्वरूप, उन्हें कई ब्रांड के विज्ञापन प्राप्त हो गए। दिलचस्प यह था कि चोटों से बाधित होने के बावजूद राडुकानू २०२४ में सातवीं सबसे अधिक वेतन पाने वाली महिला एथलीट थीं। अक्टूबर में पैर में लिगामेंट की चोट के कारण उन्होंने हांगकांग ओपन से अपना नाम वापस ले लिया था। स्पोर्टिको का दावा है कि इस स्टार प्लेयर ने पोर्शे, टिफनी एंड कंपनी, डायर, ब्रिटिश एयरवेज, इवियन और वोडाफोन जैसी कंपनियों के विज्ञापनों से ९ मिलियन पाउंड की कमाई की है। खेल वित्त विशेषज्ञ डॉ.रॉब विल्सन का मानना ​​है कि यदि वह अपनी जीत की लय को पुन: प्राप्त नहीं कर पाती, तो प्रायोजक उन्हें छोड़ना शुरू कर सकते हैं। उन्होंने कहा, यदि वो नहीं जीतती हैं तो उन्हें किसी भी व्यावसायिक विज्ञापन के लिए पुन: बातचीत करने या उसे नवीनीकृत करने में बहुत संघर्ष करना पड़ेगा और उनक करियर प्रारंभिक अवस्था में ही समाप्त हो सकता है।

सनसनीखेज दावा …ओनलीफैंस की एक मॉडल ने लगाया खिलाड़ी पर आरोप
ओनलीफैंस नामक ऐप पूरे सोशल मीडिया पर तहलका मचा रहा है, यहां दुनियाभर के सेलेब्रेटी से लेकर उभरते हुए मॉडल हैं जो लगभग रोज कुछ न कुछ ऐसे पोस्ट कर रहे हैं, जो सुर्खियां बन रही हैं। अब देखिए न एक मॉडल ने दावा किया है कि उसने कथित तौर पर एक विपक्षी खिलाड़ी के कहने पर स्टेडियम में खड़े होकर आपत्तिजनक तस्वीर दिखाई। वह भी इसलिए क्योंकि, उसने कहा था। इससे खिलाड़ियों का ध्यान भटकेगा। है न यह एक अजीबोगरीब दावा। यह एक तरह का फिविंäसग भी है, खेल में लगाई जा रही सेंध भी है। दरअसल, एवा लुुईस ने एक अनाम न्यूयॉर्क जाइंट्स खिलाड़ी का कथित संदेश साझा किया, जिसमें उसे दो मुफ्त टिकट देने की पेशकश की गई थी और वो इसलिए कि यदि वह रविवार को मेटलाइफ स्टेडियम में न्यू ऑरलियन्स सेंट्स के मैच में ध्यान भटकाने का काम करती है तो। ऐसा प्रतीत होता है कि २६ वर्षीय एवा ने अपने वादे को पूरा किया है, क्योंकि उन्होंने स्टैंड पर टॉपलेस होकर अपनी तस्वीरें साझा की हैं। हालांकि, कहा जा रहा है कि मॉडल के बगल में बैठे अन्य प्रशंसकों ने उसके एक्स-रेटेड हाव-भाव पर ध्यान नहीं दिया। एवा ने इंस्टाग्राम पर कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, ‘मैं जीविका के लिए जो काम करती हूं, उसके अपने फायदे हैं।’ अज्ञात जायंट्स खिलाड़ी ने टेक्स्ट एक्सचेंज के दौरान अपनी पहचान बताने या अपनी जर्सी नंबर बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते कि उन पर ‘आरोप लगाया जाए’ या इस पूरी घटना के लिए उन पर जुर्माना लगाया जाए। फिर भी, उनके इस कदम से जायंट्रस को कोई मदद नहीं मिली और मेजबान टीम सेंट्स से १४-११ से हार गई। हालांंकि यह पहली बार नहीं है, जब एवा को इस कृत्य के लिए प्रसिद्धि मिली है, इससे पहले भी वह न्यूयॉर्क-डबलिन पोर्टल पर अंग प्रदर्शन कर चुकी हैं। डबलिन सिटी काउंसिल द्वारा ‘अनुचित व्यवहार’ माने जाने के कारण पोर्टल को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा था।

सूर्यवंशी के ‘वैभव’ से जला पाक

भारत के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी पर पाकिस्तान ने बड़ा आरोप लगाया है। दुनियाभर में १३ वर्षीय क्रिकेटर की तारीफ हो रही है, लेकिन पाकिस्तान उनकी काबिलियत पर सवाल उठा रहा है। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज जुनैद खान१३ वर्षीय वैभव सूर्यवंशी के छक्के मारने की काबिलियत से हैरान हैं। उन्होंने एक वीडियो पोस्ट कर सूर्यवंशी की उम्र पर सवाल खड़ा किया है। बता दें कि आईपीएल २०२५ ऑक्शन में १.१० करोड़ में बिकने वाले प्लेयर हैं। सूर्यवंशी ने अंडर-१९ एशिया कप में ताबड़तोड़ बैटिंग की। यूएई के खिलाफ उन्होंने तेज-तर्रार अर्धशतक जड़ा, जिसमें ६ छक्के शामिल थे। श्रीलंका के खिलाफ भी वैभव ने ५ छक्के ठोके। जुनैद खान ने इंस्टाग्राम पर वैभव सूर्यवंशी की बैटिंग का एक क्लिप शेयर कर पूछा कि क्या १३ साल का लड़का इतने लंबे-लंंबे छक्के लगा सकता है? बताते चलें कि अंडर-१९ एशिया कप सूर्यवंशी ने सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। उन्होंने ५ पारियों में १७६ रन बनाए।

भाजपा राज, बेखौफ बदमाश … जबलपुर के जल्लादों ने महिला को उतारा मौत के घाट!

मध्यप्रदेश के जबलपुर में तीन नकाबपोश `जल्लादों’ ने घर में घुसकर एक महिला को मौत के घाट उतार दिया। बदमाशों ने महिला के सिर और गले पर धारदार हथियार से ताबड़तोड़ हमला करके उसकी हत्या कर दी। जबलपुर की इस घटना ने ये बात साबित कर दी है कि भाजपा के राज में बदमाश बेखौफ हो गए हैं, जिन्हें कानून का कोई डर नहीं है। घटना शहपुरा थाना के ग्राम घंसौर की है। हत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और अज्ञात हत्यारों की तलाश शुरू कर दी है। मुंह पर कपड़ा बांधकर तीन बदमाश घर में घुसे और ४५ वर्षीय हीराबाई का मुंह दबाकर धारदार हथियार से गले और सिर पर वार करके मौत की नींद सुला दिया। बदमाश तब तक मारते रहे जब तक कि उसकी जान नहीं निकल गई। हीराबाई अपने दो बेटे-बहू और पति के साथ रहा करती थी। घटना जबलपुर से करीब ४५ किलोमीटर दूर स्थित शहपुरा थाना के ग्राम घंसौर में घटित हुई है।
घटना मंगलवार की रात करीब डेढ़ बजे की है। रात में हीराबाई अपनी छोटी बहू के साथ सो रही थी। जबकि उनका बड़ा बेटा-बहू दूसरे कमरे में थे। बगल वाले पलंग में सो रही छोटी बहू ने जैसे ही बदमाशों को हत्या करते देखा तो वो वहां से फरार हो गए। बहू की चीख सुनकर दूसरे कमरे में सो रहे मृतिका का बड़ा बेटा-बहू भी आ गए। मृतिका का बड़ा बेटा बाबा ने थोड़ी दूर तक हत्यारों का पीछा भी किया पर वो तब तक भाग चुके थे।

झांकी : चूक गए

अजय भट्टाचार्य

पिछली लोकसभा में राहुल गांधी की सदस्यता छीन लिए जाने का कारण बने सूरत के भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की कुर्सी की दौड़ में शामिल हैं। पिछले दिनों उनके बेटे की शादी थी। चूंकि उसी दिन दिल्ली में प्रदेश अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री सी. आर. पाटील के सरकारी आवास पर रात्रि भोज आयोजित था इसलिए गुजरात के अधिकतर मंत्री और विधायक दिल्ली में थे। नतीजा यह हुआ कि कोई भी पूर्णेश के बेटे के विवाह समारोह में शामिल नहीं हो सका। पूर्णेश मोदी, जो कथित तौर पर गुजरात भाजपा अध्यक्ष पद के लिए आकांक्षी हैं, शादी को शक्ति प्रदर्शन में बदलने का अवसर चूक गए।
मंथन
हरियाणा विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिलने के बाद कांग्रेस लगातार मंथन कर रही है। दिल्ली में तीसरी बार केंद्रीय स्तर पर बनाई गई कमेटी में पहली बार शामिल हुए हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने चौंकानेवाले खुलासे किए। उन्होंने कहा कि मतदान के दिन कुछ संदेश सुबह ही उनको मिले थे, जिसमें बताया गया था कि कुछ सीटों पर धांधली हुई है। ये संदेश उन्होंने उसी समय प्रदेशाध्यक्ष उदयभान को भेजे थे। बाबरिया ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए कहा १०-१५ सीटें ऐसी रहीं, जिन पर गलत उम्मीदवारों को टिकट दिए गए। बैठक में कांग्रेस ने चार मुख्य एजेंडों पर भी चर्चा की है। ये मुद्दे भाजपा ने हरियाणा के बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी उठाए थे। इनमें प्रमुख तौर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नारा ‘बंटोगे तो कटोगे’ भी शामिल है।
इंतजार
केरल भाजपा में संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन राष्ट्रीय नेतृत्व का मानना है कि विधानसभा चुनाव से पहले नए अध्यक्ष का चयन तैयारियों को प्रभावित करेगा। नए अध्यक्ष का मतलब नए पदाधिकारी होंगे। इससे चुनावी तैयारी की प्रक्रिया प्रभावित होगी। संभावना है कि २०२६ के विधानसभा चुनाव के बाद उस साल दिसंबर तक नया अध्यक्ष चुना जाएगा। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने पार्टी की राय बताने के लिए कोच्चि में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राज्यस्तरीय नेताओं से मुलाकात की। यह सच है कि जिस तरह से पार्टी ने पलक्कड़ उपचुनाव लड़ा, उसे लेकर गंभीर मतभेद हैं। हालांकि, कुछ लोगों को अभी भी इंतजार इस बात का है कि विधानसभा चुनाव से पहले नए अध्यक्ष की नियुक्ति पर राष्ट्रीय नेतृत्व अपना विचार बदलता है या नहीं।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और देश की कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में इनके स्तंभ प्रकाशित होते हैं।)