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वसई-विरार में परिवहन नियमों की उड़ रहीं धज्जियां… सड़कों पर दौड़ रहे कबाड़ टैंकर!

२८९ टैंकरों की जांच 
बिना पेपर्स के ६५ टैंकर्स
राधेश्याम सिंह / नालासोपारा
वसई-विरार में पेयजल समस्या का भरपूर फायदा टैंकर माफिया उठा रहे हैं। क्षेत्र में नियमित व सुचारु जलापूर्ति नहीं होने से एक तरफ जहां आम लोग परेशान हैं, वहीं टैंकर माफिया सरेआम परिवहन नियमों का उल्लंघन करके अवैध रूप से सड़कों पर टैंकरों को चलवा रहे हैं। एक चौंकानेवाला तथ्य प्रकाश में आया है कि वसई में टैंकरों के पास आरटीओ का फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं है। सड़कों पर टैंकर बिना किसी रोक-टोक के दौड़ रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि मनपा प्रशासन और आरटीओ इस गंभीर मुद्दे पर आंखें मूंदे हुए है। इन कबाड़ हो चुके और बिना नंबर के टैंकर हादसे का कारण बन सकते हैं। 
होते हैं सड़क हादसे 
वसई-विरार में कई अवैध टैंकर की संख्या हैंै जो कि धड़ल्ले से चल रहे हैं। टैंकर चालक अधिक कमाई के चक्कर में टैंकर तेज गति से चलाते हैं, जिससे ज्यादा एक्सीडेंट होते हैं। सूत्रों के अनुसार, पिछले पांच सालों में इन टैंकरों से कुचलकर दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग अपाहिज भी हो गए हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी?
सहायक प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रवीण बागडे ने बताया कि १ अप्रैल २०२३ से ३१ मार्च २०२४ की अवधि के दौरान २८९ टैंकरों का निरीक्षण किया गया, जिसमें ६५ टैंकर वालोें के पास सही पेपर्स नहीं मिले, जिन पर ७ लाख रूपए से अधिक का जुर्माना लगाया गया।

टैंकर हो चुके हैं भंगार 
बता दें कि वसई-विरार शहर में इस समय कम दबाव से पानी आ रहा है। भीषण गर्मी के कारण पानी की कटौती भी की जा रही है। कई कॉलोनियों में मनपा की पाइप लाइन नहीं है, इसलिए नागरिकों को अपनी जरूरतों के लिए पानी के टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ता है। पानी की बढ़ती मांग के कारण शहर में टैंकर व्यवसाय फल-फूल रहा है। कई टैंकरों में नंबर, रिफ्लेक्टर, ब्रेक लैंप, स्टॉप गार्ड नहीं लगे हुए हैं।

 

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