सरकार की उदासीनता, मृत हुए श्मशान भूमि! …सिर्फ कागजों पर हुआ विकास


– मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी

सामना संवाददाता / ठाणे
ठाणे मनपा सीमा में सरकार की उदासीनता की वजह से कई श्मशान भूमि मृतप्राय सा हो गए हैं। ठाणे में ४१ श्मशान भूमि है, जिनमें से कुछ ही श्मशान भूमि अच्छी स्थिति में हैं। ठाणे मनपा के माध्यम से ३२ श्मशान भूमि का एकीकृत विकास कार्यक्रम शुरू किया गया है। पिछले वर्ष जून माह में प्रस्ताव तैयार कर लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया था। राज्य सरकार ने ३० करोड़ का फंड स्वीकृत किया है, लेकिन फिर भी मोघरपाड़ा स्थित विद्युत शवगृह एक माह से बंद है। कलवा मनीषा नगर इलाके में श्मशान भूमि का काम छह साल बाद भी ५० फीसदी ही पूरा हो सका है। इससे साफ होता है कि श्मशान भूमि का विकास सिर्फ कागजों पर ही सिमट कर रह गया है।

इन श्मशानों में हैं कमियां
– ढोकली क्षेत्र में श्मशान भूमि केवल नाम के लिए है। कसारवडवली श्मशान घाट की हालत खस्ताहाल है। मानपाड़ा में श्मशान का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। डोंगरीपाड़ा, मोघरपाड़ा श्मशान घाट की भी हालत बहुत अच्छी नहीं है।
– ठाणे-पूर्व में कोपरी कब्रिस्तान की हालत खराब है और वहां राख, लकड़ी और अन्य सामग्री फेंकी जा रही हैं, जिससे अंतिम संस्कार के लिए आनेवाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
– कलवा श्मशान भूमि का काम पिछले छह सालों से चल रहा है। इसके लिए ६ करोड़ का फंड स्वीकृत किया गया, लेकिन आज भी ५० फीसदी काम बाकी है। कोपरी के श्मशान को लेकर चल रहा विवाद आखिरकार खत्म हो गया। बालकुम ढोकली इलाके में दो श्मशान भूमि हैं। हालांकि, ढोकली श्मशान भूमि में अंतिम संस्कार पर रोक लगा दी गई है। इस जगह के आस-पास बड़ी-बड़ी दुकानें होने के कारण शवों को लाने वालों को अन्य जगहों पर भेज दिया जाता है।
श्मशानों में हैं ये समस्याएं
कुछ श्मशानों में सुरक्षात्मक दीवार, पानी की सुविधा, पेंटिंग, मरम्मत कार्य, उस स्थान तक पहुंचने के लिए सड़क का निर्माण, ओट का निर्माण, बैठने की व्यवस्था, बिजली की स्थापना और अतिरिक्त कर्मचारियों की आवश्यकता होती है। जब श्मशान का निरीक्षण किया गया तो उस स्थान पर कोई सुविधा नजर नहीं आई। कसारवडवली श्मशान घाट की हालत खस्ता है। यहां पानी, लकड़ी व अन्य सुविधाओं का नामोनिशान तक नहीं है। इसलिए निवासियों को मोघरपाड़ा श्मशान जानाा पड़ता है। कुछ श्मशानों को छोड़कर बाकी जगहों पर कोई आधुनिक सुविधाएं नहीं हैं। ज्यादातर जगहों पर दाह संस्कार के लिए लकड़ी के इस्तेमाल से प्रदूषण ही बढ़ता जा रहा है।

नारकीय दशा में है उल्हासनगर का एक्साइज विभाग का कार्यालय …कीचड़ से सराबोर है रास्ता वातावरण में फैली रहती है बदबू

कचरे की है भरमार मच्छर, चूहों और सांपों का है आतंक
अनिल मिश्रा / उल्हासनगर 
उल्हासनगर कैंप नंबर तीन, इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी के सामने स्थित है एक्साइज विभाग का कार्यालय। राज्य सरकार को अधिक आय एक्साइज विभाग के द्वारा ही होती है, इसके बावजूद एक्साइज विभाग का कार्यालय अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। कार्यालय इतनी दयनीय स्थिति में है कि कई लोग उसकी तुलना तबेले से करते हैं। या तबेले से भी बदतर स्थिति कार्यालय की बताते हैं। कार्यालय में व्याप्त गंदगी के चलते मच्छरों का प्रकोप हमेशा बना रहता है। यहां चूहे भी दौड़ते दिखाई देते हैं जो फाइलों को नुकसान पहुंचाते हैं। यही नहीं चूहों के कारण कार्यालय में सांप भी घुस आते हैं। कर्मचारी हमेशा डर के साये में काम करते हैं।
उद्घाटन के इंतजार में नई इमारत
कार्यालय की दशा इतनी खराब है कि सामान तक को व्यवस्थित रखने के लिए जगह नहीं है। एक्साइज कार्यालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस कार्यालय को एसडीओ कार्यालय में बनाई गई इमारत में स्थानांतरित किया जाना है साथ ही कार्यालय में विभाग द्वारा कार्रवाई कर लाए गए सामानों और वाहनों को भी रखा गया था, जिसके कारण सफाई करने में दिक्कत होती थी। कुछ वाहनों की नीलामी भी कर दी गई है और अभी कुछ वाहनों की नीलामी प्रक्रियाधीन है। कार्यालय छोटा है, जिसके कारण गंदगी व्याप्त है। इस कार्यालय के स्थानांतरण के बाद इसको गोडाउन बनाया जाएगा। जिस इमारत में कार्यालय शिफ्ट होगा उसका उद्घाटन मुख्यमंत्री करेंगे, परंतु समय नहीं देने के कारण उद्घाटन कई सालों से नहीं हो पा रहा है। कार्यालय के प्रवेश द्वार के सामने का रास्ता कीचड़ से सराबोर है। कचरे से वातावरण में बदबू पैâली रहती है। कार्यालय में  विभाग के निरीक्षक अधिकारी, उप निरीक्षक अधिकारी, सहायक उपनिरीक्षक अधिकारी से लेकर  कर्मचारी और क्लर्क काम करते हैं, इसके बावजूद इसकी बदहाली को दूर करने के लिर्ए उपाय नहीं किए जा रहे हैं। कार्यालय में उठती बदबू, गंदगी का असर कार्यालनीय कामकाज पर भी पड़ता है।

 

 

 

 

 

 

 

स्वाद यात्रा : कैप्सा लवर का ठिकाना, मुंबई दरबार रेस्टोंरेंट …वेज-नॉनवेज में हैं कई वेराइटीज

संदीप पांडेय

मुंबई में तरह-तरह के डिश लवर हैं। कुछ को वेज फूड में अलग-अलग वेराइटीज पसंद हैं तो वहीं किसी को नॉनवेज डिश के फूड्स। लोग अपनी पसंदीदा फूड की तलाश अलग-अलग रेस्टोरेंट में करते हैं। कुछ की तो ये तलाश पूरी हो जाती है तो वहीं कई की तलाश अधूरी भी रह जाती है। आज हम अपने इस स्वाद यात्रा में कैप्सा लवर का सॉल्यूशन लेकर आए हैं। आज हम आपको एक ऐसे रेस्टोरेंट से परिचय कराएंगे, जहां का कैप्सा काफी मशहूर है फिर चाहे वो वेज कैप्सा हो या फिर नॉनवेज। यह रेस्टोरेंट कोई और नहीं, बल्कि लोअर परेल और करी रोड जंक्शन ब्रिज के पास में स्थित मुंबई दरबार रेस्टोरेंट है।
कभी किसी दोस्त ने मुझे मुंबई दरबार का कैप्सा चखने की सलाह दी थी और आज वो दिन आ ही गया, क्योंकि मैं आज जिस ब्रिज पर खड़ा हूं यह वही ब्रिज है, जिसकी बगल में मुंबई दरबार रेस्टोरेंट स्थित है। अब इतने समय के बाद ऐसा मौका आया है तो फिर भला इस रेस्टोरेंट का कैप्सा चखे बिना कैसे आगे बढ़ सकता हूं। बिना देरी किए हमने रेस्टोरेंट में एंट्री करके एक टेबल पर बैठ गया और इस बार बिना मेन्यू देखे ही पनीर कैप्सा ऑर्डर कर दिया। कुछ देर में हमारा ऑर्डर में हमारे टेबल पर सामने आ गया। पनीर, राइस और ग्रेवी के कॉम्बिनेशन का ये वेज कैप्सा खाकर मजा ही आ गया। इतना ही नहीं, नॉनवेज में चिकन कैप्सा, मटन कैप्सा और प्रॉन्स कैप्सा भी लाजवाब है।
मैं अधिक जानकारी के लिए काउंटर पर पहुंचा तो वहां रेस्टोरेंट के ऑनर पांडुरंग दगडू गुजर से मुलाकात हुई, जिन्होंने मुझे बताया कि मुंबई दरबार साल २००० से सुबह ११.३० से रात १२.३० तक अपने ग्राहकों की सेवा में तत्पर रहता है। रेस्टोरेंट में एसी की भी व्यवस्था है। साथ ही होम डिलिवरी की भी सुविधा है। यहां पार्टीज का भी ऑर्डर लिया जाता है। इस रेस्टोरेंट के कई और भी ऑउटलेट हैं, जो परेल, माहिम, माझगांव और ग्रांट रोड में स्थित है।
वेज डिश – पनीर चिल्ली ड्राई, पनीर क्रिस्पी, पनीर सेजवान कैप्सा, पनीर अरबी कैप्सा, पनीर ईरानी कैप्सा, पनीर हैदराबादी कैप्सा, गार्लिक राइस, मशरूम राइस, गार्लिक राइस विथ ग्रेवी, सिंगापुर राइस और हॉन्ग कॉन्ग राइस इत्यादि।
नॉनवेज डिश – चिकन लॉलीपॉप, बटर चिकन बोनलेस, चिकन बेगम बहार, चिकन दरबार कैप्सा, चिकन टिक्का बोनलेस, चिकन तंदूरी, मुर्ग रोस्टेड मसाला, प्रॉन्स ड्रैगन राइस विथ ग्रेवी, मटन चिल्ली कैप्सा, मटन हैदराबादी कैप्सा और प्रॉन्स मालवाणी कैप्सा इत्यादि।
सूप – स्वीट कॉर्न सूप, दरबार सूप, रॉयल सूप
स्वीट – कैरेमल कस्टर्ड, मटका रबड़ी
पता- शिवस्मूर्ति बिल्डिंग, एन. एम. जोशी मार्ग, लोअर परेल और करी रोड ब्रिज जंक्शन, मुंबई – ४०००१३
कॉन्टैक्ट नंबर- ०२२२३०६१८२६, ०२२२३०६०७०७, ०२२२३०६०८०८, ८७६८००६८००

मोदी राज में फिसला विदेशी मुद्रा भंडार …३.४७ बिलियन डॉलर घटकर ६६७.३८ अरब डॉलर पर आया

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
मोदी राज में ऑलटाइम हाई से विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ी गिरावट आई है। भारतीय रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा भंडार का डेटा जारी किया है। इस डेटा के मुताबिक फॉरेक्स रिजर्व ३.४७ बिलियन डॉलर की गिरावट के साथ घटकर ६६७.३८ बिलियन डॉलर पर आ गया है जो इसके पहले हफ्ते में ६७०.८५ बिलियन डॉलर रहा था।
भारतीय रिजर्व बैंक ने २६ जुलाई, २०२४ को समाप्त सप्ताह के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का आंकड़ा जारी किया है। इन आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार ३.४७ बिलियन डॉलर की कमी के साथ ६६७.३८ बिलियन डॉलर पर आ गया है जो पिछले हफ्ते में करीब ६७१ बिलियन डॉलर रहा था जो ऑलटाइम हाई लेवल था। विदेशी करेंसी एसेट्स में भी इस दौरान कमी देखने को मिली है और ये १.१७ बिलियन डॉलर की कमी के साथ ५८६.८७ बिलियन डॉलर रही है जो इसके पहले हफ्ते में ५८८.०४ बिलियन डॉलर रहा थी।
गोल्ड रिजर्व में भी बड़ी गिरावट
आरबीआई के गोल्ड रिजर्व में बड़ी गिरावट आई है। आरबीआई का गोल्ड रिजर्व २.२९ बिलियन डॉलर की कमी के साथ ५७.६९ बिलियन डॉलर पर जा पहुंचा है। एसडीआर ५ मिलियन डॉलर घटकर १८.२० बिलियन डॉलर रहा है। हालांकि इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड के पास जमा रिजर्व में मामूली बढ़ोतरी आई है और ये २ मिलियन डॉलर के उछाल के साथ ४.६१ बिलियन डॉलर रहा है। २ अगस्त को करेंसी मार्केट में एक डॉलर के मुकाबले रुपया एक पैसे की कमजोरी के साथ ८३.७४ के लेवल पर क्लोज हुआ है जो पिछले सत्र में ८३.७३ के लेवल क्लोज हुआ था।

वायनाड हादसा : ‘फैक्ट चेक’ में सामने आई सच्चाई, गृह मंत्री ने बोला सदन में झूठ! …कांग्रेस ने सभापति को दिया विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
क्या संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वायनाड पर झूठ बोला है? कांग्रेस यही मानती है कि वायनाड भूस्खलन को लेकर केंद्र की शुरुआती चेतावनियों पर अमित शाह के बयान झूठे हैं। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने शुक्रवार को अमित शाह के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव राज्यसभा के सभापति के पास भेजा है। रमेश ने राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखकर कहा कि शाह के दावों का ‘मीडिया ने फैक्ट-चेक किया है।’
अमित शाह ने बुधवार को राज्यसभा में कहा था कि केंद्र ने २३ जुलाई को केरल सरकार को अत्यधिक बारिश और भूस्खलन की संभावना के बारे में चेतावनी दी थी। वायनाड जिले में भूस्खलन के कारण कम से कम २१० लोगों की मौत हो चुकी है और कई गांव तबाह हो गए हैं। जयराम रमेश ने नोटिस में लिखा है, ‘३१ जुलाई, २०२४ को राज्यसभा में वायनाड भूस्खलन पर ध्यानाकर्षण के अपने जवाब में, केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों पर कई दावे किए। अमित शाह ने यह भी कहा कि केरल सरकार ने जारी अलर्ट के बावजूद उनका इस्तेमाल नहीं किया। केंद्र सरकार इस त्रासदी की सूचना देने में काफी आगे थी।’ रमेश ने कहा, ‘यह साफ है कि केंद्रीय गृह मंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई प्रारंभिक चेतावनियों पर अपने जोरदार बयानों से सदन को गुमराह किया, जो झूठे साबित हुए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘यह अच्छी तरह से स्थापित है कि किसी मंत्री या सदस्य द्वारा सदन को गुमराह करना विशेषाधिकार का उल्लंघन और सदन की अवमानना ​​है।’

मान के ‘मर्दन’ पर उतारू मोदी सरकार …पंजाब के मुख्यमंत्री नहीं जा सकते पेरिस! …हॉकी टीम को सपोर्ट करने के लिए जाना चाहते थे

– सुरक्षा के बहाने ‘केंद्र’ ने नहीं दी पॉलिटिकल क्लीयरेंस

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
मोदी सरकार अब खुलकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के ‘मर्दन’ पर उतारू हो गई है। भगवंत मान हॉकी खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई के लिए पेरिस जाना चाहते थे। पर केंद्र सरकार ने उन्हें जाने के लिए पॉलिटिकल क्लियरेंस नहीं दिया।
सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, भगवंत मान के पास डिप्लोमेटिक पासपोर्ट है। उन्हें तीन अगस्त से नौ अगस्त के लिए पेरिस जाना था। उनके इस पेरिस दौरे का मकसद आज चार अगस्त को होने वाले भारतीय हॉकी टीम के क्वार्टर फाइनल मैच में टीम इंडिया का सपोर्ट करना था। उनकी तरफ से पेरिस विजिट के लिए पॉलिटिकल क्लीयरेंस मांगी गई थी।
सूत्रों के हवाले से दी गई जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार द्वारा भगवंत मान को इसलिए इजाजत नहीं दी गई क्योंकि उनके पास ‘जेड’ प्लस सिक्योरिटी है। इस शॉर्ट नोटिस पर यह संभव नहीं है कि उनके लेवल की सिक्योरिटी अरेंज की जा सके। सूत्रों ने बताया कि सीएम ऑफिस को इस बारे में शुक्रवार को बता दिया गया था। राजनीतिक लोगों के देश से बाहर जाने के लिए विदेश मंत्रालय से पॉलिटिकल क्लीयरेंस की जरूरत होती है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इंडियन हॉकी टीम के वैâप्टन हरमनप्रीत सिंह से फोन पर बात की है। भगवंत मान ने कहा, ‘मैं आपका हौसला बढ़ाने के लिए आना चाहता था लेकिन मुझे राजनीतिक मंजूरी नहीं मिली। मैं क्वार्टर फाइनल में जाने की योजना बना रहा था, लेकिन केंद्र सरकार ने कहा कि मैं नहीं जा सकता। मैं वहां (पेरिस) नहीं आ पाऊंगा, लेकिन मैं आपके साथ हूं।’
बता दें कि केंद्र सरकार ने भगवंत मान के अलावा पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां को भी विदेश दौरे की इजाजत नहीं दी है। कुलतार सिंह को अमेरिका के केंटकी में एक कॉन्प्रâेंस में हिस्सा लेना था। कुलतार सिंह को शनिवार को लुइसविले शहर के लिए फ्लाइट लेनी थी। वहां वह चार अगस्त से सात अगस्त तक स्पीकर्स ऑफ लेजिस्लेटिव बॉडी की मीटिंग में हिस्सा लेने वाले थे।

 

दूसरे की कॉपी नहीं कर सकता! -रितेश देशमुख

फिल्म ‘तुझे मेरी कसम’ से फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू करनेवाले रितेश देशमुख के करियर को २० वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। कई फिल्मों में काम कर चुके रितेश निर्माता-निर्देशक भी बने और इस वक्त वे ‘राजा शिवाजी’ के निर्माण-निर्देशन और अभिनय में व्यस्त हैं। कलर्स मराठी के रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ के होस्ट के रूप में वे नजर आ रहे हैं। पेश है, रितेश देशमुख से
पूजा सामंत की हुई बातचीत के प्रमुख अंश-

शो ‘बिग बॉस’ का होस्ट बनना आपने क्यों स्वीकार किया?
कौन जुड़ना नहीं चाहेगा ‘बिग बॉस’। ‘बिग बॉस’ ऐसा एंटेरटेनिंग शो है, जिसे दुनियाभर में देखा जाता है। मेरे लिए ऐसे मनोरंजक और लोकप्रिय शो से जुड़ना एक मौका भी था और चैलेंज भी था। ‘बिग बॉस’ से जुड़ने के लिए मैंने अपने काम को कुछ इस तरह एडजस्ट किया कि मैं अपना वक्त डिवाइड कर सकूं।

महेश मांजरेकर को रिप्लेस हुए और सलमान खान की जगह अनिल कपूर को लिया गया, क्या कहेंगे?
सलमान खान मेरे भाई जैसे हैं। सलमान ने ‘बिग बॉस’ के १३ सीजन्स की एंकरिंग की, जो बहुत बड़ी उपलब्धि है। अब इस सीजन के लिए अनिल कपूर जैसे सीनियर और लोकप्रिय एक्टर का चुनाव होस्ट के रूप में किया जाना अच्छा है। इस शो का होस्ट बनने के ऑफर को मैंने स्वीकारा, क्योंकि मैं खुद इस शो का पैâन रहा हूं।

आपने सलमान या महेश मांजरेकर से क्या टिप्स लिए?
महेश जी से मेरी बात हुई, लेकिन कोई भी होस्ट दूसरे की कॉपी नहीं कर सकता और न ही मैं करूंगा। महेश मांजरेकर मेरे भी फेवरेट हैं। सलमान की अपनी स्टाइल, अपना स्वैग है, उनका अंदाज अलग है, उसकी कॉपी नहीं हो सकती।

कंटेस्टेंट के लिए आपकी स्ट्रेटेजी क्या है?
मुझे लगता है कोई स्ट्रेटेजी सोचकर ‘बिग बॉस’ में काम करना संभव नहीं। रियलिटी शो होने के कारण हर बार स्थिति, व्यक्ति, विवाद होने की वजहें अलग-अलग होती हैं। बेवजह मैं ‘बिग बॉस’ में बॉसिंग करने के पक्ष में नहीं हूं।

आपका बिग बॉस कौन है?
मेरे जीवन में मेरी पत्नी जिनेलिया देशमुख मेरी बिग बॉस है। मैं उसका कहना टाल नहीं सकता मुझे जब ‘बिग बॉस’ के संचालन का ऑफर मिला तो मेरी बिग बॉस ने मुझसे कहा कि मुझे यह शो करना चाहिए और मैंने उसकी बात को सहर्ष स्वीकार किया।

लंबे बालों वाला लुक ‘बिग बॉस’ के लिए रखा है?
मेरे बढ़े हुए बाल मेरी फिल्म ‘राजा शिवाजी’ के किरदार के लिए है। इस वक्त उस प्रोजेक्ट पर भी काम चल रहा है।

मुस्लिम-यादव से कौन-सी दुश्मनी? … गैंगरेप के आरोपी की बेकरी पर चला बुलडोजर … भड़के सपा सांसद अवधेश प्रसाद

सामना संवाददाता / लखनऊ
अयोध्या में गैंग रेप के आरोपी सपा नेता मोईद खान के खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने मोर्चा खोल दिया है। सपा नेता की कई अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई करने के साथ ही उसकी बेकरी पर भी योगी प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया है। प्रशासन का कहना है कि अभी आरोपी की अन्य अवैध चल-अचल संपत्ति के खिलाफ भी एक्शन होगा। आरोपी को सपा के पैâजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी माना जाता है, वहीं इस बुलडोजर एक्शन के बाद सांसद ने सीएम योगी आदित्यनाथ की नीयत पर सवाल खड़े किए हैं और पूछा है कि आखिर सीएम योगी की मुस्लिम और यादवों से क्या दुश्मनी है?
दरअसल, सीएम योगी के आदेश पर अयोध्या प्रशासन ने नाबालिग लड़की से सामूहिक बलात्कार के मुख्य आरोपी सपा नेता मोईद खान की बेकरी पर बुलडोजर चला कर उसे जमीदोंज कर दिया है, वहीं कई तरह की अवैध संपत्तियों को भी जब्त कर लिया है। इस पर जब पैâजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने सीएम योगी को ही लपेट लिया। सपा सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) की यह बहुत पुरानी विचारधारा है और हम नहीं बता सकते कि मुसलमानों, यादवों से उनकी क्या दुश्मनी है।
बीजेपी न करे इस मुद्दे पर राजनीति
अवधेश प्रसाद ने कहा है कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। भारतीय जनता पार्टी को ऐसी वीभत्स, शर्मनाक घटना पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। अयोध्या गैंगरेप केस के मुख्य आरोपी मोईद खान के खिलाफ हुए एक्शन पर जिले के एडीएम अनिरुद्ध कुमार सिंह ने कहा कि आरोपी व्यक्ति ने सार्वजनिक तालाब पर अतिक्रमण कर लिया है और एक अवैध बेकरी बनाई तथा बाउंड्री भी बना ली है।

‘तो मैं गलत और झूठ कह रही हूं!’-निकिता दत्ता

शो ‘एक दूजे के वास्ते’ से अभिनय के क्षेत्र में अपनी शुरुआत करनेवाली निकिता आनंद ने ‘कबीर सिंह’, ‘ड्रीम गर्ल’, ‘बिग बुल’, ‘रॉकेट गैंग’ जैसी फिल्मों में अभिनय कर सफलता प्राप्त की। आंखों में अभिनय का सपना संजोए दिल्ली से मुंबई का रुख करनेवाली और बड़ी-बड़ी फिल्मों में काम करनेवाली निकिता दत्ता हालिया रिलीज मराठी फिल्म ‘घरत गणपति’ में नजर आ रही हैं। पेश है, निकिता दत्ता से पूजा सामंत की हुई बातचीत के प्रमुख अंश-

मराठी फिल्म ‘घरत गणपति’ करने की क्या वजह रही?
वजह कोई नहीं थी और न ही मैंने कभी सोचा था कि मैं मराठी फिल्म में काम करूंगी। खैर, मराठी फिल्मों में कॉन्टेंट काफी समृद्ध होता है, यह मैं जानती थी। मुझे कोई मराठी फिल्म भी ऑफर कर सकता है, यह मैंने कभी सोचा नहीं था। ये मेरी खुशकिस्मती है कि मैंने इस फिल्म में काम किया।

मराठी फिल्म में काम करना कितना मुश्किल रहा?
ग्लोबल हो चुकी इस दुनिया में अब लैंग्वेज बैरियर नहीं रहा। हिंदी फिल्म के कलाकार साउथ की फिल्मों में काम कर रहे हैं और साउथ के कलाकार हिंदी फिल्मों में काम कर रहे हैं। वैजयंती माला, वहीदा रहमान, हेमा मालिनी, रेखा जैसी दर्जनों साउथ इंडियन नायिकाओं ने हिंदी फिल्मों पर राज किया है। तापसी पन्नू, तब्बू, रश्मिका मंदाना साउथ में शिखर पर रही हैं। मुश्किल भाषा समझने में हो सकती है, परंतु दुनिया की किसी भी भाषा की भावनाएं एक सी होती हैं।

फिल्म में काम करने का अनुभव कैसा रहा?
बेहद उम्दा और कभी न भूलने वाला। शुभांगी गोखले, अजिंक्य देव, अश्विनी भावे, भूषण प्रधान जैसे वरिष्ठ कलाकार इस फिल्म का हिस्सा हैं, ये मैं नहीं जानती थी। जब सेट पर पहुंची तो अहसास हुआ इन सभी कलाकारों की वरिष्ठता और अभिनय में उनकी मास्टरी। इन लोगों के सामने पहले मैं बड़ी नर्वस थी क्योंकि मुझे मराठी समझ में नहीं आती थी। इन सभी से मैंने काफी कुछ सीखा।

क्या साधारण फिल्मों और किरदारों का आपको फायदा हुआ?
मैंने यह अप्रोच हमेशा रखा कि किरदारों की लंबाई देखूंगी तो मुझे अर्थपूर्ण और मध्यवर्ती किरदार वैâसे मिलेंगे? फिल्म ‘लस्ट स्टोरीज’ के दौरान निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा का ध्यान मेरी तरफ गया। कोई भी किरदार व्यर्थ नहीं जाता। सफलता इंस्टेंट तो नहीं मिलती। हर छोटी सीढ़ी को चढ़ते हुए ही आगे जाना होता है। मेरे लिए यह एक सच्चाई है।

नॉन फिल्मी बैकग्राउंड की होने से बॉलीवुड में काम पाना और टिकना आपके लिए कितना मुश्किल रहा?
अगर मैं यह कहूं कि बॉलीवुड में प्रवेश करना, यहां काम पाना और टिक पाना बहुत आसानी से संभव हुआ तो मैं गलत और झूठ कह रही हूं। यह एक सच्चाई है कि आसान नहीं है आउट साइडर्स को फिल्म इंडस्ट्री में मौका मिलना, आगे काम पाना और यहां सर्वाइव होना। कभी मुझे ऑफर हुए रोल किसी और को दे दिए गए। कभी अच्छी फिल्म और अच्छा किरदार मिलने से खुशी हुई तो अन्याय होने पर हताशा और निराशा। यह संघर्ष थकाऊ था, पर आत्मविश्वास की वजह से मैं आगे बढ़ती गई।

अयोध्या दुष्कर्म मामला : डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ करें …अखिलेश ने सियासत पर उठाया सवाल

सामना संवाददाता / लखनऊ
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अयोध्या में १२ वर्षीया बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के मामले पर बयान दिया है। उन्होंने सोशल साइट ‘एक्स’ पर कहा कि जो भी आरोपी है उसका डीएनए टेस्ट करवाकर इंसाफ किया जाए न कि आरोप लगाकर सियासत की जाए। अखिलेश यादव का ये बयान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधानसभा में दिए गए उस भाषण के कई दिनों बाद आया है, जिसमें उन्होंने सपा को अपराधियों का संरक्षक बताया था और हर अपराधी पर कड़ी कार्रवाई करने की बात दोहराई थी। शनिवार को दुष्कर्म के आरोपी सपा नेता मोईद खान की बेकरी पर बुलडोजर चला दिया गया था। जांच में पता चला कि आरोपी ने यह बेकरी भूमि पर अवैध कब्जा कर बनवाई थी। इस दौरान यूपी सरकार के मंत्री डॉ. संजय निषाद भी अयोध्या पहुंचे और मामले में अखिलेश यादव को निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा कि वो अब तक इस मामले में चुप क्यों हैं? आरोपी को पार्टी से क्यों नहीं निकाला है? इसके बाद अखिलेश ने ‘एक्स’ पर बयान दिया है कि कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है, उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हों, उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए। लेकिन अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है।