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हम लड़ाकू हैं, हम किसी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे … संजय राऊत ने दी भाजपा को चेतावनी

सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा चुनाव के लिए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने १७ उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, उक्त जानकारी कल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने दी। आगे उन्होंने मीडिया को बताया कि शिवसेना राज्य में २२ सीटें जीतेगी और अन्य उम्मीदवारों की घोषणा दो दिनों में की जाएगी। वहीं उन्होंने कहा कि महाविकास आघाड़ी में कोई दरार नहीं है और सभी पैâसले चर्चा के जरिए लिए गए हैं। भाजपा और सरकार को उन्होंने हम लड़ाकू हैं, हम किसी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे, ऐसी चेतावनी भी उन्होंने दी।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) लोकसभा चुनाव में कुल २२ सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इनमें से १७ उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी है बाकी ५ उम्मीदवारों की घोषणा दो दिन में कर दी जाएगी। इसमें पालघर, कल्याण-डोंबिवली, मुंबई नॉर्थ, हातकणंगले शामिल हैं। इन सीटों पर हमारा उम्मीदवार तय हो चुका है। दो दिन में उनके नाम की भी घोषणा कर दी जाएगी। हातकणंगले में स्वाभिमानी किसान संगठन के राजू शेट्टी ने महाविकास आघाड़ी से समर्थन मांगा है। वह सीट शिवसेना के पास है। चर्चा चल रही है। उसके बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे इस पर पैâसला लेंगे। महाविकास आघाड़ी में किसी भी सीट को लेकर मतभेद नहीं है। महाविकास आघाड़ी में कोई दरार या विवाद नहीं है, जिसके कारण शिवसेना ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है, ऐसी जानकारी भी संजय राऊत ने दी।
रामटेक हमारी सीट है और हमारे उम्मीदवार पांच से छह बार निर्वाचित हुए हैं। हम उस जगह पर लगातार लड़ रहे हैं और जीत रहे हैं। कांग्रेस ने उस सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। हमने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई है। बातचीत में वहां का मसला सुलझ गया। हमने उनसे कहा कि हम उस सीट के बजाय उत्तर पूर्व मुंबई सीट से लड़ेंगे। इसलिए महाविकास आघाड़ी ने मिलकर निर्णय लिया है। उसी के अनुरूप हम उम्मीदवारों की घोषणा कर रहे हैं। शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने चंद्रहार पाटील के प्रचार के लिए मिराज में एक अभियान बैठक की। वहां हुई बैठक में चंद्रहार पाटील के नाम की घोषणा की गई। पश्चिम महाराष्ट्र में हमारे पास सीटें नहीं हैं। कोल्हापुर हमारी असली जगह है। हम वहां ३० साल से लड़ रहे हैं। जैसे ही हमें पता चला कि छत्रपति शाहू महाराज इस सीट पर कांग्रेस के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ रहे हैं, हमने यह सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दी इसलिए महाविकास आघाड़ी में हुई चर्चा में सांगली सीट हमें दी गई। बंटवारे का मामला सुलझ गया है और महाविकास आघाड़ी सरकार में कोई मतभेद नहीं हैं, ऐसी जानकारी भी कल राऊत ने दी।
हम वंचित बहुजन आघाड़ी का महाविकास आघाड़ी में आने का इंतजार कर रहे हैं। हमने प्रकाश आंबेडकर को पांच सीटों का प्रस्ताव दिया है। यह महाविकास आघाड़ी में तीनों दलों की स्थिति है कि हम अभी भी उनके साथ चर्चा कर सकते हैं। हम चाहते हैं कि देश में लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रकाश आंबेडकर हमारे साथ रहें। जीतने वाली सीट जैसी कोई चीज नहीं होती। हर जगह के लिए लड़ना पड़ता है। हमारा इरादा राज्य में ४८ सीटें जीतने का है। हम लड़कर हर सीट जीतने वाले हैं, ऐसा विश्वास भी राऊत ने कल जताया।
प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में कई उम्मीदवार आकांक्षी हैं। इसलिए किसी का नाम नहीं छोड़ा गया है। दावेदारों के बीच चर्चा के बाद एक नाम तय किया जाता है। केवल एक ही उम्मीदवार दिया गया है। हमने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध में कोई आपत्तिजनक बयान नहीं दिया है। यह कहने में क्या आपत्ति है कि दिल्ली का शासन तुगलकी शैली, औरंगजेब शैली वाला है। इसे तानाशाही कहते हैं। हिटलरशाही कहते हैं। उन्होंने कहा, इसमें आपत्ति की क्या बात है, उन्हें प्रशासन में सुधार करना चाहिए ऐसा साफ मत भी राऊत ने कल व्यक्त किया। जो दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के साथ हो रहा है वही महाराष्ट्र में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), एनसीपी (शरद चंद्र पवार) और कांग्रेस के साथ हो रहा है।

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