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दक्षिण मध्य मुंबई में गद्दारों पर भारी पड़ रहे हैं शिवसैनिक! … शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के पक्ष में उमड़ रही है जनता

रामदिनेश यादव / मुंबई
महाराष्ट्र की राजनीति में मुंबई की दक्षिण मध्य मुंबई लोकसभा सीट चर्चा का विषय बनी हुई है। इस सीट पर गद्दार बनाम असली शिवसेना की लड़ाई है। यही वजह है कि इस सीट पर देशभर के लोगों की निगाहें टिकी है। इस सीट पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने अनिल देसाई को टिकट दिया है। महाविकास आघाड़ीr के प्रत्याशी के तौर पर अनिल देसाई इस सीट से मैदान में हैं। वे पिछले कई दशक से शिवसेना में रहते हुए तमाम जनहित के कार्य कर रहे हैं। कट्टर शिवसैनिक और मृदुभाषी अनिल देसाई काफी शिक्षित उम्मीदवार हैं। राज्यसभा के माध्यम से उन्होंने प्रदेश की तमाम समस्या को उजागर कर लोगों को न्याय दिलाया है। पहली बार अब उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए शिवसेना ने मैदान में उतारा है। उधर दूसरी तरफ शिवसेना के साथ गद्दारी कर भाजपा के साथ गए शिंदे गुट के उम्मीदवार राहुल शेवाले चुनावी मैदान में हैं, लेकिन इस क्षेत्र में शिवसैनिकों की बड़ी फौज उद्धव ठाकरे के प्रति विश्वास जताते हुए अनिल देसाई के समर्थन में दिख रही है।
धारावी जैसी एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी से लेकर चेंबूर तक पैâले इस क्षेत्र में मराठी, दलित, मुस्लिम और प्रवासियों की भरमार है, इसलिए यह सीट कांग्रेस के साथ-साथ शिवसेना के कब्जे में रही है। यह सीट इस वजह से भी चर्चा में है, क्योंकि यहां से पहली बार शिवसेना से गद्दारी करने वाले सीधे शिवसैनिकों से टकराने उतरे हैं। ऐसे में शिवसैनिकों का विश्वास है कि दक्षिण मध्य मुंबई की जनता अपना वोट गद्दारों को नहीं देगी।
यहां से कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के गठबंधन महाविकास आघाड़ी का भाजपा, अजीत पवार गुट और शिंदे गुट की महायुति से सीधा सामना है। क्षेत्र की मराठी जनता, अल्पसंख्यक समाज और हिंदी भाषी समाज के साथ-साथ दक्षिण भारतीय लोगों ने असली शिवसेना के प्रत्याशी अनिल देसाई के साथ नजर आ रहे हैं। शिवसैनिक और अन्य समाज में हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे के अनुयायी इस बार असली शिवसेना को यहां से जिताने के लिए वोटिंग बूथ तक पहुंचेंगे।
मौजूदा सांसद से त्रस्त जनता!
शिवसेना से गद्दारी करनेवाले राहुल शेवाले इस सीट से मौजूदा सांसद हैं। २०१४ और २०१९ में उन्होंने शिवसेना के प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल की थी, लेकिन उनकी खराब छवि के चलते इस बार उनका पत्ता कट सकता था। राहुल शेवाले पर कई भ्रष्टाचार के आरोपों के साथ-साथ एक महिला के साथ विदेश में दुराचार का आरोप है। क्षेत्र में जनता उन्हें पसंद नहीं करती है। यही वजह रही कि वे अपने बचाव के लिए शिंदे गुट के साथ गए। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। शिवसेना से गद्दारी के बाद यह देखना बाकी है कि मराठी वोटर उन्हें वोट देते हैं क्या?
शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे के
साथ शिवसैनिक
जानकारों का मानना है कि इस सीट पर बड़ी संख्या में मराठी, दलित, मुस्लिम, हिंदीभाषी और दक्षिण भारतीय वोट हैं इन सभी का ठाकरे परिवार के प्रति लगाव है, इसका फायदा अनिल देसाई को मिलेगा। क्षेत्र में लगभग ४५ प्रतिशत कुल मराठी समुदाय के लोग हैं। माना जा रहा है कि इनमें से ज्यादातर लोगों का पूरा झुकाव शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे की तरफ है। इस लोकसभा सीट से शिंदे गुट को झटका लगेगा।
क्या हैं समीकरण?
इस संसदीय क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र हैं और इनमें से चार में महायुति गठबंधन के विधायक हैं, जबकि दो में इंडिया गठबंधन का कब्जा है। १४ लाख से ज्यादा मतदाताओं वाली दक्षिण मध्य मुंबई सीट पर ४५ फीसदी मराठी मतदाता हैं। जातीय समीकरण के लिहाज से २८ फीसदी मतदाता दलित हैं, २० फीसदी मुस्लिम हैं। यहां १५ फीसदी मतदाता उत्तर भारतीय और ८.५० फीसदी मतदाता दक्षिण भारतीय हैं। २००८ में यह सीट अस्तित्व में आई और २००९ में कांग्रेस के एकनाथ गायकवाड़ यहां से सांसद बने।
शेवाले की मुश्किल बढ़ा सकते हैं अनिल देसाई
मौजूदा सांसद राहुल शेवाले के लिए यह चुनाव जीतना मुश्किल होगा। उनके पास चार विधायकों का समर्थन है, जो अपने क्षेत्र में उनके पक्ष में प्रचार करेंगे, लेकिन उद्धव ठाकरे के नाम पर यहां के वोट अनिल देसाई को बड़ी संख्या में मिल सकते हैं। राहुल शेवाले पर गद्दारी का ठप्पा लग चुका है तो अनिल देसाई के पास उद्धव ठाकरे के प्रति लोगों के स्नेह का ट्रंप कार्ड है। विपक्षी गठबंधन के वोटर एकजुट होकर अनिल देसाई को वोट देंगे और उनकी जीत पक्की मानी जा रही है।
महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा
लोकसभा चुनाव २०२४ में पहले चरण का मतदान हो चुका है और दूसरे चरण की तैयारी भी पूरी है। मुंबई में आगामी २० मई को मतदान होगा। लोकसभा चुनाव २०१९ में इस सीट पर कुल १४,४०,३८० मतदाता थे। जिनमें पुरुष मतदाता ७,७७,९४३ और महिला मतदाता ६,६२,३४६ तृतीय पंथी मतदाताओं के साथ कुल मतदाता १४,४०,३८० हैं। वर्ष २०१४ में आम चुनाव के दौरान १४,४७, ८८६ मतदाता दर्ज थे।

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