सामना संवाददाता / लखनऊ
बागपत लोकसभा सीट पर वोटिंग के दूसरे चरण के बाद बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह का टिकट कटने से उनका दुख अभिव्यक्त हुआ। उन्होंने यह कहा कि परिवार की भलाई के लिए कभी-कभी किसी को घर छोड़ देना पड़ता है, लेकिन बीजेपी सांसद ने मतभेदों को हल करने में समय लगता है यह बताया। इस सीट पर सत्यपाल सिंह ने चौधरी अजीत सिंह और उनके बेटे जयंत चौधरी दोनों को ही पटखनी दी है, लेकिन अब यहां से रालोद के राजकुमार सांगवान मैदान में हैं। जिसे लेकर वो काफी असहज महसूस कर रहे हैं।
रालोद और बीजेपी के बीच मतभेद के सवाल पर सत्यपाल सिंह ने कहा कि सभी लोगों के मन से एकदम से मतभेद खत्म करना मुश्किल होता है। मैं सभी से अपील करुंगा कि जैसे आचार्य चाणक्य ने कहा था कि जब परिवार का भला होता हो, एक कुटुंब का भला होता है तो एक व्यक्ति का नुकसान हो तो उसे छोड़ देना चाहिए। जहां देश के कल्याण की बात हो, राष्ट्र के नवनिर्माण की बात हो तो पार्टियों को भी मतभेद भुलाकर आगे बढ़ना चाहिए। कम वोटिंग के सवाल पर बीजेपी सांसद ने कहा कि अभी समय है, अभी वोटिंग की शुरुआत हुई है। लोग घर से बाहर आएंगे। मैं लोगों से अपील करुंगा कि लोकतंत्र में हमारा सबसे बड़ा अधिकार मतदान का है और हमें उसका इस्तेमाल करना चाहिए। र्