मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर की पुलिस और एसटीएफ को चकमा देकर माफिया सुधीर सिंह ने लखनऊ कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कुख्यात माफिया व्यापारी के हत्या की कोशिश के मामले में गोरखपुर के खजनी थाने से फरार चल रहा था। उसने यह सरेंडर पुराने आर्म्स एक्ट के एक मामले में किया है, जिससे उसे तत्काल गिरफ्तारी से राहत मिल गई। पुलिस के अनुसार गोरखपुर की खजनी थाना पुलिस अब उसे ट्रांजिट रिमांड पर लाने की तैयारी कर रही है। गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र में 27 मई की रात सरिया व्यापारी के घर आयोजित दावत में जानलेवा हमला हुआ था। इस घटना में बेलीपार के भौवापार के रहने वाला अंकुर शाही गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसके बाद से माफिया सुधीर सिंह फरार चल रहा था। उस पर मुकदमा दर्ज होने के बाद एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और खजनी थाने की पुलिस लगातार तलाश में दबिश दे रही थीं। लखनऊ और देवरिया से लेकर पड़ोसी जिलों में छापेमारी हुई, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
बताते हैं कि पुलिस की तमाम कोशिशों के बीच माफिया सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय रहा। वह सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक पर भावनात्मक और चुनौती से भरा पोस्ट करता है। उसके समर्थकों ने ‘शेर को पिंजरे में बंद नहीं किया जा सकता’ जैसे नारों के साथ माहौल बनाना शुरू कर दिया था। उसके आत्मसमर्पण के बाद पुलिस एक्टिव हो गई। इस मामले में सीओ खजनी उदय प्रताप राजपूत ने बताया कि सुधीर सिंह के सरेंडर की जानकारी मिली। जिसके बाद एक टीम लखनऊ रवाना कर दी गई है, जो ट्रांजिट रिमांड की प्रक्रिया पूरी कर उसे गोरखपुर लाने का प्रयास करेगी। अब जांच इस दिशा में भी बढ़ रही है कि माफिया इतने दिनों तक किन-किन लोगों की मदद से छिपा रहा और सरेंडर की योजना किसने बनाई।