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नमो नमो चलता है!… जय भवानी पर आपत्ति… क्या यही है हिंदुत्ववादी सरकार

-जमकर बरसे संजय राऊत

सामना संवाददाता / मुंबई

मौजूदा चुनाव आयोग भाजपा की शाखा है, उसका नाम अब भाजपा निर्वाचन आयोग करने की जरूरत है। जय भवानी, जय शिवाजी, हर-हर महादेव का जयघोष राज्य में कई सालों से चलते आ रहा है। उस पर अब तक कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया। कांग्रेस के शासन में भी प्रतिबंध नहीं था। उनका हर घर मोदी चलता है, लेकिन हर-हर महादेव, जय भवानी नहीं चलता। उनका नमो नमो चलता है, लेकिन जय भवानी नहीं चलता। क्या यही हिंदुत्ववादी सरकार है, इस तरह का तीखा सवाल करते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत मोदी सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि उनका व्यापारी और नकली हिंदुत्व है। शिवसेना के हिंदुत्व के आस-पास भी भाजपा नहीं घूम सकती है।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने मुंबई में आयोजित पत्रकार परिषद में चुनाव आयोग से सीधा सवाल किया। उन्होंने पूछा कि नमो नमो चलता है फिर जय भवानी पर आपत्ति क्यों? उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल में दवाई न दिए जाने पर भी मोदी सरकार पर तोप दागी। संजय राऊत ने कहा कि पीएम मोदी कार्यवाहक प्रधानमंत्री हैं। चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद अब वे भाजपा के नेता नरेंद्र मोदी हैं। वे अब प्रधानमंत्री पद पर नहीं हैं। उनके प्रचार के मुद्दे चिंता के विषय हैं। प्रचार में १० सालों के कार्यकाल में किए गए कार्यों, राष्ट्रीय मुद्दों और अगली योजना क्या है इस पर नहीं बोल रहे हैं, बल्कि अब तो वे मंगलसूत्र तक पहुंच गए हैं। इससे उनकी विचारधारा साफ दिखाई दे रही है। उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ चुकी है और उन्हें अब पराजय का भय सताने लगा है। इसी भय से उनकी जुबान से इस तरह की भाषा निकल रही है। संजय राऊत ने कहा कि किसी को अधिक बच्चे होना, कम बच्चे होना ये प्रचार का मुद्दा वैâसे हो सकता है। जनता का ध्यान भटकाने के लिए यह कोशिश चल रही है। उन्होंने कहा कि वे विकास के मुद्दों और देश की सुरक्षा पर क्यों नहीं बोल रहे हैं।
चुनाव आयोग को संज्ञान लेने की जरूरत
संजय राऊत ने कहा कि अगर कोई इस तरह का बयान देता है तो चुनाव आयोग को इस पर संज्ञान लेने की जरूरत है। हमारे मशाल गीत में जय भवानी आता है, हिंदू धर्म, संस्कृति का जिक्र आता है तो उन्हें चुभता है। हमें गीत से उन शब्दों को हटाने का निर्देश दिया जाता है। भवानी माता छत्रपति शिवाजी महाराज की कुलदेवी हैं। इस राज्य की कुलदेवी का नाम वे इस गीत में नहीं चाहते। उन्हें जय भवानी शब्द पर आपत्ति है। हालांकि, नरेंद्र मोदी अपने भाषण में माताओं-बहनों के मंगलसूत्र का जिक्र करते हैं, इस पर आपत्ति क्यों नहीं की जाती है। इस तरह का सवाल भी संजय राऊत ने किया है।
भारत का मतलब अडानी, मोदी-शाह नहीं
भाजपा में भ्रष्ट और झूठे लोग हैं। भाजपा में कोई शामिल होता है तो उसे झूठ बोलने का प्रशिक्षण दिया जाता है। ‘घाती’ और अजीत पवार अब झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि हो सकता है कि आज उनकी जेल की सजा टल गई हो, लेकिन वे अपनी जेल की सजा को नहीं टाल पाएंगे। उन्होंने कहा कि हम देश के लिए काम कर रहे हैं। इंडिया गठबंधन अथवा भारत का मतलब अडानी, मोदी-शाह नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इंडिया, भारत हमारा देश है और हम देश के लिए काम करने जा रहे हैं।
केजरीवाल को बिना दवा दिए मारने की साजिश तो नहीं?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मधुमेह से पीड़ित हैं। उन्हें इंसुलिन और दवाएं नहीं मिलतीं। जेल में हमें भी दवाइयां नहीं मिल रही थीं। अरविंद केजरीवाल एक राज्य के मुख्यमंत्री हैं। विधानसभा में उनका बहुमत है। वे सामाजिक कार्यकर्ता हैं। संजय राऊत ने तीखा सवाल भी पूछा कि कम से कम मानवता के नजरिए से तो उन्हें दवा मिलनी चाहिए, क्या बिना दवा दिए उन्हें मारने की सरकार की कोई साजिश है? अगर मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन जैसों को जेल में दवा-पानी नहीं मिलता तो आम वैâदियों की हालत क्या होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। उनमें से सभी अपराधी नहीं हैं, लेकिन भाजपा ने बदले की राजनीति के तहत उन्हें जेल में डाल दिया है। भले ही इन नेताओं को जेल में रखा गया है, लेकिन उनकी दवाओं का प्रबंधन सरकार को करना चाहिए।

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