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लोकल ट्रेनों में लफंगों की दादागीरी! … ग्रुप बनाकर सीटों पर करते हैं कब्जा …दरवाजों को जाम कर रोकते हैं चढ़ने से

मीरा रोड और नालासोपारा के गैंग्स हैं ज्यादा
रोज परेशानी सहकर सफर को मजबूर यात्री
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई उपनगरीय रेल मुंबई की लाइफलाइन कही जाती है। इसमें रोजाना करीब साढ़े साठ लाख यात्री सफर करते हैं। कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारियों से लेकर स्कूल-कॉलेजों के छात्र-छात्राएं समेत अधिकारियों तक के सफर के लिए लोकल ट्रेन सुविधाजनक है, लेकिन अब यही लोकल ट्रेन धीरे-धीरे यात्रियों के लिए बड़ी समस्या का कारण बनती जा रही है। यात्रियों को यात्रा के दौरान कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इनमें सबसे ज्यादा समस्या ट्रेनों में बढ़ती दादागिरी है।
यात्रियों को लोकल ट्रेनों में जहां एक तरफ भारी भीड़ से जूझना पड़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ यात्रियों को मारपीट और गाली-गलौज से भी बच-बचाकर सफर करना पड़ रहा है। लोकल ट्रेनों में समुदाय विशेष की दादागीरी बढ़ती ही जा रही है। यह लोग ग्रप में लोकल ट्रेनों में चढ़ते हैं और दादागीरी के साथ सीटों पर कब्जा जमा लेते हैं। ट्रेन में सीट नहीं मिलने पर यह लोग सामने वाले यात्री के साथ गाली-गलौज और मारपीट पर उतारु हो जाते हैं। इतना ही नहीं यह लोकल ट्रेन के फुटबोर्ड पर बैठकर भी यात्रा करते हैं जो काफी खतरनाक है।
यात्रियों को चढ़ने से रोकते हैं
यह लोग ट्रेनों के दरवाजे को जाम कर देते हैं, जिसकी वजह से यात्री ट्रेन में चढ़ नहीं पाते हैं। यात्रियों के पास भी इनकी तानाशाही सहने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं रहता है। चर्चगेट से विरार जाने वाली और विरार से चर्चगेट आने वाली लोकल ट्रेनों में आए दिन समुदाय विशेष के लोगों की दादागीरी देखने को मिलती है। यह लोग मीरा रोड और नालासोपारा के रहने वाले हैं जो ट्रेनों में चढ़ने के बाद यात्रियों के अक्सर झगड़ा करते हैं।
यात्रियों को होती है परेशानी
इन समुदाय विशेष का ग्रुप बांद्रा से भी चढ़ता है जो दादागीरी करने से पीछे नहीं हटते हैं। यात्री भी यह सोचकर इनसे नहीं उलझते क्योंकि उन्हें रोज ट्रेनों में सफर करना पड़ता है। यात्रियों का यह भी कहना है कि वह इनसे दुश्मनी मोल नहीं लेना चाहते। इसलिए वो इनके जुल्म को चुपचाप सहते हुए यात्रा करते हैं। अगर रेलवे सुरक्षा प्रशासन ने समय रहते इन पर रोक नहीं लगाई तो भविष्य में इनका मनोबल और भी ज्यादा बढ़ जाएगा। इससे भविष्य में कोई बड़ी घटना भी हो सकती है।

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