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संपादकीय : भारत पर भाजपा का हमला!

ईरान ने इजराइल पर हमला कर दिया है। इस हमले में ३०० ड्रोन मिसाइलों से हमला किया गया। लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा जारी घोषणापत्र को भी भारतीय जनता पर ‘मिसाइल’ और ‘ड्रोन’ हमला कहा जाना चाहिए। जनता को धोखा देने वाली, पिछले वादों को झुठलाकर और अगले पांच साल के लिए लफ्फाजी करने वाली भाजपा का घोषणापत्र देश और जनता के साथ क्रूर मजाक है। युवाओं, महिलाओं, किसानों, गरीबों को सशक्त बनाने वाला, समान नागरिक कानून लागू करने वाला, ‘एक देश, एक चुनाव’ की मोदी गारंटी देने वाला, भाजपा का घोषणापत्र जारी हुआ। इसमें कुछ भी नया नहीं है। मोदी ने पिछले दस साल में की गई घोषणाओं की एक बार फिर बरसात कर दी है। मोदी ने किसान सम्मान निधि के तहत १० करोड़ किसानों को लाभ देने के साथ ही किसानों की आय दोगुनी करने की घोषणा की। मोदी ने २०१४ और २०१९ के चुनाव में किसानों की आय दोगुनी करने की घोषणा की थी। किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई। इसके उलट, जो थोड़ी बहुत आय थी, वह भी कम हो गई। २०१४ से पहले किसान मेहनत कर खाते थे। मोदी युग में वह गुलाम और पराधीन हो गए। अब २०२४ के घोषणापत्र में मोदी एक बार फिर किसानों की आय दोगुनी करने का एलान लेकर आए। यह किसानों का मजाक है। न्यूनतम गारंटी मूल्य और काले कृषि कानूनों के खिलाफ जब किसानों ने दिल्ली की ओर मार्च किया तो उन्हें रोकने के लिए हरियाणा-दिल्ली सीमा की सड़कों पर कीलें लगा दी गर्इं। प्रदर्शनकारी किसानों पर गोली चलवाने वाले मोदी अपने चुनावी घोषणापत्र में किसानों का मुद्दा उठाते हैं, लेकिन चुनाव जीतते ही किसानों की पीठ में छुरा घोंप देते हैं। प्रभु श्रीराम के लिए हर जगह सजावट करते हैं। रंगोलियां सजाते हैं, लेकिन किसानों के रास्ते में कीलों की रंगोलियां डालकर अधम कृत्य किया जाता है। यह सिर्फ किसानों को सशक्त होने से रोकने के लिए किया गया कृत्य है। मोदी ने घोषणा की कि मुफ्त राशन योजना अगले पांच साल तक जारी रहेगी। कम से कम ८० करोड़ लोगों को ५ किलो अनाज मुफ्त देना ८० करोड़ लोगों को अगले पांच साल तक गरीब और गुलाम बनाए रखने की मोदी की गारंटी है। लोगों को रोजगार चाहिए। वे मेहनत से स्वाभिमान की रोटी कमाना चाहते हैं, लेकिन मोदी उन्हें रोजगार नहीं दे सकते। मोदी लोगों को मुफ्त राशन दे रहे हैं क्योंकि रोजगार की गारंटी फेल हो गई है। २०१४ और २०१९ में मोदी ने हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था। वे हवा में कहां गायब हो गए? भाजपा के घोषणापत्र में समान नागरिक कानून, ‘एक देश, एक चुनाव’, पूरी दुनिया में रामायण उत्सव मनाए जाने का वादा किया गया है, लेकिन मोदी ने २०१४ में कश्मीरी पंडितों की वापसी की गारंटी ले ली थी। वह २०२४ के घोषणापत्र में नहीं दिखाई देती। फिर आपका समान नागरिक कानून किस काम का? ‘राम राज्य’ का कोई पता नहीं। हालांकि, पूरी दुनिया में ‘रामायण उत्सव’ का ढोंग चल रहा है। मोदी मणिपुर में हिंसा खत्म करने और वहां शांति लाने की गारंटी नहीं देते। लद्दाख में चीनी सैनिकों ने घुसकर भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया, उन चीनी सैनिकों को हटाने के लिए ५६ इंची छाती दांव पर लगाने की कोई गारंटी नहीं है। महंगाई की मार झेल रही जनता को फिलहाल कोई राहत नहीं है। २०१४ में गैस सिलिंडर ४०० रुपए का था। २०१९ में यह १,३०० रुपए तक महंगा हो गया और अब मोदी अपने घोषणापत्र में कहते हैं कि हम पाइपलाइन के जरिए घरों तक गैस पहुंचाने जा रहे हैं। मोदी ने अपने घोषणापत्र में पुरानी बोतल और पुरानी शराब की बारिश की है। अगर दोबारा मोदी राज आया तो देश में चुनाव नहीं होंगे। लोकतंत्र और संविधान नष्ट किया जाएगा। मोदी सरकार यानी तानाशाही की सौ फीसदी गारंटी है। मोदी के उम्मीदवार जगह-जगह कहते हैं कि उन्हें देश का संविधान बदलने के लिए चार सौ सांसद चुनकर लाना है। ये सब रोकना ही होगा। भाजपा का घोषणापत्र, जो युवाओं, किसानों, महिलाओं के लिए सम्मानजनक जीवन की गारंटी नहीं देता, सिर्फ धूल झोंकने वाला है। शिक्षा, स्वास्थ्य योजनाएं कागजों पर ही रह जाएंगी। भाजपा की सत्ता में वापसी यानी अगले पांच साल तक देश को लूटने की गारंटी है। भाजपा के घोषणापत्र पर २०१४ और २०१९ में लोगों ने विश्वास किया, लेकिन अब २०२४ में इस पर विश्वास नहीं किया जा सकता। भाजपा का घोषणापत्र और मोदी की गारंटी का मतलब ही भारतीय जनता पर ‘ड्रोन हमला’ है!

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